Noida News : नोएडा के सबसे ज्यादा ब्लॉक वाले सेक्टर-12 को भूला प्राधिकरण

B.L.Sharma (Special Judge)[/caption]
सेक्टर-12 के निवासी बी .एल.शर्मा (स्पेशल जज) के अनुसार एक कहावत है - ‘गरीब की जोरू सबकी भाभी’ वही हाल इस सेक्टरका बन गया है। सेक्टर के अंदर की सडक़ों पर भी ट्रेफिक ऐसे चलता है। जैसा कि मेन रोड पर। कोई यू-टर्न नहीं चौड़ा मोड से सीधी सडक़ें यानी खोड़ा, सेक्टर-56, 55 मयूर विहार फेस-3 कहीं भी जाने वाले रेड लाईट इत्यादि का समय बचाने को मुख्य सडक़ों को छोडक़र सेक्टर की अंदर की सडक़ों से तेज गाडिय़ां भगाते जाते हैं। मेरा घर सडक़ के किनारे है। चौड़ा मौड़ से सीधी अंदर वाली सडक़ पर सुबह और शाम यहां पर इतना शोर, डस्ट और साउंड प्रदूषण, हो जाता है कि सांस लेना तक दूभर हो जाता है। हम अपने घर के बाहर के कमरों में बैठकर बात करते हैं तो परिवार के लोगों को गाडिय़ों की पी-पी के अलावा कुछ सुनाई नहीं देता।
[caption id="attachment_86897" align="alignleft" width="76"]
Ranjit Singh Baghel[/caption]
वर्ष-2013 में इस सेक्टर में आरडब्ल्यूए के चुनाव हुए थे। रंजीत सिंह बघेल इस सेक्टर के अध्यक्ष चुने गए थे। इस आरडब्ल्यूए में वरिष्ठï उपाध्यक्ष आर.एस. तोमर, महासचिव बृजेश चौहान, कोषाध्यक्ष दिनेश चौहान, सह अध्यक्ष राजेंद्र सिंह के साथ आरडब्ल्यूए में सीएस गुप्ता,मोहम्मद रिजवान, बी.के. गोकुलिया, सुनील कुमार, मुकेश ब्रिज जे एस नेगी तथा सत्य देव सिंह शामिल हैं।
[caption id="attachment_86887" align="alignleft" width="105"]
Puneet Shukla[/caption]
कुछ साल उन्होंने अध्यक्ष पद पर कार्य किया। इस सेक्टर में आरडब्लूए का समय पूरा होता इससे पहले ही आरडब्लूए पर रोक लगा दी गई। काफी साल तक केस कोर्ट में चला। बृजेश चौहान महासचिव का कहना है कि अब तो इस आरडब्लूए का रेजिस्ट्रेशन भी कैंसिल हो चुका है। लेकिन श्री बघेल यहाँ रहने वालों के कार्य करवाते रहते हैं। पुनीत शुक्ला अध्यक्ष एवरग्रीन आरडब्लूए का कहना है कि सेक्टर-12 में बरातघर की एक नहीं दो-दो बिल्डिंग हैं फिर भी नागरिक शादी ब्याह के लिए यहाँ-वहाँ भटकते हैं।
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Mamta Sharma[/caption]
अध्यक्ष (नारी शक्ति संस्था) ममता शर्मा कहती हैं कि इस सेक्टर की ग्रीन बेल्ट यहाँ की जनसंख्या को देखते हुए एक डेंस फॉरेस्ट की तरह होनी चाहिए। लेकिन उस पर तो कुछ लोगों का कब्जा है। कहीं व्यापार तो कहीं एक कमरे के घर के स्थान पर लोगों ने 4-5 मंजिल घर बना लिए हैं। कहीं टॉयलेट तो कहीं तो घर का पानी यानि ग्रीन बेल्ट तो पूरी तरह गायब ही है। जिसके किनारे वाई ब्लॉक तथा जेड ब्लॉक है वहां दुर्गंध तथा चूहे इन फ्लैट्स के लोगों की परेशानी का सबब हैं। नोएडा प्राधिकरण ने वेनडर ज़ोन सबको अपनी रोजी रोटी कमाने को दी हैं। फिर भी सी तथा इ ब्लॉक की वेंडर ज़ोन तो खाली पड़ी रहती है। लेकिन रेहड़ी पटरी वाले मार्केट के आगे की पार्किंग में अपनी रेहडियाँ या दर्जी के ठिये लगाये बैठे हैं। मार्केट में आने वाले ग्राहकों को महंगा सामान बेचते हैं। पार्किंग न मिलने के कारण मार्केट में आने वाले ग्राहक फिर वेन्डोर जोन में गाड़ी लगाते हैं। जिससे ट्रैफिक जाम होता है। मार्केट आने वालों की सुरक्षा को खतरा है। सुरक्षा के नाम पर लगे गेट सिर्फ नाम के हैं। कुछ ब्लॉकों जैसे पी और बी ब्लॉक ने अपने गेट लगाकर उन पर एक तरफ खुला, दुसरी तरफ ताला ही लगा रखा है। जबकि कम से कम पैदल जाने वालों के लिए तो रास्ता होना ही चाहिए। आम जनता की दुविधाओं का समाधान होना ही चाहिए।
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Deepak Vig[/caption]
दीपक विग (पूर्व महानगर अध्यक्ष सपा, चेयरमैन पंजाबी विकास मंच) के अनुसार नोएडा प्राधिकरण ने सैक्टर-11, 12 के सर्किल रेट बढ़ा दिये हैं। इस सेक्टर से बहते गंदे अनकवर्ड नाले तथा इंडस्ट्री के सामने पडऩे वाले प्लॉट्स को देखते हुए क्या ये सही है? इस सैक्टर की सडक़ें टूटी हुई हैं। आए दिन चेन और फोन की झपटमारी हो जाती है। सेक्टर के अंदर की जो छोटी मार्केट हैं वहां पर विशेषकर दोपहर के समय पता नहीं कहां-कहां से युवा एकत्रित हो जाते हैं। जो किसी भी समय जोर-जोर से शोर मचाते हैं। इससे उस ब्लॉक के रहने वाले स्वयं को असुरक्षित महसूस करते हैं। उनका मानना है कि सैक्टर की कोई भी आरडब्लूए नहीं है इसलिए उनका अनुरोध है कि नोएडा प्राधिकरण और डिप्टी रजिस्ट्रार चिटफंड इसका संज्ञान ले तथा सेक्टर में चुनाव करा जो भी आरडब्लूय आए उसको सैक्टर की जिम्मेदारियाँ तथा सामुदायिक भवन का संचालन सौंपे।
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Radha Krishn Garg[/caption]
सेक्टरवासी राधा कृष्ण गर्ग के अनुसार अब तो इस सैक्टर की जनसंख्या भी लाखों में बढ़ चुकी है। ऐसे में इस सेक्टर के दोनों मुख्य पार्कों में ओपन जिम होना चाहिए। लेकिन यह सिर्फ प्रियदर्शनी पार्क में ही है। मधु शर्मा एन ब्लॉक निवासी का कहना है कि पार्कों की मेंटेनेंस न होने से न तो उनमें चलने के लिए फुटपाथ हैं न घास। पेड़ भी कम हैं सारा दिन मिट्टी उड़ती है। वाई ब्लॉक के निवासी करण के अनुसार आई ब्लॉक मार्केट शाम के समय बहुत ही व्यस्त हो जाती है उसके सामने आसपास कहीं भी यदि आपने कुछ खरीदने जाने के लिए गाड़ी खड़ी कर दी तो वह अपने आप में एक झमेला ही बन जाता है।
[caption id="attachment_86893" align="aligncenter" width="960"]
Noida News: Authority forgot Sector-12 with maximum number of blocks in Noida[/caption]
Noida News: Authority forgot Sector-12 with maximum number of blocks in Noida[/caption]
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B.L.Sharma (Special Judge)[/caption]
सेक्टर-12 के निवासी बी .एल.शर्मा (स्पेशल जज) के अनुसार एक कहावत है - ‘गरीब की जोरू सबकी भाभी’ वही हाल इस सेक्टरका बन गया है। सेक्टर के अंदर की सडक़ों पर भी ट्रेफिक ऐसे चलता है। जैसा कि मेन रोड पर। कोई यू-टर्न नहीं चौड़ा मोड से सीधी सडक़ें यानी खोड़ा, सेक्टर-56, 55 मयूर विहार फेस-3 कहीं भी जाने वाले रेड लाईट इत्यादि का समय बचाने को मुख्य सडक़ों को छोडक़र सेक्टर की अंदर की सडक़ों से तेज गाडिय़ां भगाते जाते हैं। मेरा घर सडक़ के किनारे है। चौड़ा मौड़ से सीधी अंदर वाली सडक़ पर सुबह और शाम यहां पर इतना शोर, डस्ट और साउंड प्रदूषण, हो जाता है कि सांस लेना तक दूभर हो जाता है। हम अपने घर के बाहर के कमरों में बैठकर बात करते हैं तो परिवार के लोगों को गाडिय़ों की पी-पी के अलावा कुछ सुनाई नहीं देता।
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Ranjit Singh Baghel[/caption]
वर्ष-2013 में इस सेक्टर में आरडब्ल्यूए के चुनाव हुए थे। रंजीत सिंह बघेल इस सेक्टर के अध्यक्ष चुने गए थे। इस आरडब्ल्यूए में वरिष्ठï उपाध्यक्ष आर.एस. तोमर, महासचिव बृजेश चौहान, कोषाध्यक्ष दिनेश चौहान, सह अध्यक्ष राजेंद्र सिंह के साथ आरडब्ल्यूए में सीएस गुप्ता,मोहम्मद रिजवान, बी.के. गोकुलिया, सुनील कुमार, मुकेश ब्रिज जे एस नेगी तथा सत्य देव सिंह शामिल हैं।
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Puneet Shukla[/caption]
कुछ साल उन्होंने अध्यक्ष पद पर कार्य किया। इस सेक्टर में आरडब्लूए का समय पूरा होता इससे पहले ही आरडब्लूए पर रोक लगा दी गई। काफी साल तक केस कोर्ट में चला। बृजेश चौहान महासचिव का कहना है कि अब तो इस आरडब्लूए का रेजिस्ट्रेशन भी कैंसिल हो चुका है। लेकिन श्री बघेल यहाँ रहने वालों के कार्य करवाते रहते हैं। पुनीत शुक्ला अध्यक्ष एवरग्रीन आरडब्लूए का कहना है कि सेक्टर-12 में बरातघर की एक नहीं दो-दो बिल्डिंग हैं फिर भी नागरिक शादी ब्याह के लिए यहाँ-वहाँ भटकते हैं।
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Mamta Sharma[/caption]
अध्यक्ष (नारी शक्ति संस्था) ममता शर्मा कहती हैं कि इस सेक्टर की ग्रीन बेल्ट यहाँ की जनसंख्या को देखते हुए एक डेंस फॉरेस्ट की तरह होनी चाहिए। लेकिन उस पर तो कुछ लोगों का कब्जा है। कहीं व्यापार तो कहीं एक कमरे के घर के स्थान पर लोगों ने 4-5 मंजिल घर बना लिए हैं। कहीं टॉयलेट तो कहीं तो घर का पानी यानि ग्रीन बेल्ट तो पूरी तरह गायब ही है। जिसके किनारे वाई ब्लॉक तथा जेड ब्लॉक है वहां दुर्गंध तथा चूहे इन फ्लैट्स के लोगों की परेशानी का सबब हैं। नोएडा प्राधिकरण ने वेनडर ज़ोन सबको अपनी रोजी रोटी कमाने को दी हैं। फिर भी सी तथा इ ब्लॉक की वेंडर ज़ोन तो खाली पड़ी रहती है। लेकिन रेहड़ी पटरी वाले मार्केट के आगे की पार्किंग में अपनी रेहडियाँ या दर्जी के ठिये लगाये बैठे हैं। मार्केट में आने वाले ग्राहकों को महंगा सामान बेचते हैं। पार्किंग न मिलने के कारण मार्केट में आने वाले ग्राहक फिर वेन्डोर जोन में गाड़ी लगाते हैं। जिससे ट्रैफिक जाम होता है। मार्केट आने वालों की सुरक्षा को खतरा है। सुरक्षा के नाम पर लगे गेट सिर्फ नाम के हैं। कुछ ब्लॉकों जैसे पी और बी ब्लॉक ने अपने गेट लगाकर उन पर एक तरफ खुला, दुसरी तरफ ताला ही लगा रखा है। जबकि कम से कम पैदल जाने वालों के लिए तो रास्ता होना ही चाहिए। आम जनता की दुविधाओं का समाधान होना ही चाहिए।
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Deepak Vig[/caption]
दीपक विग (पूर्व महानगर अध्यक्ष सपा, चेयरमैन पंजाबी विकास मंच) के अनुसार नोएडा प्राधिकरण ने सैक्टर-11, 12 के सर्किल रेट बढ़ा दिये हैं। इस सेक्टर से बहते गंदे अनकवर्ड नाले तथा इंडस्ट्री के सामने पडऩे वाले प्लॉट्स को देखते हुए क्या ये सही है? इस सैक्टर की सडक़ें टूटी हुई हैं। आए दिन चेन और फोन की झपटमारी हो जाती है। सेक्टर के अंदर की जो छोटी मार्केट हैं वहां पर विशेषकर दोपहर के समय पता नहीं कहां-कहां से युवा एकत्रित हो जाते हैं। जो किसी भी समय जोर-जोर से शोर मचाते हैं। इससे उस ब्लॉक के रहने वाले स्वयं को असुरक्षित महसूस करते हैं। उनका मानना है कि सैक्टर की कोई भी आरडब्लूए नहीं है इसलिए उनका अनुरोध है कि नोएडा प्राधिकरण और डिप्टी रजिस्ट्रार चिटफंड इसका संज्ञान ले तथा सेक्टर में चुनाव करा जो भी आरडब्लूय आए उसको सैक्टर की जिम्मेदारियाँ तथा सामुदायिक भवन का संचालन सौंपे।
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Radha Krishn Garg[/caption]
सेक्टरवासी राधा कृष्ण गर्ग के अनुसार अब तो इस सैक्टर की जनसंख्या भी लाखों में बढ़ चुकी है। ऐसे में इस सेक्टर के दोनों मुख्य पार्कों में ओपन जिम होना चाहिए। लेकिन यह सिर्फ प्रियदर्शनी पार्क में ही है। मधु शर्मा एन ब्लॉक निवासी का कहना है कि पार्कों की मेंटेनेंस न होने से न तो उनमें चलने के लिए फुटपाथ हैं न घास। पेड़ भी कम हैं सारा दिन मिट्टी उड़ती है। वाई ब्लॉक के निवासी करण के अनुसार आई ब्लॉक मार्केट शाम के समय बहुत ही व्यस्त हो जाती है उसके सामने आसपास कहीं भी यदि आपने कुछ खरीदने जाने के लिए गाड़ी खड़ी कर दी तो वह अपने आप में एक झमेला ही बन जाता है।
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Noida News: Authority forgot Sector-12 with maximum number of blocks in Noida[/caption]
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Noida News: MP visited Jain monk Kamal Kumar[/caption]