Gyanvapi Masjid : वकीलों की हड़ताल, नहीं होगी ज्ञानवापी मामले में सुनवाई

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 01:41 AM
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Gyanvapi Masjid : वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद मामले में सुप्रीम कोर्ट और वाराणसी के सिविल कोर्ट में सुनवाई हुई थी। वाराणसी ज्ञानवापी सर्वे केस को लेकर आज वाराणसी के सिविल कोर्ट में सुनवाई नहीं होगी। इसको लेकर आज सुबह से ही आशंका जताई जा रही थी।

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आपको बता दें आज वाराणसी में कई जगहों पर वकीलों द्वारा हड़ताल किया गया है जिस कारण आज सुनवाई नहीं होगी। गौरतलब है कि आज सिविल कोर्ट में दो मामलों को लेकर सुनवाई होनी थी जहां एक ओर हिंदू पक्ष की ओर से तहखाने में मौजूद दीवार को हटाकर तथा लंबे वक्त से पड़े मलबे की साफ सफाई करके सर्वे की मांग की गई थी, वहीं मुस्लिम पक्ष की ओर से इस मांग को लेकर आपत्ति जताई गई थी।

ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में 3 दिनों तक चले सर्वे के दौरान आखरी दिन शिवलिंग मिलने का दावा हिंदू पक्ष की ओर से लगातार किया जा रहा है। जिसको लेकर हाल ही में अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रनंद ने ज्ञानवापी मस्जिद में कराए गए सर्वे को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कई सालों से ढके भगवान शिव सर्वे के दौरान अचानक प्रकट हो गए हैं, जो शिवलिंग ज्ञानवापी परिसर से मिला है वह भगवान शिव हैं, अब इस बात को सच साबित करने के लिए इससे बड़ा क्या सबूत चाहिए।

ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे को लेकर मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी। मुस्लिम पक्ष की ओर से का हवाला देकर मस्जिद परिसर में हुई सर्वे का विरोध किया गया था। इस मामले पर सुनवाई करते हुए कल सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी बात कही। सुप्रीम कोर्ट ने शिवलिंग की संरक्षण करने के लिए प्रशासन को निर्देश दिया। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वहां नमाज पढ़ने पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई जानी चाहिए।

आपको बता दें बीते दिन शिवलिंग मिलने की बात सामने आने के बाद वाराणसी की सिविल कोर्ट में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में केवल 20 लोगों को ही नमाज पढ़ने की अनुमति दी थी, साथ ही शिवलिंग के संरक्षण के लिए सीआरपीएफ की टीम को तैनात किया गया था।

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Rajasthan News : अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने पर बैठे ये विधायक, जानें मामला

Rajsthan
Rajasthan News : अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने ये विधायक, जानें मामला
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 04:42 AM
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Rajasthan News : राजस्थान के डूंगरपुर में कांग्रेस विधायक एवं यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गणेश घोघरा अपनी ही सरकार के खिलाफ समक्ष धरने पर बैठे गए। इससे पहले उन्होंने उप खंड अधिकारी समेत प्रशासन गांवों के संग शिविर में शामिल होने आए तमात अधिकारी और कर्मचारियों को पंचायत भवन में बंद कर दिया। कांग्रेस विधायक घोघरा और ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी पर लाभार्थियों को भूमि के पट्टे नहीं देने का आरोप लगाया।

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जानकारी के अनुसार डूंगरपुर जिले की ग्राम पंचायत सुरपुर में मंगलवार को प्रशासन गांवों के संग शिविर का आयोजन हो रहा था। वहां उपखंड अधिकारी मणिलाल तिरगर सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। शिविर में गांवों के लोगों के काम होने थे लेकिन शाम तक लोगों को पट्टे नहीं मिले। जिस पर नाराज लोगों ने इसकी शिकायत विधायक गणेश घोघरा से की। इस पर विधायक घोघरा सुरपुर पहुंचे तथा मौजूद उपखंड अधाकारी से पात्र ग्रामीणों को पट्टे नहीं दिए जाने का कारण पूछा।

जबाव नहीं मिलने से नाराज विधायक समर्थकों ने अधिकारियों ने पंचायत भवन में बंद कर दिया। पंचायत भवन पर ताला लगाकर विधायक ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गए। इस मामले में विधायक गणेश घोघरा ने बताया कि अक्टूबर 2021 में ग्रामीणों ने जमीन के पट्टों के लिए आवेदन किए थे। किन्तु आज तक उन्हें पट्टे जारी नहीं किए। गांव के लोग मंगलवार सुबह से ही पट्टे मिलने का इंतजार कर रहे थे।

उपखंड अधिकारी सहित तमात अधिकारी और कर्मचारियों को पंचायत में बंद किए जाने की सूचना पर पुलिस उप अधीक्षक राकेश कुमार शर्मा, थानाधिकारी दिलीपदान के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने विधायक सहित मौजूद ग्रामीणों से बात की। इसके बाद उन्होंने उपखंड अधिकारी मणिलाल तिरगर से भी खिड़की के जरिए बातचीत की। उपखंड अधिकारी ने जब यह बताया कि सभी आवेदकों को जून तक पट्टे जारी कर दिए जाएंगे, उसके बाद ही पंचायत के ताले खोले गए।

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Punjab Kisan Andolan किसानों का चंडीगढ़ में दिल्ली जैसा प्रदर्शन, स्थायी मोर्चा लगाया

Chandigarh
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userचेतना मंच
calendar18 May 2022 04:09 PM
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Punjab Kisan Andolan : पंजाब के किसानों ने दिल्‍ली बार्डर जैसा मोर्चा चंडीगढ़ - मोहाली बार्डर पर शुरू कर दिया है। किसान चंडीगढ़ - मोहाली बार्डर पर स्‍थायी मोर्चा लगा कर बैठे हुए हैं। कल शुरू हुआ यह धरना बुधवार सुबह काे भी जारी है। किसान टैक्‍टर लेकर वहां पहुंचे हैं। दरअसल वे चंडीगढ़ में ट्रैक्‍टर निकालना चाहते थे। बार्डर सील होने के कारण उन्‍होंंने धरना शुरू कर दिया। किसानों के मोर्चा के कारण चंडीगढ़ और मोहाली के बीच यातायात प्रभावित हुआ है। किसानों की आज सीएम भगवंत मान के साथ वार्ता होने की उम्‍मीद है।

Punjab Kisan Andolan

आपको बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा ने मंगलवार को धान रोपाई की तारीख में बदलाव, गेहूं का दाना सिकुड़ने से हुए नुकसान का मुआवजा न दिए जाने के विरोध में वाइपीएस चौक के पास स्थायी तौर मोर्चा शुरू किया। किसान अपनी 13 मांगों को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान से मुलाकात करना चाहते थे । लेकिन, भगवंत मान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने के लिए दिल्ली चले गए तो किसानों ने चंडीगढ़ में प्रवेश करने के बाद वाईपीएस चौक पर पक्का मोर्चा लगाकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।

किसान संगठनों के सदस्‍य करीब 200 टैक्‍ट्रर ट्रालियों में चंडीगढ़ - मोहाली बार्डर पर पहुंचे हैं। वे स्‍थायी मोर्चा लगाने के लिए राशन के साथ पहुंंचे हैं। ऐसे में यह आंदोलन लंबा भी खिंच सकता है और इससे चंडीगढ़ व माेहाली के बीच सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित होगा।

मंगलवार देर शाम दिल्ली से लौटे मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए किसानों को फिर से बातचीत के लिए आमंत्रित किया, लेकिन किसानों के प्रति नाराजगी जताते हुए धरने को गैरजरूरी बताया। मान ने कहा, 'मुर्दाबाद के नारे लगाने से मुलाकात नहीं होती। मैं धरती को बचाने का प्रयास कर रहा हूं, किसान कम से कम एक साल तो मेरा साथ दें।'

भाकियू नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि सरकार को मांगों के संबंध में ज्ञापन दिए गए हैं लेकिन सरकार उनकी बात सुनने को राजी नहीं है। अगर मांगें न मानी गईं तो दिल्ली की तरह मोर्चा खोल दिया जाएगा। किसान करीब 200 ट्रैक्टर-ट्रालियों में राशन लेकर यहा पहुंचे हैं।

मान ने किसानों से नाराजगी जताते हुए उलाहना दिया कि बटाला में गेहूं की जलती नाड़ में गिरे 10 बच्चे अपनी अच्छी किस्मत के कारण बच गए और डेराबस्सी में दो मासूम जिंदा जल गए, तब इन संगठनों ने एक बार भी आवाज क्यों नहीं उठाई? मैं भी किसान का बेटा हूं और जानता हूं कि धान लगाने की तारीख 10 जून से बढ़ाकर 18 जून करने से क्या नुकसान हो सकता है, परंतु पंजाब के पानी को बचाना जरूरी है।

उन्‍होंने कहा कि मेरा इस पानी पर कोई पेटेंट राइट नहीं है। मैं इसे किसी कंपनी को बेचने वाला नहीं हूं। मैं तो केवल गुरु नानक देव जी के पवन गुरु, पानी पिता के वाक्य को सही अथरें में पूरा करना चाहता हूं। मुझे समय दें और एक साल तक मेरा साथ दें। मैं विश्वास दिलाता हूं कि आपको (किसानों को) कोई घाटा पड़ने नहीं दूंगा। सरकार ने मूंग की फसल एमएसपी पर उठाने का वादा किया है और बासमती भी एमएसपी पर खरीदने को तैयार है। बस, किसान कुछ समय के लिए साथ दें।

सूत्रों के अनुसार आज कैबिनेट बैठक से पहले मुख्यमंत्री मान सुबह साढ़े 10 बजे किसान संगठनों के नेताओं के साथ मुलाकात कर सकते हैं। हालांकि आधिकारिक तौर पर अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है।

किसानों के बड़े धरने को देखते हुए मोहाली-चंडीगढ़ सीमा पर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। वहीं लोगों की परेशानी को देखते हुए रूट डायवर्ट कर दिया है। गुरुद्वारा ¨सह शहीदां से सेक्टर-70 के लाइट प्वाइंट से फेज-5 की तरफ, फेज-10 से फेज-7 की तरफ जाने वाले ट्रैफिक को पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड, चंडीगढ़ से मोहाली आने वाले ट्रैफिक को सेक्टर 52 और 3बी2 से फेज-10 की तरफ जाने वाले ट्रैफिक को सेक्टर-70 की ओर डायवर्ट किया गया।