MP News: जाबांज मां, सवा साल के बच्चे को बचाने के लिए बाघ से भिड़ी महिला, फिर हुआ ये

MP News: खबर मध्य प्रदेश के उमरिया से है, जहां पर एक महिला अपने बच्चे के लिए जाबांज मां बन गई। सवा साल के बच्चे को बाघ से जबड़ों से बचाने के लिए महिला बाघ से भीड़ गई। बाघ और महिला के बीच करीब 20 मिनट तक युद्ध हुआ। अंतत: मां की ममता विजयी हुई और इस जाबांज मां ने बाघ से अपने मासूम बच्चे को बचा लिया। इस लड़ाई में महिला घायल हो गई, जिसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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घटना उमरिया के रोहनिया गांव की है। एमपी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मानपुर बफर जोन से लगी ज्वालामुखी बस्ती निवासी भोला चौधरी की पत्नी अर्चना सुबह लगभग 10 बजे अपने सवा साल के बच्चे राजवीर को नजदीक की बाड़े में शौच के लिए ले गई थी। इसी दौरान झाड़ियों में छिपा बाघ बाहर निकल आया और और बच्चे को अपने जबड़े में दबा लिया।
बेटे को बचाने अर्चना बाघ से भिड़ गई। इस दौरान बाघ के नाखून अर्चना के फेफड़े तक घुसे, लेकिन वो लड़ती रही। इस दौरान शोर शराबा सुनकर बस्ती के लोग लाठी डंडे लेकर पहुंचे तो बाघ जंगल की ओर भाग गया। महिला और उसे बच्चे को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल भेजा गया।
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. एलएन रूहेला ने बताया कि महिला की पीठ पर नाखून के गहरे घाव थे। टांके लगाने के बाद भी खून नहीं रुक रहा था। बच्चे के सिर में चोट आई है, लेकिन वह खतरे से बाहर है।
आपको बता दें कि टाइगर रिजर्व के अधिकारी गांव में लगातार अलर्ट रहने के लिए मुनादी करा रहे हैं। उन्होंने लोगों को घर पर ही रहने की सलाह दी है। खेत में छिपे बाघ को जंगल में खदेड़ने के लिए हाथियों की मदद ली जा रही है।
MP News: खबर मध्य प्रदेश के उमरिया से है, जहां पर एक महिला अपने बच्चे के लिए जाबांज मां बन गई। सवा साल के बच्चे को बाघ से जबड़ों से बचाने के लिए महिला बाघ से भीड़ गई। बाघ और महिला के बीच करीब 20 मिनट तक युद्ध हुआ। अंतत: मां की ममता विजयी हुई और इस जाबांज मां ने बाघ से अपने मासूम बच्चे को बचा लिया। इस लड़ाई में महिला घायल हो गई, जिसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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घटना उमरिया के रोहनिया गांव की है। एमपी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मानपुर बफर जोन से लगी ज्वालामुखी बस्ती निवासी भोला चौधरी की पत्नी अर्चना सुबह लगभग 10 बजे अपने सवा साल के बच्चे राजवीर को नजदीक की बाड़े में शौच के लिए ले गई थी। इसी दौरान झाड़ियों में छिपा बाघ बाहर निकल आया और और बच्चे को अपने जबड़े में दबा लिया।
बेटे को बचाने अर्चना बाघ से भिड़ गई। इस दौरान बाघ के नाखून अर्चना के फेफड़े तक घुसे, लेकिन वो लड़ती रही। इस दौरान शोर शराबा सुनकर बस्ती के लोग लाठी डंडे लेकर पहुंचे तो बाघ जंगल की ओर भाग गया। महिला और उसे बच्चे को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल भेजा गया।
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. एलएन रूहेला ने बताया कि महिला की पीठ पर नाखून के गहरे घाव थे। टांके लगाने के बाद भी खून नहीं रुक रहा था। बच्चे के सिर में चोट आई है, लेकिन वह खतरे से बाहर है।
आपको बता दें कि टाइगर रिजर्व के अधिकारी गांव में लगातार अलर्ट रहने के लिए मुनादी करा रहे हैं। उन्होंने लोगों को घर पर ही रहने की सलाह दी है। खेत में छिपे बाघ को जंगल में खदेड़ने के लिए हाथियों की मदद ली जा रही है।







