Saturday, 26 April 2025

ओवैसी का योगी के बयान पर पलटवार: सड़क पर नमाज की अनुमति की मांग

Owaisi : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हालिया बयान ने एक नया विवाद पैदा किया है। उन्होंने कहा…

ओवैसी का योगी के बयान पर पलटवार: सड़क पर नमाज की अनुमति की मांग

Owaisi : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हालिया बयान ने एक नया विवाद पैदा किया है। उन्होंने कहा था कि सड़कें चलने के लिए होती हैं, नमाज पढ़ने के लिए नहीं। इस पर AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Owaisi) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। ओवैसी(Owaisi) ने योगी के बयान को एकतरफा और संविधान के खिलाफ बताते हुए सवाल उठाए। उनका कहना था कि अगर कांवड़ यात्रा और RSS की परेड सड़क पर हो सकती है तो नमाज क्यों नहीं?

योगी का बयान और विवाद का कारण

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने बयान में कहा था कि सड़कें सार्वजनिक जगह होती हैं और उनका उद्देश्य यातायात को सुगम बनाना होता है। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग सड़क पर नमाज पढ़ने की बात करते हैं, उन्हें हिंदू समुदाय से अनुशासन सीखना चाहिए। उनका बयान महाकुंभ के दौरान आयोजित शांतिपूर्ण धार्मिक कार्यक्रमों का उदाहरण देकर दिया गया था। योगी ने कहा कि लाखों की संख्या में लोग बिना किसी अव्यवस्था के कुंभ मेले में शामिल हुए, जो यह दर्शाता है कि अनुशासन का पालन किया जाता है।

ओवैसी(Owaisi) का पलटवार और सवाल

ओवैसी(Owaisi) ने योगी के बयान पर तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा कि अगर कांवड़ यात्रा और RSS की परेड सड़क पर हो सकती है, तो नमाज क्यों नहीं? उन्होंने यह भी पूछा कि अगर हेलीकॉप्टर से फूल बरसाने की अनुमति है तो मुस्लिम समुदाय को भी अपनी धार्मिक आस्था के तहत सड़क पर नमाज पढ़ने का अधिकार मिलना चाहिए। ओवैसी ने आरोप लगाया कि योगी का यह बयान संविधान विरोधी है और यह एकतरफा दृष्टिकोण को दर्शाता है।

कुंभ मेला और धार्मिक विविधता पर टिप्पणी

ओवैसी(Owaisi) ने योगी के बयान का संदर्भ देते हुए कुंभ मेले को भी उठाया। उन्होंने सवाल किया कि कुंभ मेला के दौरान कितने लोग घायल हुए या मारे गए, क्या इसका कोई हिसाब है? ओवैसी ने कहा कि भारत में विभिन्न धर्मों का सम्मान किया जाता है और बहुलतावादी देश के रूप में यह देश सभी धर्मों को समान सम्मान देने की परंपरा रखता है। उन्होंने यह भी कहा कि महाकुंभ का आयोजन ठीक था, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि एक धर्म को प्राथमिकता दी जाए।

संविधान का पालन और धार्मिक समानता की बात

असदुद्दीन ओवैसी(Owaisi) ने संविधान का पालन करने की आवश्यकता पर बल दिया। उनका कहना था कि भारत का संविधान सभी धर्मों को समान अधिकार देता है और सभी को अपनी धार्मिक आस्था के अनुसार पूजा करने का अधिकार है। ओवैसी ने यह भी कहा कि देश की खूबसूरती उसकी विविधता में है, और इस विविधता का सम्मान होना चाहिए।Owaisi :

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