Money Mind एक सौ रुपये में जहाज खरीद कर लाखों की कमाई, जानिए कैसे?

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locationभारत
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calendar25 Jan 2022 08:12 PM
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Money Mind क्या आप यकीन कर सकते हैं कि कोई व्यक्ति मात्र 100 रुपये में कबाड़ में हवाई जहाज खरीद सकता है और उससे लाखों रुपये कमा सकता है। लेकिन यह सत्य है। एक व्यक्ति ने मात्र एक सौ रुपये में जहाज की खरीदारी की और अपना थोड़ा सा दिमाग लगाकर लाखों रुपये की कमाई कर रहा है। ब्रिटिश एयरवेज का 747 जेट 2020 में रिटायर हो गया था। कुछ दिनों में उसकी हालत कबाड़ हो गई। जिस पर कंपनी ने उसे नीलाम करने का प्लान बनाया। इसके बाद एयरपोर्ट के चीफ एग्जीक्यूटिव सुजन्नाह हार्वे ने इसे एक पाउंड (100 रुपये) में खरीदा। फिर उन्होंने उसका रिनोवेशन शुरू करवाया, ताकि उसे पार्टी के लिए इस्तेमाल किया जा सके। जिसमें करीब 5 करोड़ रुपये खर्च हो गए।

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इतने पैसे खर्च होने के बाद कबाड़ प्लेन अंदर से पूरी तरह से महल बन गया है। जिसे निजी प्रोग्राम्स के लिए किराए पर दिया जाता है। ये प्लेन अब बर्थडे पार्टी, कॉर्पोरेट मीटिंग, प्रॉडक्ट लॉन्च आदि के लिए उपलब्ध है। इसके लिए लाखों से करोड़ों रुपये का रेंट लिया जाता है। कई बार तो कस्टमर एक घंटे की पार्टी के लिए लाखों रुपये के बिल का भुगतान करते हैं। हार्वे के मुताबिक ये पार्टी प्लेन अभी इंग्लैंड के प्राइवेट एयरपोर्ट कोट्सवोल्ड्स में खड़ा है। जिसमें हर तरह की पार्टी के लिए पूरी व्यवस्था की गई है। अंदर आपको रेस्टोरेंट, बार के साथ डिस्को भी मिल जाएगा। ऐसे में जब भी आप अंदर जाएंगे, तो आपको पार्टी करने का मन कर जाएगा। अब इसे लोग 'पार्टी प्लेन' नाम से जानने लगे हैं।

इनपुट एवं फोटो: ट्विटर

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karmanasa यूपी की इस नदी के पानी को हाथ तक नहीं लगाते लोग! बेहद अजीब है वजह

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar25 Jan 2022 06:00 PM
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karmanasa : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पाठ्यक्रम में एक कहानी शामिल थी, जिसका नाम कर्मनाशा (karmanasa) की हार है। यह रचना प्रसिद्ध रचनाकार शिव प्रसाद सिंह की है। शिव प्रसाद सिंह ने अपनी रचना कर्मनाशा (karmanasa) की हार में जिस नदी का जिक्र किया है, वह नदी उत्तर प्रदेश में बहती है। कहा जाता है कि सांप काटा बच सकता है, हलाहल जहर का सेवन करने वाले की मौत टल सकती है, लेकिन जिस पौधे को एक बार कर्मनाशा का जल छू जाए, वह कभी हरा नहीं हो सकता है। ऐसा ही मनुष्यों के लिए भी कहा गया है कि कर्मनाशा का पानी छूने वाला व्यक्ति कभी भी पुण्य फल प्राप्त नहीं कर सकता है।

भारत देश में नदियों को मां और देवी का दर्जा दिया गया है। नदियों को बेहद पवित्र माना गया है। उनकी पूजा होती है। पूजा-पाठ, शुभ कार्यों में पवित्र नदियों के जल का खासतौर पर उपयोग होता है। लेकिन उत्तर प्रदेश में एक ऐसी नदी भी है, जिसके पानी को लोग हाथ तक लगाने से बचते हैं।

सरस्‍वती, नर्मदा, यमुना, क्षिप्रा आदि नदियों का भी बेहद महत्‍व है। इन नदियों में स्‍नान के महापर्व कुंभ आयोजित किए जाते हैं। वहीं उत्‍तर प्रदेश की एक नदी कर्मनाशा के पानी को लोग छूते तक नहीं हैं। कर्मनाशा दो शब्दों से बना है। पहला कर्म और दूसरा नाशा। माना जाता है कि कर्मनाशा नदी का पानी छूने से काम बिगड़ जाते हैं और अच्छे कर्म भी मिट्टी में मिल जाते हैं। इसलिए लोग इस नदी के पानी को छूते ही नहीं हैं। ना ही किसी भी काम में उपयोग में लाते हैं।

कर्मनाशा नदी बिहार और उत्तर प्रदेश में बहती है। इस नदी का अधिकांश हिस्‍सा यूपी में ही आता है। यूपी में यह सोनभद्र, चंदौली, वाराणसी और गाजीपुर से होकर बहती है और बक्सर के पास गंगा में मिल जाती है। मान्‍यता है कि जब इस नदी के आसपास पीने के पानी का इंतजाम नहीं था, तब लोग फल खाकर गुजारा कर लेते थे लेकिन इस नदी का पानी उपयोग में नहीं लाते थे। जबकि कर्मनाशा नदी आखिर में जाकर गंगा में ही मिलती है।

पौराणिक कथाओं के अनुसार राजा हरिशचंद्र के पिता सत्यव्रत ने एक बार अपने गुरु वशिष्ठ से सशरीर स्वर्ग में जाने की इच्छा जताई, लेकिन गुरु ने इनकार कर दिया। फिर राजा सत्‍यव्रत ने गुरु विश्वामित्र से भी यही आग्रह किया। वशिष्ठ से शत्रुता के कारण विश्वामित्र ने अपने तप के बल पर सत्यव्रत को सशरीर स्वर्ग में भेज दिया। इसे देखकर इंद्रदेव क्रोधित हो गये और राजा का सिर नीचे की ओर करके धरती पर भेज दिया।

विश्वामित्र ने अपने तप से राजा को स्वर्ग और धरती के बीच रोक दिया और फिर देवताओं से युद्ध किया। इस दौरान राजा सत्‍यव्रत आसमान में उल्‍टे लटके रहे, जिससे उनके मुंह से लार गिरने लगी। यही लार नदी के तौर पर धरती पर आई। वहीं गुरु वशिष्‍ठ ने राजा सत्‍यव्रत को उनकी धृष्‍टता के कारण चांडाल होने का श्राप दे दिया। माना जाता है कि लार से नदी बनने और राजा को मिले श्राप के कारण इसे शापित माना गया।

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New Trend दूल्हे ने दुल्हन के साथ की ये शरारत... हर कोई हैरान

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:05 AM
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New Trend : भारत में शादी के दौरान रस्मों रिवाज की अदायगी तो आपने देखी ही होगी। शादी के दौरान स्टेज पर दूल्हा दुल्हन द्वारा की जाने वाली शरारतें भी अब ट्रेंड बनती जा रही है। ऐसा ही एक मामला और मामला सामने आया है, जिसमें दूल्हे ने दुल्हन के साथ ऐसी शरारत की कि हर कोई हैरान रह गया। असल में वरमाला डालते वक्त दूल्हे ने दुल्हन को 90 डिग्री के कोन तक झुका दिया।

शादियों में आजकल दूल्हा-दुल्हन खाने-पीने से लेकर नाचगाना और नई-नई रस्मों से खूब मस्ती करते हैं। आजकल शादियों में एक ट्रेंड सबसे ज्यादा देखने को मिलता है और वो है वरमाला के दौरान एक-दूसरे को सरप्राइज करना। आजकल शादियों में वरमाला के दौरान दूल्हा-दुल्हन को गोद में उठा लेना या फिर वरमाला के दौरान बचकर भागना ये ट्रेंड बन गया है। ऐसी ही एक शादी का वीडियो इन दिनों इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है।

दरअसल, वीडियो में एक क्यूट सा कपल वरमाला के दौरान क्यूट सी शरारत करता है, जिसे देख वहां मौजूद लोग हैरान रह जाते हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि दूल्हा जैसे ही दुल्हन को माला पहनाने की कोशिश करता है तो दुल्हन पीछे की ओर झुकने लगती है और जैस-जैसे दूल्हा आगे बढ़ता है वैसे-वैसे दुल्हन झुकती चली जाती है और 90 डिग्री एंगल तक झुक जाती है। ऐसे में दुल्हन की फिटनेस और बैलेंस को देख हर कोई हैरान रह जाता है।

 
 
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दूल्हा अंत में दुल्हन को खींच कर माला पहना देता है। इस मस्ती के दौरान दोनों के चेहरे पर जो मुस्कान थी वो देखने लायक थी। चार दिन पहले पोस्ट किए गए इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर 43 लाख से अधिक व्यूज मिल चुके हैं। दुल्हन की इस हरकत से यूजर्स हैरान रह गए। उनमें से कुछ ने टिप्पणी की कि उन्हें "योग शिक्षक" होना चाहिए, जबकि अन्य ने उन्हें "मैट्रिक्स दुल्हन" कहा।