Bike Insurance : अगर आप बाइक खरीदने वाले हैं या बाइक खरीद चुके हैं तो यह आर्टीकल आपके बहुत काम का है। दरअसल बाइक खरीदते समय आप थोड़ी सी समझदारी दिखाएंगे तो आप बहुत मजे में रहेंगे। आपकी समझदारी के कारण आपको बाइक के गिरने अथवा दुर्घटनाग्रस्त होने पर किसी प्रकार की चिंता नहीं रहेगी। बस आपको बाइक खरीदते समय सोच-समझकर बाइक इंश्योरेंस कराना होगा। समझदारी के साथ बाइक इंश्योरेंस कराने के लिए आपको इंश्योरेंस के IDV को समझना जरूरी है।
IDV क्या है और बाइक इंश्योरेंस कैलकुलेटर से इसका मूल्य कैसे पता करें?
जब भी हम कोई महंगी चीज़ खरीदते हैं, तो उसके खराब होने या टूटने का डर हमेशा रहता है। यही डर बाइक खरीदते वक्त भी होता है। अगर बाइक गिर जाए या नुकसान हो जाए, तो मरम्मत का खर्च आपकी बचत पर भारी पड़ सकता है। ऐसे में, बाइक खरीदते समय बाइक इंश्योरेंस करवाना एक समझदारी का फैसला साबित हो सकता है। आइए जानें, IDV क्या होता है और यह बाइक इंश्योरेंस कैलकुलेटर में प्रीमियम की सही अनुमान लगाने में कैसे मदद करता है।
IDV (इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू) से आप क्या समझते हैं?
IDV वह अधिकतम राशि है जो इंश्योरेंस कंपनी बाइक के नुकसान या चोरी होने पर देती है। यह बाइक के बाजार मूल्य, उम्र और स्थिति के आधार पर तय होता है। IDV प्रीमियम और मुआवजा तय करता है – ज्यादा IDV से उच्च प्रीमियम और बेहतर सुरक्षा, जबकि कम IDV से निचला प्रीमियम और कम मुआवजा मिलता है।
IDV कैसे कैलकुलेट करें?
IDV के कैलकुलेशन में बाइक का ब्रांड, मॉडल और उम्र जैसे कई फैक्टर्स पर विचार करना शामिल है। आइए, IDV कैलकुलेशन करने के तरीके के बारे में विस्तार से जानें-
कंपनी द्वारा निर्धारित कीमत
IDV बाइक की खरीद के समय उसकी एक्स-शोरूम कीमत के आधार पर तय किया जाता है, लेकिन इंश्योरेंस कंपनी इसे डेप्रिसिएशन दरों के अनुसार हर साल घटाती है।
खरीदी के समय के आधार पर मूल्य
बाइक की उम्र बढ़ने के साथ उसका बाजार मूल्य घटता है, और IRDAI के अनुसार IDV में निर्धारित दरों पर कटौती की जाती है। आमतौर पर यह कटौती 20% से 50% तक होती है। आमतौर पर कीमत घटाने की दरें इस प्रकार लागू होती हैं-
वाहन का उम्र दोपहिया वाहन की IDV तय करने के लिए डेप्रिसिएशन (%)
6 महीने तक 5%
6 महीने से 1 वर्ष 15%
1 वर्ष से 2 वर्ष 20%
2 वर्ष से 3 वर्ष 30%
3 वर्ष से 4 वर्ष 40%
4 वर्ष से 5 वर्ष 50%
5 वर्ष से अधिक इंश्योरेंस कंपनी के आधार पर 60% या उससे अधिक
सहायक उपकरण और ऐड-ऑन
अतिरिक्त सहायक उपकरण या ऐड-ऑन, जैसे कस्टम पार्ट्स और सुरक्षा उपकरण, IDV बढ़ाते हैं। इनकी जानकारी देकर पॉलिसी में शामिल कराना जरूरी है।
अंतिम IDV
बाइक के वर्तमान मार्केट वैल्यू से डेप्रिसिएशन घटाने और एक्सेसरीज़ जोड़ने के बाद IDV तय होता है। यही राशि इंश्योरेंस कंपनी कुल नुकसान या चोरी पर देगी।
IDV बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम को कैसे प्रभावित करता है?
IDV सीधे आपके बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम को प्रभावित करता है, जो कुछ इस प्रकार से है।
ज़्यादा IDV = अधिक प्रीमियम
अगर आपकी बाइक नई या महंगी है, तो उसका IDV अधिक होगा और प्रीमियम भी अधिक होगा, क्योंकि इंश्योरेंस कंपनी को ज्यादा राशि चुकानी पड़ेगी।
कम IDV = कम प्रीमियम
अगर बाइक पुरानी या कम कीमत की है, तो IDV कम होगा और प्रीमियम भी घटेगा। लेकिन कम IDV होने पर क्लेम राशि कम मिलेगी, जिससे भारी नुकसान की स्थिति में पूरी भरपाई नहीं हो पाएगी।
IDV कैलकुलेशन को प्रभावित करने वाले फैक्टर
IDV की कैलकुलेशन में कई फैक्टर्स शामिल होते हैं, जो यह तय करते हैं कि आपकी बाइक आपकी इंश्योरेंस पॉलिसी में उचित रूप से कवर की गई है।
बाइक का ब्रांड और मॉडल- प्रीमियम और लग्जरी बाइक का IDV सामान्य बाइकों से अधिक होता है, क्योंकि उनका बाजार मूल्य अधिक होता है। पुराने मॉडल का IDV नए मॉडल से कम होता है।
बाइक का उम्र- बाइक जितनी पुरानी होती है, उसका बाजार मूल्य उतना ही कम होता है, जिससे IDV घटता है। कीमत घटाने की दरें उम्र के आधार पर लागू होती हैं।
बाइक की स्थिति- अगर बाइक अच्छी स्थिति में है, तो IDV अधिक होगा। वहीं खराब स्थिति में इसका IDV कम होगा।
अतिरिक्त कस्टम पार्ट्स – बाइक में किए गए बदलाव, जैसे कस्टम पार्ट्स या हाई-टेक सेफ्टी सिस्टम, IDV को बढ़ा सकते हैं।
इलाके से जुड़े फैक्टर्स – बाइक किस शहर में है ये भी IDV को प्रभावित करता है, क्योंकि कुछ क्षेत्रों में बाइक को फिर से बेचने का मूल्य अधिक हो सकती है।
इंश्योरेंस देने वाले की पॉलिसी
विभिन्न इंश्योरेंस कंपनियों के IDV गणना के तरीके अलग हो सकते हैं, जो IDV गणना को प्रभावित करता है। इसलिए शर्तों और नीतियों की तुलना करना आवश्यक होता है।
बाइक इंश्योरेंस कैलकुलेटर क्या है?
बाइक इंश्योरेंस कैलकुलेटर एक ऑनलाइन टूल है जो मेक, मॉडल, आयु, स्थान और कवरेज जैसे फैक्टर्स के आधार पर इंश्योरेंस कॉस्ट का अनुमान लगाता है। यह IDV तय करने और प्रीमियम काउंट करने में मदद करता है, साथ ही पॉलिसी को कस्टमाइज़ करने के विकल्प भी देता है, जैसे राइडर्स या अतिरिक्त कवरेज जोड़ना।
बाइक इंश्योरेंस कैलकुलेटर कैसे काम करता है
बाइक इंश्योरेंस कैलकुलेटर आपकी बाइक और उसके उपयोग से संबंधित कई फैक्टर्स को ध्यान में रखकर कुछ इस प्रकार काम करता है-
बाइक का विवरण दर्ज करें- बाइक का मेक, मॉडल, मैन्युफैक्चरिंग ईयर और रजिस्ट्रेशन स्थान दर्ज करें।
कवरेज का प्रकार चुनें- थर्ड-पार्टी, अधिक कवरेज या सेल्फ़ डैमेज इंश्योरेंस में से एक विकल्प चुनें।
अतिरिक्त कारक- नो क्लेम बोनस (NCB) और ऐड-ऑन राइडर्स जैसे विकल्प चुनें।
IDV और डेप्रिसिएशन काउंट- बाइक की आयु, मॉडल और स्थिति के आधार पर IDV स्वचालित रूप से गणना किया जाता है।
प्रीमियम गणना- चुने हुए कवरेज और अन्य फैक्टर्स के आधार पर प्रीमियम की राशि निर्धारित होती है।
योजनाओं की तुलना- विभिन्न इंश्योरेंस कंपनियों की योजनाओं की तुलना करें और सबसे उपयुक्त विकल्प चुनें।
बाइक इंश्योरेंस कैलकुलेटर का उपयोग करने के क्या फायदे हैं?
बाइक इंश्योरेंस कैलकुलेटर का उपयोग करने से कई फायदे मिलते हैं जो आपकी बाइक इंश्योरेंस खरीदने या उसमें बदलाव करने की प्रक्रिया को सरल बना सकते हैं। यहाँ कुछ फायदे बता रहे हैं-
जल्दी और आसान तुलना- अलग-अलग इंश्योरेंस कंपनियों द्वारा दिए गए प्रीमियम को जल्दी और आसानी से तुलना कर सकते हैं। इससे आपको सबसे किफायती और आपकी जरूरतों के अनुसार सबसे उपयुक्त पॉलिसी चुनने में मदद मिलती है।
सटीक प्रीमियम अनुमान- बाइक के विवरण और कवरेज के आधार पर आपको सटीक प्रीमियम का अनुमान मिलता है।
अनुकूलित कवरेज विकल्प- आप अपनी जरूरत के अनुसार इंश्योरेंस प्लान बदल सकते हैं, जैसे इंजन सुरक्षा या सड़क सहायता (टायर पंचर, बैटरी खराब आदि) आप अपने इंश्योरेंस में इन सुविधाओं को शामिल कर सकते हैं।
समय और प्रयास बचाता है- मैन्युअल रूप से इंश्योरेंस कंपनियों से संपर्क किए बिना आप एक ही स्थान पर सभी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
IDV कैलकुलेशन – IDV आपकी बाइक के बाजार मूल्य के अनुसार तय होती है, जिससे दुर्घटना या चोरी की स्थिति में उचित मुआवजा और वित्तीय सुरक्षा मिलती है।
नो क्लेम बोनस (NCB)- पहले दावा नहीं किए है, तो NCB काउंट करके प्रीमियम में छूट प्राप्त कर सकते हैं।
पारदर्शिता और स्पष्टता- प्रीमियम ब्रेकडाउन की पारदर्शिता से आपको किसी भी छिपे हुए शुल्क से बचने में मदद मिलती है।
बजट बनाने में मदद- प्रीमियम और कवरेज के आधार पर आपको अपनी फाइनेंशियल प्लैनिंग करने में मदद मिलती है।
IDV और बाइक इंश्योरेंस कैलकुलेटर कैसे मदद करता है?
ये टूल्स बाइक इंश्योरेंस का सही मूल्य तय करने में मदद करते हैं, जिससे आपको उचित कवरेज और प्रीमियम सुनिश्चित होता है।
IDV कैलकुलेशन – यह बाइक के बाजार मूल्य को दर्शाता है और प्रीमियम को प्रभावित करता है।
बाइक इंश्योरेंस कैलकुलेटर – यह मॉडल, वर्ष और स्थिति के आधार पर प्रीमियम का अनुमान लगाता है और IDV व कवरेज को एडजस्ट करता है।
कवरेज एडजस्टमेंट – कैलकुलेटर जरूरत के अनुसार कवरेज बढ़ाने या घटाने की सुविधा देता है, जिससे प्रीमियम बदलता है।
बाइक इंश्योरेंस के लिए IDV और बाइक इंश्योरेंस कैलकुलेटर का उपयोग करना आपके लिए एक स्मार्ट और प्रभावी तरीका हो सकता है, जिससे आप सही कवरेज और उचित प्रीमियम का चयन कर सकें। IDV आपके बाइक के बाजार मूल्य को दर्शाता है, जो सीधे आपके प्रीमियम को प्रभावित करता है।
वहीं, बाइक इंश्योरेंस कैलकुलेटर आपको एक सटीक प्रीमियम अनुमान और कवरेज विकल्प प्रदान करता है, जिससे आप अपनी आवश्यकताओं के अनुसार इंश्योरेंस पॉलिसी का चयन कर सकते हैं।Bike Insurance :
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