विकास सर ने बताया बेहतरीन जीवन जीने का गुरू मंत्र, लिखवा दी तेहरवीं की तहरीर

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Dr. Vikas Divyakirti
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Oct 2023 09:25 PM
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Dr. Vikas Divyakirti : दुनिया भर में प्रसिद्ध शिक्षक डॉ. विकास दिव्यकीर्ति यानि विकास सर ने एक बड़े गुरू मंत्र की उदघोषणा की है। इस गुरू मंत्र के साथ डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने यह दावा किया है कि कोई भी व्यक्ति अपने जीवन में इसे अपनाकर सही मायनों में बेहतरीन जीवन जी सकता है।

Dr. Vikas Divyakirti

कहां लिखें अपनी तेहरवीं की तहरीर

जाने-माने शिक्षक पूर्व IPS अधिकारी डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने एक कार्यक्रम में बेहद अनोखा गुरू मंत्र बताया है। उन्होंने बताया कि आपको यदि वास्तव में बेहतरीन व सम्मानित जीवन जीना है तो बस छोटा सा प्रयोग करना पड़ेगा। डॉ. विकास दिव्यकीर्ति प्रयोग के विषय में बताते हैं कि "आज ही आप अपनी तेहरवीं पर अखबार में प्रकाशित होने वाले विज्ञापन की तहरीर लिखिए" वें आगे कहते हैं कि उसमें लिखा जाता है कि "दु:ख के साथ सूचित किया जाता है कि मेरी मृत्यु हो गई" आगे आपको मरने वाले की विशेषता लिखनी है।

एक विशेषता तो यह हो सकती है कि मरने वाले ने खूब पैसा कमाया, उसने गुटखा बनाने वाली कंपनी लगाई थी। उस कम्पनी से अरबों रूपये कमाए। उसके गुटखा को खाकर लाखों लोग कैंसर से मर गए। दूसरी बात यह हो सकती है कि मरने वाला करोड़ों-अरबों रूपए कमा सकता था किन्तु उसने करोड़ों रूपए कमाने की बजाय देश व समाज की भरपूर सेवा की। इस प्रकार और भी अच्छे व बुरे कार्यों में ढ़ेर सारे उदाहरण आप लिख सकते हैं। अपनी तेहरवीं के विज्ञापन (obitury) लिखने मात्र से आपको अंदाजा हो जाएगा कि आप किस तरह का जीवन जी रहे हैं। आपके मरने के बाद देश, समाज अथवा पूरी मानवता आपको किस प्रकार से याद करेगी यह आपके ऊपर निर्भर करता है।

आप भी सुनें डॉ. विकास दिव्यकीर्ति का अनोखा गुरू मंत्र

हम अपने पाठकों की सुविधा के लिए डॉ. विकास दिव्यकीर्ति के इस अनोखे गुरूमंत्र को हू-ब-हू नीचे दिए गए लिंक में वीडियो के जरिए पेश कर रहे हैं। आप भी लिंक खोलकर सुन लीजिए डॉ. विकास दिव्यकीर्ति के गुरू मंत्र को।

 
 
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मुकेश अंबानी को जान से मारने की धमकी, मांगी 20 करोड़ की फिरौती

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Mumbai News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Oct 2023 04:41 PM
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Mumbai News : देश के सबसे बड़े उद्योगपति और रिलायंस ग्रुप के मालिक मुकेश अंबानी को शनिवार को जान से मारने की धमकी मिली है। अज्ञात शख्स ने ईमेल के जरिए मुकेश अंबानी से 20 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी और फिरौती ना देने पर जान से मारने की धमकी दी गई है।

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सूत्रों के मिली जानकारी के अनुसार, मुकेश अंबानी को यह ईमेल 27 अक्टूबर 2023 को भेजी गई। मुकेश अंबानी को धमकी मिलने के बाद पुलिस तुरंत हरकत में आ गई और फिरौती मांगने वाले अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दिया है। हालांकि इससे पहले भी अंबानी फैमली को ऐसी धमकी मिल चुकी है।

धमकी भरे ईमेल में लिखा था- “IF you don’t give us 20 crore rupees, we will kill you, we have the best shooters in india” (अगर तुमने हमें 20 करोड़ रुपये नहीं दिए तो हम तुम्हें मार डालेंगे, हमारे पास भारत के सबसे अच्छे निशानेबाज हैं।) इस ईमेल के मिलने के बाद मुकेश अंबानी के सिक्योरिटी इंचार्ज की शिकायत के आधार पर गामदेवी पुलिस ने अज्ञात शख़्स के ख़िलाफ़ IPC की धारा 387 और 506 (2) के तहत FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

मुकेश अंबानी को मिली है जेड प्लस सुरक्षा

धमकीभरा ईमेल मिलने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उद्योगपति मुकेश अंबानी की बढ़ा है। मंत्रालय ने उन्हें जेड प्लस सिक्योरिटी दी है। सिक्योरिटी पर आने वाले खर्च का भुगतान मुकेश अंबानी करते हैं। यह खर्च 40 से 45 लाख रुपए महीना होता है। इससे पहले उन्हें जेड प्लस सिक्योरिटी मिली हुई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक IB की सिफारिश पर गृह मंत्रालय ने यह फैसला लिया। IB ने मुकेश अंबानी पर खतरे की आशंका जताई थी।

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Sharad Purnima 2023: शरद पूर्णिमा आज, जानें ग्रहण में कैसे बनाएं खीर

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Sharad Purnima 2023
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:17 AM
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Sharad Purnima 2023 : हिन्दी कैलेंडर के अनुसार, आज आश्विन माह की पूर्णिमा है। आश्विन माह में पड़ने वाली शरद पूर्णिका को ही शरद पूर्णिमा कहा जाता है। दीपावली से पहले आने वाली शरद पूर्णिमा बेहद ही खास होती है। ज्योतिष में इस पूर्णिमा का विशेष महत्व बताया गया है। शरद पूर्णिमा पर खीर बनाए जाने और इसे प्रसाद के तौर पर सेवन करने की परंपरा है। लेकिन इस साल शरद पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण भी पड़ रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि ग्रहण और सूतक काल के दौरान खीर कैसे बनाएं। हम आपको बताते हैं कि आपको क्या करना है।

Sharad Purnima 2023

शरद पूर्णिका पूजन का मुहूर्त

शरद पूर्णिमा के दिन सूतक काल शनिवार की दोपहर 3:00 बजे लगने जा रहा है। सूतक काल लगने के बाद पूजा पाठ नहीं किया जाता है। वहीं शरद पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा आराधना की जाती है और इस दिन चंद्र अर्ध्य भी दिया जाता है। ऐसे में पूजा सूतक काल शुरू होने से पहले ही कर लें और ग्रहण की समाप्ति के बाद मंत्रों का जाप करें। चन्द्रमा को अर्घ्य दें, दान-पुण्य करें, इससे सारे कष्ट समाप्त हो जाएंगे।

शरद पूर्णिमा में ऐसे रखें खीर

इस साल शरद पूर्णिमा पर चंद्रग्रहण लगने जा रहा है और इस दिन रात में खीर भी खुले आसमान में रखी जाती है, ताकि उसमें चन्द्रमा से अमृत वर्षा हो सके, लेकिन इस साल खीर को पूरी रात बाहर ना रखें, इससे वह दूषित हो जाएगी। ग्रहण 28 अक्टूबर की रात 01 बजकर 05 मिनट में लगने जा रहा है और समाप्ति 2 बजकर 23 मिनट पर होगी। इसलिए ग्रहण समाप्त होने के बाद ही यानि 2 बजकर 23 मिनट के बाद ही स्नान कर खीर बनाएं और फिर उसे खुले आसमान के नीचे रखें और सुबह भगवान का भोग लगाकर खीर का प्रसाद ग्रहण करें।

शरद पूर्णिमा की कथा

पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण और राधा की अदभुत और दिव्य रासलीलाओं का आरम्भ भी शरद पूर्णिमा के दिन हुआ। पूर्णिमा की श्वेत उज्जवल चांदनी में भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी नौ लाख गोपिकाओं के साथ स्वंय के ही नौ लाख अलग-अलग गोपों के रूप में आकर ब्रज में महारास रचाया था। शरद पूर्णिमा की रात्रि पर चन्द्रमा पृथ्वी के सबसे निकट होता है और वह अपनी सोलह कलाओं से परिपूर्ण रहता है। इस रात्रि में चन्द्रमा का ओज सबसे तेजवान और ऊर्जावान होता है। उज्ज्वल चांदनी में सारा आसमान धुला नजर आता है, हर तरफ चन्द्रमा के दूधिया प्रकाश में प्रकृति नहा उठती है।

हुआ था मां लक्ष्मी का जन्म

शास्त्रों के अनुसार माता लक्ष्मी का जन्म शरद पूर्णिमा के दिन हुआ था, इसीलिए देश के कई हिस्सों में शरद पूर्णिमा को लक्ष्मीजी का पूजन किया जाता है। नारद पुराण के अनुसार शरद पूर्णिमा की धवल चांदनी में मां लक्ष्मी अपने वाहन उल्लू पर सवार होकर अपने कर-कमलों में वर और अभय लिए निशीथ काल में पृथ्वी पर भ्रमण करती है और माता यह भी देखती है- कि कौन जाग रहा है? यानि अपने कर्त्तव्यों को लेकर कौन जागृत है? जो इस रात में जागकर मां लक्ष्मी की उपासना करते है मां लक्ष्मी की उन पर असीम कृपा होती है, प्रतिवर्ष किया जाने वाला यह व्रत लक्ष्मी जी को संतुष्ट करने वाला है।

शरद पूर्णिका पर क्या करें?

इस दिन मां लक्ष्मी के साथ-साथ चन्द्रमा की भी पूजा अर्चना करनी चाहिए। कुंआरी कन्याएं इस दिन सुबह सूर्य और चंद्रदेव की पूजा अर्चना करें तो उन्हें मनचाहे वर की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि जो लोग इस रात लक्ष्मी जी की षोडशोपचार विधि से पूजा करके श्री सूक्त का पाठ, कनकधारा स्त्रोत, विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ करते है उनकी कुण्डली में धनयोग नहीं भी होने पर माता उन्हें धन-धान्य से संपन्न कर देती हैं।

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