Bharat Jodo Yatra : पंजाब के आदमपुर से फिर शुरू हुई ‘भारत जोड़ो यात्रा’

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'Bharat Jodo Yatra' started again from Adampur in Punjab
locationभारत
userचेतना मंच
calendar16 Jan 2023 04:43 PM
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जलंधर (पंजाब)। कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ सोमवार को आदमपुर से फिर से शुरू हुई। कड़ाके की ठंड के बावजूद सैकड़ों लोगों ने राहुल गांधी के साथ पदयात्रा की। काला बकरा इलाके से शुरू हुई पदयात्रा में कांग्रेस की प्रदेश इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग समेत पार्टी के कई नेताओं को गांधी के साथ चलते हुए देखा गया। यह यात्रा आज होशियारपुर जिले में प्रवेश करेगी और रात को उड़मुड़ टांडा में विश्राम करेगी।

Bharat Jodo Yatra

तमिलनाडु के कन्याकुमारी से सात सितंबर को शुरू हुई ‘भारत जोड़ो यात्रा’ 30 जनवरी को श्रीनगर में संपन्न होगी। वहां राहुल गांधी जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी में तिरंगा फहराएंगे।

BJP Meeting : कार्यकारिणी से पहले भाजपा के राष्‍ट्रीय पदाधिकारियों की हो रही बैठक

यह पदयात्रा अब तक तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा से होकर गुजर चुकी है। कांग्रेस सांसद संतोख सिंह चौधरी के शनिवार को निधन के कारण यह यात्रा 24 घंटे के लिए स्थगित कर दी गयी थी। चौधरी को यात्रा के दौरान दिल का दौरा पड़ा था। उनका रविवार को जलंधर के उनके पैतृक गांव धालीवाल में अंतिम संस्कार किया गया।

Bharat Jodo Yatra

जलंधर में रविवार दोपहर को पदयात्रा फिर से शुरू हुई और गायक सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह भी इसमें शामिल हुए। सिद्धू मूसेवाला के नाम से मशहूर शुभदीप सिंह सिद्धू की पिछले साल मई में पंजाब के मनसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गयी।राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने मूसेवाला के पिता में अद्भुत साहस और धीरज देखा।

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भारत जोड़ो यात्रा का पंजाब चरण बुधवार को फतेहगढ़ साहिब के सरहिंद से शुरू हुआ था। यात्रा ने लोहड़ी उत्सव के मद्देजर शुक्रवार को एक दिन का विराम लिया था। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noida
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BJP Meeting : कार्यकारिणी से पहले भाजपा के राष्‍ट्रीय पदाधिकारियों की हो रही बैठक

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Before the executive meeting of BJP's national office bearers
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 08:33 PM
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नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दो दिवसीय राष्‍ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से पहले सोमवार को पार्टी के राष्‍ट्रीय पदाधिकारियों की एक बैठक हो रही है। राजधानी स्थित भाजपा मुख्यालय में हो रही इस बैठक की अध्यक्षता अध्यक्ष जेपी नड्डा कर रहे हैं। बैठक में भाजपा के सभी राष्ट्रीय पदाधिकारियों के अलावा सभी प्रदेशों के अध्यक्ष और संगठन महामंत्री तथा मंत्री शामिल हैं।

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BJP Meeting

बैठक में राष्‍ट्रीय कार्यकारिणी के लिए कार्यसूची को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके बाद शाम चार बजे नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के कन्वेंशन सेंटर में कार्यकारिणी की बैठक आरंभ होगी। इसकी शुरुआत अध्यक्ष नड्डा के भाषण से होगी। दो दिन तक होने वाली इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी, केन्‍द्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित कई केन्‍द्रीय मंत्री, भाजपा शासित राज्‍यों के मुख्‍यमंत्री और पार्टी के वरिष्‍ठ नेता शामिल होंगे।

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प्रधानमंत्री मंगलवार को बैठक के समापन सत्र को सम्‍बोधित करेंगे। राष्‍ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को दोपहर बाद पटेल चौक से एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर तक रोड शो भी करेंगे। प्रधानमंत्री के रोड शो के मद्देनजर पटेल चौक से लेकर कार्यकारिणी बैठक स्थल तक को पोस्टर, बैनरों और झंडों से पाट दिया गया है। कई स्थानों पर प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष नड्डा के बड़े बड़े कटआउट भी लगाए गए हैं। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noida
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Political News : आजादी के अंतिम स्तंभ ‘न्यायपालिका’ पर कब्जा करना चाहती है सरकार : कपिल सिब्बल

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Government wants to capture the last pillar of independence 'Judiciary': Kapil Sibal
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 10:33 PM
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नई दिल्ली। राज्यसभा सदस्य और पूर्व कानून मंत्री कपिल सिब्बल (former law minister kapil sibal) ने आरोप लगाया कि सरकार (Government) न्यायपालिका (Judiciary) पर कब्जा करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी स्थिति बनाने की पूरी कोशिश कर रही है, जिसमें एक बार फिर से उच्चतम न्यायालय (Supreme court) में ‘दूसरे स्वरूप’ में राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग (NJAC) का परीक्षण किया जा सके।

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कपिल सिब्बल ने रविवार को मौजूदा समय में केशवानंद भारती के फैसले के बुनियादी ढांचे के सिद्धांत को बहुत महत्वपूर्ण बताते हुए सरकार को खुले तौर पर यह कहने की चुनौती दी कि यह त्रुटिपूर्ण है। उन्होंने दावा किया कि सरकार इस तथ्य से सामंजस्य नहीं बैठा पा रही है कि उसके पास उच्च न्यायपालिका में नियुक्तियों में उसकी बात अंतिम नहीं है।

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सिब्बल ने एक साक्षात्कार में कहा कि वे (सरकार) ऐसी स्थिति बनाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, जिसमें एक बार फिर से उच्चतम न्यायालय में ‘दूसरे स्वरूप’ में राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग (एनजेएसी) का परीक्षण किया जा सके। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की उस हालिया टिप्पणी के बाद सिब्बल की यह प्रतिक्रिया सामने आई है, जिसमें धनखड़ ने उच्चतम न्यायालय द्वारा एनजेएसी को रद्द करने के फैसले की आलोचना की थी। धनखड़ ने 1973 के केशवानंद भारती मामले के ऐतिहासिक फैसले पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा था कि इस फैसले ने एक गलत मिसाल कायम की। वह उच्चतम न्यायालय के इस फैसले से असहमत हैं कि संसद संविधान में संशोधन कर सकती है, लेकिन इसकी मूल संरचना में नहीं।

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उच्चतम न्यायालय ने एनजेएसी अधिनियम को 2015 में असंवैधानिक करार दिया था, जिसका उद्देश्य उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति की कॉलेजियम प्रणाली को बदलना था।

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धनखड़ की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर सिब्बल ने कहा कि जब एक उच्च संवैधानिक प्राधिकारी और कानून के जानकार व्यक्ति, इस तरह की टिप्पणी करते हैं, तो सबसे पहले यह सवाल पूछना चाहिए कि क्या वह व्यक्तिगत राय रख रहे हैं या सरकार की ओर से बोल रहे हैं। उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता ने कहा कि इसलिए, मुझे नहीं पता कि वह किस हैसियत से बोल रहे हैं, सरकार को इसकी पुष्टि करनी होगी। अगर सरकार सार्वजनिक रूप से कहती है कि वह उनके विचारों से सहमत है, तो इसका एक अलग अर्थ है। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noida