Noida News : आज बहुत बड़ा दिन है। आज ही के दिन 21 दिसंबर 1998 को नोएडा शहर की धरती पर चेतना मंच का जन्म (विमोचन) हुआ था। आज चेतना मंच ने 26 वर्ष की आयु पूरी कर ली है। यह भी कहा जा सकता है कि नोएडा की धरती पर पैदा हुआ चेतना मंच अब 26 वर्ष का जवान हो गया है। अब तक चेतना मंच के बचपन को लाखों पाठकों ने पूरे लाड-प्यार से पाला है। अब चेतना मंच की जवानी से यह आशा करनी ही चाहिए कि यदि कहीं पर स्वर्ग है तो उसे जमीन पर उतारने की जिम्मेदारी चेतना मंच के जवान होते हुए कंधों के ऊपर है। अपने लाखों पाठकों के प्यार के बलबूते पर चेतना मंच को धरती पर स्वर्ग लाना ही चाहिए।
चेतना मंच ने की है धरती पर स्वर्ग की परिकल्पना
सबको पता है कि स्वर्ग एक ऐसी कल्पना है जहां कोई दु:खी नहीं रहता। चारों तरफ सुख और सुविधाओं का ही साम्राज्य रहा है। चेतना मंच का प्रकाशन भी आम जनता की भलाई के लिए ही शुरू किया गया था। चेतना मंच लगातार जनता की आवाज उठाता रहा है। चेतना मंच के प्रकाशन के समय ही हमने आपसे व अपने आप से भी यह वादा किया था कि चेतना मंच जन आकांक्षाओं का सजग प्रहरी बना रहेगा और सच को सामने लाने की हर संभव कोशिश करेगा। आज मैं गर्व से यह कह सकता हूं कि चेतना मंच ने इन 26 वर्षों में हालातों से घबराकर समझौते नहीं किये बल्कि हमेशा सच को सामने लाने के लिए निष्पक्ष पत्रकारिता की मिसाल कायम की है और कभी भी किसी खेमेबाजी में शामिल नहीं हुए। समय के साथ जहां संबंधों की परिभाषा बदल जाती है, रिश्तों की चमक फीकी पड़ जाती है, सब कुछ धुंधला (फेड) हो जाता है रस रंग हीन हो जाता है। वहीं चेतना मंच का अपने पाठकों के साथ रिश्ता न सिर्फ मजबूत हुआ है बल्कि इसका लगातार विस्तार हो रहा है। आप पाठकों की बढ़ती संख्या और चेतना मंच को दिया गया प्यार दुलार मुझे आश्वस्त करता है कि जो राह हमने चुनी थी वह सही थी। हम लगातार अनेक झंझावातों को झेलते हुए भी उसी राह पर आगे बढ़े हैं। इन 26 वर्षों की यात्रा में हमारे कदम कभी डगमगाए हों या ऊबड़-खाबड़ पथरीली राहों में लहूलुहान हुए हों, परंतु हम कभी भी अपने संकल्प से डिगे नहीं हैं। आप पाठकों के प्यार व विश्वास तथा सत्य के प्रति हमारी निष्ठा एवं आस्था ने हमें निरंतर संघर्ष की ऊर्जा प्रदान की है। हमारे संघर्ष ने न केवल हमें तराशा है बल्कि अनेकानेक उपलब्धियों एवं सफलताओं से भी नवाजा है। हमने भ्रष्टाचारियों एवं माफियाओं के खिलाफ अपनी लड़ाइयों को मुकाम तक पहुंचाया है और उन्हें उनके कृत्यों की सजा भी दिलाई है। किंतु शायद यही समय की सबसे बड़ी विसंगति है या फिर नियति कि कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है और मंजिल तक पहुंचने के लिए सर्वस्व न्यौछावर करना पड़ता है। इस अवधि में चेतना मंच के नियमित प्रकाशन हेतु अनेक कठिनाइयां झेली हैं। कर्ज भी लिए हैं और विपरीत परिस्थितियों में स्वार्थी सहयोगियों को साथ छोडक़र जाते हुए भी देखा है, पर कठिन परिस्थितियों में भी हम अविचल रहकर अपने रास्ते के कांटे साफ करते हुए चलते रहे हैं और चलते रहेंगे। चेतना मंच के जवान होने पर हमारा वायदा और मजबूत हुआ है। हमारा प्रयास है कि भारत की पवित्र भूमि पर स्वर्ग जैसा वातावरण बने। यहां कोई भी दु:खी ना रहे। इसी सोच के साथ कहता हूं कि-
तू जवान है तो जीत पर यकीन कर,
अगर कहीं है स्वर्ग तो उतार ला जमीन पर।
ये गम के चार दिन, सितम के और चार दिन,
ये दिन भी जाएंगे गुजर, गुजर गए हजार दिन।।
यहां जान सकते हैं चेतना मंच के पूरे सफर को…
चेतना मंच के 25 वर्ष पूरे होने पर हमारी टीम ने एक वीडियो तैयार किया था। चेतना मंच के पूरे इतिहास को जानने के लिए हम यहां उस वीडियो को आपके सामने रख रहे हैं।
https://youtu.be/NqHXFOcHgYM?si=T8Ar6HKoQbVANigO
ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।