Noida News: नोएडा उत्तर प्रदेश का प्रसिद्ध शहर है। हर कोई नोएडा के विषय में जानना चाहता है। यहां नोएडा के प्रतिदिन के सभी समाचार अखबारों के हवाले से हम समाचार प्रकाशित करते हैं। नोएडा शहर से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्रों में 15 अप्रैल को क्या खास समाचार प्रकाशित हुए हैं यहां एक साथ पढऩे को मिलेंगे।
Noida News: समाचार अमर उजाला से
अमर उजाला अखबार ने अपने नोएडा संस्करण में मुख्य समाचार “ग्रेनो में खुलेगा पीएफ कार्यालय, पांच लाख लोगों को मिलेगा लाभ” शीर्षक से प्रकाशित किया है। इस समाचार में बताया गया है कि ग्रेटर नोएडा में पीएफ कार्यालय खुलेगा। इससे पांच लाख से अधिक पीएफ धारकों को लाभमिलेगा। इसके लिए हाल ही में तीन अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। जारी वर्ष के अंत तक नया कार्यालय खुल जाएगा। तब तक तीनों अधिकारी ग्रेनो के पीएफ धारकों से जुड़ा काम नोएडा से संभालेंगे। अहम है कि जिले में पीएफ धारक की संख्या करीब 15 लाख है। इसमें से करीब पांच लाख खाते ग्रेटर नोएडा के हैं। ग्रेनो कार्यालय के लिए क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त, सहायक आयुक्त, क्षेत्रीय आयुक्त ग्रेड-दो के पद के लिए नियुक्ति की गई है। वहां कार्यालय खुल जाने के बाद लोगों को नोएडा नहीं आना पड़ेगा। भविष्य निधि संगठन की ओर से ग्रेनो प्राधिकरण की इमारत में कार्यालय खोलने के लिए जगह चिह्नित की गई है। यह प्रस्ताव संगठन ने मुख्यालय भेजा है। श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री की ओर से ग्रेनों में कार्यालय के लिए दिशानिर्देश जारी हो चुके हैं। अधिकारियों के मुताबिक ग्रेनो में जारी वर्ष के अंत तक कार्यालय खुलने के आसार हैं।
Noida News:
अमर उजाला अखबार ने अपने नोएडा संस्करण में मुख्य समाचार “नोएडा, ग्रेनो में सिटी बस की तैयारियां तेज, आरएफपी जारी” शीर्षक से प्रकाशित किया है। इस समाचार में बताया गया है कि नोएडा, ग्रेनी, यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में सार्वजनिक परिवहन सेवा के लिए 500 इलेक्ट्रिक बसें उतारने की तैयारी है। बतौर सिटी बस सेवा इन बसों का संचालन करने के लिए शहरी परिवहन निदेशालय ने रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) जारी है। इसके लिए लखनऊ में हुई प्री-बिड मीटिंग में 17 कंपनियां आई हैं। इनमें देश की बड़ी बस संचालन कंपनी, कंपनियों की तरफ से बस सेवा संचालन को लेकर जानकारियां ली गई। अब कंपनियों के पास आवेदन के लिए 15 मई तक का समय है। बस निर्मता-कंपनी, फाइनेंस कंपनी शामिल थी।
तीनों प्राधिकरण में इस सार्वजनिक परिवहन सेवा को ग्रास कॉस्ट कांट्रैक्ट (जीसीसी) मॉडल पर संचालित किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया, इसमें पूरी परियोजना पर आने वाली लागत का वहन एजेंसी को करना होगा। 500 बसें खरीदकर उनका संचालन करने के लिए जरूरी संसाधन व अन्य खर्च जोड़कर पूरी परियोजना करीब 675 करोड़ रुपये लागत की अनुमानित है। टेंडर में जो एजेंसी सबसे कम दर पर बसों के संचालन के लिए तैयार होगी उसे संचालन का जिम्मा दिया जाएगा। निदेशालय की तरफ से दो तरह की इलेक्ट्रिक बसों की मांग तीनों प्राधिकरण क्षेत्र के लिए की गई है। पहली 9 मीटर की होंगी दूसरी 12 मीटर की। 9 मीटर लंबी बस की क्षमता 28 व एक दिव्यांग यात्री व एक चालक की होगी। वहीं, 12 मीटर लंबी बस में यात्री क्षमता चालक व दिव्यांग यात्री को छोड़कर 36 यात्रियों की होगी।
Hindi News:
अमर उजाला ने 15 अप्रैल 2025 के अंक में प्रमुख समाचार “32 परियोजनाएं हो सकती हैं निरस्त 30 हजार खरीदारों पर संकट गहराया” शीर्षक से प्रकाशित किया है। इस समाचार में बताया गया है कि ग्रेटर नोएडा की 32 बिल्डर परियोजनाओं से जुड़े करीब 30 हजार खरीदरों का संकट गहरा गया है। बिल्डरों के बकाये की वजह से इन फ्लैटों की रजिस्ट्री अटकी है। अब ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने इन बिल्डरों को अंतिम नोटिस जारी कर आवंटित जमीन निरस्त करने की चेतावनी दी है। अहम है कि अमिताभकांत समिति की सिफारिशें लागू होने के बाद ग्रेनो में 76,229 फ्लैट पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित हुआ था। मार्च के अंतिम सप्ताह तक 35,494 फ्लैट सबलीज कराई जा सकी है। जबकि 30 हजार से ज्यादा फ्लैट खरीदार अब भी घर पाने के इंतजार में हैं।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के 20 बिल्डरों ने अमिताभकांत समिति की सिफारिश से लागू हुई नीति का लाभ नहीं लिया। इन सभी ने बकाये का 25 फीसदी भी जमा नहीं किया। जबकि सहमति देने वाले 32 बिल्डरों ने प्राधिकरण की पहली किस्त जमा नहीं की। इन सभी 32 बिल्डरों की परियोजनाओं की ऑडिट प्राधिकरण ने शुरू कराया है। प्राधिकरण के अधिकारियों का दावा है कि 15 अप्रैल तक पहली किस्त नहीं जमा करने वाले 32 बिल्डरों की परियोजना के आकार के हिसाब से जमीन निरस्त करने के साथ ही अन्य कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मामले में प्राधिकरण की ओर से 21 फरवरी 2025 को इन बिल्डरों को नोटिस जारी किया गया, मगर प्राधिकरण की इस कार्रवाई पर कोई जवाब नहीं आया। अंतिम नोटिस के रूप में प्राधिकरण ने 15 दिन का समय देते हुए नोटिस जारी किया है और 15 अप्रैल तक बकाया नहीं देने वाले बिल्डरों के जमीन निरस्त करने की चेतावनी भी जारी की गई है। दरअसल, लिगेसी स्टॉल्ड रियल एस्टेट प्रोजेक्ट की नीति के तहत चिह्नित किए गए 76229 फ्लैट्स में करीब 40 हजार फ्लैट को कम्पलीशन सर्टिफिकेट (सीसी) जारी कर दिए गए थे। जबकि 36,226 फ्लैट की सीसो बाकी है।
Noida News: समाचार दैनिक जागरण से
दैनिक जागरण के नोएडा संस्करण में 15 अप्रैल 2025 का प्रमुख समाचार “एयरपोर्ट से प्रभावित वन्य जीवों के लिए बनेगा पुनर्वास केंद्र” शीर्षक से प्रकाशित किया गया है। इस समाचार में बताया गया है कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से प्रभावित वन्य जीवों के संरक्षण के लिए यौडा ने बचाव एवं पुनर्वास केंद्र विकसित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। डा. अरुणवीर सिंह पुनर्वास केंद्र के लिए विकासकर्ता कंपनी चयन को प्रस्ताव मांगे गए हैं। निविदा 23 अप्रैल को खोली जाएगी। बचाव एवं पुनर्वास केंद्र के निर्माण पर 341.93 लाख रुपये लागत का अनुमान है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए 1334 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण से पहले भारतीय वन्य जीव संस्थान से सर्वे कराया गया था। एयरपोर्ट प्रभावित क्षेत्र के 10 से 25 किमी के दायरे में हुए सर्वे में कई वन्य जीवों की इलाके में मौजूदगी पाई गई थी। इसमें 258 काले हिरण, 29 हिरण, सारस, नील गाय, चिंकारा, बंदर, जंगली बिल्ली आदि शामिल हैं। संस्थान ने इनके संरक्षण एवं पुनर्वास के लिए दीर्घकालिक योजना बनाने का सुझाव दिया था।
संस्थान के सुझाव पर धनौरी वैटलैंड के नजदीक 10 हेक्टेयर में बचाव एवं पुनर्वास केंद्र विकसित करने की योजना तैयार की गई है। इसमें पांच है. जमीन यमुना प्राधिकरण व पांच हे. वन विभाग की है। पुनर्वास केंद्र तीस साल तक संचालित होगा। केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण से अनुमति के बाद बचाव एवं पुनर्वास केंद्र के लिए यीडा ने विकासकर्ता कंपनी के चयन के लिए प्रस्ताव मांगे हैं। कंपनियों को 21 अप्रैल तक निविदा अपलोड करनी होगी। 23 अप्रैल को निविदा खोली जाएगी। यीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डा. अरुणवीर सिंह का कहना है कि बचाव एवं पुनर्वास केंद्र के लिए विकासकर्ता चयन किया जा रहा है। कंपनी चयन होते ही केंद्र के विकास कार्य शुरू हो जाएगा। इसके निर्माण पर 341.93 लाख रुपये लागत आने का अनुमान है। पुनर्वास केंद्र में काले हिरण, बंदर, नील गाय आदि के लिए क्वारंटीन केंद्र, पशु अस्पताल आदि की सुविधा होगी।
दैनिक जागरण के 15 अप्रैल 2025 के अंक में अगला प्रमुख समाचार “सेक्टर-31 में छह घंटे बिजली गायब, मंगरौली में भी खूब कटौती” शीर्षक से प्रकाशित किया गया है। इस समाचार में बताया गया है कि नोएडा के सेक्टर-31 और मंगरौली गांव में सोमवार को बिजली कटौती ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दीं। सेक्टर-31 में सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक बिजली आपूर्ति पूरी तरह से बाधित रही। यहां विद्युत निगम द्वारा लाइन मरम्मत कार्य के चलते यह कटौती की गई थी। छह घंटे तक बिजली न होने से लोगों को गर्मी और पानी की किल्लत का सामना करना पड़ा। विद्युत निगम के अधिकारियों का कहना है कि मरम्मत कार्य की पूर्व सूचना उपभोक्ताओं को दी गई थी। इसी तरह मंगरौली गांव में भी बिजली कटौती ने लोगों को बेहाल कर दिया। ग्रामीण अंकित कौशिक ने बताया कि दिनभर में दो-दो घंटे के अंतराल में कई बार बिजली गई, जिससे न सिर्फ घरेलू कार्य प्रभावित हुए बल्कि खेतों की सिंचाई और अन्य जरूरी कामों पर भी असर पड़ा। उनके साथ गांव के लोगों ने विद्युत निगम से आपूर्ति व्यवस्था को सुचारू तरीके से कराने की मांग की है।
नोएडा के सभी समाचार, 14 अप्रैल के अखबारों से, एक साथ पढ़ें
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