‘खुले में न सोए कोई’ नोएडा की डीएम मेधा रूपम की सख्त हिदायत
निरीक्षण के दौरान नोएडा की डीएम मेधा रूपम ने रैन बसेरों में ठहरे लोगों से सीधे संवाद कर सुविधाओं की जमीनी स्थिति जानी और व्यवस्थाओं पर “ज़ीरो-कमी” का रुख अपनाया। डीएम ने यह भी कहा कि अलाव के लिए ईंधन का पर्याप्त स्टॉक पहले से रखा जाए, ताकि शीतलहर के बीच किसी जरूरतमंद को परेशानी न झेलनी पड़े।

Noida News : नोएडा-ग्रेटर नोएडा में शीतलहर की तेज़ होती मार के बीच जिलाधिकारी मेधा रूपम ने बुधवार को प्रशासन को “फील्ड में उतरकर काम” का साफ संदेश दिया। उन्होंने निराश्रितों और असहाय लोगों के लिए संचालित रैन बसेरों का औचक निरीक्षण करते हुए ग्रेटर नोएडा के सामुदायिक केंद्र, सेक्टर डेल्टा-2 और परी चौक के पास वर्क सर्किल-4 स्थित रैन बसेरों में पहुंचकर व्यवस्थाओं की जमीनी हकीकत परखी। निरीक्षण के दौरान डीएम ने अधिकारियों को सख्त लहजे में निर्देश दिए कि ठंड के मौसम में कोई भी जरूरतमंद खुले आसमान के नीचे न सोए पाए। हर व्यक्ति तक सुरक्षित और सम्मानजनक आश्रय की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
डीएम ने ली रैन बसेरों की सुविधाओं की ग्राउंड रिपोर्ट
निरीक्षण के दौरान नोएडा की डीएम मेधा रूपम ने रैन बसेरों में ठहरे लोगों से सीधे संवाद कर सुविधाओं की जमीनी स्थिति जानी और व्यवस्थाओं पर “ज़ीरो-कमी” का रुख अपनाया। उन्होंने अधिकारियों को साफ निर्देश दिए कि हर जरूरतमंद को चारपाई/बिस्तर, गद्दा, साफ कंबल-चादर, स्वच्छ पेयजल, नियमित सफाई, पर्याप्त रोशनी और सुरक्षा जैसी बुनियादी सुविधाएं बिना किसी देरी के उपलब्ध कराई जाएं। डीएम ने स्पष्ट किया कि रैन बसेरों में किसी को फर्श पर नहीं, बल्कि तखत/चारपाई पर गद्दा बिछाकर ही ठहराया जाए और बेडिंग हमेशा साफ-सुथरी रहे। साथ ही शौचालयों की नियमित सफाई, रैन बसेरे के भीतर-बाहर पीने के पानी की 24x7 उपलब्धता, और ठंड से बचाव के लिए आसपास अलाव की नियमित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। डीएम ने यह भी कहा कि अलाव के लिए ईंधन का पर्याप्त स्टॉक पहले से रखा जाए, ताकि शीतलहर के बीच किसी जरूरतमंद को परेशानी न झेलनी पड़े।
खुले स्थानों पर रहने वालों की पहचान कर रैन बसेरों तक पहुंचाने के निर्देश
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा के सार्वजनिक स्थानों, बस स्टॉप, बाजारों और निर्माण स्थलों के आसपास खुले में रहने वाले लोगों को चिन्हित कर उन्हें तत्काल रैन बसेरों तक पहुंचाया जाए। इसके साथ ही रैन बसेरों की जानकारी जरूरतमंदों तक पहुंचाने के लिए प्रचार-प्रसार तेज करने और लगातार निगरानी रखने पर भी जोर दिया गया, ताकि शीत ऋतु में किसी को असुविधा न हो और सभी को सुरक्षित, स्वच्छ और सम्मानजनक आश्रय मिल सके।
निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी सदर आशुतोष गुप्ता, तहसीलदार सदर प्रतीक चौहान, नायब तहसीलदार सदर ज्योत्सना सहित प्राधिकरण और संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। Noida News
Noida News : नोएडा-ग्रेटर नोएडा में शीतलहर की तेज़ होती मार के बीच जिलाधिकारी मेधा रूपम ने बुधवार को प्रशासन को “फील्ड में उतरकर काम” का साफ संदेश दिया। उन्होंने निराश्रितों और असहाय लोगों के लिए संचालित रैन बसेरों का औचक निरीक्षण करते हुए ग्रेटर नोएडा के सामुदायिक केंद्र, सेक्टर डेल्टा-2 और परी चौक के पास वर्क सर्किल-4 स्थित रैन बसेरों में पहुंचकर व्यवस्थाओं की जमीनी हकीकत परखी। निरीक्षण के दौरान डीएम ने अधिकारियों को सख्त लहजे में निर्देश दिए कि ठंड के मौसम में कोई भी जरूरतमंद खुले आसमान के नीचे न सोए पाए। हर व्यक्ति तक सुरक्षित और सम्मानजनक आश्रय की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
डीएम ने ली रैन बसेरों की सुविधाओं की ग्राउंड रिपोर्ट
निरीक्षण के दौरान नोएडा की डीएम मेधा रूपम ने रैन बसेरों में ठहरे लोगों से सीधे संवाद कर सुविधाओं की जमीनी स्थिति जानी और व्यवस्थाओं पर “ज़ीरो-कमी” का रुख अपनाया। उन्होंने अधिकारियों को साफ निर्देश दिए कि हर जरूरतमंद को चारपाई/बिस्तर, गद्दा, साफ कंबल-चादर, स्वच्छ पेयजल, नियमित सफाई, पर्याप्त रोशनी और सुरक्षा जैसी बुनियादी सुविधाएं बिना किसी देरी के उपलब्ध कराई जाएं। डीएम ने स्पष्ट किया कि रैन बसेरों में किसी को फर्श पर नहीं, बल्कि तखत/चारपाई पर गद्दा बिछाकर ही ठहराया जाए और बेडिंग हमेशा साफ-सुथरी रहे। साथ ही शौचालयों की नियमित सफाई, रैन बसेरे के भीतर-बाहर पीने के पानी की 24x7 उपलब्धता, और ठंड से बचाव के लिए आसपास अलाव की नियमित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। डीएम ने यह भी कहा कि अलाव के लिए ईंधन का पर्याप्त स्टॉक पहले से रखा जाए, ताकि शीतलहर के बीच किसी जरूरतमंद को परेशानी न झेलनी पड़े।
खुले स्थानों पर रहने वालों की पहचान कर रैन बसेरों तक पहुंचाने के निर्देश
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा के सार्वजनिक स्थानों, बस स्टॉप, बाजारों और निर्माण स्थलों के आसपास खुले में रहने वाले लोगों को चिन्हित कर उन्हें तत्काल रैन बसेरों तक पहुंचाया जाए। इसके साथ ही रैन बसेरों की जानकारी जरूरतमंदों तक पहुंचाने के लिए प्रचार-प्रसार तेज करने और लगातार निगरानी रखने पर भी जोर दिया गया, ताकि शीत ऋतु में किसी को असुविधा न हो और सभी को सुरक्षित, स्वच्छ और सम्मानजनक आश्रय मिल सके।
निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी सदर आशुतोष गुप्ता, तहसीलदार सदर प्रतीक चौहान, नायब तहसीलदार सदर ज्योत्सना सहित प्राधिकरण और संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। Noida News












