National News: जीएसटी परिषद की बैठक शुरू, कर चोरी रोकने पर विचार

Capture2 8
National News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 02:18 AM
bookmark
National News: नई दिल्ली। माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की नीति-निर्धारक इकाई जीएसटी परिषद की अहम बैठक शनिवार को शुरू हो गई जिसमें जीएसटी कानून के तहत गड़बड़ियों को अपराध की श्रेणी से बाहर करने पर विचार होने की संभावना है।

National News

बैठक के एजेंडे में अपीलीय न्यायाधिकरणों की स्थापना और पान मसाला एवं गुटखा व्यवसायों में कर चोरी को रोकने की व्यवस्था बनाना भी शामिल है। इसके अलावा ऑनलाइन गेमिंग और कसीनो पर जीएसटी को लेकर विचार-विमर्श भी किया जा सकता है। मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा की अध्यक्षता वाले मंत्रियों के समूह (जीओएम) ने इस मुद्दे पर अपनी रिपोर्ट बृहस्पतिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को सौंप दी थी। वित्त मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा कि जीएसटी परिषद की 48वीं बैठक की अध्यक्षता वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ऑनलाइन ढंग से करेंगी। इस बैठक में वित्त राज्य मंत्रियों के अलावा राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के वित्त मंत्री और केंद्र सरकार तथा राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं। इस बैठक में कर अधिकारियों की एक रिपोर्ट पर भी विचार किया जाएगा और कुछ वस्तुओं एवं सेवाओं पर लागू जीएसटी दर को स्पष्ट करने की कोशिश की जाएगी। जीएसटी कानून के तहत की जाने वाली गड़बड़ियों को अपराध की श्रेणी से बाहर करने के संबंध में जीएसटी परिषद की कानून समिति ने मुकदमा शुरू करने के लिए मौद्रिक सीमा बढ़ाने का सुझाव दिया है। कानून समिति ने यह सुझाव भी दिया है कि जीएसटी के तहत गड़बड़ियों के लिए करदाताओं द्वारा देय शुल्क को घटाकर कर राशि के 25 प्रतिशत तक किया जाए। इस समय यह 150 प्रतिशत तक है। इसी तरह आपराधिक मामलों के तहत मुकदमा चलाने के लिए वर्तमान पांच करोड़ रुपये की सीमा को बढ़ाकर 20 करोड़ रुपये करने का सुझाव दिया गया है। सूत्रों ने कहा कि पान मसाला और गुटखा कंपनियों द्वारा की जाने वाली कर चोरी पर तैयार जीओएम की रिपोर्ट पर इस बैठक में चर्चा होने की संभावना है। माल और सेवा कर अपीलीय न्यायाधिकरण के गठन के संबंध में जीओएम ने सुझाव दिया है कि इसमें दो न्यायिक सदस्य, केंद्र तथा राज्यों के एक-एक तकनीकी सदस्य के साथ ही अध्यक्ष के रूप में उच्चतम न्यायालय के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश होने चाहिए। ऑनलाइन गेमिंग, कसीनो और घुड़दौड़ पर कर लगाने के संबंध में जीओएम ने नवंबर में अपनी पिछली बैठक में 28 प्रतिशत की दर से जीएसटी लगाने पर सहमति जताई थी। हालांकि, आम सहमति के अभाव में इस पर फैसले को टाल दिया गया था।

New Delhi: सु्प्रीम कोर्ट ने बिल्कीस बानो की पुनरीक्षण याचिका खारिज की

अगली खबर पढ़ें

Pathaan movie 'हिजाब पहनें तो दिक्कत, बिकिनी पहनें तो दिक्कत', पठान फिल्म को लेकर BJP पर बरसीं टीएमसी सांसद

15 14
Pathaan movie
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 10:28 PM
bookmark

Pathaan movie besharam song controversy: पठान फिल्म के 'बेशर्म' गाने को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। भारतीय जनता पार्टी के नेता और हिंदूवादी संगठन इस गाने को लेकर लगातार दीपिका पादुकोण और शाहरुख खान का विरोध कर रहे हैं। भाजपा नेताओं और संगठन से जुड़े लोगों का कहना है कि दीपिका पादुकोण को भगवा रंग के कपड़े पहनाकर फिल्म निर्माताओं ने हिंदू धर्म का अपमान किया है। वहीं, अब इस विवाद में टीएमसी की सांसद और फिल्म अभिनेत्री नुसरत जहां भी कूद गई हैं। नुसरत जहां ने भाजपा नेताओं पर तीखा पलटवार किया है।

Pathaan movie

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नुसरत जहां ने कहा कि इन लोगों को हर चीज से समस्या है। नुसरत जहां ने कहा, 'सत्ता में बैठी एक पार्टी लोगों के अलग-अलग समूह में एक नई तस्वीर बनाने की कोशिश कर रही है। अगर कोई महिला हिजाब पहनती है, तब इनको समस्या है। अगर कोई महिला बिकिनी पहनती है, तब इन लोगों को समस्या है। दरअसल इन लोगों को हर चीज से समस्या है। ये वो लोग हैं जो नई पीढ़ी की महिलाओं को बता रहे हैं कि उन्हें क्या पहनना है।'

नुसरत ने आगे कहा, 'ये लोग हमारी लाइफ को कंट्रोल करने की कोशिश कर रहे हैं। हमें क्या पहनना है, क्या खाना है, हमें कैसे बात करनी चाहिए, हमें कैसे चलना चाहिए, हमें स्कूल में क्या सीखना चाहिए और हमें टीवी पर क्या देखना चाहिए...सब कुछ यही लोग तय कर रहे हैं। इस तथाकथित नए विकसित भारत में हमें पूरी तरह से अपने मुताबिक चलाने की कोशिश की जा रही है। ये सब बहुत डरावना है। मुझे डर है कि अगर यही सब लंबे वक्त तक चला तो पता नहीं हम कहां पहुंच जाएंगे।'

आपको बता दें कि इस मुद्दे को लेकर भाजपा और टीएमसी के बीच ट्विटर पर उस वक्त बहस छिड़ी, जब तृणमूल कांग्रेस के नेता ऋजु दत्ता ने अपने ट्विटर हैंडल पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का एक पुराना वीडियो शेयर किया, जिसमें वो फेमिना मिस इंडिया 1998 कॉन्टेस्ट में केसरिया रंग के कपड़ों में रैंप वॉक करती हुई नजर आ रही हैं। दरअसल इससे पहले भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कोलकाता फिल्म फेस्टिवल का एक वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया था, जिसमें उन्होंने सिंगर अरिजीत सिंह के गाने 'रंग दे तू मोहे गेरुआ' के लिए उनकी तारीफ की। इस कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी मौजूद थीं। इसी ट्वीट पर टीएमसी नेता ऋजु दत्ता ने स्मृति ईरानी का वीडियो शेयर किया।

Greater Noida: नोएडा-ग्रेटर नोएडा में निवेश के लिए 8 हजार करोड़ रूपए का एमओयू

देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

New Delhi: सु्प्रीम कोर्ट ने बिल्कीस बानो की पुनरीक्षण याचिका खारिज की

Capture1 7
New Delhi
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 02:52 PM
bookmark
New Delhi: नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने बिल्कीस बानो की उस याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें सामूहिक दुराचार मामले के 11 दोषियों की सजा माफ करने की याचिका पर गुजरात सरकार से विचार करने के लिए कहने संबंधी शीर्ष अदालत के आदेश की समीक्षा का अनुरोध किया गया था।

New Delhi

बानो 2002 में गुजरात दंगों के दौरान सामूहिक बलात्कार की शिकार हुई थीं और उनके परिवार के सात सदस्यों की हत्या कर दी गई थी। प्रक्रिया के अनुसार, शीर्ष अदालत के फैसले के खिलाफ पुनरीक्षण याचिका पर फैसला संबंधित निर्णय सुनाने वाले न्यायाधीश अपने कक्ष में करते हैं। कक्ष में विचार करने के लिए यह याचिका 13 दिसंबर को न्यायमूर्ति अजय रस्तोगी और न्यायमूर्ति विक्रम नाथ की पीठ के समक्ष आई थी। शीर्ष अदालत के सहायक पंजीयक द्वारा बानो की वकील शोभा गुप्ता को भेजे गए संदेश में कहा गया है, मुझे आपको यह सूचित करने का निर्देश दिया गया है कि उच्चतम न्यायालय में दायर उक्त पुनरीक्षण याचिका 13 दिसंबर 2022 को खारिज कर दी गई। बानो ने एक दोषी की याचिका पर शीर्ष अदालत द्वारा 13 मई को सुनाए गए आदेश की समीक्षा किए जाने का अनुरोध किया था। शीर्ष अदालत ने गुजरात सरकार से नौ जुलाई 1992 की नीति के तहत दोषियों की समय से पूर्व रिहाई की मांग वाली याचिका पर दो महीने के भीतर विचार करने को कहा था। गुजरात सरकार ने सभी 11 दोषियों की सजा माफ करते हुए उन्हें 15 अगस्त को रिहा कर दिया था।

ANDHRA PRADESH: कोल्लेरू झील में 10 लाख प्रवासी पक्षियों के आने की संभावना