Covid - 19 Impact : कोविड-19 वैश्विक महामारी का मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ा:लांसेट

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Covid - 19 Impact : Covid-19 global pandemic has an impact on mental health: Lancet
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calendar15 Mar 2023 07:39 PM
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Covid - 19 Impact : कोविड-19 वैश्विक महामारी का किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ा। हालांकि इस दौरान धुम्रपान और मदिरापान की आदत कम हुई, लेकिन अब यह फिर बढ़ती जा रही है। ‘द लांसेट चाइल्ड एंड एडोलसेंट हेल्थ’ पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन में यह दावा किया गया। अध्ययन में वैश्विक महामारी से पहले और उसके दौरान दो साल तक उत्तरी अमेरिकी और आइसलैंड के 13 से 18 वर्षीय 64,000 से अधिक किशोरों के नमूनों पर गौर किया गया।

Covid - 19 Impact :

  अमेरिका में कोलंबिया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं और उनके सहकर्मियों ने पाया कि 2021 के अध्ययन में कोविड-19 वैश्विक महामारी के वैश्विक प्रसार के एक वर्ष के भीतर 13 से 18 वर्षीय किशोरों में अवसाद के लक्षण बढ़े और उनके मानसिक स्वास्थ्य पर इसका असर दिखा। हालांकि इस दौरान धूम्रपान और मदिरापान की आदत कम हुई। इस अध्ययन के निष्कर्षों पर और गौर करते हुए नए अध्ययन में पता चला कि वैश्विक महामारी के दो साल तक के प्रकोप के दौरान किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य पर इसका नकारात्मक प्रभाव रहा। आइसलैंड में रेकजेविक विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर एवं अध्ययन की वरिष्ठ लेखिक थोर्हिल्दुर हैल्डोरस्डोटिर ने कहा, ‘‘ वैश्विक महामारी के दो साल बाद भी किशोरों में मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के अधिक मामले देखना चिंताजनक है। यह आइसलैंड में सामाजिक पाबंदियों में ढील दिए जाने के बावजूद जारी है।’’ शोधकर्ताओं का कहना है कि वैश्विक महामारी के प्रकोप के शुरू होने के कुछ ही समय बाद धूम्रपान और ई-सिगरेट के इस्तेमाल में कमी आई, हालांकि अब यह वापस वैश्विक महामारी से पहले के स्तर पर पहुंच रही है। आइसलैंड स्थित ‘प्लैनेट यूथ’ की मुख्य डेटा विश्लेषक एवं अध्ययन की मुख्य लेखिका इंगिबजॉर्ग ईवा थोरिसडॉटिर ने कहा, ‘‘ यह देखना निश्चित रूप से सकारात्मक है कि धूम्रपान और ‘वैपिंग’ (एक प्रकार की ई सिगरेट)में कमी आई। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हमें आने वाले वर्षों में किशोरों में शराब की लत पर नजर बनाए रखने की आवश्यकता होगी, खासकर जब मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं बढ़ रही हैं।’’ शोधकर्ताओं ने कहा कि समाज में घुलने-मिलने के लिए माता-पिता का समर्थन और हर रात औसतन आठ घंटे या उससे अधिक की नींद लेने से मानसिक स्वास्थ्य बेहतर हो सकता है और धूम्रपान तथा मदिरापान की आदत में कमी आ सकती है।
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Imran khan : लाहौर के जमान पार्क में युद्ध के मैदान जैसा मंजर

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Imran khan: A battlefield-like scene in Lahore's Zaman Park
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userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 03:35 AM
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Imran khan : पाकिस्तान पुलिस को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तार करने से रोकने के दौरान उनके समर्थकों और पुलिस के बीच हुई झड़प के बाद लाहौर के जमान पार्क इलाके में किसी जंग के मैदान जैसा मंजर है, जहां सड़कों पर आंसू गैस के गोले, जले हुए टायर और वाहन का मलबा बिखरा पड़ा नजर आ रहा है। इस झड़प में दर्जनों पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।

Imran khan :

  पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के कार्यकर्ता और पुलिस के बीच मंगलवार को लाहौर के जमान पार्क इलाके में झड़प हुई। तोशाखाना मामले में गैर-जमानती वारंट जारी होने के बाद इस्लामाबाद पुलिस बख्तरबंद वाहनों के साथ पीटीआई प्रमुख खान को लाहौर स्थित उनके घर से गिरफ्तार करने के लिए पहुंची थी। खान (70) पर प्रधानमंत्री रहने के दौरान मिले उपहारों को तोशाखाना से कम दाम पर खरीदने और मुनाफे के लिए बेचने के आरोप हैं। उन्होंने बुधवार को ट्वीट किया, ‘‘साफतौर पर ‘गिरफ्तारी’ का दावा महज नाटक है, क्योंकि असली मंशा तो अपहरण और हत्या करने की है। आंसू गैस और पानी की बौछारों के बाद उन्होंने गोलियां चलाईं। मैंने पिछली शाम एक मुचलके पर दस्तखत किया, लेकिन पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) ने इसे मानने से इनकार कर दिया। उनकी मंशा दुर्भावना भरी है, इसमें कोई संदेह नहीं है।’’ तोशाखाना मामले में खान की गिरफ्तारी के अदालती आदेश के अनुपालन के लिए उनके आवास पहुंची पुलिस ने वहां जमा प्रदर्शनकारियों को पीछे खदेड़ा।

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हालात बिगड़ने का अंदेशा होने पर खान सहित पीटीआई के विभिन्न नेताओं ने पार्टी कार्यकर्ताओं से जमान पार्क में जुटने की अपील की, जहां उन्होंने मानव ढाल का काम किया और खान के आवास और पुलिस के बीच खड़े हो गए।पुलिस कर्मियों ने आंसू गैस के गोले छोड़े, लेकिन उन्हें प्रतिरोध का सामना करना पड़ा और पीटीआई कार्यकर्ता वहीं डटे रहे।

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खान ने ट्वीट किया, ‘‘कल सुबह से हमारे कार्यकर्ताओं और नेतृत्व को आंसू गैस, रासायनिक पानी की बौछारों, रबर की गोलियों और पुलिस की गोलियों के हमले का सामना करना पड़ रहा है। अब यहां ‘रेंजर्स’ हैं और उनके साथ लोगों का सीधा टकराव होगा।’’   उन्होंने कहा, ‘‘तटस्थ होने का दावा करने वाले प्रशासन से मेरा सवाल है कि क्या यही आपकी तटस्थता है कि रेंजर्स का सीधे-सीधे निहत्थे प्रदर्शनकारियों और सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के नेतृत्व से सामना हो रहा है, क्योंकि उनके नेता के खिलाफ एक अवैध वारंट जारी किया गया है और मामला पहले से ही अदालत में है। बदमाशों की यह सरकार उनके नेता का अपहरण और संभवतः उनकी हत्या करने की कोशिश कर रही है?’’ पीटीआई कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच 11 घंटे से अधिक समय तक झड़प हुई, जो देर रात तक जारी रही। झड़प में कई पुलिस कर्मियों और पीटीआई कार्यकर्ताओं के घायल होने की खबर है। [video width="1280" height="720" mp4="https://test.chetnamanch.com/wp-content/uploads/2023/03/KJzA9JRkoD5KgM_j.mp4"][/video]  
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World Consumer Right Day - विश्व उपभोक्ता दिवस मनाने के पीछे का मकसद था ये

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar15 Mar 2023 02:26 PM
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World Consumer Right Day 2023- आज विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस है। उपभोक्ताओं के अधिकार और उनकी आवश्यकताओं के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए प्रतिवर्ष 15 मार्च का दिन विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस के रुप में मनाया जाता है। आइए जानते हैं इस दिन के इतिहास, महत्व और थीम के बारे में -

World Consumer Right Day - विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस का इतिहास -

15 मार्च 1962 को अमेरिकी कांग्रेस को राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी ने उपभोक्ताओं को लेकर एक विशेष संदेश दिया था। इसी संदेश से प्रेरित होकर इस दिन को मनाने की शुरुआत की गई। 9 अप्रैल 1985 को संयुक्त राष्ट्र के नए उपभोक्ता संरक्षण के लिए दिशानिर्देशों की मंजूरी थी और इसी साल पहली बार विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस मनाया गया। इसके बाद से प्रतिवर्ष 15 मार्च का दिन विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।

World Consumer Right Day:विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस का महत्व -

विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस ग्राहकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए मनाया जाता है। प्रतिवर्ष अलग अलग थीम के साथ, अलग अलग महत्वपूर्ण मुद्दों और अभियानों के साथ इस दिन को मनाया जाता है। विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस 15 मार्च को जबकि भारत का राष्ट्रीय उपभोक्ता अधिकार दिवस 24 दिसंबर को मनाया जाता है।

भारत में क्या हैं उपभोक्ताओं के खास अधिकार -

भारत में उपभोक्ताओं के अधिकार की परिभाषा 'सूचना का अधिकार ' के रूप में है। भारत में उपभोक्ताओं के निम्नलिखित अधिकार है - 1. सुरक्षा का अधिकार 2. सूचित किए जाने का अधिकार 3. चुनने का अधिकार 4. सुने जाने का अधिकार 5. समस्या के समाधान का अधिकार 6. उपभोक्ता शिक्षा का अधिकार

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