Gaganyaan : मानव मिशन 'गगनयान' 2024 में भेजा जायेगा

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Gaganyaan: Human mission 'Gaganyaan' will be sent in 2024
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 04:07 PM
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Gaganyaan : केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा है कि भारतीय अंतरिक्ष एवं अनुसंधान संगठन (इसरो) पहले मानव मिशन 'गगनयान’ के तहत इस वर्ष के उत्तरार्द्ध में दो आरंभिक मिशन भेजेगा। इसके बाद इसरो वर्ष 2024 में भारतीय मूल का मानव अंतरिक्ष में जायेगा उन्होंने बताया कि इस वर्ष के उत्तरार्द्ध में भेजे जाने वाले आरंभिक मिशन के दूसरे हिस्से में एक महिला रोबोट ‘‘व्योममित्र’ भेजी जाएगी। सिंह ने  साक्षात्कार में बताया, ‘‘ गगनयान कार्यक्रम के तहत इसे आजादी के 75वें वर्ष में भेजने की कल्पना की गई थी, लेकिन कोविड काल में काफी कुछ अस्त व्यस्त हो गया। कई कार्यक्रम दो-तीन साल पीछे चले गए।’’ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा कि कोविड के दौरान हमारे अंतरिक्ष विज्ञानियों का रूस में प्रशिक्षण चल रहा था, लेकिन उसे बीच में रोकना पड़ा था। सिंह ने बताया कि जब कोविड का प्रकोप थोड़ा कम हुआ तब इन्हें फिर प्रशिक्षण पूरा करने के लिए रूस भेजा गया।

Gaganyaan :

उन्होंने कहा कि हालांकि कोविड-19 का जिस तरह से भारत ने मुकाबला किया और संभाला, उसका उदाहरण पूरे विश्व में दिया जाता है।उन्होंने कहा, ‘‘ इस वर्ष के दूसरे हिस्से में गगनयान कार्यक्रम के तहत दो आरंभिक मिशन भेजे जायेंगे। इसमें एक मिशन पूरी तरह से मानवरहित होगा और दूसरे मिशन में ‘व्योममित्र’ नाम की एक महिला रोबोट भेजी जायेगी। ये दो मिशन सारी प्रक्रिया सम्पन्न करेंगे।’’ केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इन आरंभिक मिशन का मकसद यह सुनिश्चत करना है कि गगनयान राकेट जिस मार्ग से जाये उसी मार्ग से सुरक्षित भी लौटे। उन्होंने कहा, ‘‘ इसके बाद अगले वर्ष हिन्दुस्तानी मूल का एक मानव अंतरिक्ष में जायेगा।’’ जितेन्द्र सिंह ने कहा कि वैसे तो भारतीय मूल के व्यक्ति के रूप में राकेश शर्मा इससे पहले अंतरिक्ष जा चुके हैं, लेकिन वह मिशन सोवियत रूस का था जबकि गगनयान मिशन हिन्दुस्तानी होगा और इसे बनाने वाले भी हिन्दुस्तानी होंगे। उन्होंने कहा, ‘‘ गगनयान मिशन आत्मनिर्भर भारत का श्रेष्ठ उदाहरण होगा। यह भारत की अंतरिक्ष यात्रा के इतिहास में मील का पत्थर साबित होगा।’’ सूर्य के अध्ययन वाले अभियान मिशन आदित्य एल1 के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा, ‘‘ इसकी तैयारी बराबर चल रही है। यह अपनी तरह का ऐसा पहला मिशन होगा जिसमें सूर्य के वायुमंडल, उसके वातावरण एवं उससे जुड़े तमाम पहलुओं पर शोध एवं अध्ययन किया जायेगा।’’ उन्होंने कहा कि इसके आधार पर कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जायेगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की यात्रा देर से शुरू हुई और जब हमने अंतरिक्ष क्षेत्र में आगे बढ़ने की कल्पना की तब अमेरिका और तत्कालीन सोवियत संघ चंद्रमा पर मानव उतारने की तैयारी कर रहे थे।सिंह ने कहा कि पुरानी पद्धतियों से हटकर तीन-चार साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरिक्ष क्षेत्र को निजी सार्वजनिक गठजोड़ के लिये खोलने का निर्णय किया और इसके परिणाम भी सामने आएं हैं। उन्होंने कहा कि आज हमारे देश के अनुसंधान अमेरिका और रूस के स्तर के हैं।मंत्री ने कहा कि आज इस क्षेत्र में 130 से अधिक स्टार्टअप हैं और निजी क्षेत्र राकेट प्रक्षेपित कर रहे हैं। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा, ‘‘ इससे अंतरिक्ष क्षेत्र को गति मिली है, प्रोत्साहन मिला है तथा वैज्ञानिकों को प्रतिष्ठा भी मिली है।’’ उन्होंने कहा कि आज भारत के लांचिग पैड से यूरोप, अमेरिका के उपग्रह अंतरिक्ष में भेजे जा रहे हैं और इसरो ने केवल अमेरिकी उपग्रह प्रक्षेपित करके 5.6 करोड़ डालर से अधिक अर्जित किए हैं।
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बिजौलिया में जुटेंगे एक लाख पथिक भक्त, 27 फरवरी को है ‘‘किसान कमेरा महापंचायत’’

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Rajsthan News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 08:09 AM
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Rajsthan News : जयपुर/भीलवाड़ा। आगामी 27 फरवरी 2023 को बिजौलिया गांव में एक बड़ा ‘‘मेला’’ लगेगा। यह ‘‘मेला’’ कोई साधारण आयोजन नहीं होगा, बल्कि किसान कमेरा महापंचायत के नाम से आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में देशभर से अमर शहीद विजय सिंह पथिक को चाहने वाले या यूं कहें कि पथिक जी के एक लाख भक्त एकत्रित होंगे।

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आपको बता दें कि 27 फरवरी को अमर शहीद विजय सिंह पथिक की 142वीं जन्म जयंती है। उनको याद करने के मकसद से उनकी कर्मभूमि रहे बिजौलिया गांव में ‘‘किसान कमेरा महापंचायत’’ आयोजित की जा रही है। इस महापंचायत में देशभर से पथिक जी को मानने वालों को आमंत्रित किया गया है। यह आयोजन अनेक किसान संगठन मिलकर कर रहे हैं। आयोजकों ने दावा किया है कि इस महापंचायत में देशभर से पथिक जी को चाहने वाले एक लाख से अधिक किसान व मजदूर शामिल होंगे। अमर शहीद विजय सिंह पथिक की जयंती पर यह एक अनोखा मेला होगा जिसमें पथिक जी के लाखों भक्त शामिल होंगे। शायद ऐसे ही आयोजनों के लिए हमारे शहीदों ने यह पंक्तियां रची थीं कि- ‘‘शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा’’

इस महापंचायत में मुख्य अतिथि के तौर पर राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी, भीम आर्मी के मुखिया चन्द्रशेखर आजाद एवं पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल तथा विशिष्ठ अतिथि के रूप में सपा विधायक अतुल प्रधान, सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी, खादी बोर्ड के पूर्व चेयरमैन डा. यशवीर सिंह, किसान नेता हरपाल सिंह संघा, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर लक्ष्मण यादव, भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के मुखिया गुरनाम सिंह चढूनी शामिल होंगे। यह आयोजन बिजौलिया के निकट देव डुंगरी में 27 फरवरी 2023 को दोपहर 11.00 बजे से प्रारंभ होकर शाम तक चलेगा।

क्या है बिजौलिया का महत्व बिजौलिया कस्बा (पहले गांव था) राजस्थान के मेवाड क्षेत्र में स्थित भीलवाड़ा जिले में स्थित है। यह वही स्थान है जहां अमर शहीद विजय सिंह पथिक के नेतृत्व में दुनिया का सबसे बड़ा किसान आंदोलन हुआ था। वर्ष-1847 से शुरू हुआ यह किसान आंदोलन (75 वर्ष) वर्ष-1922 तक चला था। इस आंदोलन के दौरान किसानों ने अपनी समानांतर सरकार बना ली थी। इस आंदोलन ने ही विजय सिंह पथिक को पूरी दुनिया में सबसे बड़े किसान क्रांतिकारी के रूप में स्थापित किया था।

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Jammu and Kashmir: रामबन में भूस्खलन की वजह से जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद

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Jammu and Kashmir
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 07:23 AM
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Jammu and Kashmir: बनिहाल/जम्मू। केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में भूस्खलन के बाद मंगलवार को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रोक दिया गया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

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पुलिस उपाधीक्षक (यातायात) असगर मलिक के मुताबिक भूस्खलन रात करीब दो बजे बनिहाल के पास शेर बीबी में हुआ, जिससे कश्मीर जाने वाले ट्रक रास्ते में ही फंस गए। उन्होंने बताया कि पत्थर गिरने के बावजूद, मलबे का एक बड़ा हिस्सा पहले ही हटा दिया गया है। एक बार जब चट्टानें नीचे गिरना बंद हो जाएंगी तो सड़क के बाकी हिस्से को साफ करने में मुश्किल से एक घंटे का समय लगेगा। उन्होंने बताया कि आज सुबह श्रीनगर की ओर आने वाले वाहनों को यातायात की अनुमति नहीं दी गई। वहीं, जम्मू में यातायात विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि हमने सुबह हल्के मोटर वाहनों को अनुमति दी है, लेकिन लगातार चट्टानों के गिरने की सूचना मिलने के बाद फिलहाल यातायात रोक दिया गया है।

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