Tulip Garden : कश्मीर में स्थित एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन (Tulip Garden) 26 मार्च से पर्यटकों के लिए फिर से खुलने जा रहा है। डल झील के किनारे स्थित यह गार्डन, अपनी रंग-बिरंगी ट्यूलिप फूलों की सूरत में हर साल पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करता है। इस बार इस गार्डन में 17 लाख ट्यूलिप फूलों के पौधे और 74 प्रकार के फूलों की किस्में शामिल हैं, जिससे यह गार्डन और भी सुंदर और आकर्षक हो गया है।
गार्डन (Tulip Garden) की स्थापना और इतिहास
इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन (Tulip Garden) की स्थापना 2007 में तत्कालीन मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद द्वारा की गई थी। इसका उद्देश्य कश्मीर में पर्यटन सीजन को बढ़ावा देना था। पहले इसे सिराज बाग के नाम से जाना जाता था। अब यह गार्डन 55 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है, जहां हर साल लाखों पर्यटक आते हैं।
नवीनतम परिवर्तनों और फूलों की विविधता
इस साल गार्डन (Tulip Garden) में ट्यूलिप की दो नई किस्मों को जोड़ा गया है। कुल 74 प्रकार के ट्यूलिप फूलों के पौधे इस बार देखने को मिलेंगे, जो गार्डन को और भी रंगीन और आकर्षक बनाते हैं। इसके अलावा, हाइसिंथ, डेफोडिल, मस्करी और साइक्लैमेन जैसे अन्य फूलों के पौधे भी इस गार्डन में लगाए गए हैं, जिससे फूलों की विविधता में वृद्धि हुई है।
पर्यटन के लिए अहम स्थल
श्रीनगर का ट्यूलिप गार्डन (Tulip Garden) न केवल अपने फूलों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहां की प्राकृतिक सुंदरता भी पर्यटकों को आकर्षित करती है। गार्डन में घूमते हुए, पर्यटक यहां के खूबसूरत नजारों का आनंद ले सकते हैं। अधिकारियों का मानना है कि इस साल बाग घूमने वालों की संख्या पिछले वर्षों के रिकॉर्ड को तोड़ सकती है। पिछले साल 4.65 लाख लोग इस गार्डन में आए थे।
कश्मीर के ट्यूलिप गार्डन (Tulip Garden) में घूमना एक अद्भुत अनुभव हो सकता है, जो न केवल फूलों की सुंदरता बल्कि यहां की मनमोहक प्राकृतिक छटा को भी दर्शाता है। यदि आप कश्मीर की यात्रा पर जा रहे हैं, तो यह गार्डन जरूर देखना चाहिए। Tulip Garden :