नोएडा जाम का ‘चिल्ला’ समाधान, मयूर विहार से महामाया तक सफर होगा आसान
इससे नोएडा के अंबेडकर पार्क के सामने वाली सड़क, एक्सप्रेसवे से सटे इलाकों और आसपास के सेक्टरों पर रोजाना लगने वाला भीषण जाम बड़ी हद तक कम होगा और नोएडा की सड़कें सचमुच स्मार्ट सिटी के मानकों पर खरा उतरती दिखेंगी।

Noida News : दिल्ली–नोएडा के बीच चिल्ला बॉर्डर पर रोजाना लगने वाला रेंगता हुआ जाम अब जल्द ही बीते वक्त की कहानी बन सकता है। मयूर विहार से नोएडा के महामाया फ्लाईओवर तक तैयार हो रही चिल्ला एलिवेटेड रोड परियोजना ने दोबारा रफ्तार पकड़ ली है। तकनीकी अड़चनों की वजह से जो काम कुछ समय के लिए सुस्त पड़ गया था, वह अब दोबारा फास्ट ट्रैक पर है। नोएडा की सड़कों के ऊपर भविष्य की ये ‘हवाई सड़क’ खड़ी करने के लिए पिलर निर्माण, फाउंडेशन को और मजबूत बनाने और गिर्डर लॉन्चिंग जैसे अहम कामों पर दिन–रात युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। नोएडा को दिल्ली से जोड़ने वाली यह नई एलिवेटेड लाइन आने वाले समय में न सिर्फ जाम कम करेगी, बल्कि नोएडा की स्मार्ट सिटी वाली पहचान को भी और मजबूत करेगी।
नोएडा को मिलेगा नया कॉरिडोर
करीब 892 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रही यह एलिवेटेड रोड नोएडा के लिए सचमुच नई लाइफलाइन साबित हो सकती है। निर्माण की ज़िम्मेदारी उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम के पास है, जबकि पूरा प्रोजेक्ट नोएडा प्राधिकरण की कड़ी मॉनिटरिंग में आगे बढ़ रहा है। इस हाइटेड कॉरिडोर के शुरू होते ही मयूर विहार के पास स्थित चिल्ला बॉर्डर से सीधे नोएडा के महामाया फ्लाईओवर तक बिना सिग्नल, बिना रुकावट के स्मूथ सफर का रास्ता खुल जाएगा। इससे नोएडा के अंबेडकर पार्क के सामने वाली सड़क, एक्सप्रेसवे से सटे इलाकों और आसपास के सेक्टरों पर रोजाना लगने वाला भीषण जाम बड़ी हद तक कम होगा और नोएडा की सड़कें सचमुच स्मार्ट सिटी के मानकों पर खरा उतरती दिखेंगी।
कहां तक पहुंची नोएडा की चिल्ला परियोजना?
चिल्ला एलिवेटेड रोड परियोजना को पटरी पर लाने के लिए शुरुआत में नोएडा प्राधिकरण ने करीब 70 करोड़ रुपये की राशि जारी की थी। जून 2023 में कैबिनेट से हरी झंडी मिलने के बाद दो चरणों में टेंडर प्रक्रिया पूरी हुई और दूसरे टेंडर के बाद उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम ने एजेंसी तय कर मार्च 2024 से साइट पर तेज़ी से काम शुरू करा दिया। चूंकि भूमि अधिग्रहण और जमीन से जुड़ी ज्यादातर औपचारिकताएं पहले ही निपटाई जा चुकी थीं, इसलिए 2024 के आखिर तक निर्माण ने भी रफ्तार पकड़ ली। इस समय नोएडा में इस प्रोजेक्ट के तहत पिलर निर्माण, फाउंडेशन वर्क, सर्विस रोड का री-अलाइनमेंट और गिर्डर लॉन्चिंग जैसे अहम काम एक साथ चल रहे हैं। अधिकारियों का दावा है कि लगभग 35 फीसदी काम पूरा हो चुका है और लक्ष्य है कि तय समय सीमा के भीतर, यानि दिसंबर 2027 तक चिल्ला एलिवेटेड रोड को पूरी तरह चालू कर दिया जाए।
नोएडा से एयरपोर्ट और एक्सप्रेसवे तक सीधी और तेज पहुंच
- यह एलिवेटेड रोड मयूर विहार फ्लाईओवर को सीधे नोएडा के महामाया फ्लाईओवर से जोड़ेगी, यानी पूर्वी दिल्ली और मयूर विहार से आने वाला ट्रैफिक बिना कहीं अटकें सीधे नोएडा–ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर चढ़ सकेगा। इससे न सिर्फ चिल्ला बॉर्डर पर रोज़ लगने वाला रेंगता जाम कम होगा, बल्कि नोएडा की सड़कों पर ट्रैफिक का पूरा पैटर्न बदल जाएगा।
- इस प्रोजेक्ट का असर नोएडा पर कई स्तरों पर दिखेगा
- चिल्ला बॉर्डर से महामाया फ्लाईओवर तक रोजाना गुजरने वाले हजारों वाहनों को वैकल्पिक ऊंचा कॉरिडोर मिलेगा, जिससे पीक ऑवर्स में लगने वाली लंबी कतारों से काफी राहत मिलेगी।
- एक्सप्रेसवे, सेक्टर–18, सेक्टर–94 और आसपास के कारोबारी व कॉर्पोरेट हब तक पहुंच पहले से ज्यादा तेज़ और स्मूथ हो जाएगी, जिससे Noida का बिज़नेस माहौल और मजबूत होगा।
- यमुना एक्सप्रेसवे के ज़रिये आगरा–लखनऊ की ओर जाने वाले यात्रियों और जेवर स्थित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की ओर निकलने वालों को सीधा, छोटा और तेज़ रास्ता मिलेगा, जिससे समय और ईंधन – दोनों की अच्छी-खासी बचत होगी।
- कुल मिलाकर, यह एलिवेटेड रोड नोएडा को सिर्फ रियल एस्टेट और आईटी हब भर नहीं, बल्कि स्मार्ट कनेक्टिविटी वाला मॉडल सिटी बनाने की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है, जहां दिल्ली से एयरपोर्ट तक का सफर धीरे-धीरे “नॉन–स्टॉप कॉरिडोर” की शक्ल लेता दिखेगा।
नोएडा प्राधिकरण की राय
नोएडा प्राधिकरण के उपमहाप्रबंधक विजय कुमार रावल के मुताबिक, यह एलिवेटेड रोड मयूर विहार, सेक्टर–14 और सेक्टर–94 को जोड़ते हुए सीधे नोएडा–ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे से कनेक्ट करेगी। इससे दिल्ली–एनसीआर, यमुना एक्सप्रेसवे और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बीच कनेक्टिविटी और मजबूत होगी। रावल के अनुसार, परियोजना पर करीब 892 करोड़ रुपये की लागत आ रही है और इसे दिसंबर 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। मौजूदा समय में लगभग 35 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और नोएडा प्राधिकरण लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है, ताकि प्रोजेक्ट तय समय में धरातल पर उतर सके। Noida News
Noida News : दिल्ली–नोएडा के बीच चिल्ला बॉर्डर पर रोजाना लगने वाला रेंगता हुआ जाम अब जल्द ही बीते वक्त की कहानी बन सकता है। मयूर विहार से नोएडा के महामाया फ्लाईओवर तक तैयार हो रही चिल्ला एलिवेटेड रोड परियोजना ने दोबारा रफ्तार पकड़ ली है। तकनीकी अड़चनों की वजह से जो काम कुछ समय के लिए सुस्त पड़ गया था, वह अब दोबारा फास्ट ट्रैक पर है। नोएडा की सड़कों के ऊपर भविष्य की ये ‘हवाई सड़क’ खड़ी करने के लिए पिलर निर्माण, फाउंडेशन को और मजबूत बनाने और गिर्डर लॉन्चिंग जैसे अहम कामों पर दिन–रात युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। नोएडा को दिल्ली से जोड़ने वाली यह नई एलिवेटेड लाइन आने वाले समय में न सिर्फ जाम कम करेगी, बल्कि नोएडा की स्मार्ट सिटी वाली पहचान को भी और मजबूत करेगी।
नोएडा को मिलेगा नया कॉरिडोर
करीब 892 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रही यह एलिवेटेड रोड नोएडा के लिए सचमुच नई लाइफलाइन साबित हो सकती है। निर्माण की ज़िम्मेदारी उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम के पास है, जबकि पूरा प्रोजेक्ट नोएडा प्राधिकरण की कड़ी मॉनिटरिंग में आगे बढ़ रहा है। इस हाइटेड कॉरिडोर के शुरू होते ही मयूर विहार के पास स्थित चिल्ला बॉर्डर से सीधे नोएडा के महामाया फ्लाईओवर तक बिना सिग्नल, बिना रुकावट के स्मूथ सफर का रास्ता खुल जाएगा। इससे नोएडा के अंबेडकर पार्क के सामने वाली सड़क, एक्सप्रेसवे से सटे इलाकों और आसपास के सेक्टरों पर रोजाना लगने वाला भीषण जाम बड़ी हद तक कम होगा और नोएडा की सड़कें सचमुच स्मार्ट सिटी के मानकों पर खरा उतरती दिखेंगी।
कहां तक पहुंची नोएडा की चिल्ला परियोजना?
चिल्ला एलिवेटेड रोड परियोजना को पटरी पर लाने के लिए शुरुआत में नोएडा प्राधिकरण ने करीब 70 करोड़ रुपये की राशि जारी की थी। जून 2023 में कैबिनेट से हरी झंडी मिलने के बाद दो चरणों में टेंडर प्रक्रिया पूरी हुई और दूसरे टेंडर के बाद उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम ने एजेंसी तय कर मार्च 2024 से साइट पर तेज़ी से काम शुरू करा दिया। चूंकि भूमि अधिग्रहण और जमीन से जुड़ी ज्यादातर औपचारिकताएं पहले ही निपटाई जा चुकी थीं, इसलिए 2024 के आखिर तक निर्माण ने भी रफ्तार पकड़ ली। इस समय नोएडा में इस प्रोजेक्ट के तहत पिलर निर्माण, फाउंडेशन वर्क, सर्विस रोड का री-अलाइनमेंट और गिर्डर लॉन्चिंग जैसे अहम काम एक साथ चल रहे हैं। अधिकारियों का दावा है कि लगभग 35 फीसदी काम पूरा हो चुका है और लक्ष्य है कि तय समय सीमा के भीतर, यानि दिसंबर 2027 तक चिल्ला एलिवेटेड रोड को पूरी तरह चालू कर दिया जाए।
नोएडा से एयरपोर्ट और एक्सप्रेसवे तक सीधी और तेज पहुंच
- यह एलिवेटेड रोड मयूर विहार फ्लाईओवर को सीधे नोएडा के महामाया फ्लाईओवर से जोड़ेगी, यानी पूर्वी दिल्ली और मयूर विहार से आने वाला ट्रैफिक बिना कहीं अटकें सीधे नोएडा–ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर चढ़ सकेगा। इससे न सिर्फ चिल्ला बॉर्डर पर रोज़ लगने वाला रेंगता जाम कम होगा, बल्कि नोएडा की सड़कों पर ट्रैफिक का पूरा पैटर्न बदल जाएगा।
- इस प्रोजेक्ट का असर नोएडा पर कई स्तरों पर दिखेगा
- चिल्ला बॉर्डर से महामाया फ्लाईओवर तक रोजाना गुजरने वाले हजारों वाहनों को वैकल्पिक ऊंचा कॉरिडोर मिलेगा, जिससे पीक ऑवर्स में लगने वाली लंबी कतारों से काफी राहत मिलेगी।
- एक्सप्रेसवे, सेक्टर–18, सेक्टर–94 और आसपास के कारोबारी व कॉर्पोरेट हब तक पहुंच पहले से ज्यादा तेज़ और स्मूथ हो जाएगी, जिससे Noida का बिज़नेस माहौल और मजबूत होगा।
- यमुना एक्सप्रेसवे के ज़रिये आगरा–लखनऊ की ओर जाने वाले यात्रियों और जेवर स्थित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की ओर निकलने वालों को सीधा, छोटा और तेज़ रास्ता मिलेगा, जिससे समय और ईंधन – दोनों की अच्छी-खासी बचत होगी।
- कुल मिलाकर, यह एलिवेटेड रोड नोएडा को सिर्फ रियल एस्टेट और आईटी हब भर नहीं, बल्कि स्मार्ट कनेक्टिविटी वाला मॉडल सिटी बनाने की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है, जहां दिल्ली से एयरपोर्ट तक का सफर धीरे-धीरे “नॉन–स्टॉप कॉरिडोर” की शक्ल लेता दिखेगा।
नोएडा प्राधिकरण की राय
नोएडा प्राधिकरण के उपमहाप्रबंधक विजय कुमार रावल के मुताबिक, यह एलिवेटेड रोड मयूर विहार, सेक्टर–14 और सेक्टर–94 को जोड़ते हुए सीधे नोएडा–ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे से कनेक्ट करेगी। इससे दिल्ली–एनसीआर, यमुना एक्सप्रेसवे और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बीच कनेक्टिविटी और मजबूत होगी। रावल के अनुसार, परियोजना पर करीब 892 करोड़ रुपये की लागत आ रही है और इसे दिसंबर 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। मौजूदा समय में लगभग 35 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और नोएडा प्राधिकरण लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है, ताकि प्रोजेक्ट तय समय में धरातल पर उतर सके। Noida News












