ऑपरेशन सिंदूर’ के लिए भिड़े 15 फिल्ममेकर! जानें वजह

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calendar08 May 2025 10:50 PM
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Operation Sindoor: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, भारतीय सेना द्वारा हाल ही में अंजाम दिए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने न सिर्फ देश में हलचल मचाई, बल्कि इसका असर सीधे फिल्म इंडस्ट्री तक पहुंच गया है। ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक नाम नहीं है, बल्कि इस ऑपरेशन ने हर हिंदुस्तानी के दिल को छुआ है, ये एक इमोशन है, ऐसे में बॉलीवुड में भी इस नाम को लेकर जबरदस्त रेस छिड़ गई है।

बॉलीवुड में टाइटल रजिस्ट्रेशन की रेस शुरू, IMPPA को मिले 15 आवेदन

फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉई (FWICE) के अध्यक्ष बी.एन. तिवारी ने इस बात की पुष्टि की है कि अब तक करीब 15 फिल्ममेकर्स और स्टूडियोज ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ टाइटल को रजिस्टर कराने के लिए आवेदन दे दिया है।

IMPPA के जरिए हो रही रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया

इन टाइटल्स का पंजीकरण इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स असोसिएशन (IMPPA) के माध्यम से किया जा रहा है। अभी तक यह तय नहीं हुआ है कि फाइनल टाइटल किसे मिलेगा, लेकिन यह साफ है कि इंडस्ट्री में इस पर फिल्म बनाए जाने की संभावनाएं बेहद प्रबल हैं।

बॉलीवुड में पुराना है ये ट्रेंड

फिल्म इंडस्ट्री में किसी बड़ी राष्ट्रीय घटना या संवेदनशील मुद्दे के सामने आते ही, उससे जुड़े नामों पर फिल्म टाइटल बुक कराना आम बात है। चाहे फिल्म बने या न बने, निर्माता सबसे पहले उस टाइटल को सुरक्षित करना चाहते हैं। इससे पहले भी ‘उरी’, ‘वॉर’, ‘फाइटर’ जैसी फिल्मों के लिए ऐसे ही ट्रेंड देखे गए हैं, जो बॉक्स ऑफिस पर बड़ी हिट साबित हुईं।

अशोक पंडित भी शामिल हैं रेस में

प्रख्यात फिल्ममेकर अशोक पंडित ने पुष्टि की है कि उन्होंने भी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम को रजिस्टर कराने के लिए आवेदन दिया है। उन्होंने कहा- “फिल्म बनेगी या नहीं, ये अभी कहना मुश्किल है। लेकिन जब कोई बड़ा और देश से जुड़ा मुद्दा सामने आता है, तो बतौर निर्माता हमारा पहला कदम होता है टाइटल रजिस्टर कराना।” अशोक पंडित ने यह भी कहा कि वे इस विषय से भावनात्मक रूप से जुड़े हुए हैं, क्योंकि उनकी कम्युनिटी ने आतंकवाद के दर्द को सीधे तौर पर झेला है। “पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद ने हमारे समुदाय को बहुत नुकसान पहुँचाया है। इसलिए मैं इस विषय से गहराई से जुड़ा हुआ हूं।”

क्या बनेगी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर फिल्म?

फिलहाल, इस बात पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर फिल्म बनेगी या नहीं, लेकिन जिस तरह से मेकर्स टाइटल के पीछे लगे हैं, यह संकेत जरूर मिल रहा है कि बॉलीवुड एक बार फिर देशभक्ति की भावनाओं को सिल्वर स्क्रीन पर उतारने की तैयारी में है। इससे पहले भी उरी, वार, बॉर्डर जैसी फिल्में, रियल इंसीडेंट से प्रभावित होकर बनाई गई है।

'ऑपरेशन सिंदूर' एक जवाबी कार्यवाही:

ऑपरेशन सिंदूर उस जवाबी कार्रवाई का नाम है, जो भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद शुरू किया। इसमें पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। इस ऑपरेशन की गंभीरता और सामरिक सफलता ने इसे पब्लिक और मीडिया में चर्चा का केंद्र बना दिया है। बॉलीवुड में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर जिस तरह की उत्सुकता और प्रतिस्पर्धा देखी जा रही है, उससे साफ है कि यह सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि संभावित रूप से एक बड़ी फिल्म का शुरुआती बिंदु है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस टाइटल का हकदार कौन बनता है और क्या वाकई एक दमदार फिल्म इसका हिस्सा बनती है। सीएम योगी ने कहा-हमने पाकिस्तान की मांद में घुसकर सबक सिखाया
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ऑपरेशन सिंदूर' पर देश एकजुट या बंटा? जानिए पक्ष और विपक्ष की प्रतिक्रिया

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calendar07 May 2025 02:21 PM
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नई दिल्ली: भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक—ऑपरेशन सिंदूर—ने देशभर में राजनीतिक हलचल मचा दी है। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की इस सख़्त कार्रवाई पर पक्ष और विपक्ष के नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। यह सवाल अब चर्चा में है—क्या यह ऑपरेशन राजनीतिक स्तर पर देश को एकजुट करता है या मतभेदों को उजागर करता है?

ऑपरेशन सिंदूर पर भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया:

भारतीय सेना ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि इस ऑपरेशन में कुल नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया है। ये ठिकाने PoK और पाकिस्तान में स्थित थे, जहां से भारत पर हमलों की साजिश रची जा रही थी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा, “भारत माता की जय।” उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखा, “जय हिन्द। जय हिन्द की सेना।” केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “भारत माता की जय। जय हिन्द की सेना।” बीजेपी नेता अल्ताफ़ ठाकुर ने ANI से कहा, “यह आतंकवाद के खिलाफ़ निर्णायक कार्रवाई है, हमें विश्वास है कि ऐसे ऑपरेशन भविष्य में भी जारी रहेंगे।” बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने सेना की प्रशंसा करते हुए लिखा, “भारतीय सेना हमारी जान है, हमारी शान है। वंदे मातरम्।”

ऑपरेशन सिंदूर पर विपक्ष की प्रतिक्रिया:

अधिकतर विपक्षी नेताओं ने सेना की कार्रवाई को समर्थन दिया, हालांकि कुछ नेताओं ने स्पष्ट रूप से सरकार की रणनीति पर सवाल नहीं उठाए, बल्कि एकजुटता की अपील की। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा: “हम सरकार के इस कदम का समर्थन करते हैं, आतंक के हर स्रोत का सफाया होना चाहिए।” एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पोस्ट किया, “मैं पाकिस्तानी आतंकी ठिकानों पर लक्षित हमलों का स्वागत करता हूं। पाकिस्तान को सख़्त सबक मिलना चाहिए।” कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला, राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, शिवसेना (उद्धव गुट) की प्रियंका चतुर्वेदी, और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव सभी ने भी सेना के इस ऑपरेशन को सराहा। प्रियंका चतुर्वेदी ने भावुक अंदाज़ में कहा: “हर माथे का सिंदूर मिटने ना देंगे। जय जवान! जय हिंदुस्तान!”

ऑपरेशन सिंदूर पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने कहा कि “पाकिस्तान को जवाब देने का पूरा अधिकार है।” वहीं रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ ने आरोप लगाया कि हमले सिविल आबादी पर हुए हैं, जिनमें दो मस्जिदें भी शामिल थीं। सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने भारत पर सीमा लांघने का आरोप लगाया और कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को हस्तक्षेप करना चाहिए। 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर भारत में अधिकतर राजनीतिक दलों में एकता का स्वर देखने को मिला है। हालांकि, पाकिस्तान की प्रतिक्रिया ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह ऑपरेशन भारत-पाक रिश्तों को किस दिशा में ले जाता है। Operation Sindoor से पहलगाम का बदला, भारत की एयर स्ट्राइक में पाकिस्तान के 9 आतंकी शिविर तबाह
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Operation Sindoor से पहलगाम का बदला, भारत की एयर स्ट्राइक में पाकिस्तान के 9 आतंकी शिविर तबाह

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calendar30 Nov 2025 04:54 PM
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Operation Sindoor: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या के बाद, भारत ने आतंक के गढ़ों को ध्वस्त करने के लिए निर्णायक कदम उठाया है। भारतीय वायुसेना ने "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में स्थित प्रतिबंधित आतंकी संगठनों—जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन—के कुल 9 आतंकी शिविरों पर अत्यंत सटीक एयर स्ट्राइक की। यह ऑपरेशन जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के महज दो सप्ताह बाद किया गया, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी।

निशाने पर रहे आतंकी ठिकाने

भारतीय खुफिया एजेंसियों और सैन्य विश्लेषकों द्वारा इकट्ठा किए गए पुख्ता सबूतों के आधार पर, जिन 9 ठिकानों को ध्वस्त किया गया, उनमें 4 पाकिस्तान में और 5 पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में स्थित थे।

पाकिस्तान में निशाना बनाए गए ठिकाने:

बावलपुर – मरकज सुभान अल्लाह (जैश-ए-मोहम्मद) तेहरा कलां – सरजाल कैंप (जैश-ए-मोहम्मद) मुरीदके – मरकज तैयबा (लश्कर-ए-तैयबा) सियालकोट – महमूना जोया ट्रेनिंग सेंटर (हिजबुल मुजाहिदीन)

POK में निशाना बनाए गए ठिकाने:

कोटली – मरकज अब्बास (जैश-ए-मोहम्मद) मुजफ्फराबाद – सैयदाना बिलाल शिविर (जैश-ए-मोहम्मद) बरनाला – मरकज अहले हदीस (लश्कर-ए-तैयबा) श्ववाई नाला, मुजफ्फराबाद – (लश्कर-ए-तैयबा शिविर) कोटली – मकाज राहील शहीद (हिजबुल मुजाहिदीन)

Operation Sindoor: सटीक और संयमित कार्रवाई

रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि ऑपरेशन सिंदूर एक "नपी-तुली, केंद्रित और गैर-उकसावे वाली कार्रवाई" थी। इस ऑपरेशन में केवल आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया है—किसी भी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को नहीं। रक्षा मंत्रालय ने 1:44 बजे पुष्टि की कि भारतीय सशस्त्र बलों ने यह अभियान इसलिए शुरू किया क्योंकि पाकिस्तान और POK स्थित आतंकी कैंपों से भारत के खिलाफ साजिश रची जा रही थी। सूत्रों के अनुसार, इन आतंकी कैंपों को पाकिस्तानी सेना और ISI के संरक्षण में विशेष सेवा समूह (SSG) की मदद से लॉजिस्टिक्स और प्रशिक्षण दिया जा रहा था।

भारत का स्पष्ट संदेश

ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि आतंक के खिलाफ भारत की दृढ़ नीति का प्रमाण है। यह अभियान पाकिस्तान को यह स्पष्ट संदेश देता है कि भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएगा—चाहे वह सीमा के इस पार हो या उस पार। भारत में 1971 के बाद सबसे बड़ी मॉकड्रिल , हमलो से कैसे बचेंगे सिखाएंगे