Prashant Kishor For BJP : राजनीतिक रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर अपनी राजनीतिक भविष्यवाणियों के लिए भी खासे मशहूर है। अभी हाल में ही न्यूज़ एजेंसी पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी और कांग्रेस पर तंज कसे हैं साथ ही कई राजनीतिक भविष्यवाणीयां भी की है। प्रशांत किशोर ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में नंबर एक की पार्टी बनने जा रही है। भारतीय जनता पार्टी के दावों का समर्थन करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा है कि बीजेपी दक्षिण और पूर्वी भारत में अपना मत प्रतिशत बढ़ा सकती है ।
भाजपा उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में नंबर एक की पार्टी बनने जा रही : प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने दावा किया है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में नंबर एक की पार्टी बनने जा रही है । तेलंगाना में भाजपा पहले या दूसरे नंबर पर रह सकती है और तमिलनाडु में भी भाजपा का वोट शेयर दोहरे अंक तक पहुंच सकता है। ऐसे में जब बीजेपी 400 पार करने का नारा दे रही है तो राजनीतिक विश्लेषक और रणनीतिकार प्रशांत किशोर एक तरह से बीजेपी के सुर में सुर मिलाते नजर आ रहे हैं।
बीजेपी के सुर में सुर मिलाये ! Prashant Kishor For BJP
आपको बता दें कि प्रशांत किशोर 2014 के चुनाव में बीजेपी के प्रमुख रणनीतिकार थे और चुनाव में जीत दिलाने में भी प्रशांत किशोर बड़ी भूमिका निभा चुके हैं हालांकि बाद के दिनों में प्रशांत किशोर की बीजेपी से दूरियां बढ़ गई थी और कुछ समय के लिए उन्होने कांग्रेस के राजनीतिक सलाहकार के रूप में भी काम किया था,लेकिन वहां भी बात नहीं बनी तब उन्होंने बिहार में नीतीश कुमार के राजनीतिक सलाहकार रहते हुए बाद में उनकी पार्टी में भी शामिल हो गए थे। हालांकि बाद में उनसे भी उनके मतभेद हो गए और उन्होंने बिहार में अपनी एक अलग पार्टी (जन सुराज) बना ली ।
बीजेपी, काँग्रेस,टीएमसी और जेडीयू के रह चुके हैं रणनीतिकार
अलग पार्टी तो उन्होने बना ली लेकिन इस बार चुनाव में उनकी पार्टी तो हिस्सा नहीं ले रही है। लेकिन राजनीतिक भविष्यवाणी करने का शौक उनका कम नहीं हुआ है और एक बार फिर उन्होंने बीजेपी के लिए मनचाही भविष्यवाणी कर डाली है ।
राहुल गांधी को दी ब्रेक लेने की सलाह
साथ ही राहुल गांधी पर भी हमला करते हुए प्रशांत किशोर ने उन्हें सुझाव दिया है कि अगर कांग्रेस को 2024 लोकसभा चुनाव में उम्मीद के अनुसार नतीजा नहीं मिलता हैं तो राहुल गांधी को अपने कदम पीछे खीचने पर विचार करना चाहिए । उनका कहना था कि राहुल गांधी 10 साल से असफल प्रयास कर रहे हैं बावजूद इसके ना तो राजनीति से अलग हुए और ना ही किसी और को पार्टी का चेहरा बनने दिया अगर 10 साल के बाद भी उन्हें सफलता नहीं मिल रही तो एक ब्रेक लेने में कोई बुराई नहीं है। एक तरह से उन्होंने राहुल गांधी को राजनीति छोड़ने की सलाह दी है ।