Noida : नोएडा । विधानसभा चुनाव (Assembly Elections)के आए परिणामों से मानो विपक्षी दलों को लकवा मार गया हो। यह स्थिति न सिर्फ जनपद गौतमबुद्धनगर में बल्कि समूचे प्रदेश में है। जनपद गौतमबुद्धनगर में 10 मार्च को चुनाव परिणाम की घोषणा से लेकर आज तक तकरीबन 40 दिन हो गये हैं। इन चालीस दिनों में कांग्रेस पार्टी, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल, शिवसेना आदि दलों ने किसी भी जनहित के मुददे पर न तो कोई आंदोलन किया और न ही धरना-प्रदर्शन। पेट्रोलियम पदार्थों, एलपीजी, सीएनजी, पीएनजी समेत खाद्य पदार्थों में इस दौरान हुई बेहताशा मूल्यवृद्धि के बावजूद विपक्षी दलों के कानों पर जूं जक नहीं रेंग रहा है। चुनाव के दौरान जनहित के मुददों पर बड़े-बड़े वादे तथा जनसंघर्ष के दावे करने वाले विपक्षी दलों को मानो सांप सूंघ गया हो।
बता दें कि इस चुनाव में नोएडा, दादरी तथा जेवर विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा की ऐतिहासिक जीत हुई है। पूर्व चुनाव के मुकाबले इस बार तीनों विधानसभा में जीत का अंतर काफी बढ़ा है। नोएडा में जहां भाजपा विधायक ने 1.81 लाख के अंतर से सभी दलों को पटखनी दी। वहीं दादरी में भाजपा के तेजपाल नागर ने 1.60 लाख से तथा जेवर में भाजपा के धीरेन्द्र सिंह ने करीब 56 हजार से जीत दर्ज की। इस चुनाव में तीनों विधानसभाओं में कांग्रेस की तो जमानत ही जब्त हो गयी। बाकी दलों की भी शर्मनाक हार हुई। इस शर्मनाक हार से विपक्षी दलों का मनोबल इतना टूट गया कि अब जनहित के मुददों को लेकर उनकी आवाज मानो दब गई हो।