International News : हवाईअड्डा के भूमि पूजन में शामिल हुए जयशंकर और मालदीव के राष्ट्रपति

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भूमिपूजन समारोह में जयशंकर ने कहा कि मालदीव के साथ भारत की साझेदारी एक दूसरे के कल्याण और हितों के लिए मिलकर काम करने की वास्तविक इच्छा पर आधारित है। उन्होंने कहा कि यह एक साझेदारी है, जिसने हमें चुनौतियों का तेजी से और प्रभावी ढंग से जवाब देने में सक्षम बनाया है, जैसा हमने हाल ही में कोविड महामारी के दौरान देखा। यह एक साझेदारी है, जिसने हमें परिणाम देने और हमारे लोगों को उनकी इच्छाओं, अकांक्षाओं और प्राथमिकताओं के अनुसार ठोस लाभ लाने में सक्षम बनाया है। अब हम सभी जानते हैं कि मौजूदा जटिल भू-राजनीतिक माहौल ने नए व्यवधान पैदा किए हैं जो दुनिया के हर देश को प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में सहयोग और सहभागिता की आवश्यकता और भी अधिक महत्वपूर्ण हो गई है।UP News : रोडवेज बस पुल की रेलिंग से टकराकर पलटी, 40 यात्री घायल
भारत ने उभरती हुई आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए मालदीव को समर्थन दिया है, जिसमें आपातकालीन वित्तीय सहायता भी शामिल है। यह माले को निरंतर सहयोग के लिए नई दिल्ली की दृढ़ प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। जयशंकर ने कहा कि हनिमाधू अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा विकास परियोजना की शुरुआत मजबूत भारत-मालदीव विकास साझेदारी में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है।International News
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि हनिमाधू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा विकास परियोजना के भूमि पूजन कार्यक्रम में राष्ट्रपति सोलिह, उनके मंत्रियों और स्थानीय नेताओं के साथ शामिल हुआ। यह परियोजना उत्तरी मालदीव और बाकी दुनिया के लोगों के बीच की खाई को पाट देगी। हमारे लोगों को एक साथ लाएगी। इसके कार्यान्वयन के लिए मालदीव के साथ होना भारत के लिए सौभाग्य की बात है।Lakhimpur Kheri Case: उत्तर प्रदेश सरकार ने आशीष मिश्रा की जमानत याचिका का किया विरोध
राष्ट्रपति सोलिह ने हवाई अड्डा विकास परियोजना को एक सुनियोजित, सुविचारित और क्रियान्वित परियोजना बताया। ऐतिहासिक परियोजना माले क्षेत्र के बाहर शुरू की गई, सबसे बड़ी और सबसे महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना है। सोलिह ने कहा कि एक्जिम बैंक ऑफ इंडिया से एमवीआर 2.1 अरब के ऋण के माध्यम से वित्तपोषित इस परियोजना का अनुबंध भारत स्थित फर्म जेएमसी प्रोजेक्ट्स से किया गया है। राष्ट्रपति सोलिह ने कहा कि परियोजना के पूरा होने पर उत्तरी क्षेत्र में आर्थिक प्रगति देखने को मिलेगी, क्योंकि इससे गेस्ट हाउस और शहर के होटलों सहित पर्यटन सुविधाओं में वृद्धि होगी, उत्तरी प्रवाल द्वीपों में रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा तथा यह क्षेत्र एक आर्थिक केंद्र में बदलेगा। जयशंकर तीन दिवसीय यात्रा पर बुधवार को मालदीव पहुंचे थे। देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noidaअगली खबर पढ़ें
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भूमिपूजन समारोह में जयशंकर ने कहा कि मालदीव के साथ भारत की साझेदारी एक दूसरे के कल्याण और हितों के लिए मिलकर काम करने की वास्तविक इच्छा पर आधारित है। उन्होंने कहा कि यह एक साझेदारी है, जिसने हमें चुनौतियों का तेजी से और प्रभावी ढंग से जवाब देने में सक्षम बनाया है, जैसा हमने हाल ही में कोविड महामारी के दौरान देखा। यह एक साझेदारी है, जिसने हमें परिणाम देने और हमारे लोगों को उनकी इच्छाओं, अकांक्षाओं और प्राथमिकताओं के अनुसार ठोस लाभ लाने में सक्षम बनाया है। अब हम सभी जानते हैं कि मौजूदा जटिल भू-राजनीतिक माहौल ने नए व्यवधान पैदा किए हैं जो दुनिया के हर देश को प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में सहयोग और सहभागिता की आवश्यकता और भी अधिक महत्वपूर्ण हो गई है।UP News : रोडवेज बस पुल की रेलिंग से टकराकर पलटी, 40 यात्री घायल
भारत ने उभरती हुई आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए मालदीव को समर्थन दिया है, जिसमें आपातकालीन वित्तीय सहायता भी शामिल है। यह माले को निरंतर सहयोग के लिए नई दिल्ली की दृढ़ प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। जयशंकर ने कहा कि हनिमाधू अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा विकास परियोजना की शुरुआत मजबूत भारत-मालदीव विकास साझेदारी में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है।International News
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि हनिमाधू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा विकास परियोजना के भूमि पूजन कार्यक्रम में राष्ट्रपति सोलिह, उनके मंत्रियों और स्थानीय नेताओं के साथ शामिल हुआ। यह परियोजना उत्तरी मालदीव और बाकी दुनिया के लोगों के बीच की खाई को पाट देगी। हमारे लोगों को एक साथ लाएगी। इसके कार्यान्वयन के लिए मालदीव के साथ होना भारत के लिए सौभाग्य की बात है।Lakhimpur Kheri Case: उत्तर प्रदेश सरकार ने आशीष मिश्रा की जमानत याचिका का किया विरोध
राष्ट्रपति सोलिह ने हवाई अड्डा विकास परियोजना को एक सुनियोजित, सुविचारित और क्रियान्वित परियोजना बताया। ऐतिहासिक परियोजना माले क्षेत्र के बाहर शुरू की गई, सबसे बड़ी और सबसे महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना है। सोलिह ने कहा कि एक्जिम बैंक ऑफ इंडिया से एमवीआर 2.1 अरब के ऋण के माध्यम से वित्तपोषित इस परियोजना का अनुबंध भारत स्थित फर्म जेएमसी प्रोजेक्ट्स से किया गया है। राष्ट्रपति सोलिह ने कहा कि परियोजना के पूरा होने पर उत्तरी क्षेत्र में आर्थिक प्रगति देखने को मिलेगी, क्योंकि इससे गेस्ट हाउस और शहर के होटलों सहित पर्यटन सुविधाओं में वृद्धि होगी, उत्तरी प्रवाल द्वीपों में रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा तथा यह क्षेत्र एक आर्थिक केंद्र में बदलेगा। जयशंकर तीन दिवसीय यात्रा पर बुधवार को मालदीव पहुंचे थे। देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noidaसंबंधित खबरें
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