Maharashtra: फुटपाथ पर रहने वाले लोग भी इंसान हैं, उन्हें हटाने का आदेश नहीं दे सकते : हाईकोर्ट

22 2
Maharashtra News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 03:33 AM
bookmark

Maharashtra News: मुंबई। बंबई उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को दक्षिण मुंबई में फुटपाथ पर रहने वाले लोगों को हटाने का निर्देश देने वाले किसी भी आदेश को पारित करने से इनकार कर दिया और कहा कि लोगों का बेघर होना एक वैश्विक मुद्दा है तथा फुटपाथ पर रहने वाले लोग भी बाकी लोगों की तरह ही इंसान हैं।

Maharashtra News

न्यायमूर्ति गौतम पटेल और नीला गोखले की खंडपीठ शहर के फुटपाथों और पटरी पर अनधिकृत विक्रेताओं तथा फेरीवालों के कब्जे के मुद्दे पर उच्च न्यायालय द्वारा स्वत: संज्ञान (स्वयं) ली गई याचिका पर विचार कर रही थी।

बंबई बार एसोसिएशन द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि कई लोग दक्षिण मुंबई में फाउंटेन क्षेत्र के पास फुटपाथों और पटरियों पर रहते और सोते हैं।

याचिका में कहा गया है कि कार्रवाई के लिए शहर की पुलिस और बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) को भी पत्र लिखे गए हैं।

पीठ ने हालांकि सवाल किया कि ऐसे मामलों में क्या न्यायिक आदेश पारित किया जा सकता है?

अदालत ने कहा, “क्या आप कह रहे हैं कि शहर को गरीबों से छुटकारा मिलना चाहिए? ये वे लोग हैं जो दूसरे शहरों से यहां अवसरों की तलाश में आते हैं। बेघर व्यक्तियों का मुद्दा एक वैश्विक मुद्दा है।”

न्यायमूर्ति पटेल ने कहा, “वे (बेघर लोग) भी इंसान हैं। वे गरीब या कम भाग्यशाली हो सकते हैं लेकिन वे भी मनुष्य हैं और वे (बेघर लोगों को) अदालत की नजर में अन्य इंसानों के समान ही इंसान हैं।”

एसोसिएशन के वकील मिलिंद साठे ने सुझाव दिया कि फुटपाथ और पटरी पर रहने वाले ऐसे व्यक्तियों के लिए रैन बसेरों की व्यवस्था की जानी चाहिए।

पीठ ने कहा कि यह एक समाधान है जिस पर अधिकारी विचार कर सकते हैं।

मेघालय की नयी सरकार कृषि, पर्यटन, बुनियादी ढांचे और स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करेगी: संगमा

देश विदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुकपर लाइक करें या ट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

Education : हमारा लक्ष्य है कि दुनियाभर के लोग दिल्ली को शिक्षा का केंद्र मानें : केजरीवाल

Arvind
Our aim is that people around the world consider Delhi as the center of education: Kejriwal
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 07:21 PM
bookmark
Education : नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली में निजी और सरकारी स्कूलों में समान शिक्षा प्रणाली है। वहां छात्रों को एक जैसी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पूरी दुनिया के लोगों को दिल्ली को शिक्षा का केंद्र मानना चाहिये।

Education

उज्बेकिस्तान में 18 बच्चों की मौत की जिम्मेदार कंपनी का मालिक व मालकिन फरार

मुख्यमंत्री केजरीवाल यहां ‘शिक्षा में उत्कृष्टता’ पुरस्कार कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इसमें कई छात्रों को विभिन्न श्रेणियों के तहत सम्मानित किया गया। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में निजी और सरकारी स्कूलों में समान शिक्षा प्रणाली है। हमारी शिक्षा प्रणाली में कोई असमानता नहीं है।

Education

Delhi: आप के लिए यह मुश्किल समय, लेकिन चीजें पटरी पर आ जाएंगी : सौरभ भारद्वाज

हम दिल्ली नगर निगम के स्कूलों को भी धीरे-धीरे ठीक करेंगे और हमारे सभी पार्षद उन्हें बेहतर बनाने के लिए मेहनत करेंगे। हमारा लक्ष्य है कि दुनियाभर के लोग दिल्ली को ‘शिक्षा का केंद्र’ मानें। उन्होंने कहा कि शिक्षकों, छात्रों और अभिभावकों के प्रयासों के बिना दिल्ली की शिक्षा प्रणाली में परिवर्तन संभव नहीं होगा। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

मेघालय की नयी सरकार कृषि, पर्यटन, बुनियादी ढांचे और स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करेगी: संगमा

21 1
Meghalaya News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 12:22 PM
bookmark

Meghalaya News/ शिलांग। मेघालय के निवर्तमान मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा ने शुक्रवार को कहा कि उनके नेतृत्व में गठित होने वाली नयी सरकार कृषि, पर्यटन, बुनियादी ढांचा, स्वास्थ्य और युवाओं जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगी।

Meghalaya News

नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के नेतृत्व में सरकार बनाने का दावा पेश करने के तुरंत बाद पार्टी प्रमुख संगमा ने पीटीआई-भाषा को दिए साक्षात्कार में कहा कि वह चीजों को अलग तरीके से करना चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि युवाओं, खेती, पर्यटन, समग्र बुनियादी ढांचे और स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। ये हमारी प्राथमिकता होगी।

संगमा ने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है कि कार्यक्रमों और योजनाओं का कार्यान्वयन उचित तरीके से किया जाए।

उन्होंने कहा कि हमने हमेशा इस पर जोर दिया है। इसलिए, ऐसा नहीं है कि हमें नई चीजें या कोई अलग चीजें करने की जरूरत है, लेकिन हमें चीजों को अलग तरह से करने की जरूरत है। यही हमारा मंत्र रहा है।

यह पूछे जाने पर कि वह एनपीपी को समर्थन देने वाले राजनीतिक दलों की सूची की घोषणा कब करेंगे, संगमा ने कहा कि आज शाम तक।

उन्होंने यह भी कहा कि पहले के कुछ साझेदार नयी सरकार में शामिल होंगे।

उज्बेकिस्तान में 18 बच्चों की मौत की जिम्मेदार कंपनी का मालिक व मालकिन फरार

देश विदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुकपर लाइक करें या ट्विटरपर फॉलो करें।