UPSC की परीक्षा पास करके IAS बने युवाओं को भी लपेट रही है जातीयता

10 28
UPSC Toppers
locationभारत
userचेतना मंच
calendar26 May 2023 06:43 PM
bookmark

अशोक मधुप, वरिष्ठ  पत्रकार

UPSC Toppers : हाल ही में संघ लोकसेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा का रिजल्ट आया। भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय विदेश सेवा, भारतीय पुलिस सेवा और केंद्रीय सेवा समूह 'ए' और समूह 'बी' में नियुक्ति के लिए कुल 933 उम्मीदवारों की अनुशंसा की गई है। अनुशंसित 933 उम्मीदवारों में से 345 सामान्य, 99 ईडब्ल्यूएस, 263 ओबीसी के हैं। 154 एससी, 72 एसटी के हैं। 178 उम्मीदवारों को वेटिंग लिस्ट में रखा गया है। परीक्षा में इशिता किशोर ने एयर एक रैंक हासिल की है। उसके बाद गरिमा लोहिया, उमा हरथी एन और स्मृति मिश्रा रहीं। इस बार खास बात यह है कि लड़कियों ने परीक्षा में दबदबा कायम किया है।

UPSC Toppers

रिजल्ट आते के साथ ही जाति और धर्म के लंबरदारों ने विजयी होने पर अपनी जाति और धर्म के युवाओं को  खोजकर उन्हें बधाई देना शुरू  कर दिया। कोई विजयी को ब्राह्मण बता रहा है कोई जाट। कोई चयनित को ठाकुर बताकर बधाई दे रहा है तो कोई  सैनी बताकर। प्रदेश के और जनपद के चयनित युवाओं को भी बधाई  दी जा रही है। कोई गांव के लोगों को अपने गांव का बताकर बधाई दे रहा है, तो कोई जिले का बताकर। कहीं अपनी जाति वे विजयी आईएएस को समाज की ओर से सम्मानित करने की बात की जा रही है तो कहीं गांव और जनपद की ओर से। कोई ब्राह्मण समाज की और से बिरादरी के चयनित को सम्मानित  करने की बात कर रहा है तो कोई जाट युवाओं का जाट बिरादरी की ओर से सम्मानित करने के दावे कर रहा है। इन चयनित युवाओं में सब अपनी−अपनी बिरादरी के युवा खोजने में लगे हैं।

देश के विकास की गाथा लिखने निकले इन युवाओं को जाति और धर्म में बांटा जा रहा है। यह इन लोगों का जाने− अनजाने किया जा रहा बहुत गलत कार्य  है। ये समाज को जाति, वर्ग और धर्म में बांटने के षड़यंत्र का एक भाग है। इससे बचने और दूर रहने की जरूरत है।

UPSC Toppers

संघ लोकसेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा के चयनित युवा देश के विकास की गाथा लिखने के लिए आए हैं। सिविल सेवा में वे सभी मेरिट से चुने गए। इनका कार्य देशवासियों  को  समान रूप से सामाजिक योजनाओं का लाभ दिलाना, बिना भेदभाव के लिए न्याय करना है। नागरिकों के लिए न्याय कर समान रूप से सामाजिक सुविधाएं उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी भी इन्हीं पर आती है। गरीबों को आगे लाकर उन्हें विकास की धारा में शामिल कराने का दायित्व भी इनका ही बनता है। कोई कितना भी सम्मानित कर ले, बधाई दे ले, ये पद पर आकर वहीं करेंगे जो इन्हें आदेश होंगे। जो कानून कहेगा, जो सराकर की गाईड लाइन बताएगी। ऐसे में इन्हें जाति, वर्ग और धर्म में बांटना गलत है।

ऐसा ही पिछले कुछ समय से देश के शहीद और क्रांतिकारियों के साथ हो रहा है। महात्मा गांधी को बनिया, लाल बहादुर शास्त्री को कायस्थ, कांतिकारी चंद्रशेखर आजाद को ब्राह्मण बताया जा रहा है तो महाराणा  प्रताप को राजपूत। महापुरूष समाज के होते हैं, जाति और धर्म के नहीं। इन्हें जातियों और धर्म में बांटना  समाज के विखंडन की प्रक्रिया का हिस्सा है। ऐसे में इसे रोकिए, समाज का जोड़ने आगे बढ़ाने के लिए आगे आईए। बांटने के लिए नहीं। UPSC

Political News : ‘सेंगोल’ के सत्ता हस्तांतरण का प्रतीक होने के दस्तावेजी सबूत नहीं : रमेश

देश विदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुकपर लाइक करें या ट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

Political News : केजरीवाल ने सेवाओं पर नियंत्रण मुद्दे पर खरगे, राहुल से मिलने का वक्त मांगा

17 24
Kejriwal seeks time to meet Kharge, Rahul on control of services issue
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 11:31 PM
bookmark
नयी दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सेवाओं के नियंत्रण पर केंद्र द्वारा जारी अध्यादेश के विरोध में समर्थन जुटाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के नेता राहुल गांधी से मुलाकात का वक्त मांगा है।

Political News

किरायेदार युवती पर आया मकान मालिक का दिल, नशे में कर बैठा ये काम

मुलाकात में होगी राजनीतिक हालात पर भी चर्चा केन्द्र सरकार ने 19 मई को ‘दानिक्स’ कैडर के ‘ग्रुप-ए’ अधिकारियों के तबादले और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए ‘राष्ट्रीय राजधानी लोक सेवा प्राधिकरण’ गठित करने के उद्देश्य से एक अध्यादेश जारी किया था, जिसे आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ने सेवाओं के नियंत्रण पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के विरुद्ध बताया। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष खरगे जी और राहुल गांधी जी से भाजपा सरकार के अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक अध्यादेश के खिलाफ संसद में कांग्रेस का समर्थन हासिल करने और संघीय ढांचे पर हमले तथा मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करने के लिए मुलाकात का वक्त मांगा है।

Political News

Political News : ‘सेंगोल’ के सत्ता हस्तांतरण का प्रतीक होने के दस्तावेजी सबूत नहीं : रमेश

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद केंद्र ने जारी किया अध्यादेश गौरतलब है कि अध्यादेश जारी किये जाने से महज एक सप्ताह पहले ही उच्चतम न्यायालय ने राष्ट्रीय राजधानी में पुलिस, कानून-व्यवस्था और भूमि को छोड़कर अन्य सभी सेवाओं का नियंत्रण दिल्ली सरकार को सौंप दिया था। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली सेवाओं पर नियंत्रण के मुद्दे पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और तृणमूल कांग्रेस समेत विभिन्न राजनीतिक दलों से समर्थन मांगा है। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

Political News : 'सेंगोल' के सत्ता हस्तांतरण का प्रतीक होने के दस्तावेजी सबूत नहीं : रमेश

14 24
There is no documentary evidence that 'Sengol' is a symbol of transfer of power: Ramesh
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 03:20 PM
bookmark
नयी दिल्ली। कांग्रेस ने शुक्रवार को दावा किया कि इस बात का कोई दस्तावेजी सबूत नहीं है, जिससे यह साबित होता हो कि लॉर्ड माउंटबेटन, सी. राजगोपालाचारी और पंडित जवाहरलाल नेहरू ने ‘राजदंड’ (सेंगोल) को ब्रिटिश हुकूमत द्वारा भारत को सत्ता हस्तांतरित किये जाने का प्रतीक बताया हो।

Political News

आयकर विभाग के फैसले को चुनौती देने वाली गांधी परिवार की याचिकाएं खारिज

28 मई को पीएम मोदी करेंगे नए संसद भवन का उद्घाटन पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी वाह-वाह करने वाले लोग इस रस्मी ‘राजदण्ड’ को तमिलनाडु में राजनीतिक उद्देश्य के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने पवित्र ‘राजदंड’ को पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को उपहार में दी गई ‘सोने की छड़ी’ कहकर उसे संग्रहालय में रख दिया और हिंदू परंपराओं की अवहेलना की। चांदी से निर्मित और सोने की परत वाले इस ऐतिहासिक ‘राजदंड’ को 28 मई को नए संसद भवन में लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास स्थापित किया जाएगा। उसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नये संसद भवन का लोकार्पण किया जाएगा।

Political News

अफ्रीकन स्वाइन फ्लू की दस्तक, 117 सूअरों की मौत African Swine Flu

नए संसद भवन को व्हाट्सऐप यूनिवर्सिटी के फर्जी विमर्श से सुशोभित किया जा रहा रमेश ने ट्वीट कर कहा कि क्या यह कोई हैरानी की बात है कि नए संसद भवन को व्हाट्सऐप यूनिवर्सिटी के फर्जी विमर्श से सुशोभित किया जा रहा है? भाजपा/आरएसएस का इतिहास को तोड़ने-मरोड़ने का रुख एक बार फिर 'अधिकतम दावा, न्यूनतम साक्ष्य' के साथ बेनकाब हो गया है। उन्होंने कहा कि राजदंड की परिकल्पना तत्कालीन मद्रास में एक धार्मिक प्रतिष्ठान ने की थी। इसे मद्रास शहर में तैयार किया गया था। इसे अगस्त 1945 में जवाहर लाल नेहरू को प्रस्तुत किया गया था। उन्होंने दावा किया कि इस बात का कोई दस्तावेजी सबूत नहीं है कि लॉर्ड माउंटबेटन, सी. राजगोपालाचारी और पंडित जवाहरलाल नेहरू ने ‘राजदंड’ को ब्रिटिश हुकूमत द्वारा भारत को सत्ता हस्तांतरित किये जाने का प्रतीक बताया हो। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।