National News : कृषि उड़ान योजना से 21 और हवाई अड्डों को जोड़ेगी सरकार : सिंधिया

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Government will connect 21 more airports with Krishi Udaan scheme: Scindia
locationभारत
userचेतना मंच
calendar14 Feb 2023 08:40 PM
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इंदौर (मध्य प्रदेश)। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कहा कि सरकार ‘कृषि उड़ान’ योजना से देश के 21 और हवाई अड्डों को जोड़ना चाहती है, ताकि जल्दी खराब होने वाले कृषि, बागवानी और मत्स्य उत्पादों का तेज रफ्तार हवाई परिवहन सुनिश्चित किया जा सके।

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सिंधिया, भारत की जी20 अध्यक्षता में कृषि उप प्रमुखों की इंदौर में जारी बैठक में हिस्सा लेने के बाद मीडिया से मुखातिब थे। उन्होंने कहा कि फिलहाल कृषि उड़ान योजना से देश के कम से कम 31 हवाई अड्डे जुड़े हैं। मैं इस योजना से 21 और हवाई अड्डों को जोड़ने के लिए रक्षा मंत्रालय से चर्चा कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि कृषि, बागवानी और मछलीपालन क्षेत्रों के जल्दी खराब होने वाले उत्पादों के तेज रफ्तार परिवहन के लिए शुरू की गई कृषि उड़ान योजना बेहद कामयाब रही है। सिंधिया ने मिसाल दी कि पूर्वोत्तर भारत में पैदा होने वाले नींबू, कटहल और अंगूर इस योजना के जरिये न केवल देश के अन्य हिस्सों, बल्कि जर्मनी, इंग्लैंड, सिंगापुर और फिलीपींस तक पहुंच रहे हैं।

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Bihar News : वायरल वीडियो में केंद्रीय मंत्री को जान से मारने की धमकी देने वाला गिरफ्तार

जी20 बैठक के दूसरे दिन खाद्य सुरक्षा और पोषण, पर्यावरण अनुकूल तरीकों से टिकाऊ खेती, समावेशी कृषि मूल्य श्रृंखला एवं खाद्य आपूर्ति तंत्र और कृषि रूपांतरण के डिजिटलीकरण सरीखे चार प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर विस्तृत विचार-विमर्श हुआ। बैठक के आखिरी दिन बुधवार को प्रतिनिधियों द्वारा कृषि कार्य समूह की ओर से दिए जाने वाले प्रमुख समाधानों पर चर्चा की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि भारत के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में आयोजित तीन दिवसीय बैठक में 30 देशों के 89 कृषि प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
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Bihar News : वायरल वीडियो में केंद्रीय मंत्री को जान से मारने की धमकी देने वाला गिरफ्तार

Arrested
Man arrested for threatening to kill Union minister in viral video
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 01:55 AM
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हाजीपुर। केंद्रीय मंत्री एवं बिहार के वरिष्ठ भाजपा नेता नित्यानंद राय को जान से मारने की धमकी देने वाले एक युवक को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया।

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UP Crime News : सामूहिक बलात्कार के जुर्म में दो सगे भाइयों को 20-20 साल की, पिता को पांच साल की सजा

वैशाली के पुलिस अधीक्षक कुमार मनीष के अनुसार आरोपी माधव झा (25) को जिला मुख्यालय हाजीपुर स्थित नगर थाना क्षेत्र से सुबह गिरफ्तार किया गया। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री राय इस सप्ताह के अंत में महाशिवरात्रि के अवसर पर यहां एक जुलूस में हिस्सा लेने वाले हैं और झा ने वीडियो में इस अवसर पर नेता पर 'दो गोलियां चलाने' की बात कही है।

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National News : अंतरराष्ट्रीय सीमा, एलओसी के 100 किमी के दायरे में पर्यावरण उपायों को अपनाने का दिशानिर्देश जारी

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आरोपी का दावा है कि उसे ऐसा करने के लिये पिछले काफी दिनों से स्वप्न आ रहा था। आगे की जांच जारी है। संयोग से, राय ने हाजीपुर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया था, जिसका नाम उसी नाम के शहर वैशाली के नाम पर रखा गया था, जहां वैशाली का मुख्यालय है। वह अब उजियारपुर से लोकसभा में अपना दूसरा कार्यकाल पूरा कर रहे हैं, जिसका एक हिस्सा वैशाली जिले में आता है। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
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National News : अंतरराष्ट्रीय सीमा, एलओसी के 100 किमी के दायरे में पर्यावरण उपायों को अपनाने का दिशानिर्देश जारी

Loc
Guidelines for adoption of environmental measures within 100 km radius of International Border, LoC issued
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 04:44 AM
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नई दिल्ली। जोशीमठ संकट के बाद केंद्र ने एक मानक संचालन प्रक्रिया जारी की है, जिसमें एजेंसियों से अंतरराष्ट्रीय सीमा या नियंत्रण रेखा के 100 किलोमीटर के दायरे में आने वाली सभी सड़कों और राजमार्ग परियोजनाओं में पर्यावरण सुरक्षा उपायों को अनिवार्य रूप से लागू करने को कहा गया है।

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केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय द्वारा छह फरवरी को जारी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) में अनिवार्य आपदा प्रबंधन योजनाओं, जोखिम आकलन और पर्यावरण के लिहाज से संवेदनशीलता का अध्ययन और सुरंग बनाने के दौरान सावधानियों पर जोर दिया गया है।

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मंत्रालय द्वारा अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) या नियंत्रण रेखा (एलओसी) के 100 किलोमीटर तक की राजमार्ग परियोजनाओं के लिए पर्यावरण मंजूरी की आवश्यकता को हटाने के सात महीने बाद ये दिशानिर्देश आए हैं। इसके मुताबिक, सतत पर्यावरणीय सुरक्षा उपायों के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा/नियंत्रण रेखा से 100 किलोमीटर के दायरे में आने वाली सभी सड़कों/राजमार्ग परियोजनाओं के लिए दिशानिर्देशों का पालन किया जाना है। सभी प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों के अध्यक्षों, विशेषज्ञ मूल्यांकन समितियां और पर्यावरण प्रभाव मूल्यांकन प्राधिकरणों सहित अन्य लोगों को जारी एक आधिकारिक ज्ञापन में कहा गया है। इसके अलावा, नियंत्रण रेखा या सीमा से 100 किलोमीटर तक की सभी राजमार्ग परियोजनाओं के लिए पूर्व पर्यावरण मंजूरी की छूट इसे किसी अन्य अधिनियम, नियम, विनियमन, उप-नियमों और अधिसूचना आदि के तहत प्राप्त की जाने वाली मंजूरी, सहमति, अनुमति आदि से छूट नहीं देती है।एजेंसियों को जोखिम का आकलन करना चाहिए और उसके आधार पर आपदा प्रबंधन अधिनियम के अनुसार एक योजना तैयार की जानी चाहिए।

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मंत्रालय ने कहा कि इसे सक्षम प्राधिकारी से मंजूरी मिलनी चाहिए और इसे लागू किया जाना चाहिए। मंत्रालय ने कहा, यदि प्रस्तावित मार्ग किसी पहाड़ी क्षेत्र से गुजर रहा है तो भूस्खलन, ढलान स्थिरता, भूकंपीय गतिविधि के दृष्टिकोण से परियोजना क्षेत्र की संवेदनशीलता पर व्यापक अध्ययन, जिसमें यह स्थित है, क्षेत्र की पर्यावरण संवेदनशीलता अध्ययन प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थान के माध्यम से किया जाए और उसके आधार पर पर्यावरण के अनुकूल और सुरक्षित निर्माण पद्धति अपनाई जाए।

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मंत्रालय के मुताबिक परियोजना प्रस्तावकों को भूस्खलन प्रबंधन योजनाएं तैयार करने और निर्माण से पहले, दौरान और बाद में सभी उपचारात्मक, एहतियाती उपाय करने के लिए कहा गया है। इसके मुताबिक उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि निर्माण शुरू करने से पहले विषय विशेषज्ञों की देखरेख में सभी पर्यावरणीय सुरक्षा उपायों को अनिवार्य रूप से लागू किया जाए। कटाई या तटबंध के मामले में, तटबंध से मिट्टी के कटाव को नियंत्रित करने और भूस्खलन, चट्टानों के गिरने आदि को रोकने के उपाय किए जाने चाहिए। उत्तराखंड में अधिकारियों ने चमोली जिले के जोशीमठ को भूस्खलन और धंसाव प्रभावित क्षेत्र घोषित किया है। लंबी पैदल यात्रा और तीर्थ स्थल के रूप में प्रसिद्ध शहर में आवासीय और वाणिज्यिक इमारतों और सड़कों और खेतों पर चौड़ी दरारें दिखाई दी हैं। कई इमारतों को असुरक्षित घोषित कर दिया गया है और निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा जारी उपग्रह से ली गई तस्वीरों से पता चलता है कि दो जनवरी को जमीन धंसने की संभावित घटना के बाद हिमालयी शहर महज 12 दिनों में 5.4 सेमी धंस गया। हालांकि जोशीमठ भूस्खलन की संभावना वाले क्षेत्र में एक नाजुक पहाड़ी ढलान पर स्थित है, लेकिन इसके धंसाव के लिए वहां बड़े पैमाने पर की जा रही विकास परियोजनाओं को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।