Property Rates: दिल्ली-एनसीआर में रियल एस्टेट के दाम (Property Rates) लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन नोएडा का सेक्टर 150 एक ऐसा इलाका बन चुका है जहां आम आदमी के लिए मकान खरीदना एक सपना बनता जा रहा है। इस सेक्टर में पिछले तीन सालों में मकानों की कीमतें (Property Rates)औसतन ढाई गुना बढ़ चुकी हैं, जबकि किराया भी 66 प्रतिशत बढ़ चुका है। नोएडा के सेक्टर 150 में मकानों के दामों में हुई इस वृद्धि ने इसे एक लग्जरी हाउसिंग डेस्टिनेशन बना दिया है, जहां अब मध्यम वर्ग के लिए रहना एक चुनौती बन गया है।
कीमतों (Property Rates)और किराए में भारी वृद्धि
रियल एस्टेट परामर्श कंपनी एनारॉक की रिपोर्ट के मुताबिक, सेक्टर 150 में मकानों की औसत कीमत 5,700 रुपये प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 13,000 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई है, जो कि लगभग 128 प्रतिशत की वृद्धि है। इसी तरह, किराया भी 66 प्रतिशत बढ़कर 16,000 रुपये से बढ़कर 26,600 रुपये प्रति माह हो गया है। एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी का कहना है कि इस समय देश के प्रमुख शहरों में रियल एस्टेट की कीमतें(Property Rates) तेजी से बढ़ रही हैं और इन शहरों में घरों की कीमतों का किराए से अधिक बढ़ना देखा जा रहा है।
सर्कल रेट में बढ़ोतरी से और बढ़ सकते हैं दाम
नोएडा में 1 अप्रैल से नए सर्कल रेट लागू होने जा रहे हैं, जिनमें 70 प्रतिशत तक वृद्धि की संभावना जताई जा रही है। सर्कल रेट के हिसाब से ही मकानों की रजिस्ट्री और स्टांप शुल्क की गणना की जाती है, और इस वृद्धि का सीधा असर मकान और जमीन की कीमतों(Property Rates) पर पड़ेगा। इस कारण, नोएडा में प्रॉपर्टी की कीमतें और बढ़ सकती हैं, जिससे पहले से महंगे हो चुके इलाकों में और भी महंगाई का सामना करना पड़ सकता है।
अन्य शहरों में तुलना
एनारॉक की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि देश के बड़े शहरों जैसे बैंगलोर, मुंबई, हैदराबाद और एनसीआर में घरों की कीमतें(Property Rates) किराए की तुलना में ज्यादा बढ़ी हैं। वहीं, पुणे, कोलकाता और चेन्नई जैसे इलाकों में किराया अधिक बढ़ा है, जबकि मकानों के दाम में अपेक्षाकृत कम वृद्धि हुई है।
नोएडा सेक्टर 150 का यह ट्रेंड दिखाता है कि यहां रियल एस्टेट मार्केट तेजी से बदल रहा है और अब यह एक महंगे, लग्जरी इलाकों में तब्दील हो चुका है।Property Rates:
गाजा हमले में 235 की मौत, हमास का युद्धविराम उल्लंघन का आरोप
ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।
देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।