Sanskrit : अग्निं नरो दीधितिभिररण्योर्हस्तच्युती जनयन्त प्रशस्तम्।
दूरेदृशं गृहपतिमथर्युम्॥ ऋग्वेद ७-१-१॥
Hindi: जिस प्रकार एक मनुष्य दो अरणी की लकड़ियों को अपने हाथों की कुशलता से रगड़ कर अग्नि उत्पन्न करता है। उसी प्रकार मनुष्य को गहन विचार और उत्तम कर्मों के समन्वय द्वारा अपने जीवन को सफल बनाना चाहिए। (ऋग्वेद ७-१-१)
English: Just as a man creates fire by rubbing two Arani woods with the skill of his hands. Similarly, man should make his life successful through the coordination of deep thoughts and noble deeds. (Rig Veda 7-1-1)
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भारत
चेतना मंच
02 Dec 2025 03:38 AM
Sanskrit : अग्निं नरो दीधितिभिररण्योर्हस्तच्युती जनयन्त प्रशस्तम्।
दूरेदृशं गृहपतिमथर्युम्॥ ऋग्वेद ७-१-१॥
Hindi: जिस प्रकार एक मनुष्य दो अरणी की लकड़ियों को अपने हाथों की कुशलता से रगड़ कर अग्नि उत्पन्न करता है। उसी प्रकार मनुष्य को गहन विचार और उत्तम कर्मों के समन्वय द्वारा अपने जीवन को सफल बनाना चाहिए। (ऋग्वेद ७-१-१)
English: Just as a man creates fire by rubbing two Arani woods with the skill of his hands. Similarly, man should make his life successful through the coordination of deep thoughts and noble deeds. (Rig Veda 7-1-1)
Honda Bikes:100cc में कुछ नया करने की तैयारी में होंडा, ई-बाइक्स की चल रही प्लानिंग
भारत
चेतना मंच
22 Apr 2022 10:45 PM
नई दिल्ली: एक समय हीरो (Hero) और होंडा (Honda Bikes) का नाम आपस में ऐसे जुड़ चुका था कि दोनों एक ही नाम दिखाई देना शुरु हो थे।एक नाम के बिना दूसरा अधूरा ही नजर आता था। इसके बाद हीरो और होंडा जब अलग ही गए थे तो हीरो ने अपने ब्रांड नाम से टू-व्हीलर की बिक्री चल रही थी और इधर होंडा की बात करे तो साल 2011 में हीरो-होंडा के अलग होने के बाद साल 2012 में 110cc इंजन वाली बाइक को।लेकर ध्यान देना शुरु कर दिया था।
हालांकि होंडा (Honda bikes) को हीरो जैसी सफलता मिलने में कामयाबी नहीं मिल सकी बल्कि बजाज और टीवीएस जैसी कंपनियां 100-110cc सेगमेंट में हीरो के बाद दूसरे और तीसरे नंबर पर पहुंच गई थी। अब दोबारा होंडा 100cc वाली बाइक्स लॉन्च करने की तैयारी में लग चुका है और इसके जरिए कंपनी घरेलू बाजार में अपनी पकड़ बनाने की कोशिश करेगी।
100सीसी पर होंडा रखेगा नज़र
होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (HMSI) ने गुरुवार को जानकारी दिया है कि अब उनकी तैयारी लो-एंड मोटरसाइकिल (100cc) की तरफ ध्यान देने पर बनी हुई है। दरअसल 100सीसी वाली बाइक्स को डेली कंम्यूटर्स। इनका माइलेज और मेंटेनेंस भी शानदार माना जाता है।
EV को लेकर हो रही है प्लानिंग
इसके अलावा होंडा की नजरें इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मार्केट की तरफ भी पहुंच गई है। हालांकि ई-बाइक और ई-स्कूटर के बारे में कंपनी ने जानकारी दिया है कि इसके लिए होंडा की बाकी देखा जाए तो सहयोगी कंपनियों के साथ मिलकर काम करना शुरू कर रहा है। फिलहाल कंपनी ईवी मॉडल लाइनअप तैयार करना और भारत के ईकोसिस्टम को समझने का काम होना शुरू हो गया है।
एचएमएसआई के डायरेक्टर (सेल्स और मार्केटिंग) यादविंदर सिंह गुलेरिया ने बताया है कि सप्लाई चेन के मुद्दे अभी भी बन रहे है। इंडस्ट्री को कमोडिटी और फ्यूल की बढ़ी कीमतों का सामना करना शुरू हो गया है। लेकिन हम पिछले वर्ष के मुकाबले सुधार की उम्मीद होना बढ़ गई है।
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22 Apr 2022 10:45 PM
नई दिल्ली: एक समय हीरो (Hero) और होंडा (Honda Bikes) का नाम आपस में ऐसे जुड़ चुका था कि दोनों एक ही नाम दिखाई देना शुरु हो थे।एक नाम के बिना दूसरा अधूरा ही नजर आता था। इसके बाद हीरो और होंडा जब अलग ही गए थे तो हीरो ने अपने ब्रांड नाम से टू-व्हीलर की बिक्री चल रही थी और इधर होंडा की बात करे तो साल 2011 में हीरो-होंडा के अलग होने के बाद साल 2012 में 110cc इंजन वाली बाइक को।लेकर ध्यान देना शुरु कर दिया था।
हालांकि होंडा (Honda bikes) को हीरो जैसी सफलता मिलने में कामयाबी नहीं मिल सकी बल्कि बजाज और टीवीएस जैसी कंपनियां 100-110cc सेगमेंट में हीरो के बाद दूसरे और तीसरे नंबर पर पहुंच गई थी। अब दोबारा होंडा 100cc वाली बाइक्स लॉन्च करने की तैयारी में लग चुका है और इसके जरिए कंपनी घरेलू बाजार में अपनी पकड़ बनाने की कोशिश करेगी।
100सीसी पर होंडा रखेगा नज़र
होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (HMSI) ने गुरुवार को जानकारी दिया है कि अब उनकी तैयारी लो-एंड मोटरसाइकिल (100cc) की तरफ ध्यान देने पर बनी हुई है। दरअसल 100सीसी वाली बाइक्स को डेली कंम्यूटर्स। इनका माइलेज और मेंटेनेंस भी शानदार माना जाता है।
EV को लेकर हो रही है प्लानिंग
इसके अलावा होंडा की नजरें इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मार्केट की तरफ भी पहुंच गई है। हालांकि ई-बाइक और ई-स्कूटर के बारे में कंपनी ने जानकारी दिया है कि इसके लिए होंडा की बाकी देखा जाए तो सहयोगी कंपनियों के साथ मिलकर काम करना शुरू कर रहा है। फिलहाल कंपनी ईवी मॉडल लाइनअप तैयार करना और भारत के ईकोसिस्टम को समझने का काम होना शुरू हो गया है।
एचएमएसआई के डायरेक्टर (सेल्स और मार्केटिंग) यादविंदर सिंह गुलेरिया ने बताया है कि सप्लाई चेन के मुद्दे अभी भी बन रहे है। इंडस्ट्री को कमोडिटी और फ्यूल की बढ़ी कीमतों का सामना करना शुरू हो गया है। लेकिन हम पिछले वर्ष के मुकाबले सुधार की उम्मीद होना बढ़ गई है।
Malabar gold- 'नो बिंदी, नो बिजनेस', मालाबार गोल्ड के खिलाफ शुरू संग्राम
ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा बायकॉट मालाबार गोल्ड
भारत
चेतना मंच
01 Dec 2025 11:35 PM
Malabar gold- ट्विटर पर तो मानो जैसे बायकॉट का ट्रेंड चल रहा हो। अभी हाल के दिनों में अगर देखें तो बहुत से ऐसे एड आए हैं जो लोगों के गुस्से का कारण बने हैं। हालांकि बाद में इनका लोगों ने बायकॉट भी किया है। अभी कुछ समय पहले किआ मोटर्स (Kia Motors) और हुंडई (Hyundai) जैसी नामी ऑटोमोबाइल कंपनियां बायकॉट का शिकार हुई हैं। इसके बाद नंबर आया था जेवेलरी कंपनी तनिष्क (Tanishq Jwellers) का। तनिष्क को भी लोगों का गुस्सा झेलना पड़ा। अब इस बायकॉट में लिस्ट में एक नया नाम जुड़ गया है मालाबार गोल्ड (Malabar gold) का। इस जेवेलरी ब्रांड के एक एड ने लोगों को फिर से नाराजगी जाहिर करने पर मजबूर कर दिया है। आइये जानते हैं पूरी खबर क्या है।
मालाबार गोल्ड का नया एड अक्षय तृतीया के लिए आया था-
हिंदू धर्म में तो अक्षय तृतीया का बहुत अधिक महत्व है। ऐसे में अगर इस पर्व के लिए ही विशेष एड लाया जाता है तो हिंदू संस्कृति को ध्यान में तो रखा ही जाना चाहिए। दरअसल इस एड में सब कुछ सही है, बस एक छोटी सी कमी है जिसकी वजह से यह एड अब लोगों की नाराजगी का कारण बना हुआ है। मालाबार गोल्ड के इस एड में करीना कपूर (Kareena Kapoor in Malabar gold advertisement) को फीचर किया गया है। इसमें बस कमी यह हो गयी कि करीना कपूर बिना बिंदी के इस एड में नज़र आ रही हैं। लोगों को यह बात बहुत ज्यादा बुरी लगी। अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) तो हिंदुओं का खास पर्व है, ऐसे में लोग गहने खरीदते हैं। इस एड में करीना ने गहने तो पहने हैं लेकिन माथे पर बिंदी नहीं लगाई है, जबकि 16 श्रृंगार में बिंदी भी आती है। ऐसे में लोग अब तमाम सवाल उठा रहे हैं कि आखिर उन्होंने बिंदी क्यों नहीं लगाई?
सोशल मीडिया पर छाया बायकॉट का ट्रेंड-
अब मालाबार गोल्ड को बायकॉट किया जा रहा है। कई यूज़र्स तो #Boycott_MalabarGold तथा #No_Bindi_No_Business लिखकर ट्विटर पर पोस्ट भी कर रहे हैं। ये काफी ट्रेंड भी कर रहा है। भारतीय महिलाओं के लिए बिंदी का बहुत अधिक महत्व है। इसके बिना तो श्रृंगार ही अधूरा है। ऐसे में अगर जेवेलरी या फिर श्रृंगार को लेकर कोई एड बनाया जाए और उसमें बिंदी को ही महत्व न दिया जाए तो ऐसे में बायकॉट होना तो तय है। अलग अलग यूज़र्स इस एड पर अलग अलग तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कई ने तो इसे अक्षय तृतीया का अपमान करना भी लिखा है।
यूज़र्स ने इस जेवेलरी ब्रांड के मालिक को और करीना कपूर की शादी को धर्म तक से जोड़ दिया है। यह काफी पुरानी कंपनी है। इस कंपनी की स्थापना 1993 में एमपी अहमद की अगुवाई में कई गई थी। इसका मुख्यालय केरल (Kerala) में है।
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चेतना मंच
01 Dec 2025 11:35 PM
Malabar gold- ट्विटर पर तो मानो जैसे बायकॉट का ट्रेंड चल रहा हो। अभी हाल के दिनों में अगर देखें तो बहुत से ऐसे एड आए हैं जो लोगों के गुस्से का कारण बने हैं। हालांकि बाद में इनका लोगों ने बायकॉट भी किया है। अभी कुछ समय पहले किआ मोटर्स (Kia Motors) और हुंडई (Hyundai) जैसी नामी ऑटोमोबाइल कंपनियां बायकॉट का शिकार हुई हैं। इसके बाद नंबर आया था जेवेलरी कंपनी तनिष्क (Tanishq Jwellers) का। तनिष्क को भी लोगों का गुस्सा झेलना पड़ा। अब इस बायकॉट में लिस्ट में एक नया नाम जुड़ गया है मालाबार गोल्ड (Malabar gold) का। इस जेवेलरी ब्रांड के एक एड ने लोगों को फिर से नाराजगी जाहिर करने पर मजबूर कर दिया है। आइये जानते हैं पूरी खबर क्या है।
मालाबार गोल्ड का नया एड अक्षय तृतीया के लिए आया था-
हिंदू धर्म में तो अक्षय तृतीया का बहुत अधिक महत्व है। ऐसे में अगर इस पर्व के लिए ही विशेष एड लाया जाता है तो हिंदू संस्कृति को ध्यान में तो रखा ही जाना चाहिए। दरअसल इस एड में सब कुछ सही है, बस एक छोटी सी कमी है जिसकी वजह से यह एड अब लोगों की नाराजगी का कारण बना हुआ है। मालाबार गोल्ड के इस एड में करीना कपूर (Kareena Kapoor in Malabar gold advertisement) को फीचर किया गया है। इसमें बस कमी यह हो गयी कि करीना कपूर बिना बिंदी के इस एड में नज़र आ रही हैं। लोगों को यह बात बहुत ज्यादा बुरी लगी। अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) तो हिंदुओं का खास पर्व है, ऐसे में लोग गहने खरीदते हैं। इस एड में करीना ने गहने तो पहने हैं लेकिन माथे पर बिंदी नहीं लगाई है, जबकि 16 श्रृंगार में बिंदी भी आती है। ऐसे में लोग अब तमाम सवाल उठा रहे हैं कि आखिर उन्होंने बिंदी क्यों नहीं लगाई?
सोशल मीडिया पर छाया बायकॉट का ट्रेंड-
अब मालाबार गोल्ड को बायकॉट किया जा रहा है। कई यूज़र्स तो #Boycott_MalabarGold तथा #No_Bindi_No_Business लिखकर ट्विटर पर पोस्ट भी कर रहे हैं। ये काफी ट्रेंड भी कर रहा है। भारतीय महिलाओं के लिए बिंदी का बहुत अधिक महत्व है। इसके बिना तो श्रृंगार ही अधूरा है। ऐसे में अगर जेवेलरी या फिर श्रृंगार को लेकर कोई एड बनाया जाए और उसमें बिंदी को ही महत्व न दिया जाए तो ऐसे में बायकॉट होना तो तय है। अलग अलग यूज़र्स इस एड पर अलग अलग तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कई ने तो इसे अक्षय तृतीया का अपमान करना भी लिखा है।
यूज़र्स ने इस जेवेलरी ब्रांड के मालिक को और करीना कपूर की शादी को धर्म तक से जोड़ दिया है। यह काफी पुरानी कंपनी है। इस कंपनी की स्थापना 1993 में एमपी अहमद की अगुवाई में कई गई थी। इसका मुख्यालय केरल (Kerala) में है।