Stock Market : भारत में नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत शेयर बाजार के लिए निराशाजनक रही। 1 अप्रैल को सेंसेक्स 1390 अंक गिरकर 76,024 पर और निफ्टी 353 अंक गिरकर 23,165 के स्तर पर बंद हुआ। पिछले आठ दिनों में 5.4% की वृद्धि के बाद, बाजार की यह गिरावट निवेशकों के लिए चौंकाने वाली रही। आइए जानते हैं इस गिरावट के पीछे के तीन प्रमुख कारण।
1. अमेरिका का रेसिप्रोकल टैरिफ नीति
शेयर बाजार में गिरावट का सबसे बड़ा कारण अमेरिका द्वारा 2 अप्रैल से लागू किए जाने वाले रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा रही। इस नीति के तहत अमेरिका उन देशों के उत्पादों पर समान टैक्स लगाएगा, जिन्होंने अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क बढ़ाया है। इसके कारण भारत सहित वैश्विक बाजारों में अस्थिरता बढ़ गई।
2. अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका
दूसरा बड़ा कारण अमेरिकी अर्थव्यवस्था में संभावित मंदी की आशंका है। प्रसिद्ध ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स ने अमेरिका में मंदी की संभावना को 35% तक बढ़ा दिया है, जो पहले 20% थी। इस आशंका ने वैश्विक निवेशकों को सतर्क कर दिया, जिससे भारतीय शेयर बाजार पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
3. प्रॉफिट बुकिंग का दबाव
सेंसेक्स और निफ्टी में हाल ही में हुई तेज़ी के बाद निवेशकों ने मुनाफा कमाने के लिए बड़ी मात्रा में शेयर बेचे। मार्च 2025 में भारतीय बाजारों ने 6.3% का रिटर्न दिया था, जो वैश्विक बाजारों की तुलना में बेहतर था। इस वजह से निवेशकों ने मुनाफावसूली की रणनीति अपनाई, जिससे बाजार में बिकवाली का दबाव बना। Stock Market :
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