UP Political News : सत्ता के कोप से बचने के लिए माया की शरण में जाएगा अतीक का कुनबा




Uttar Pradesh: बसपा (PSP) में शामिल होने के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता इमरान मसूद (Imran Masood) ने अपने तेवर दिखाने शुरु कर दिए हैं। उन्होंने सपा के गढ़ संभल में बसपा के एक सम्मेलन को संबोधित किया और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने आजम खां का करियर बर्बाद करके रख दिया है। आजम खां पर हो रही ज्यादती के लिए अखिलेश यादव जिम्मेदार हैं। कहा कि विधानसभा चुनाव में जिन सीटों पर सपा जीती, उन सीटों पर मुसलमानों के वोट मिले थे, यादवों ने तो सपा को वोट ही नहीं दिए।
संभल में बसपा के सम्मेलन को संबोधित करते हुए इमरान मसूद ने दावा किया कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बसपा 30 से अधिक सीटों पर जीत हासिल करेगी और बसपा सुप्रीमो मायावती देश की प्रधानमंत्री बनेगी। बसपा नेता ने सम्मेलन में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सिर्फ टोपी लगा कर सुभानल्लाह बोलने से कोई हिंदू ‘मौलाना’ नहीं हो जाता, इसलिए मुस्लिमों का वोट लेकर सियासत करने वाले, हमें धमकाने वाले, हमसे गुलामों की तरह पेश आने वाले लोगों की बातों में न आए, भाजपा से नफरत के लिए मुस्लिम आखिर कब तक इस्तेमाल होते रहेंगे।
बसपा नेता ने मौजूद लोगों को मंच से संबोधित अपने संबोधन में सपा छोड़ने की वजह भी बताई। कहा कि समाजवादी पार्टी में लगातार उन्हें जलील और बेइज्जत किया जा रहा था, अखिलेश यादव पार्टी से जुड़े लोगों तक की मदद के लिए आगे नहीं आ रहे थे जिसकी वजह से उनका अखिलेश यादव से मोह भंग हो गया था, इसलिए उन्होंने पार्टी से किनारा करना ही मुनासिब समझा। बसपा नेता इमरान मसूद ने दावा किया की 2024 के चुनाव में बसपा 30 से अधिक सीटें जीतेगी और बसपा सुप्रीमो मायावती को देश का प्रधानमंत्री बनाएगी।
Read More -Uttar Pradesh: बसपा (PSP) में शामिल होने के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता इमरान मसूद (Imran Masood) ने अपने तेवर दिखाने शुरु कर दिए हैं। उन्होंने सपा के गढ़ संभल में बसपा के एक सम्मेलन को संबोधित किया और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने आजम खां का करियर बर्बाद करके रख दिया है। आजम खां पर हो रही ज्यादती के लिए अखिलेश यादव जिम्मेदार हैं। कहा कि विधानसभा चुनाव में जिन सीटों पर सपा जीती, उन सीटों पर मुसलमानों के वोट मिले थे, यादवों ने तो सपा को वोट ही नहीं दिए।
संभल में बसपा के सम्मेलन को संबोधित करते हुए इमरान मसूद ने दावा किया कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बसपा 30 से अधिक सीटों पर जीत हासिल करेगी और बसपा सुप्रीमो मायावती देश की प्रधानमंत्री बनेगी। बसपा नेता ने सम्मेलन में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सिर्फ टोपी लगा कर सुभानल्लाह बोलने से कोई हिंदू ‘मौलाना’ नहीं हो जाता, इसलिए मुस्लिमों का वोट लेकर सियासत करने वाले, हमें धमकाने वाले, हमसे गुलामों की तरह पेश आने वाले लोगों की बातों में न आए, भाजपा से नफरत के लिए मुस्लिम आखिर कब तक इस्तेमाल होते रहेंगे।
बसपा नेता ने मौजूद लोगों को मंच से संबोधित अपने संबोधन में सपा छोड़ने की वजह भी बताई। कहा कि समाजवादी पार्टी में लगातार उन्हें जलील और बेइज्जत किया जा रहा था, अखिलेश यादव पार्टी से जुड़े लोगों तक की मदद के लिए आगे नहीं आ रहे थे जिसकी वजह से उनका अखिलेश यादव से मोह भंग हो गया था, इसलिए उन्होंने पार्टी से किनारा करना ही मुनासिब समझा। बसपा नेता इमरान मसूद ने दावा किया की 2024 के चुनाव में बसपा 30 से अधिक सीटें जीतेगी और बसपा सुप्रीमो मायावती को देश का प्रधानमंत्री बनाएगी।
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Delhi News: दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने केंद्र सरकार के उस नोटिफिकेशन को चुनौती दी है, जो मई 2021 में जारी किया गया था और अधिकारियों पर नियंत्रण को लेकर है। इसी के साथ दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दाखिल करके आरोप लगाया कि राजधानी में कार्यरत वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी आम आदमी पार्टी की राज्य सरकार को सपोर्ट नहीं कर रहे हैं। यह हलफनामा हलफनामा दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण को लेकर लंबित मामले में दिया है।
आपको बता दें कि मई 2021 में केंद्र सरकार ने अधिकारियों पर नियंत्रण को लेकर एक नोटिफिकेशन जारी किया था। जिसमें राजधानी दिल्ली में तैनात अधिकारियों के स्थानांतरण और पोस्टिंग केंद्र सरकार के पास है। इसी नोटिफिकेशन को दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। इस बाबत उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा दिए गए हलफनामे में कहा गया है कि वरिष्ठ अधिकारी दिल्ली सरकार के मंत्रियों की ओर से बुलाई मीटिंग में शामिल नहीं हो रहे है। अधिकारी मंत्रियों के फोन कॉल तक नहीं उठाते। यहां तक कि मंत्रियों की ओर से लिखित में जारी दिशा निर्देशों की भी अवहेलना हो रही है।
हलफनामे में कहा गया है कि अधिकारी दिल्ली सरकार को लेकर अधिकारी उदासीन रुख अख्तियार किये हुए है। दिल्ली सरकार में विभिन्न पद खाली पड़े है। इसके चलते राज्य सरकार को अपनी नीतियों को लागू करने मे दिक्कत हो रही है।
दिल्ली सरकार ने एक अन्य अर्जी में GNCTD एक्ट में साल 2021 में किये गए संसोधन को भी चुनौती दी है। तीन न्यायाधीशों की बेंच ने ये मसला सुनवाई के लिए संविधान पीठ को सौंप दिया था। अब अधिकारियों के नियंत्रण के मसले पर केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच चल रहे विवाद पर संविधान पीठ को ही सुनवाई करनी है।
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आपको बता दें कि मई 2021 में केंद्र सरकार ने अधिकारियों पर नियंत्रण को लेकर एक नोटिफिकेशन जारी किया था। जिसमें राजधानी दिल्ली में तैनात अधिकारियों के स्थानांतरण और पोस्टिंग केंद्र सरकार के पास है। इसी नोटिफिकेशन को दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। इस बाबत उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा दिए गए हलफनामे में कहा गया है कि वरिष्ठ अधिकारी दिल्ली सरकार के मंत्रियों की ओर से बुलाई मीटिंग में शामिल नहीं हो रहे है। अधिकारी मंत्रियों के फोन कॉल तक नहीं उठाते। यहां तक कि मंत्रियों की ओर से लिखित में जारी दिशा निर्देशों की भी अवहेलना हो रही है।
हलफनामे में कहा गया है कि अधिकारी दिल्ली सरकार को लेकर अधिकारी उदासीन रुख अख्तियार किये हुए है। दिल्ली सरकार में विभिन्न पद खाली पड़े है। इसके चलते राज्य सरकार को अपनी नीतियों को लागू करने मे दिक्कत हो रही है।
दिल्ली सरकार ने एक अन्य अर्जी में GNCTD एक्ट में साल 2021 में किये गए संसोधन को भी चुनौती दी है। तीन न्यायाधीशों की बेंच ने ये मसला सुनवाई के लिए संविधान पीठ को सौंप दिया था। अब अधिकारियों के नियंत्रण के मसले पर केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच चल रहे विवाद पर संविधान पीठ को ही सुनवाई करनी है।
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