Noida News : इंटरनेट पर कुछ लोगों ने डी.पी यादव के नाम को लेकर बड़ी अफवाह फैला दी है। हम आपको बता दें कि चर्चित राजनेता तथा उद्योगपति डी.पी यादव बिल्कुल ठीकठाक है। दरअसल डीपी यादव द्वारा आत्महत्या करने की जो अफवाह इंटरनेट पर फैलाई गई है डी.पी यादव नाम का दूसरा व्यक्ति है।
डी.पी यादव को लेकर बड़ी अफवाह
दरअसल नोएडा के मूल निवासी डी.पी यादव एक बड़े राजनेता तथा उद्योगपति हैं। इंटरनेट पर चल रहे कुछ न्यूज़ पोर्टल ने डी.पी यादव द्वारा आत्महत्या कर लेने के शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया है। वास्तव में डीपी यादव की आत्महत्या का जो समाचार प्रकाशित किया गया वह डीपी यादव मुरादाबाद जिले का रहने वाला है। जिस डी.पी यादव ने आत्महत्या की है वह मुरादाबाद जिले में समाजवादी पार्टी का पूर्व जिला अध्यक्ष था। इंटरनेट पर डीपी यादव के नाम से चलाए गए समाचार को लेकर प्रसिद्ध राजनेता डीपी यादव के नाम पर अफवाह फैलाई गई है। अनेक लोग एक दूसरे को फोन करके समाचार की सच्चाई जानना चाहते हैं।
यह है सच्चाई
आपको बता दें कि मुरादाबाद शहर में रहने वाले समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष डीपी यादव यूपी पुलिस से सिपाही की नौकरी छोड़कर सियासत में कदम रखा था। इसके बाद वह पार्टी के कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे। लोकसभा चुनाव में जिलाध्यक्ष के पद से हटाए जाने के बाद वह मानसिक तनाव में थे। उन्होंने घर से निकलना भी बहुत कम कर दिया था।
मूल रूप से जनपद बिजनौर के रहने वाले डीपी यादव बुद्धि विहार में रहते हैं। समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला महासचिव मुदस्सिर खान ने बताया कि डीपी यादव पार्टी सपा के संस्थापक सदस्य थे। वह प्रदेश सचिव के पद पर भी रहे हैं। इसके अलावा राज्यसभा सदस्य जावेद अली खान जिस समय मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष थे उनकी कमेटी में जिला महासचिव के पद पर रहे।
डीपी यादव अपनी पत्नी, बेटे अंकित यादव और बेटी अंजली के साथ बुद्धि विहार स्थित दो मंजिला आवास में रहते थे। शुक्रवार को डीपी यादव परिवार के साथ हरिद्वार गए थे। शाम को ही हरिद्वार से लौटे थे। शनिवार सुबह करीब साढ़े सात बजे वह अचानक गायब हो गए थे। उस वक्त परिवार के लोग पहली मंजिल पर अपने अपने कमरों में मौजूद थे।
Noida News
बेटी अंजली ने नौकर से कहा कि पापा दिखाई नहीं दे रहे हैं। नौकर ने देखा कि मुख्य गेट अंदर से बंद है। उनके बाहर होने की संभावना भी खत्म हो गई थी। इसके बाद नौकर ने ग्राउंड फ्लोर पर कमरों को चेक किया लेकिन वह किसी भी कमरे में मौजूद नहीं थे। तब उसने देखा कि स्टोर रूम का दरवाजा अंदर से बंद था। नौकर के शोर मचाने पर बेटे और पत्नी नीचे गए। धक्का मारकर स्टोर रूम का दरवाजा खोल कर देखा। फर्श पर डीपी यादव का शव पड़ा था जबकि पास में ही पिस्टल पड़ी थी। डीपी यादव की सांसें थम चुकी थीं।
घटना की जानकारी मिलने पर आस पड़ोस के लोग एकत्र हो गए और पुलिस को सूचना दी गई। मुरदाबाद एसएसपी हेमराज मीना, एसपी क्राइम सुभाष चंद्र गंगवार और सीओ सिविल लाइंस अर्पित कपूर मौके पर पहुंच गए और मौका मुआयना करके परिवार से पूछताछ की। एसएसपी हेमराज मीना ने बताया कि परिवार से पूछताछ में पता चला है कि डीपी यादव पिछले कुछ समय से डिप्रेशन में चल रहे थे। पुलिस टीमें हर एंगल पर जांच पड़ताल कर रही है। Noida News
चिल्ला एलिवेटिड रोड को लेकर हुई प्रगति, मिलेगी जाम से मुक्ति
ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।
देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें