Mahakumbh 2025 : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के दौरान त्रिवेणी संगम में 60 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के स्नान को राज्य की क्षमता का प्रतीक बताया है। उन्होंने कहा कि इतने बड़े पैमाने पर लोगों का एकत्रित होना उत्तर प्रदेश की संगठनात्मक शक्ति को दर्शाता है। इतनी बड़ी संख्या में लोगों का एक शहर में होना और कुशलता पूर्वक स्रान आदि करने से उत्तर प्रदेश की क्षमता और परिपक्वता को दर्शाता है।
मानव इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी सहभागिता
महाकुंभ 2025 के दौरान, 13 जनवरी से 22 फरवरी के बीच, 60 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया। यह संख्या किसी भी धार्मिक, सांस्कृतिक या सामाजिक आयोजन में मानव इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी सहभागिता मानी जा रही है। देश विदेश से इतने लोगोें का एक शहर में आगमन और सफलता पूर्वक स्रान का आनंद और स्रान के पुण्य की प्राप्ति के लिए उनका जोश किसी भी दशा में कम नहीं हुआ। ये किसी भी आयोजन की सफलता का परिचायक होता है।
महाकुंभ के दौरान हुई थी भगदड़
हालांकि, इस विशाल आयोजन के दौरान कुछ घटनाएं भी सामने आईं। 29 जनवरी 2025 को महाकुंभ में भगदड़ मचने से कई लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार से गंभीर रूप से घायलों को एयर एंबुलेंस की मदद से निकटतम सर्वश्रेष्ठ अस्पतालों तक पहुंचाने और मृतकों के शवों को उनके परिजनों को सौंपने की अपील की। सरकार ने प्रशासन के साथ मिलकर इसे तत्काल नियंत्रित किया और भविष्य में ऐसी घटना न घटे इसके लिए एहतिआती कदम उठाया।
हर घटना पर आती रही राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
इसके अलावा, महाकुंभ के दौरान आग लगने की घटनाओं पर भी राजनीतिक प्रतिक्रियाएं सामने आईं। कांग्रेस नेता अजय राय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घटनास्थल पर उपस्थिति को लेकर सवाल उठाए और महाकुंभ में सुरक्षा व्यवस्था पर चिंता व्यक्त की। महाकुंभ 2025 ने उत्तर प्रदेश की संगठनात्मक क्षमता और धार्मिक आस्था का एक अभूतपूर्व उदाहरण प्रस्तुत किया है, जहां करोड़ों श्रद्धालुओं ने एकत्रित होकर अपनी आस्था प्रकट की। Mahakumbh 2025
शिक्षकों की भर्ती को लेकर हाईकोर्ट ने कड़ा रुख अपनाया, दिए निर्देश
ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।