Rambhakta’s life was saved: सोमवार, 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में राललला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। अयोध्या में इस समय श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। हर कोई रामलला के दर्शन को व्याकुल है। लोग सर्दी-बीमारी सब कुछ भूलकर रामलला के दर्शन करना चाहते हैं। ऐसे ही एक रामभक्त अपनी स्वास्थ्य की चिंता न करते हुए मंदिर परिसर में पहुँच गए। जहां उन्हें हार्ट अटैक आ गया, लेकिन उनको वायुसेना के मोबाइल हॉस्पिटल ने तुरंत चिकित्सा प्रदान कर बचा लिया।
रामभक्त को आया हार्ट अटैक, वायुसेना ने बचाई जान
भारतीय वायुसेना की त्वरित प्रतिक्रिया टीम के एक मोबाइल अस्पताल ने उस रामभक्त की जान बचा ली, जिसे सोमवार को यहां राम मंदिर में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ कार्यक्रम में भाग लेने के दौरान हार्ट अटैक आया था। 65 साल के रामकृष्ण श्रीवास्तव नाम के रामभक्त को कल दिल का दौरा पड़ गया। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक रामकृष्ण श्रीवास्तव के मंदिर परिसर के अंदर गिरते ही विंग कमांडर मनीष गुप्ता के नेतृत्व में भीष्म क्यूब की एक टीम ने तुरंत उन्हें वहां से निकाला और उन्हें उपचार दिया।
शुरुआती चिकित्सा जांच में यह पाया गया कि श्रीवास्तव का रक्तचाप 210/170 के खतरनाक स्तर तक बढ़ गया था। त्वरित प्रतिक्रिया टीम ने उन्हें स्थल पर प्रारंभिक उपचार प्रदान किया। मरीज की हालत स्थिर होने के बाद उन्हें आगे की निगरानी और विशेष देखभाल के लिए सिविल अस्पताल ले जाया गया।
वायुसेना ने की थी विशेष तैयारी, Rambhakta’s life was saved
सूचना और प्रसारण मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के लिए चिकित्सा तैयारी और प्रतिक्रिया क्षमताओं को बढ़ाने के लिए आरोग्य मैत्री आपदा प्रबंधन परियोजना के तहत दो क्यूब-भीष्म मोबाइल अस्पतालों को अयोध्या में तैनात किया गया था। बयान में कहा गया है कि ये मोबाइल अस्पताल आपदा प्रतिक्रिया और आपात स्थिति के दौरान चिकित्सा सहायता बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किए गए कई नवीन उपकरणों से लैस हैं।
Rambhakta’s life was saved
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