RSS : राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (RSS) का नाम आपने जरूर सुना होगा। RSS की स्थापना 27 सितंबर 1925 को हुई थी। वर्ष-2025 में RSS अपना 100वां स्थापना दिवस मनाएगा। RSS के 100वें स्थापना दिवस के साथ ही RSS का पता भी बदल जाएगा। स्थापना के समय से ही RSS का मुख्यालय महाराष्ट्र के नागपुर शहर में है। वर्ष-2025 में RSS का मुख्यालय नागपुर से देश की राजधानी दिल्ली में शिफ्ट हो जाएगा। RSS के मुख्यालय के लिए दिल्ली में भव्य ईमारत बनाई गई है।
भव्य ईमारत में होगा RSS का मुख्यालय
आपको बता दें कि नागपुर के बाद दिल्ली के झंडेवालान में RSS का एक प्रमुख कार्यालय रहा है। दिल्ली के झंडेवालान वाले दफ्तर को तोडक़र वहां पर ढाई एकड़ जमीन के ऊपर भव्य ईमारत बनाई गई है। दिल्ली के झंडेवालान में ही RSS का राष्ट्रीय मुख्यालय स्थापित किया जा रहा है। देश की राजधानी दिल्ली के झंडेवालान में स्थित इस नए कार्यालय में 3 टावर हैं, जिस पर 12 फ्लोर हैं। हर एक फ्लोर पर 7-8 कमरे बनाए गए हैं। इस तरह संघ के एक टावर में 80 से 90 के बीच कमरे होंगे। आपको बता दें कि पिछले 8 सालों से पुराने कार्यालय को तोडक़र नया कार्यालय बनाया जा रहा था।
इस दौरान कार्यालय को दिल्ली स्थित उदासीन आश्रम, आरामबाग में शिफ्ट किया गया था। 2016 में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने इस नए भवन का शिलान्यास किया था। बता दें मौजूदा समय में संघ का मुख्यालय महाराष्ट्र के नागपुर में स्थित है, जो इस नए कार्यालय के मुकाबले इतना आधुनिक और बड़ा नहीं है।
12 मंजिला है पहला टावर
पहला टावर करीब 12 मंजिला है। इस टॉवर में RSS के प्रकाशन विभाग, मुखपत्र ऑर्गनाइजर और पांचजन्य का ऑफिस और एक बड़ा ऑडिटोरियम होगा। इस टॉवर में संघ के कई अनुसांगिक संगठनों का दफ्तर और एक फ्लोर विश्व संवाद विभाग का होगा। आपको बता दें कि विश्व संवाद विभाग RSS के मुद्दों पर प्रचार प्रसार का काम देखता है। इस कार्यालय में पहली बार संघ के प्रचार विभाग के लिए भी अलग से कक्ष होगा, जहां से संघ से जुड़ी जानकारी मिल सकेगी।
दूसरा टावर सबसे खास
बताया जा रहा है कि दूसरे टावर में ऊपर की चार मंजिलें संघ के बड़े पदाधिकारियों के लिए है। इसके सबसे ऊपर वाली मंजिल पर संघ के सरसंघचालक के ठहरने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा 9वें, 10वें और 11वें फ्लोर पर संघ के टॉप के पदाधिकारियों के कमरे होंगे। आपको बता दें कि हर फ्लोर पर 7-8 कमरे बनाए गए हैं।
RSS के मुख्यालय में है बहुत कुछ खास
संघ सूत्रों के मुताबिक, करीब 2.5 एकड़ में बने ‘केशवकुंज’ को अब आधुनिक और अधिक बड़ा बनाया गया है। इसमें कुल 13 लिफ्ट हैं। पहले और दूसरे टावर में 5-5 लिफ्ट लगाई गई हैं। वहीं, तीसरे टावर में तीन लिफ्ट हैं। दूसरे और तीसरे टावर के बीच में एक बड़ा मैदान है, जिसमें संघ के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार की मूर्ति लगाई गई है। बताया जा रहा है दो फ्लोर संघ के दिल्ली प्रांत को दिए जाएंगे।
20 बेड का अस्पताल, पार्किंग और भी बहुत कुछ
संघ सूत्रों के अनुसार, ‘केशवकुंज’ में लगभग 20 बेड का एक अस्पताल बनाया गया है, जिसमें एक लैब भी है। इस लैब में बेसिक जांच के उपकरण होंगे। इसमें एक योग कक्ष भी, जहां व्यायाम के आधुनिक उपकरण भी होंगे। इस नए कार्यालय में एक पार्किंग बनाई गई है, जहां 200 से ज्यादा गाडिय़ों खड़ी हो सकेंगी। ‘केशवकुंज’ में सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं। इस कार्यालय में सुरक्षा का भी खास इंतजाम किया गया है। संघ कार्यालय की सुरक्षा की जिम्मेदारी CISF के पास है। ‘केशवकुंज’ में एक सामग्री भंडार केंद्र भी खोला जाएगा। यहां स्वयंसेवक के गणवेश से लेकर संघ से जुड़ी हर एक चीज मिल सकेगी। जल्दी ही वह दिन आने वाला है जब RSS के राष्ट्रीय मुख्यालय का पता नागपुर से बदलकर दिल्ली में हो जाएगा। RSS
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