World No Tobacco Day 2025: धूम्रपान छोड़ने के लिए आज ही आजमाएं ये नेचुरल उपाय

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calendar01 Dec 2025 09:56 PM
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हर साल 31 मई को दुनियाभर में World No Tobacco Day मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को तंबाकू और धूम्रपान के घातक प्रभावों के प्रति जागरूक करना और उन्हें इससे दूर रहने के लिए प्रेरित करना है। यह दिन विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा शुरू किया गया था, ताकि धूम्रपान से जुड़ी बीमारियों और मौतों को रोका जा सके। तंबाकू का सेवन न केवल फेफड़ों की सेहत को खराब करता है, बल्कि हृदय रोग, कैंसर और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों का कारण भी बनता है। बावजूद इसके, लाखों लोग स्मोकिंग की लत में फंसे रहते हैं। इस लत को छोड़ना कठिन जरूर है, लेकिन नामुमकिन नहीं। कुछ प्राकृतिक उपाय ऐसे हैं, जो इसे छोड़ने की प्रक्रिया को आसान बना सकते हैं।

धूम्रपान की लत को कम करने में मददगार ये 4 नेचुरल तरीके

1. अदरक और शहद का सेवन

अदरक में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करते हैं। शहद के साथ मिलाकर इसका सेवन करने से निकोटीन की तलब कम होती है। कैसे करें इस्तेमाल: ½ चम्मच अदरक का रस और 1 चम्मच शहद मिलाकर दिन में दो बार सेवन करें।

2. तुलसी के पत्ते चबाना

तुलसी में औषधीय गुण होते हैं जो मन को शांत करते हैं और तंबाकू की तलब को कम करते हैं। कैसे करें इस्तेमाल: जब भी धूम्रपान करने की इच्छा हो, 2-3 तुलसी के पत्ते चबाएं।

3. मुलेठी (लिकोरिस) का उपयोग

मुलेठी एक बेहतरीन नेचुरल विकल्प है जो मुंह की तलब को कम करता है। यह निकोटीन के लिए सुरक्षित विकल्प के रूप में काम करता है। कैसे करें इस्तेमाल: जब भी स्मोकिंग का मन हो, मुलेठी की छोटी टहनी को चबाएं।

4. गहरी सांस लेने की तकनीक (Deep Breathing)

तनाव और चिंता धूम्रपान की इच्छा को बढ़ाते हैं। गहरी सांस लेने की प्रक्रिया मन को शांत करती है और तलब को कम करती है। कैसे करें इस्तेमाल: 5 मिनट तक गहरी सांस लें – नाक से सांस लें, कुछ सेकंड रोकें और फिर धीरे-धीरे मुंह से छोड़ें। World No Tobacco Day 2025 पर यह समझना जरूरी है कि तंबाकू छोड़ना सिर्फ एक व्यक्तिगत निर्णय नहीं, बल्कि एक सामाजिक और स्वास्थ्य से जुड़ा अभियान है। उपरोक्त नेचुरल उपाय अपनाकर लाखों लोग इस लत से मुक्ति पा सकते हैं। सही इच्छा शक्ति और संयम से हर कोई इस जंग को जीत सकता है। World Hypertension Day: साइलेंट किलर कैसे ले सकता है आपकी जान? जानें हाई बीपी और स्ट्रोक का खौफनाक कनेक्शन
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Covid19:फिर से बढ़ रहे कोविड केस, घबराएं नहीं, अपनाएं ये स्मार्ट टिप्स

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calendar02 Dec 2025 04:31 AM
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कोविड-19 के नए मामलों में एक बार फिर तेजी देखी जा रही है। दिल्ली समेत कई शहरों में लोग खांसी, जुकाम और हल्के बुखार जैसे लक्षणों के साथ सामने आ रहे हैं, जिनमें से कुछ कोविड पॉजिटिव भी पाए जा रहे हैं। इस स्थिति ने फिर से लोगों को चिंता में डाल दिया है। लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो डरने की नहीं, सतर्क और स्मार्ट रहने की ज़रूरत है।

कोरोना की वापसी: डर नहीं, समझदारी से करें सामना

एक्सपर्ट का मानना है कि कोविड अब किसी आम वायरल की तरह ही है, जो दोबारा हो सकता है। इसलिए यदि पहले कोविड हो चुका है, तब भी सावधानी जरूरी है। शरीर की इम्यूनिटी समय के साथ कमजोर हो सकती है, जिससे संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है।

क्या हैं कोविड से बचने के स्मार्ट टिप्स?

भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें चाहे शादी हो या सार्वजनिक यात्रा (जैसे ट्रेन, बस, फ्लाइट), ज्यादा भीड़ वाली जगहों से बचना ही सबसे बेहतर उपाय है। मास्क और सैनिटाइज़र का प्रयोग करें यदि बाहर जाना जरूरी हो, तो मास्क पहनें और अपने साथ सैनिटाइज़र रखें। घर लौटने पर अच्छे से हाथ धोना न भूलें। हाथों की साफ-सफाई का रखें विशेष ध्यान खासतौर पर बच्चों को हाथ धोने की आदत डालें। लिफ्ट के बटन जैसी सतहों को छूने में कोहनी या टिशू का प्रयोग करें। लक्षण दिखें तो तुरंत सतर्क हो जाएं अगर आपको खांसी, जुकाम, या बुखार जैसे लक्षण हैं, तो बच्चों से थोड़ी दूरी बनाए रखें और मास्क ज़रूर पहनें। छींकते समय रुमाल या कोहनी का इस्तेमाल करें। बीमार बच्चों को घर पर रखें अगर बच्चा बीमार है तो उसे स्कूल या पब्लिक प्ले एरिया में ले जाने से बचें। इससे वह दूसरे संक्रमणों से भी बचा रहेगा और दूसरों को भी संक्रमित नहीं करेगा।

ब्रेस्टफीडिंग मांओं के लिए जरूरी सलाह

अगर मां कोविड पॉजिटिव हैं, तो भी ब्रेस्टफीडिंग बंद करने की ज़रूरत नहीं है। मां के दूध में नेचुरल इम्यूनिटी होती है, जो बच्चे को बीमारी से बचा सकती है। कोविड का डर फिर से बढ़ रहा है, लेकिन इससे घबराने की जगह हमें समझदारी से काम लेना होगा। यदि हम कुछ बेसिक सावधानियाँ अपनाएं, तो खुद को और अपनों को इस बीमारी से सुरक्षित रखा जा सकता है। तेज गर्मी के कारण लोगों की मेंटल हेल्थ पर पड़ रहा है असर, ये बीमारी भी बनी खतरा
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World Hypertension Day: साइलेंट किलर कैसे ले सकता है आपकी जान? जानें हाई बीपी और स्ट्रोक का खौफनाक कनेक्शन

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calendar28 Nov 2025 03:42 PM
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हर साल 17 मई को World Hypertension Day यानी विश्व उच्च रक्तचाप दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य है लोगों को "हाई बीपी" यानी उच्च रक्तचाप के खतरों के बारे में जागरूक करना, जो धीरे-धीरे शरीर को अंदर से कमजोर करता है। इसे साइलेंट किलर इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह बिना किसी स्पष्ट लक्षण के दिल, दिमाग और किडनी जैसे महत्वपूर्ण अंगों पर असर डालता है—और कई बार अचानक स्ट्रोक या हार्ट अटैक का कारण बन जाता है।

हाई बीपी और स्ट्रोक का खतरनाक कनेक्शन

उच्च रक्तचाप तब होता है जब रक्त धमनियों में दबाव सामान्य से अधिक हो जाता है। जब यह स्थिति लंबे समय तक बनी रहती है, तो यह रक्त वाहिकाओं को कमजोर या संकुचित कर देती है। खासतौर पर मस्तिष्क की रक्त वाहिकाएं इससे प्रभावित होती हैं, जिससे ब्रेन स्ट्रोक होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इस्केमिक स्ट्रोक: जब मस्तिष्क की किसी रक्त वाहिका में थक्का जम जाता है और खून का प्रवाह रुक जाता है। हैमरेजिक स्ट्रोक: जब किसी कमजोर रक्त वाहिका के फटने से मस्तिष्क में खून बहने लगता है। इन दोनों स्थितियों का सबसे बड़ा कारण अनियंत्रित हाई बीपी है।

किन लोगों को है सबसे ज्यादा खतरा?

35 वर्ष से अधिक उम्र के लोग जिनका जीवनशैली असंतुलित है – जैसे अधिक नमक, फास्ट फूड, शराब, धूम्रपान, या शारीरिक गतिविधियों की कमी रहती है, उनके लिए इसका खतरा बहुत अधिक होता है। इसके अलावा जिन्हें पहले से डायबिटीज, मोटापा हो या जिनके परिवार में हाई बीपी की हिस्ट्री रह चुकी हो, उनके भी इसके होने के चांसेस बहुत ज्यादा होते है।

क्या हाई बीपी के लक्षण नजर आते हैं?

अक्सर हाई बीपी कोई लक्षण नहीं देता, इसलिए इसे "साइलेंट किलर" कहा जाता है। परंतु कभी-कभी सिरदर्द, चक्कर आना, थकान, धुंधली दृष्टि या छाती में दर्द जैसे लक्षण महसूस हो सकते है, जिन्हें लोग आमतौर पर नजरअंदाज कर देते हैं।

कैसे बचा जा सकता है इस साइलेंट किलर से?

World Hypertension Day का संदेश यही है—समय रहते बीपी मापें और नियंत्रित करें। कुछ आसान उपायों से आप इस जानलेवा खतरे से बच सकते हैं: नियमित जांच: साल में कम से कम दो बार बीपी की जांच जरूर कराएं। संतुलित आहार: नमक और तली-भुनी चीजों का सेवन कम करें, हरी सब्जियां, फल, और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर आहार लें। व्यायाम करें: रोजाना 30 मिनट टहलना, योग या हल्का व्यायाम हाई बीपी को कंट्रोल करने में मददगार होता है। तनाव से बचें: मेडिटेशन, अच्छी नींद और अपने पसंद के शौक अपनाकर तनाव को कम किया जा सकता है। नशे से दूरी: धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन हाई बीपी को बढ़ाता है। World Hypertension Day हमें यह याद दिलाता है कि जो बीमारी दिखती नहीं, वो सबसे ज्यादा खतरनाक हो सकती है। हाई बीपी को हल्के में लेना आपके जीवन के लिए खतरा बन सकता है। आज ही अपने ब्लड प्रेशर की जांच करवाएं और यदि जरूरी हो, तो डॉक्टर की सलाह से दवा और जीवनशैली में बदलाव करें। याद रखें: हाई बीपी पर नियंत्रण = स्ट्रोक से बचाव = लंबा और स्वस्थ जीवन। World Dance Day: डांस सिर्फ मस्ती नहीं, सेहत का खजाना भी! जानिए कैसे?