Noida News : उत्तर प्रदेश के नोएडा में ठंड के प्रकोप से बचने के लिए कमरे में अंगीठी जलाना एक परिवार के लिए दर्दनाक साबित हो गया। दम घुटने के कारण पिता और तीन महीने के बेटे की मौत हो गई, जबकि एक महिला की हालत गंभीर बनी हुई है। महिला को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
Noida News in hindi
जानकारी के अनुसार, मूलरूप से पीलीभीत का रहने वाला 35 वर्षीय शंभु अपने परिवार के साथ नोएडा के सेक्टर 63 स्थित छिजारसी गांव में किराये के मकान में रहता था। शंभु परिवार के साथ मोहम्मद खलील के मकान में कई साल से किराये पर रह रहे थे। गुरुवार की रात वह ठंड से बचने के लिए अपने कमरे में अंगीठी जलाकर सोए थे। सुबह काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोसियों को संदेह हुआ। पड़ोसियों ने काफी देर तक आवाज लगाई, लेकिन जब अंदर से कोई आवाज नहीं आई तो लोगों ने कमरे का दरवाजा तोड़ दिया।
इस दौरान उन्होंने देखा कि पूरे कमरे में गर्म हवा और धुआं भरा हुआ था। कमरे में बेड पर शंभू और उनके तीन महीने के मासूम बेटे की मौत हो चुकी थी। उनकी पत्नी उजमा की सांसें चल रही थीं। पड़ोसियों ने आनन-फानन में इलाज के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। डॉक्टरों के मुताबिक, महिला की हालत गंभीर बनी हुई है।
पहले भी हो चुकी हैं कई मौतें
अंगीठी के जहरीली धुएं से 15 जनवरी को सूरजपुर के बिरौड़ी गांव में महिला की मौत हो गई थी और बच्चा गंभीर रूप से बीमार हो गया था। बाहरी-उत्तरी दिल्ली के अलीपुर इलाके में एक ही परिवार के चार लोगों की अंगीठी जलाकर सोने से दम घुटकर मौत हो गई थी। वहीं इसी तरह की घटना में पश्चिम दिल्ली के इंद्रपुरी में रेस्टोरेंट मालिक के चालक और घर में काम करने वाले युवक की अंगीठी जलाकर सोने से जान चली गई थी।
अंगीठी जलाने को लेकर क्या कहते हैं विशेषज्ञ
ठंड से बचाव के लिए कमरे में अंगीठी या हीटर जलाने को लेकर चिकित्सा विशेषज्ञों ने मना किया है। चिकित्सक डा. कलीम अहमद का कहना है कि बंद कमरे में अंगीठी, हीटर या अन्य तरह से आग नहीं जलानी चाहिए, क्योंकि कमरे में आग जलने से कमरे का आक्सीजन समाप्त हो जाता है और दम घुटने लगता है। यदि कमरे में अंगीठी या आग जलाई है तो सोने से पहले उसे बाहर रख दें। कमरे से पूरी तरह से धुआ निकलने तक कमरे को बंद ना करें। सर्दी से बचने के लिए कमरों की खिड़कियों को पूरी तरह से बंद करने से बचें, और थोड़ी सी खोलकर रखे, ताकि आक्सीजन का आवामन बना रहे। कमरे में हीटर को थोड़ी बहुत देर के लिए ही चलाना चाहिए। रात को सोने से पहले ही हीटर को बंद कर दें।
चकमा देकर भाग रहा था बदमाश, पुलिस ने लंगड़ा करके भेजा अस्पताल
ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।
देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।