Noida News : नोएडा के सबसे ज्यादा ब्लॉक वाले सेक्टर-12 को भूला प्राधिकरण

Sector 1
Noida News : Ghumta Aaina
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 07:25 PM
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अंजना भागी Noida News : नोएडा। ‘शहर में घूमता आईना’ चेतना मंच का एक ऐसा विशेष अभियान है जिसके जरिए नोएडा के आवासीय सेक्टरों में फैली समस्याओं को हम नोएडा प्राधिकरण व जिला प्रशासन तक पहुंचाते हैं। ‘शहर में घूमता आईना’ नोएडावासियों की आवाज है। Noida News : आज ‘शहर में घूमता आईना’ के तहत नोएडा के सबसे बड़े आवासीय सेक्टर-12 में फैली समस्याओं को उजागर किया जा रहा है। इस सेक्टर में लगभग 26 ब्लॉक हैं, 13 ब्लॉकों की अपनी मार्केट है। नोएडा के केन्द्र में स्थित सेक्टर-12 में नोएडा प्राधिकरण ने 1978 में भूखंड आवंटित किए थे। तब यहां बड़े-बड़े मैदान और फ्लैटस नजर आते थे। चौड़ा रघुनाथपुर गांव की जमीन पर बसाये गये सेक्टर-12 में आज आबादी का अंदाजा लगाना मुश्किल है, लेकिन सरकारी दस्तावेजों में यहां की कुल मूल आबादी 14,518 है जिनमें पुरूष 7866 और महिलाएं 6652 है। इस सेक्टर में ए से जेड तक 26 ब्लॉक हैं। इनमें 46 पार्क, 6 स्कूल जिनमें 3 सरकारी, एक राजकीय विद्यालय भी है। इस सेक्टर का क्षेत्रफल लगभग 0.76 वर्ग किलोमीटर है। लेकिन नोएडा प्राधिकरण ने अपने इस सेंपल सेक्टर को चमकाने की बजाए अव्यवस्थाओं के हवाले छोड़ दिया है। सैक्टर-12 नोएडा के केंद्र जो कि दिल्ली-नोएडा-दिल्ली (डीएनडी) रोड पर स्थित है। लोग आते गये। मिट्टी अच्छी थी अत: प्राधिकरण तथा रेसिडेंट्स दोनों ने मिलकर इस सैक्टर को नोएडा का हरा भरा नियोजित हब भी  बना दिया। नोएडा को एपीपी समाचार द्वारा वर्ष 2015 में उत्तर प्रदेश के सर्वश्रेष्ठ शहर का पुरुसकार मिला था। जिनमें सेक्टर 12 नोएडा के सबसे पहले तथा अच्छी तरह से विकसित सैक्टर होने का विशेष  योगदान था। बात यदि समस्याओं की करें तो नोएडा प्राधिकरण को अपने जिस सेंपल सैक्टर को चमचमा कर रखना चाहिए था। आज वो इतनी समस्याओं के कारण उपेक्षित सा होकर रह गया है।   [caption id="attachment_86886" align="alignleft" width="186"]B.L.Sharma (Special Judge) B.L.Sharma (Special Judge)[/caption] सेक्टर-12 के निवासी बी .एल.शर्मा (स्पेशल जज) के अनुसार एक कहावत है - ‘गरीब की जोरू सबकी भाभी’ वही हाल इस सेक्टरका बन गया है। सेक्टर के अंदर की सडक़ों पर भी ट्रेफिक ऐसे चलता है। जैसा कि मेन रोड पर। कोई यू-टर्न नहीं चौड़ा मोड से सीधी सडक़ें यानी खोड़ा, सेक्टर-56, 55 मयूर विहार फेस-3 कहीं भी जाने वाले रेड लाईट इत्यादि का समय बचाने को मुख्य सडक़ों को छोडक़र सेक्टर की अंदर की सडक़ों से तेज गाडिय़ां भगाते जाते हैं। मेरा घर सडक़ के किनारे है। चौड़ा मौड़ से सीधी अंदर वाली सडक़ पर सुबह और शाम यहां पर इतना शोर, डस्ट और साउंड प्रदूषण, हो जाता है कि सांस लेना तक दूभर हो जाता है। हम अपने घर के बाहर के कमरों में बैठकर बात करते हैं तो परिवार के लोगों को गाडिय़ों की पी-पी के अलावा कुछ सुनाई नहीं देता।   [caption id="attachment_86897" align="alignleft" width="76"]Ranjit Singh Baghel Ranjit Singh Baghel[/caption] वर्ष-2013 में इस सेक्टर में आरडब्ल्यूए के चुनाव हुए थे। रंजीत सिंह बघेल इस सेक्टर के अध्यक्ष चुने गए थे। इस आरडब्ल्यूए में वरिष्ठï उपाध्यक्ष आर.एस. तोमर, महासचिव बृजेश चौहान, कोषाध्यक्ष दिनेश चौहान, सह अध्यक्ष राजेंद्र सिंह के साथ आरडब्ल्यूए में सीएस गुप्ता,मोहम्मद रिजवान, बी.के. गोकुलिया, सुनील कुमार, मुकेश ब्रिज जे एस नेगी तथा सत्य देव सिंह शामिल हैं।   [caption id="attachment_86887" align="alignleft" width="105"]Puneet Shukla Puneet Shukla[/caption] कुछ साल उन्होंने अध्यक्ष पद पर कार्य किया। इस सेक्टर में आरडब्लूए का समय पूरा होता इससे पहले ही आरडब्लूए पर रोक लगा दी गई। काफी साल तक केस कोर्ट में चला। बृजेश चौहान महासचिव का कहना है कि अब तो इस आरडब्लूए का रेजिस्ट्रेशन भी कैंसिल हो चुका है। लेकिन श्री बघेल यहाँ रहने वालों के कार्य करवाते रहते हैं। पुनीत शुक्ला अध्यक्ष एवरग्रीन आरडब्लूए का कहना है कि सेक्टर-12 में बरातघर की एक नहीं दो-दो बिल्डिंग हैं फिर भी नागरिक शादी ब्याह के लिए यहाँ-वहाँ भटकते हैं।   [caption id="attachment_86888" align="alignleft" width="110"]Mamta Sharma Mamta Sharma[/caption] अध्यक्ष (नारी शक्ति संस्था) ममता शर्मा कहती हैं कि इस सेक्टर की ग्रीन बेल्ट यहाँ की जनसंख्या को देखते हुए एक डेंस फॉरेस्ट की तरह होनी चाहिए। लेकिन उस पर तो कुछ लोगों का कब्जा है। कहीं व्यापार तो कहीं एक कमरे के घर के स्थान पर लोगों ने 4-5 मंजिल घर बना लिए हैं। कहीं टॉयलेट तो कहीं तो घर का पानी यानि ग्रीन बेल्ट तो पूरी तरह गायब ही है। जिसके किनारे वाई  ब्लॉक तथा जेड ब्लॉक है वहां दुर्गंध तथा चूहे इन फ्लैट्स के लोगों की परेशानी का सबब हैं। नोएडा प्राधिकरण ने वेनडर ज़ोन सबको अपनी रोजी रोटी कमाने को दी हैं। फिर भी सी तथा इ ब्लॉक की वेंडर ज़ोन तो खाली पड़ी रहती है। लेकिन रेहड़ी पटरी वाले मार्केट के आगे की पार्किंग में अपनी रेहडियाँ या दर्जी के ठिये लगाये बैठे हैं। मार्केट में आने वाले ग्राहकों को महंगा सामान बेचते हैं। पार्किंग न मिलने के कारण मार्केट में आने वाले ग्राहक फिर वेन्डोर जोन में गाड़ी लगाते हैं। जिससे ट्रैफिक जाम होता है। मार्केट आने वालों की सुरक्षा को खतरा है। सुरक्षा के नाम पर लगे गेट सिर्फ नाम के हैं। कुछ ब्लॉकों जैसे पी और बी ब्लॉक ने अपने गेट लगाकर उन पर एक तरफ खुला, दुसरी तरफ ताला ही लगा रखा है। जबकि कम से कम पैदल जाने वालों के लिए तो रास्ता होना ही चाहिए। आम जनता की दुविधाओं का समाधान होना ही चाहिए।   [caption id="attachment_86885" align="alignleft" width="103"]Deepak wig (Former SP President, Chairman Punjabi Vikas Manch) Deepak Vig[/caption] दीपक विग (पूर्व महानगर अध्यक्ष सपा, चेयरमैन पंजाबी विकास मंच) के अनुसार नोएडा प्राधिकरण ने सैक्टर-11, 12 के सर्किल रेट बढ़ा दिये हैं। इस सेक्टर से बहते गंदे अनकवर्ड नाले तथा इंडस्ट्री के सामने पडऩे वाले प्लॉट्स को देखते हुए क्या ये सही है? इस सैक्टर की सडक़ें टूटी हुई हैं। आए दिन चेन और फोन की झपटमारी हो जाती है। सेक्टर के अंदर की जो छोटी मार्केट हैं वहां पर विशेषकर दोपहर के समय पता नहीं कहां-कहां से युवा एकत्रित हो जाते हैं। जो किसी भी समय जोर-जोर से शोर मचाते हैं। इससे उस ब्लॉक के रहने वाले स्वयं को असुरक्षित महसूस करते हैं। उनका मानना है कि सैक्टर की कोई भी आरडब्लूए नहीं है इसलिए उनका अनुरोध है कि नोएडा प्राधिकरण और डिप्टी रजिस्ट्रार चिटफंड इसका संज्ञान ले तथा सेक्टर में चुनाव करा जो भी आरडब्लूय आए उसको सैक्टर की जिम्मेदारियाँ तथा सामुदायिक भवन का संचालन सौंपे।   [caption id="attachment_86889" align="alignleft" width="113"]Radha Krishna Garg Radha Krishn Garg[/caption] सेक्टरवासी राधा कृष्ण गर्ग के अनुसार अब तो इस सैक्टर की जनसंख्या भी लाखों में बढ़ चुकी है। ऐसे में इस सेक्टर के दोनों मुख्य पार्कों में ओपन जिम होना चाहिए। लेकिन यह सिर्फ प्रियदर्शनी पार्क में ही है। मधु शर्मा एन ब्लॉक निवासी का कहना है कि पार्कों की मेंटेनेंस न होने से न तो उनमें चलने के लिए फुटपाथ  हैं न  घास। पेड़ भी कम हैं सारा दिन मिट्टी उड़ती है। वाई ब्लॉक के निवासी करण के अनुसार आई ब्लॉक मार्केट शाम के समय बहुत ही व्यस्त हो जाती है उसके सामने आसपास कहीं भी यदि आपने कुछ खरीदने जाने के लिए गाड़ी खड़ी कर दी तो वह अपने आप में एक झमेला ही बन जाता है।
[caption id="attachment_86893" align="aligncenter" width="960"]Noida News: Authority forgot Sector-12 with maximum number of blocks in Noida Noida News: Authority forgot Sector-12 with maximum number of blocks in Noida[/caption]
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अंजना भागी Noida News : नोएडा। ‘शहर में घूमता आईना’ चेतना मंच का एक ऐसा विशेष अभियान है जिसके जरिए नोएडा के आवासीय सेक्टरों में फैली समस्याओं को हम नोएडा प्राधिकरण व जिला प्रशासन तक पहुंचाते हैं। ‘शहर में घूमता आईना’ नोएडावासियों की आवाज है। Noida News : आज ‘शहर में घूमता आईना’ के तहत नोएडा के सबसे बड़े आवासीय सेक्टर-12 में फैली समस्याओं को उजागर किया जा रहा है। इस सेक्टर में लगभग 26 ब्लॉक हैं, 13 ब्लॉकों की अपनी मार्केट है। नोएडा के केन्द्र में स्थित सेक्टर-12 में नोएडा प्राधिकरण ने 1978 में भूखंड आवंटित किए थे। तब यहां बड़े-बड़े मैदान और फ्लैटस नजर आते थे। चौड़ा रघुनाथपुर गांव की जमीन पर बसाये गये सेक्टर-12 में आज आबादी का अंदाजा लगाना मुश्किल है, लेकिन सरकारी दस्तावेजों में यहां की कुल मूल आबादी 14,518 है जिनमें पुरूष 7866 और महिलाएं 6652 है। इस सेक्टर में ए से जेड तक 26 ब्लॉक हैं। इनमें 46 पार्क, 6 स्कूल जिनमें 3 सरकारी, एक राजकीय विद्यालय भी है। इस सेक्टर का क्षेत्रफल लगभग 0.76 वर्ग किलोमीटर है। लेकिन नोएडा प्राधिकरण ने अपने इस सेंपल सेक्टर को चमकाने की बजाए अव्यवस्थाओं के हवाले छोड़ दिया है। सैक्टर-12 नोएडा के केंद्र जो कि दिल्ली-नोएडा-दिल्ली (डीएनडी) रोड पर स्थित है। लोग आते गये। मिट्टी अच्छी थी अत: प्राधिकरण तथा रेसिडेंट्स दोनों ने मिलकर इस सैक्टर को नोएडा का हरा भरा नियोजित हब भी  बना दिया। नोएडा को एपीपी समाचार द्वारा वर्ष 2015 में उत्तर प्रदेश के सर्वश्रेष्ठ शहर का पुरुसकार मिला था। जिनमें सेक्टर 12 नोएडा के सबसे पहले तथा अच्छी तरह से विकसित सैक्टर होने का विशेष  योगदान था। बात यदि समस्याओं की करें तो नोएडा प्राधिकरण को अपने जिस सेंपल सैक्टर को चमचमा कर रखना चाहिए था। आज वो इतनी समस्याओं के कारण उपेक्षित सा होकर रह गया है।   [caption id="attachment_86886" align="alignleft" width="186"]B.L.Sharma (Special Judge) B.L.Sharma (Special Judge)[/caption] सेक्टर-12 के निवासी बी .एल.शर्मा (स्पेशल जज) के अनुसार एक कहावत है - ‘गरीब की जोरू सबकी भाभी’ वही हाल इस सेक्टरका बन गया है। सेक्टर के अंदर की सडक़ों पर भी ट्रेफिक ऐसे चलता है। जैसा कि मेन रोड पर। कोई यू-टर्न नहीं चौड़ा मोड से सीधी सडक़ें यानी खोड़ा, सेक्टर-56, 55 मयूर विहार फेस-3 कहीं भी जाने वाले रेड लाईट इत्यादि का समय बचाने को मुख्य सडक़ों को छोडक़र सेक्टर की अंदर की सडक़ों से तेज गाडिय़ां भगाते जाते हैं। मेरा घर सडक़ के किनारे है। चौड़ा मौड़ से सीधी अंदर वाली सडक़ पर सुबह और शाम यहां पर इतना शोर, डस्ट और साउंड प्रदूषण, हो जाता है कि सांस लेना तक दूभर हो जाता है। हम अपने घर के बाहर के कमरों में बैठकर बात करते हैं तो परिवार के लोगों को गाडिय़ों की पी-पी के अलावा कुछ सुनाई नहीं देता।   [caption id="attachment_86897" align="alignleft" width="76"]Ranjit Singh Baghel Ranjit Singh Baghel[/caption] वर्ष-2013 में इस सेक्टर में आरडब्ल्यूए के चुनाव हुए थे। रंजीत सिंह बघेल इस सेक्टर के अध्यक्ष चुने गए थे। इस आरडब्ल्यूए में वरिष्ठï उपाध्यक्ष आर.एस. तोमर, महासचिव बृजेश चौहान, कोषाध्यक्ष दिनेश चौहान, सह अध्यक्ष राजेंद्र सिंह के साथ आरडब्ल्यूए में सीएस गुप्ता,मोहम्मद रिजवान, बी.के. गोकुलिया, सुनील कुमार, मुकेश ब्रिज जे एस नेगी तथा सत्य देव सिंह शामिल हैं।   [caption id="attachment_86887" align="alignleft" width="105"]Puneet Shukla Puneet Shukla[/caption] कुछ साल उन्होंने अध्यक्ष पद पर कार्य किया। इस सेक्टर में आरडब्लूए का समय पूरा होता इससे पहले ही आरडब्लूए पर रोक लगा दी गई। काफी साल तक केस कोर्ट में चला। बृजेश चौहान महासचिव का कहना है कि अब तो इस आरडब्लूए का रेजिस्ट्रेशन भी कैंसिल हो चुका है। लेकिन श्री बघेल यहाँ रहने वालों के कार्य करवाते रहते हैं। पुनीत शुक्ला अध्यक्ष एवरग्रीन आरडब्लूए का कहना है कि सेक्टर-12 में बरातघर की एक नहीं दो-दो बिल्डिंग हैं फिर भी नागरिक शादी ब्याह के लिए यहाँ-वहाँ भटकते हैं।   [caption id="attachment_86888" align="alignleft" width="110"]Mamta Sharma Mamta Sharma[/caption] अध्यक्ष (नारी शक्ति संस्था) ममता शर्मा कहती हैं कि इस सेक्टर की ग्रीन बेल्ट यहाँ की जनसंख्या को देखते हुए एक डेंस फॉरेस्ट की तरह होनी चाहिए। लेकिन उस पर तो कुछ लोगों का कब्जा है। कहीं व्यापार तो कहीं एक कमरे के घर के स्थान पर लोगों ने 4-5 मंजिल घर बना लिए हैं। कहीं टॉयलेट तो कहीं तो घर का पानी यानि ग्रीन बेल्ट तो पूरी तरह गायब ही है। जिसके किनारे वाई  ब्लॉक तथा जेड ब्लॉक है वहां दुर्गंध तथा चूहे इन फ्लैट्स के लोगों की परेशानी का सबब हैं। नोएडा प्राधिकरण ने वेनडर ज़ोन सबको अपनी रोजी रोटी कमाने को दी हैं। फिर भी सी तथा इ ब्लॉक की वेंडर ज़ोन तो खाली पड़ी रहती है। लेकिन रेहड़ी पटरी वाले मार्केट के आगे की पार्किंग में अपनी रेहडियाँ या दर्जी के ठिये लगाये बैठे हैं। मार्केट में आने वाले ग्राहकों को महंगा सामान बेचते हैं। पार्किंग न मिलने के कारण मार्केट में आने वाले ग्राहक फिर वेन्डोर जोन में गाड़ी लगाते हैं। जिससे ट्रैफिक जाम होता है। मार्केट आने वालों की सुरक्षा को खतरा है। सुरक्षा के नाम पर लगे गेट सिर्फ नाम के हैं। कुछ ब्लॉकों जैसे पी और बी ब्लॉक ने अपने गेट लगाकर उन पर एक तरफ खुला, दुसरी तरफ ताला ही लगा रखा है। जबकि कम से कम पैदल जाने वालों के लिए तो रास्ता होना ही चाहिए। आम जनता की दुविधाओं का समाधान होना ही चाहिए।   [caption id="attachment_86885" align="alignleft" width="103"]Deepak wig (Former SP President, Chairman Punjabi Vikas Manch) Deepak Vig[/caption] दीपक विग (पूर्व महानगर अध्यक्ष सपा, चेयरमैन पंजाबी विकास मंच) के अनुसार नोएडा प्राधिकरण ने सैक्टर-11, 12 के सर्किल रेट बढ़ा दिये हैं। इस सेक्टर से बहते गंदे अनकवर्ड नाले तथा इंडस्ट्री के सामने पडऩे वाले प्लॉट्स को देखते हुए क्या ये सही है? इस सैक्टर की सडक़ें टूटी हुई हैं। आए दिन चेन और फोन की झपटमारी हो जाती है। सेक्टर के अंदर की जो छोटी मार्केट हैं वहां पर विशेषकर दोपहर के समय पता नहीं कहां-कहां से युवा एकत्रित हो जाते हैं। जो किसी भी समय जोर-जोर से शोर मचाते हैं। इससे उस ब्लॉक के रहने वाले स्वयं को असुरक्षित महसूस करते हैं। उनका मानना है कि सैक्टर की कोई भी आरडब्लूए नहीं है इसलिए उनका अनुरोध है कि नोएडा प्राधिकरण और डिप्टी रजिस्ट्रार चिटफंड इसका संज्ञान ले तथा सेक्टर में चुनाव करा जो भी आरडब्लूय आए उसको सैक्टर की जिम्मेदारियाँ तथा सामुदायिक भवन का संचालन सौंपे।   [caption id="attachment_86889" align="alignleft" width="113"]Radha Krishna Garg Radha Krishn Garg[/caption] सेक्टरवासी राधा कृष्ण गर्ग के अनुसार अब तो इस सैक्टर की जनसंख्या भी लाखों में बढ़ चुकी है। ऐसे में इस सेक्टर के दोनों मुख्य पार्कों में ओपन जिम होना चाहिए। लेकिन यह सिर्फ प्रियदर्शनी पार्क में ही है। मधु शर्मा एन ब्लॉक निवासी का कहना है कि पार्कों की मेंटेनेंस न होने से न तो उनमें चलने के लिए फुटपाथ  हैं न  घास। पेड़ भी कम हैं सारा दिन मिट्टी उड़ती है। वाई ब्लॉक के निवासी करण के अनुसार आई ब्लॉक मार्केट शाम के समय बहुत ही व्यस्त हो जाती है उसके सामने आसपास कहीं भी यदि आपने कुछ खरीदने जाने के लिए गाड़ी खड़ी कर दी तो वह अपने आप में एक झमेला ही बन जाता है।
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Noida News : सांसद ने जैन मुनि कमल कुमार के किए दर्शन

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Noida News: MP visited Jain monk Kamal Kumar
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calendar05 May 2023 05:10 PM
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Noida News : जैन श्वेतांबर तेरापंथ धर्म संघ के महा तपस्वी आचार्य महाश्रमण के सुशिष्य मुनि कमल कुमार अपने दो अन्य सहवर्ती संतो मुनि अमन कुमार और मुनि नमी कुमार के साथ नोएडा पधारे।

Hyderabad : सेना के हेलीकॉप्टर की दुघर्टना में तकनीशियन की मौत दुखद : केटीआर

Noida News :

मुनि श्री नोएडा के सेक्टर 71,सेक्टर 23 से विचरण करते हुए सेक्टर-19 स्थित नाहटा सदन में मोती लाल,सुरेन्द्र सिंह,सिद्धार्थ नाहटा के यहां पधारे।  सेक्टर-19 में गौतमबुद्घनगर लोकसभा क्षेत्र से सांसद डॉ. महेश शर्मा ने मुनि श्री के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। आचार्य महाश्रमण के महातपस्वी मुनि कमल कुमार 44 वर्षों से एक दिन खाना और एक दिन उपवास की तपस्या में लीन है। वहीं एक और संत मुनि नमी कुमार के मास खमण की तपस्या का इग्यारहवें दिन की तपस्या गतिमान है ! मुनि श्री का सेक्टर 19 में प्रवचन हुआ जिसमे मुनि कमल कुमार ने फरमाया कि अनुशासन सबसे बड़ी बात है अनुशासन बनाए रखने के लिए मनुष्य को जितना सरल,मुलायम होना चाहिए उतना कठोर भी होना जरूरी है ! उन्होंने फरमाया कि कठोर होने का यह मतलब नहीं की थपड़ मारे, कान पकड़े,डांटे,बुरा भला करे बल्कि नजर हटलेना,बात ना कर अहसास दिलाना भी कठोरता का परिचायक है। इन सब से अनुशासन बनाया रखा जा सकता है। [caption id="attachment_86875" align="aligncenter" width="1280"]Noida News: MP visited Jain monk Kamal Kumar Noida News: MP visited Jain monk Kamal Kumar[/caption]