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Blast at Golden Temple: गोल्डन टेंपल में 5 दिन में तीसरा बड़ा धमाका, 5 लोग हिरासत में

Blast at Golden Temple

पंजाब : पंजाब के अमृतसर (Amritsar Punjab) से एक बड़ी खबर सामने आई है। रात करीब 12:10 पर स्वर्ण मंदिर के लंगर हॉल के पास एक बड़ा धमाका (Blast at Golden Temple) हुआ है। लगभग 5 दिनों में ये तीसरा बड़ा ब्लास्ट है। लंगर हॉल के पास हुए धमाके को सुनते ही पूरे एरिया में हड़कंप मच गया। मंदिर प्रशासन ने पुलिस को घटना की जानकारी दी।

मौके पर पहुंची पुलिस ने धमाके वाली पूरी जगह को सील कर दिया है और घटनास्थल से दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। गौरतलब है अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के पास पिछले 5 दिनों में तीसरी बार यह ब्लास्ट (Blast at Golden Temple) हुआ है, इससे पहले 6 मई (शनिवार) और 8 मई (सोमवार) को भी ब्लास्ट हो चुका है, हालांकि इन धमाकों में कम डेंसिटी वाले क्रूड बम का इस्तेमाल किया गया था।

6 मई को हुआ धमाका रात करीब 12:00 बजे हेरिटेज स्ट्रीट पर हुआ था, जिसमें 5-6 श्रद्धालुओं के घायल होने की भी खबर सामने आई थी। वही 8 मई वाला धमाका गोल्डन टेंपल से 800 मीटर दूर है डिटेल स्ट्रीट पर सुबह करीब 6:30 बजे कोल्ड ड्रिंक के टिन में बम रखकर किया गया था, हालांकि इस धमाके में किसी भी नुकसान की खबर सामने नहीं आई है।

धमाके को लेकर क्या है चश्मदीद का कहना –

कल रात 12:10 पर अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के लंगर हॉल में हुए धमाके को लेकर चश्मदीद स्वर्ण बाज सिंह (निवासी : कालका), जो कि कल रात श्री गुरु रामदास जी सराय में रुके हुए थे, उनका कहना है कि – पहले सब कुछ सामान्य चल रहा था, रात अचानक 12:10 पर धमाके की आवाज आई। सुबह करीब 4:30 बजे पुलिस मौके पर पहुंची। मौके पर पहुंची पुलिस ने एक लड़का और लड़की को पूछताछ के बाद हिरासत में ले लिया। चश्मदीद का कहना है कि हिरासत में लिए संदिग्धों के पास से बम बरामद किए जाने की भी खबर सामने आई है।

Blast at Golden Temple:

खबरों के मुताबिक पुलिस को घटनास्थल से एक संदिग्ध बैग और चिट्ठी भी मिली है। पुलिस ने घटनास्थल से एक लड़का और लड़की समेत पांच लोगों को हिरासत में ले लिया है। लड़का और लड़की श्री गुरु रामदास जी सराय के कमरा नंबर 225 में रुके हुए थे। पुलिस का कहना है कि इन धमाकों में कम तीव्रता वाले विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया है, इससे यह प्रतीत होता है कि इन ब्लास्ट्स का मकसद सिर्फ शांति भंग करना था। फिलहाल अभी मामले की पूरी जांच की जा रही है।

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