Russia Ukraine War: पीएम मोदी ने की पुतिन से की बात, चर्चा में इन मुद्दों को उठाया

Russia Ukraine Conflict Conflict deepens between Russia and Ukraine US imposed restrictions Featured Image ChetnaManch
Russia-Ukraine-War
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 01:14 PM
bookmark
Russia Ukraine War: रशिया और यूक्रेन के बीच जारी जंगके बीच प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन सेफोन पर बात की है। मोदी ने जोर देकर कहा है कि, बात चीत के जरिए ही कोई हल निकाला (find Solution through Dialogue) जा सकता है। मोदी के मुताबिक कूटनीति के जरिए ही शांति स्थापित की जा सकती है (Peace through Diplomacy) वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने रशिया राष्ट्रपति पुतिन के सामने भारतीयों की सुरक्षा का अहम मुद्दा उठाया है। इसके अलावा पीएम मोदी ने हिंसा का छोड़ने की बात भी कही। मोदी ने कहा कि बात चीत से मामले में हल निकाला जाना बेहतर पर्याय है।

रूस क्यों चिढ़ता है NATO से ? जानिए क्या है दुश्मनी की कहानी

Russia Ukraine War पर मोदी ने पुतिन को क्या बताया?

25 मिनट की चली बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे ज्यादा इसी बात पर जोर देकर कहा कि युद्ध से किसी भी तरह का समाधान निकलने नहीं वाला। मोदी के मुताबिक अगर रशिया के नाटों (NATO) देशों संग विवाद हैं तो, वो भी सिर्फ बातचीत के जरिए हल करना चाहिए। इस बातचीत में मोदी ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों पर भी चर्चा की। चर्चा में मोदी ने यह साफ कह दिया कि, यूक्रेन में फसे भारतीयों की सुरक्षा भारत के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है। पुतिन और मोदीकी  इस बातचीत के अंत में दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि आगे भी हर मुद्दे पर मंथन किया जाएगा (issue will be discussed) और कूटनीतिक चैनल को मजबूत करने (to strengthen the diplomacy channel) का काम किया जाएगा। >>  यह भी पढ़े:-  रूस और यूक्रेन में गहराता विवाद, अमेरिका ने लगाई पाबंदियां

आगे भारत सरकार की रणनीति क्या है?

वैसे पुतिन और मोदी की इस बैठक से पहले मोदी ने एक हाई लेवल मीटिंग भी की थी। उस बैठक में विदेश मंत्री,रक्षा मंत्री और वित्त मंत्री समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे थे। उस बैठक में चर्चा हुई कि, 'भारत की तरफ से इस विवाद पर ज्यादा बया नहीं (Not much statement) दिए जाएंगे। वहीं अगर कुछ बोला भी जाएगा तो बयान सिर्फ 'विशेष मंत्रालयों द्वारा दिए जाएंगे। सेना को भी इस विवाद पर ज्यादा बयान देने से रोका है। वहीं इससे पहले रक्षा मंत्री ने हालातों को लेकर कहा था कि यूक्रेन में मौजूद और फसे भारतीयों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकाला जाएगा। रक्षा मंत्री ने यह भी कहा था कि यूक्रेन में हालात गंभीर हैं। वहां जमीन पर स्थिति तेजी से बदल रही है। लेकिन भारत चाहता है कि, सभी और शांति कायम रहनी चाहिए और बातचीत से समस्या का हल निकाला जाना चाहिए। >>  यह भी पढ़े:-  लखीमपुर खीरी में वोटिंग बाधित, शरारती तत्वों ने EVM में डाला फेविक्विक

रूस का क्या स्टैंड है?

वैसे भारत जरूर बातचीत के जरिए समाधान निकलाने की बात कर रहा है लेकिन पुतिन साफ कर चुके हैं कि उनके पास युद्ध के अलावा कोई दूसरा विकल्प बचा नहीं। पुतिन की माने तो यूक्रेन के खतरे से निपटना रशिया की सुरक्षा के लिए जरूरी है। रूस जल्द ही अब यूक्रेन की राजधानी कीव पर भी हमला कर सकते है। आपको बता दें कि, यूक्रेन पर रशिया के हमले का असर वैश्विक शेयर बाजार (Global Stock Exchange) पर भी सुबह से दिख रहा है। भारत का शेयर बाजार (India Stock Exchange) भी इससे प्रभावित है। सेंसेक्स में 2,700 से ज्यादा के अंक की गिरावट देखी गई है, वहीं निफ्टी भी गिरकर 16,400 पर बंद हुआ है। वहीं Russia Ukraine War की वजह से वैश्विक स्तर पर तेल संकट (Global Oil Crisis) हो गया है। इसपर प्रधानमंत्री कार्यालय, वित्त मंत्रालय और ऑयल मिनिस्ट्री (Oil Ministry) ने विस्तृत चर्चा की। Oil Ministry ने इसमें ताजा नुकसान के बारे में बताया। फिलहाल सरकार की वैश्विक तेल सप्लाई चेन (global oil supply chain) पर नजर रखी है। >>  यह भी पढ़े:-  5 वें चरण में इन दिग्गज नेताओं की किस्मत दांव पर, विस्तार से देखे
अगली खबर पढ़ें

Russia Ukraine war- हमले में 137 लोगों ने गंवाई जान, US की तरफ से मिला बड़ा ऑफर जाने इस युद्ध से जुड़ी अब तक की अपडेट

Picsart 22 02 25 10 21 35 869
रूस यूक्रेन युद्ध में गई 137 लोगो की जान (PC- The Indian Express)
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 01:12 AM
bookmark
Russia Ukraine war- रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी हुई जंग इस समय पूरे विश्व की समस्या बनी हुई है। हर देश की निगाहें इस जंग पर टिकी हुई है। इस युद्ध से जुड़ी ताजा अपडेट सामने आई है। अब तक रूसी हमले में यूक्रेन के 137 लोगों की जान चली गई है जबकि 308 लोगों के घायल होने की खबर सामने आई है। गुरुवार रात यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलेदिमीर ज़ेलेन्स्की ( President of Ukraine Volodymyr Zelenskyy) ने एक वीडियो मैसेज से जारी किया है। इस वीडियो संदेश में इन्होंने 137 लोगो की मृत्यु व 308 लोगों के घायल होने की खबर की पुष्टि की है। अपने वीडियो संदेश में इन्होंने अपने देश के नागरिकों को खो देने का दुख जाहिर किया है। इसके साथ ही उन्होंने इस बात का भी खेद जाहिर किया है कि आज इस मुसीबत की घड़ी में दुनिया भर के देशों ने यूक्रेन को अकेला रूस से लड़ने के लिए छोड़ दिया।

अमेरिका ने यूक्रेन के खिलाफ रूस को दिया बड़ा ऑफर-

रूस और यूक्रेन (Russia Ukraine war) के बीच हो रही लड़ाई में अब अमेरिका ने यूक्रेन (US support for Ukrane) का साथ देने का फैसला लिया है। रूस के खिलाफ घातक हथियार तैयार करने के लिए अमेरिका ने यूक्रेन को 600 मिलियन डॉलर की मदद करने की बात कही है।

रूस यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine war) से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें-

रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध के पहले दिन रूस ने यूक्रेन पर कुल 203 हमले किए जिसमे यूक्रेन के 70 से भी अधिक सैन्य ठिकानों को नष्ट किया गया। इस हमले में यूक्रेन के हेलीकॉप्टर समेत ड्रोन भी खत्म कर दिए गए। रूस द्वारा यूक्रेन पर किए गए हमले से पश्चिमी देश काफी नाराज है। अमेरिका के राष्ट्रपति ने ने इस हमले को लेकर बयान दिया कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन एक आक्रमणकारी है। और इस युद्ध (Russia Ukraine war) को पुतिन ने ही चुना है। इसके साथ ही अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने इस युद्ध में यूक्रेन को आर्थिक सहायता प्रदान करने का फैसला लिया है। वहीं दूसरी तरफ ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Borris Johnson) भी इस युद्ध में यूक्रेन के साथ नजर आ रहे हैं। उन्होंने एयरोफ्लोट विमानन कंपनी को प्रतिबंधित करने का फैसला लिया है जिससे आने वाले समय में रूस की सैन्य, औद्योगिक एवं तकनीकी क्षमताओं को बाधित किया जा सके।

परमाणु खतरे की वजह बन सकता है यह युद्ध-

दुनिया भर के देशों का कहना है कि रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ा हुआ यह युद्ध परमाणु खतरे की वजह बन सकता है। गौरतलब है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन (Vladimir Putin) ने युद्ध में परमाणु हमले की धमकी दी है। इसके जवाब में फ्रांस के विदेश मंत्री ज्यां यवेस ला द्रियां (EAM Jean Yves Le Drian) का कहना है कि यदि युद्ध में परमाणु हमला करता है तो यूक्रेन भी पीछे नहीं रहेगा, क्योंकि नाटो एक परमाणु संगठन है।
Russia Ukraine news: : रूस का कौन सा सीक्रेट दस्तावेज जिस पर लंबे वक्त से पुतिन लिख रहे थे यूक्रेन की  हार।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति से की हिंसा रोकने की अपील-

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने गुरुवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) से वार्तालाप की। नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति से इस हिंसा को रोकने की अपील की। इसके साथ ही इस वार्तालाप में मोदी जी ने पुतिन को यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों व छात्रों की स्थिति से भी अवगत कराया। और उनकी सुरक्षित वतन वापसी को अपनी प्राथमिकता बताई। जिसका साफ मतलब है कि इसके लिए अगर इन्हें रूस के खिलाफ भी जाना पड़े तो पीछे नहीं हटेंगे। वहीं दूसरी तरफ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस हमले को पड़ोसी देशों से उत्पन्न हो रहे खतरों का जवाब बताया है। आने वाले समय में यह युद्ध क्या परिणाम लेकर आएगा देखने वाली बात होगी।
अगली खबर पढ़ें

Petrol-Gas Price:रुस-यूक्रेन तनाव के बीच पेट्रोल- गैस की कीमत में होगी बढ़ोतरी, तेल की कीमत पर दिखेगा प्रभाव

Index1
(Petrol-Gas Price) Source: India
locationभारत
userचेतना मंच
calendar24 Feb 2022 07:49 PM
bookmark
नई दिल्ली: दुनियाभर में गैस (Petrol-Gas Price) की भारी किल्लत देखने को मिल रही है और अप्रैल में इसका प्रभाव भारत में काफी अधिक हो सकता है जिसकी वजह से लोगों मे गैस की कीमत को लेकर काफी आशंका बढ़ती जा रही है। वही एक्सपर्ट की बात करें तो पेट्रोल और डीजल कच्चे तेल वाली कीमतें भी अपनी चरम सीमा पर पहुंचने जा रही है क्योंकि रुस और यूक्रेन में काफी विवाद चल रहा है। इसको लेकर देश में गैस (Petrol-Gas Price) की कीमत में दोगुना इजाफा हो सकता है। इसके साथ ही सीएनजी (CNG), पीएनजी (PNG) और बिजली की कीमतें बढ़नी की पूरी संभावना है। इसके अलावा सरकार का फर्टिलाइजर सब्सिडी बिल भी बढ़ने की संभावना लगाई जा रही है। ग्लोबल इकॉनमी में कोरोना महामारी खत्म होने के बाद पटरी पर आती दिख रही है। और इसके अलावा एनर्जी की मांग भी बढ़ती जा रही है। लेकिन 2021 में सप्लाई को बढ़ाने के लिए ध्यान में रखते हुए कोई अहम फैसला नहीं लिया गया है। इसके चलते गैस (Gas Price) की कीमत में काफी बढ़ोतरी हो चुकी है। घरेलू इंडस्ट्रीज पहले के मुकाबले आयातित एलएनजी (LNG) के लिए ज्यादा कीमत चुकाने को तैयार हो गई है। इसके कारण ही लॉन्ग टर्म कॉन्ट्रैक्ट्स हो गए हैं जहां कीमत कच्चे तेल से संबंधित है। उन्होंने स्पॉट मार्केट से खरीदारी को कम करने के लिए ये निर्णय लिया है। इंडस्ट्री के जानकारों और एनालिस्ट्स द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक इसे 2.9 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू से बढ़ाने के बाद 6 से 7 डॉलर किया जा चुका है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के अनुसार गहरे समुद्र से निकलने वाली गैस की बात करें तो इसकी कीमत 6.13 डॉलर से बढ़ने के बाद करीब 10 डॉलर पर पहुंच गई है। कंपनी अगले महीने के साथ कुछ गैस की नीलामी करने जा रही है। मार्केट एक्सपर्ट के मुताबिक सीएनजी की गाड़ियों की बात करें तो अभी कॉस्ट आर्बिट्रेज पेट्रोल के मुकाबले 55 फीसदी हो चुका है। अगर पेट्रोल( Petrol Price) की कीमत में बढ़ोतरी होती रहती है तो यह संतुलन बनाने में मदद मिल सकती है। लेकिन अगर तेल की कीमत में बढ़ोतरी नहीं होती है या इसमें गिरावट होना शुरु हो जाती है तो फिर स्थिति अलग होने जा रही है।