Monday, 28 April 2025

Stock Market : शेयर बाजार में एक बार फिर गिरावट,जानिए 4 मुख्य कारण ?

Stock Market : भारतीय शेयर बाजार एक बार फिर से गिरावट की ओर बढ़ा, और बाजार के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स…

Stock Market : शेयर बाजार में एक बार फिर गिरावट,जानिए 4 मुख्य कारण ?

Stock Market : भारतीय शेयर बाजार एक बार फिर से गिरावट की ओर बढ़ा, और बाजार के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स में 1390.41 अंकों की भारी गिरावट आई। इसके साथ ही एनएसई निफ्टी भी 353.65 अंकों की गिरावट के साथ 23,165.70 अंक पर बंद हुआ। यह गिरावट न सिर्फ बाजार की स्थिति को प्रभावित कर रही है, बल्कि इससे निवेशकों के बड़े पैमाने पर पैसे भी डूब गए हैं। पिछले कुछ समय से बाजार में चमत्कारी तेजी के बाद यह गिरावट एक बड़ा झटका बनकर सामने आई है।

निवेशकों को हुआ बड़ा नुकसान

बीएसई सेंसेक्स के गिरने के साथ-साथ निवेशकों के लिए भी एक बुरी खबर सामने आई है। 28 मार्च को बाजार बंद होने के समय तक बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 4,12,87,646 करोड़ रुपये था। लेकिन आज के दिन हुई बिकवाली के बाद यह मार्केट कैप घटकर 4,09,64,821.65 करोड़ रुपये रह गया। यानी कि निवेशकों के कुल 3.49 लाख करोड़ रुपये डूब गए। इस बड़ी गिरावट के पीछे कई कारण हैं, जो बाजार में इस समय असर दिखा रहे हैं।

गिरावट के मुख्य कारण:

  1. अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा लगाए जाने वाले टैरिफ: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल से भारत समेत कई देशों पर टैरिफ बढ़ाने का ऐलान किया है। इससे शेयर बाजार में निवेशकों के बीच डर और चिंता का माहौल बन गया है। अमेरिकी टैरिफ का असर वैश्विक बाजारों में मंदी को बढ़ा सकता है, और यह भारतीय बाजार पर भी असर डाल रहा है।

  2. आईटी स्टॉक्स पर दबाव: भारतीय आईटी कंपनियां अमेरिकी बाजार पर काफी निर्भर हैं, और टैरिफ बढ़ने के बाद इन कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई है। आज आईटी सेक्टर में 1.8% की गिरावट देखने को मिली। इसके अलावा, आर्थिक मंदी और कमजोर मांग को लेकर भी चिंता बढ़ी है। मार्च तिमाही में पहले ही आईटी सेक्टर में 15% की गिरावट दर्ज की गई थी, जिसका असर आज के बाजार पर भी पड़ा है।

  3. तेल की कीमतों में उछाल: कच्चे तेल की कीमतें पिछले पांच हफ्तों के उच्चतम स्तर के करीब पहुंच गई हैं, जिससे महंगाई बढ़ने की आशंका है। ब्रेंट क्रूड की कीमत लगभग 74.67 डॉलर प्रति बैरल और यू.एस. वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) की कीमत 71.37 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई है। उच्च तेल कीमतें भारत के वित्तीय घाटे और कॉरपोरेट मार्जिन पर दबाव डाल सकती हैं, जिससे आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।

  4. मुनाफावसूली के कारण गिरावट: हाल ही में निफ्टी और सेंसेक्स ने लगभग 5.4% की बढ़त हासिल की थी, जिससे निवेशकों का मनोबल काफी ऊंचा था। लेकिन इस रैली के बाद अब निवेशक मुनाफावसूली कर रहे हैं, जो बाजार में गिरावट का कारण बन रही है।   Stock Market :

 

National News : पूंजीगत व्यय में कोई कटौती नहीं: निर्मला सीतारमण

ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।

देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें  फेसबुक  पर लाइक करें या  ट्विटर  पर फॉलो करें।

Related Post