स्वच्छता की दौड़ में इंदौर फिर अव्वल, 3 से 10 लाख की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में नोएडा भी अव्वल

Safai
New Delhi news
locationभारत
userचेतना मंच
calendar17 JUL 2025 07:23 AM
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New Delhi news : स्वच्छ भारत मिशन के तहत आयोजित स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के नतीजे बुधवार को जारी किए गए, जिसमें इंदौर ने लगातार आठवीं बार देश के सबसे स्वच्छ शहर का खिताब अपने नाम कर इतिहास रच दिया। इस मौके पर विज्ञान भवन, दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विजेता शहरों को सम्मानित किया। इस बार के सर्वेक्षण में जनसंख्या आधारित श्रेणियों के अनुसार शहरों का मूल्यांकन किया गया। 10 लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहरों की श्रेणी में जहां इंदौर ने पहला स्थान पाया, वहीं सूरत दूसरे और नवी मुंबई तीसरे स्थान पर रहे।

इंदौर की बेमिसाल सफाई यात्रा

कार्यक्रम में पुरस्कार ग्रहण करने पहुंचे इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव और मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इस उपलब्धि को शहरवासियों के सामूहिक प्रयास का परिणाम बताया। विजयवर्गीय ने सोशल मीडिया पर लिखा, "सुपर स्वच्छ इंदौर यह सिर्फ पुरस्कार नहीं, बल्कि नागरिक चेतना की जीत है।"

नोएडा की बड़ी छलांग

3 से 10 लाख की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में नोएडा ने प्रथम स्थान हासिल कर एक नई पहचान बनाई है। इस श्रेणी में चंडीगढ़ दूसरे, मैसूर तीसरे, उज्जैन चौथे, गांधीनगर पांचवें और गुंटूर छठे पायदान पर रहे। 50 हजार से 3 लाख की आबादी वाले शहरों में नई दिल्ली ने अव्वल स्थान हासिल किया। इसके बाद तिरुपति, अंबिकापुर, लोणावला जैसे शहरों ने भी बेहतर प्रदर्शन किया। 20 से 50 हजार की श्रेणी में विटा, सासवद, देवलाली प्रवरा और डूंगरपुर जैसे शहर आगे रहे। 20 हजार से कम जनसंख्या वाले शहरों की श्रेणी में पंचगनी शीर्ष पर रहा, जबकि पाटन, पन्हाला, विश्रामपुर, और बुदनी ने भी शानदार सफाई मानकों के लिए स्थान पाया।

स्वच्छ भारत अभियान की यह उपलब्धि क्या दर्शाती है?

यह परिणाम न सिर्फ नगर निकायों की कार्यक्षमता को रेखांकित करते हैं, बल्कि यह भी दर्शाते हैं कि नागरिकों की सहभागिता, तकनीक का बेहतर उपयोग और कचरा प्रबंधन में पारदर्शिता किस प्रकार शहरों को स्वच्छता के मामले में देशभर में अग्रणी बना सकती है। इसी क्रम में आबादी के हिसाब से 3 से 10 लाख की आबादी वाले शहरों में नोएडा ने भी अव्वल स्थान पर रहकर इस शहर की स्वच्छता और कर्मठता को दिखाया है।
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हसीन जहां और बेटी पर हत्या की कोशिश का मामला दर्ज, मोहम्मद शमी विवाद से अलग नया मोड़

हसीन जहां और बेटी पर हत्या की कोशिश का मामला दर्ज, मोहम्मद शमी विवाद से अलग नया मोड़
locationभारत
userचेतना मंच
calendar17 JUL 2025 03:57 AM
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Birbhum (West Bengal) : भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी की पत्नी हसीन जहां एक बार फिर विवादों में घिर गई हैं। ताजा घटनाक्रम में हसीन जहां और उनकी बेटी अर्शी जहां पर हत्या की कोशिश (धारा 307) का मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि उन्होंने एक जमीन को लेकर हुए विवाद में अपने पड़ोसियों से झड़प की और कथित रूप से हाथापाई में शामिल रहीं। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें हसीन जहां एक स्थानीय महिला से झगड़ती नजर आ रही हैं। पुलिस ने वीडियो और शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

क्या है पूरा मामला?

पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह विवाद जमीन पर कथित अवैध कब्जे को लेकर हुआ। पड़ोसियों का आरोप है कि हसीन जहां और उनकी बेटी अर्शी एक विवादित जमीन पर निर्माण कार्य करवा रही थीं। विरोध करने पर झगड़ा बढ़ गया और मामला मारपीट तक जा पहुंचा। घटना के बाद स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज की गई, और पुलिस ने हत्या के प्रयास, मारपीट, और अशांति फैलाने जैसी धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।

कौन हैं अर्शी जहां?

अर्शी, हसीन जहां की पहली शादी से हुई बेटी हैं। हसीन इस समय अपनी छोटी बेटी आयरा के साथ बीरभूमि में रह रही हैं। उनका अपने मौजूदा पति, टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी, से पिछले कई वर्षों से पारिवारिक और कानूनी विवाद चल रहा है। हाल ही में कलकत्ता हाई कोर्ट ने मोहम्मद शमी को आदेश दिया है कि वह हर महीने अपनी पत्नी हसीन जहां को 1.5 लाख और बेटी आयरा को 2.5 लाख रुपये, कुल 4 लाख का गुजारा भत्ता दें। यह मामला पहले भी सुर्खियों में रहा है और अब भी न्यायिक प्रक्रिया जारी है।

विवादों से पुराना नाता

हसीन जहां पहले भी अपने पति शमी पर घरेलू हिंसा, मैच फिक्सिंग जैसे गंभीर आरोप लगा चुकी हैं। हालांकि पुलिस जांच में शमी को क्लीन चिट मिल चुकी है। अब पड़ोसियों के साथ यह नया विवाद एक बार फिर हसीन जहां को कानूनी संकट में ला खड़ा करता है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू हो चुकी है। यदि आरोप साबित होते हैं, तो यह मामला हसीन जहां और उनकी बेटी दोनों के लिए गंभीर कानूनी परिणाम ला सकता है। फिलहाल, किसी की गिरफ्तारी की जानकारी नहीं है, लेकिन वीडियो फुटेज और गवाहों के आधार पर कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
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मोदी सरकार की किसानों को बड़ी सौगात : 'पीएम धन-धान्य कृषि योजना' को कैबिनेट की मंजूरी

Modi
Delhi News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar16 JUL 2025 10:50 AM
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Delhi News : केंद्र सरकार ने किसानों के हित में एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना को मंजूरी प्रदान कर दी है। इस योजना के तहत आगामी छह वर्षों तक प्रति वर्ष 24,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जिससे देश के 100 चयनित जिलों में समग्र कृषि सुधार किया जाएगा। योजना का उद्देश्य सिर्फ उत्पादन बढ़ाना नहीं, बल्कि फसल विविधीकरण, टिकाऊ कृषि, सिंचाई, भंडारण और ऋण तक आसान पहुंच सुनिश्चित करना है।

100 पिछड़े कृषि जिलों में आएगा विकास का नया दौर

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट बैठक के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि इस योजना के तहत हर राज्य से कम से कम एक पिछड़ा कृषि जिला चुना जाएगा। इन जिलों को कृषि समर्पित जिलों के रूप में विकसित किया जाएगा। यह पहल कृषि क्षेत्र में सामूहिक और समन्वित सुधारों को बल देगी।

पीएम धन-धान्य योजना की प्रमुख विशेषताएं

100 चयनित जिलों में लागू की जाएगी यह योजना। हर वर्ष 24,000 करोड़ रुपये का प्रावधान इस योजना में किया गया है। 6 वर्षों तक चलेगा यह कार्यक्रम। 11 मंत्रालयों की 36 योजनाएं एकीकृत रूप से लागू की जाएंगी। फसल कटाई के बाद भंडारण, प्रसंस्करण और विपणन को मिलेगा बल। सिंचाई सुविधाओं में सुधार और विस्तार किया जाएगा। कृषि ऋण तक आसान पहुंच सुनिश्चित की जाएगी। टिकाऊ और आधुनिक कृषि पद्धतियों को बढ़ावा दिया जाएगा। यह योजना न केवल किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि खाद्य सुरक्षा, जल प्रबंधन और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने का भी माध्यम बनेगी।

नवरत्न कंपनी को निवेश में छूट, 7,000 करोड़ का निवेश करेगा आरईसी

कैबिनेट ने एक अन्य अहम निर्णय लेते हुए आरईसी लिमिटेड को विशेष छूट प्रदान की है, जिसके तहत यह नवरत्न सार्वजनिक उपक्रम अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी आरईसी इंडिया रिन्यूएबल्स लिमिटेड में 7,000 करोड़ रुपये का निवेश कर सकेगा। यह निवेश देश में नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को बल देगा और ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बधाई

कैबिनेट बैठक में हाल ही में अंतरिक्ष मिशन पर गए भारतीय वायुसेना के अधिकारी ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को भी विशेष रूप से बधाई दी गई। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि "यह मिशन सिर्फ एक व्यक्ति की उपलब्धि नहीं, बल्कि भारत की युवा पीढ़ी के लिए एक प्रेरणास्रोत है। इससे वैज्ञानिक सोच को बल मिलेगा और नवाचार को अपनाने की प्रवृत्ति बढ़ेगी।" उन्होंने यह भी कहा कि यह उपलब्धि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के प्रधानमंत्री के संकल्प को नई ऊर्जा देगी।