चाय या कॉफी पीने के 10-15 मिनट पहले जरूर पिएं पानी, ऐसा नहीं करने से हो जाएगी ये बीमारी, जानें कितनी भारी पड़ेगी लापरवाही

अगर आप भी हर रोज चाय या कॉफी पीते हैं तो आप लोगों को इन बातों का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है। जानें इस बारे में एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं।

Drink water 10 15 minutes before drinking tea or coffee otherwise you may suffer from these serious diseases
Drink water 10-15 minutes before drinking tea or coffee otherwise you may suffer from these serious diseases
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:14 AM
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Tea-Coffee Health Loss: भारत के लगभग हर घर में चाय का सेवन होता है। यही नहीं भारत में कुछ लोग कॉफी के भी बहुत बड़े शौकिन हैं। लेकिन क्या आप जानते है कि ज्यादा चाय और कॉफी पीने सेहत के लिए हानिकारक होता है और इससे आपको कई तरह की बीमारियां भी हो सकती है। लोग चाय और कॉफी के हानिकारक नुकसान से बचने के लिए पानी पी लिया करते है। उनका मानना है कि इससे शरीर को कम नुकसान पहुंचता है। ऐसे में क्या चाय और कॉफी पीने से पहले पानी पीना एक सही आदत है। यही नहीं अगर चाय और कॉफी पीने से कितनी देर पहले पानी पीना चाहिए, आइए इस बारे में आज के इस लेख में हम जान लेते हैं। यही नहीं हम एक्सपर्ट्स की राय भी इस पर जानने की कोशिश करेंगे।

चाय या कॉफी पीने से पहले पानी पीना सही रहता है?

जानकारों की अगर माने तो चाय और कॉफी पीने से पहले पानी पीना सही आदत है और इससे चाय और कॉफी से होने वाले नुकसान को कुछ हद तक कम किया जा सकता है। उनका कहना है कि जब कभी भी हम चाय और कॉफी पीने से पहले पानी पी लेते है तो इससे पेट में एक परत बन जाती है जो चाय और कॉफी से होने वाले हानि को कम करती है। एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि लोगों को बासी मुंह या खाली पेट चाय और कॉफी नहीं पीना चाहिए। इससे उनके पेट में एसिड बनते है जिससे शरीर के साथ दांत भी प्रभावित होते हैं। यही नहीं लोगों को इससे डिहाइड्रेशन का भी खतरा रहता है। जानकार आमतौर पर ज्यादा चाय या कॉफी पीने से मना करते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे शरीर को गंभीर बीमारी भी होने का खतरा रहता है। इससे लोगों को अल्सर और कैंसर जैसी बीमारी का भी जोखिम रहता है।

चाय या कॉफी पीने से कितनी देर पहले पीना चाहिए पानी

आमतौर पर लोग चाय या कॉफी पीने से तुंरत पहले पानी पीते हैं या फिर वे इन्हें पीने के बाद ही जल का सेवन करते हैं। जानकारों की अगर माने तो हर किसी को यह चाहिए कि चाय या कॉफी पीने से 10 से 15 मिनट पहले पानी पीना चाहिए। इतना पहले इसलिए पानी पीना चाहिए क्योंकि पेट को परत बनाने का सही समय मिल जाए ताकि चाय या कॉफी से होने वाले नुकसान को कम किया जा सके। (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Chetna Manch इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।)
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कटे हुए प्याज को फ्रिज में रखते हैं तो हो जाएं सावधान, एक्सपर्ट्स से जानें नुकसान और रखने का सही तरीका

बहुत से लोग ऐसे हैं जो कटे हुए प्याज को फ्रिज में रखते हैं। जानकार लोगों के इस आदत को गलत बताते हैं।

If you also keep cut onions in fridge then be careful know from experts about its disadvantages right way to store them
If you also keep cut onions in fridge then be careful know from experts about its disadvantages right way to store them
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 12:01 PM
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Onion Kept on Fridge: प्याज के हमारे घरों में जमकर इस्तेमाल किया जाता है। ये लगभग हर खाने में यूज होता है जिससे खाने के स्वाद में इजाफा होता है। घरों में प्याजा का इस्तेमाल इतना आम है कि ऐसे जैसे तैसे रखा जाता है। कुछ लोग प्याज को काटकर फ्रिज में स्टोर कर उसे रखते हैं, जानकार लोगों के इस आदत को खराब बताते हैं। एक्सपर्ट्स की अगर माने तो कटे हुए प्याज को फ्रिज में नहीं रखना चाहिए। साल 2020 में पब्लिश एक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि कटे हुए प्याज को खुला रखने से उसमें बैक्टीरिया के पनपने की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाती है। इस कारण बैक्टीरियाल इंफेक्शन होने का भी खतरा बन जाता है। यही नहीं इस तरीके से प्याज को स्टोर करने से कई और समस्याएं भी होती है, आइए आज के इस लेख में हम इन समस्याओं को जानने की कोशिश करते है।

इस कारण नहीं रखना चाहिए फ्रिज में कटे प्याज

2020 के एक रिपोर्ट में यह साफ हुआ था कि अगर कटे हुए प्याज को खुले में रखा जाए तो उसमें दो घंटे के अंदर बैक्टीरिया के दोगुना होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। यही नहीं अगर कटे हुए प्याज को फ्रिज में स्टोर किया जाए तो इससे फ्रिज में तेज गंध फैल सकती है जिससे उसमें मौजूद अन्य खाने पर भी इसका असर पड़ सकता है। प्याज के कारण अन्य खानों के स्वाद और गंध भी प्याज के जैसे हो सकता है। यही नहीं कटे हुए प्याज में काफी मात्रा में नमी होती है। फ्रिज में रखने से नमी बरकरार रह सकती है, जिससे प्याज नरम और गूदेदार हो सकते हैं। इसके अलावा कुछ लोग ऐसे भी हैं कटे हुए प्याज को फ्रिज में रखने से होने वाली समस्याओं से बचने के लिए उन्हें फ्रीजर में रखना पसंद करते हैं। लेकिन यहां पर इसे रखना सही नहीं होता है और इससे प्याज के स्वाद और बनावट पर असर पड़ता है और यह खराब भी हो सकता है। एंजाइम से भी पड़ सकता है असर जानकारों की अगर माने तो कटे हुए प्याज में एंजाइम पाया जाता है। ऐसे में जब इन्हें फ्रिज में रखा जाता है तो ये रेफ्रिजरेटर के ठंडे तापमान से प्रतिक्रिया कर सकता है और इससे इसके स्वाद पर असर पड़ सकता है। इससे सल्फ्यूरस यौगिकों का निर्माण हो सकता है और यह और भी कड़वा हो सकता है। ऐसे में जानकार लोगों को कटे हुए प्याज को फ्रिज में नहीं रखने के बजाय एक एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करने की सलाह देते हैं। उनका कहना है कि एयरटाइट कंटेनर प्याज को लंबे समय तक ताजा और स्वादिष्ट रखने में मदद करता है। यही कारण है कि वे इसकी मदद लेने की बात कहते हैं। (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Chetna Manch इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।)
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वजन घटाने के लिए सिर्फ एक्सरसाइज ही नहीं, नींद भी है जरूरी

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Sleep and health News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 03:51 PM
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Sleep and health News नींद शरीर के लिए एक ऐसी जरूरत है जिसे यदि पर्याप्‍त मात्रा में लिया जाए तो सेहत दुरुस्‍त रहती है। इसलिए परिवार के बड़े बुजुर्ग हमेशा समय पर पर्याप्‍त नींद लेने की हमेशा सलाह देते रहे हैं। यह सच है कि कम सोने या ज्‍यादा सोने दोनों ही सूरत में यह नुकसान दायक है। लेकिन अभी एक रिसर्च सामने आई है, जिसे पढ़कर ज्यादा सोने वालों की चांदी हो जाएगी। इस रिसर्च के मुताबिक अगर आप दिन में 30 मिनट बैठकर काम करने की जगह सो जाएं तो आपके बाडी का वजन कम हो  सकता है।

वजन कम करने के इस विज्ञान को समझिए

यह जानकारी मिलते ही तुरंत सोने न चले जाइएगा। आइये पहले ये समझते हैं कि सोने पर वजन कम होता कैसे है। वजन कम करने के इस विज्ञान को पहले समझिए फि‍र आजमाने की कोशिश करियेगा। बचपन से यही सुनते आए कि अगर वजन कम करना है तो शरीर को हिलाओ डुलाओ। खेलो कूदो और व्‍यायाम आदि के द्वारा शरीर की चर्बी कम की जा सकती है। अब इस रिसर्च में कहा जा रहा है कि वजन कम करना है तो सो जाओ।

संतुलित नींद जरूरी

हमलोग यह बात बचपन से ही जानते हैं कि संतुलित नींद हमारे जीवन का बहुत जरूरी हिस्सा है। लेकिन कम ही लोगों का ध्‍यान इस ओर है कि हम पर्याप्त नींद नहीं ले रहे हैं। इस बारे में एक रिसर्च में पाया गया कि 55% भारतीय जरूरत यानी औसत 6 घंटे से कम नींद ले रहे हैं। और तो और, 21% लोग ऐसे हैं जो सिर्फ 4 घंटे ही नींद ले पा रहे हैं। पर्याप्त नींद न लेने के बहुत से नुकसान हैं। नींद खाने की तरह है, ज्यादा खाएंगे तो भी नुकसान और बहुत कम खाएंगे तो भी नुकसान होता है। तो पिफर नींद को लेकर आखिर इस रिसर्च में ऐसा क्‍या है आइ जानते हैं। Sleep and health News in hindi 

बैठे या लेटे रहने से ज्यादा सेहतमंद है सोना

पांच देशों के करीब 15 हजार लोगों पर यह रिसर्च की गई। इसमें लोगों के सोने, जागने, बैठकर काम करने और कसरत के टाइम पर लगातार नजर रखी गई। इस रिसर्च में जो बातें सामने आईं, उन्हें एक-एक करके समझते हैं।
  1. जो लोग कई घंटे बस यूं ही जगे और बैठे रहने की बजाय उस समय में सो रहे थे, कसरत कर रहे थे या खड़े रहकर काम कर रहे थे, उनका वजन बाकी लोगों से कम बढ़ा और उनका दिल भी ज्यादा हेल्दी था। मतलब जिन लोगों ने आधे घंटे बैठे रहने की बजाय आधे घंटे सोना या कसरत करना चुना, उनका वजन कम और हेल्थ दूसरों के मुकाबले ज्यादा दुरुस्त पाई गई।
  2. वहीं जो लोग एक सीमा से ज्यादा सो रहे थे और कसरत या व्यायाम का समय भी सोने में निकाल दे रहे थे, उनकी हेल्थ और वजन पर भी बुरा असर पड़ा। उनका वजन और कोलेस्ट्रॉल दोनों बढ़े हुए पाए गए। यानी अति सर्वत्र वर्जयेत। मतलब अगर हम बैठकर फोन चलाने की बजाय उस समय में सो लें तो ये हमारे लिए ज्यादा हेल्दी होगा। वहीं अगर हम कसरत या एक्सरसाइज करने की जगह हर वक्त सोते ही रहें तो ये भी सेहत के लिए ठीक नहीं होगा

नींद कम लेना भी स्‍वास्‍थ्‍य के लिए नुकसानदायक

हमारे शरीर में विविध क्रियाकलापों के द्वारा खून का संचार बेहतर होता है। जिससे खून के साथ ऑक्सीजन, ग्लूकोज और जरूरी तत्व दिल की धड़कनों की वजह से ही पूरे शरीर में पहुंच पाते हैं। सभी को लगातार ऑक्सीजन की जरूरत होती है। ये न मिले तो ये अंग काम करना बंद कर सकते हैं। यही कारण है कि हमारे दिल को दिन-रात काम करना पड़ता है। शरीर को चलाने के लिए जब दिल इतनी जिम्‍मेदारी निभा रहा है तो उसे आराम भी मिलना जरूरी है। बस यही मरम्मत का काम हमारा शरीर नींद में करता है। लेकिन इसके लिए पर्याप्त 6-8 घंटे की गहरी नींद जरूरी है। ये नींद कई स्टेज में पूरी होती है। सिर्फ ज्यादा देर तक सो लेना ही काफी नहीं, नींद की क्वालिटी भी अच्छी होनी चाहिए। तभी हमारा शरीर, दिमाग और दिल आराम कर पाते हैं। नींद के अलग-अलग स्टेज को नीचे लगे ग्राफिक से समझते हैं। नींद कम या ज्‍यादा लेना शरीर के लिए नुकसानदायक है।

कम सोने से इंसान की उम्र भी घटती है

पर्याप्त नींद न लेना हमारे अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है और उन्हें समय से पहले बूढ़ा कर सकता है। स्लीप रिसर्च सोसाइटी की एक स्टडी में देखा गया कि 6 घंटे से कम सोना असमय मौत के खतरे को भी बढ़ा सकता है। आइए समझते हैं कि पर्याप्त नींद न लेने से शरीर के किस अंग पर क्या प्रभाव पड़ता है।

हार्ट

हमारे उचित समय तक नींद लेने का हमारे ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल लेवल पर भी सीधा असर पड़ता है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की एक रिसर्च में देखा गया कि जो लोग 7 घंटे से कम नींद लेते हैं, उनमें ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल का खतरा ज्यादा रहता है। ये कंडीशन हमारे दिल पर सीधा असर डालती हैं और हार्ट अटैक जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ा सकती है।

डायबिटीज

यह भी देखा गया है कि नींद की कमी हमारे ब्लड शुगर लेवल पर भी असर डालती है और टाइप-2 डायबिटीज का खतरा बढ़ा सकती है।

इम्युनिटी

शरीर को रोगों से लड़ने के लिए पर्याप्‍त और उचित नींद बहुत जरूरी है। घाव नींद में जल्दी ठीक होते हैं। इंफेक्शन से लड़ने में भी नींद की अहम भूमिका है। वहीं अगर शरीर को पर्याप्त नींद न मिले तो हमारी इम्युनिटी प्रभावित हो सकती है।

दिमाग

नींद हम कई स्टेज में पूरी करते हैं। और अलग-अलग स्टेज में दिमाग अलग काम करता है। ऐसे ही गहरी नींद याददाश्त बनाने और चीजें याद रखने के लिए बहुत जरूरी है। कई रिसर्च में ये भी देखा गया कि कम नींद के साथ भूलने की बीमारी का खतरा भी जुड़ा है।

डिप्रेशन

हमारा शरीर की क्रियाविधि को पूरी तरह समझना इतना आसान नहीं है। कौन सी चीज हमें कैसे प्रभावित करती है, इस बारे में वैज्ञानिक सालों से शोध में लगे हुए हैं। यही मामला नींद के साथ भी है। हमारे स्वास्थ्य पर नींद का असर आज भी शोध का विषय है। हमें अगर अकाल मृत्‍यु और तमाम रोगों से बचना है तो हमें उचित समय तक पर्याप्‍त मात्रा में नींद लेना चाहिए।

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