Delhi Meerut Expressway: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर एक अप्रैल से लग सकता हैं टोल, जल्द जारी होगा नोटिफिकेशन !




Presidential Election 2022: बीजेपी की जीत के बाद राष्ट्रपति की खोज।1. माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण-पोषण और कल्याण (संशोधन) विधेयक (2019) राज्य सभा में लंबित। 2. समुद्री डकैती रोधी विधेयक (Anti-Maritime Piracy Bill 2019) - राज्यसभा में लंबित 3. डीएनए प्रौद्योगिकी- लोकसभा व राज्यसभा में लंबित। 4. चार्टर्ड एकाउंटेंट्स, कॉस्ट एंड वर्क्स अकाउंटेंट्स और कंपनी सेक्रेटरीज बिल, 2021- राज्यसभा में लंबित। 5. राष्ट्रीय डोपिंग रोधी विधेयक (2021)- राज्यसभा में लंबित। 6. वन्यजीव संरक्षण विधेयक (2021)- राज्यसभा में लंबित। 7. बाल विवाह निषेध-राज्य सभा में लंबित। 8. जैविक विविधता विधेयक (2021) - राज्य सभा में लंबित। 9. व्यक्तिगत डेटा संरक्षण विधेयक (2019)राज्यसभा में लंबित। 10.संविधान (अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति) आदेश विधेयक (2022) दोनों सदनों में लंबित। 11. संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश विधेयक (2022)- दोनों सदनों में लंबित। 12. मध्यस्थता विधेयक (2021)- राज्यसभा में लंबित। 13. कीटनाशक प्रबंधन विधेयक (2020) - राज्यसभा में लंबित 14. सिनेमैटोग्राफ विधेयक (2019)- दोनों सदनों में लंबित। 15. संविधान (125) संशोधन विधेयक (2019) -राज्यसभा में लंबित। 16. अनिवासी भारतीय विवाह पंजीकरण विधेयक (2019)- दोनों सदनों में लंबित।
Presidential Election 2022: बीजेपी की जीत के बाद राष्ट्रपति की खोज।1. माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण-पोषण और कल्याण (संशोधन) विधेयक (2019) राज्य सभा में लंबित। 2. समुद्री डकैती रोधी विधेयक (Anti-Maritime Piracy Bill 2019) - राज्यसभा में लंबित 3. डीएनए प्रौद्योगिकी- लोकसभा व राज्यसभा में लंबित। 4. चार्टर्ड एकाउंटेंट्स, कॉस्ट एंड वर्क्स अकाउंटेंट्स और कंपनी सेक्रेटरीज बिल, 2021- राज्यसभा में लंबित। 5. राष्ट्रीय डोपिंग रोधी विधेयक (2021)- राज्यसभा में लंबित। 6. वन्यजीव संरक्षण विधेयक (2021)- राज्यसभा में लंबित। 7. बाल विवाह निषेध-राज्य सभा में लंबित। 8. जैविक विविधता विधेयक (2021) - राज्य सभा में लंबित। 9. व्यक्तिगत डेटा संरक्षण विधेयक (2019)राज्यसभा में लंबित। 10.संविधान (अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति) आदेश विधेयक (2022) दोनों सदनों में लंबित। 11. संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश विधेयक (2022)- दोनों सदनों में लंबित। 12. मध्यस्थता विधेयक (2021)- राज्यसभा में लंबित। 13. कीटनाशक प्रबंधन विधेयक (2020) - राज्यसभा में लंबित 14. सिनेमैटोग्राफ विधेयक (2019)- दोनों सदनों में लंबित। 15. संविधान (125) संशोधन विधेयक (2019) -राज्यसभा में लंबित। 16. अनिवासी भारतीय विवाह पंजीकरण विधेयक (2019)- दोनों सदनों में लंबित।

UP Election Results 2022: उत्तर प्रदेश (UP Election Results) को हमेशा से देश की राजनीति का केंद्र बिंदू माना जाता रहा है। उत्तर प्रदेश के कई ऐसे नेता (UP Election Results) हैं जो किसी भी दल की लहर के बावजूद चुनाव जीतते आ रहे हैं। यूपी में सरकार भले ही किसी भी दल की सरकार बने, लेकिन इन नेताओं का दबदबा कायम रहता है।
समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री आजम खान रामपुर विधानसभा सीट से रिकॉर्ड 10वीं बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। वह रामपुर विधानसभा सीट से 1980 से 1995 तक और फिर 2002 से 2019 तक विधायक रहे, जिसके बाद रामपुर से ही लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उन्होनें विधानसभा सीट छोड़ दी और अब एक फिर 2022 विधानसभा चुनाव में आज़म खान ने रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज की है। वहीं दूसरी तरफ भाजपा नेता और वर्तमान मंत्री सुरेश कुमार खन्ना शाहजहांपुर विधानसभा सीट से नौवीं बार विधायक निर्वाचित हुए हैं।
प्रतापगढ़ की कुंडा विधानसभा सीट से रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया लगातर 7वीं बार विधायक निर्वाचित हुए हैं, वह 1993 से लेकर लगातार अभीतक विधायक निर्वाचित हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में राजा भैया ने पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के झंडे तले जीत दर्ज की है और इससे पूर्व वह 6 बार निर्दलीय विधायक निर्वाचित होते आए हैं। राजा भैया के अतिरिक्त पूर्व मंत्री फतेह बहादुर सिंह और इकबाल ने भी विधानसभा चुनावों में लगातार 7वीं जीत हासिल की है।
इन नेताओं की जीत से एक बात सामने आती है कि प्रदेश में सरकार किसी भी दल की बनें या किसी भी दल की लहर हो, जनता सभी कुछ दरकिनार करते हुए अपने इन नेताओं को जीत हासिल कराती आ रही है। भाजपा की इस लहर के बावजूद पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव, रामअचल राजभर, लालाजी वर्मा और मेहबूब अली ने सभी प्रतिद्वंदियों को करारी पटखनी देते हुए लगातार छठवीं बार विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की है। प्रतापगढ़ जिले के अंतर्गत आने वाली रामपुर विधानसभा सीट को प्रदेश में सपा और भाजपा को लहर के बावजूद कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। कांग्रेस ने 2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मात्र 2 सीटें हासिल हैं और इसमें से एक सीट है रामपुर खास। रामपुर खास विधानसभा सीट पर 1980 से लेकर लगातार कांग्रेस पार्टी का कब्ज़ा है। 1980 से 2014 तक इस सीट पर दिग्गज कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी विधायक निर्वाचित होते रहे तथा 2013 में प्रमोद तिवारी को राज्यसभा सांसद बनाए जाने के बाद से उनकी बेटी आराधना मिश्रा 'मोना' इस सीट से लगातार विधायक निर्वाचित हैं। 2022 विधानसभा चुनाव में भी आराधना मिश्रा ने कांग्रेस के टिकट पर रामपुर खास से जीत हासिल की है।
UP Election Results 2022: उत्तर प्रदेश (UP Election Results) को हमेशा से देश की राजनीति का केंद्र बिंदू माना जाता रहा है। उत्तर प्रदेश के कई ऐसे नेता (UP Election Results) हैं जो किसी भी दल की लहर के बावजूद चुनाव जीतते आ रहे हैं। यूपी में सरकार भले ही किसी भी दल की सरकार बने, लेकिन इन नेताओं का दबदबा कायम रहता है।
समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री आजम खान रामपुर विधानसभा सीट से रिकॉर्ड 10वीं बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। वह रामपुर विधानसभा सीट से 1980 से 1995 तक और फिर 2002 से 2019 तक विधायक रहे, जिसके बाद रामपुर से ही लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उन्होनें विधानसभा सीट छोड़ दी और अब एक फिर 2022 विधानसभा चुनाव में आज़म खान ने रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज की है। वहीं दूसरी तरफ भाजपा नेता और वर्तमान मंत्री सुरेश कुमार खन्ना शाहजहांपुर विधानसभा सीट से नौवीं बार विधायक निर्वाचित हुए हैं।
प्रतापगढ़ की कुंडा विधानसभा सीट से रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया लगातर 7वीं बार विधायक निर्वाचित हुए हैं, वह 1993 से लेकर लगातार अभीतक विधायक निर्वाचित हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में राजा भैया ने पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के झंडे तले जीत दर्ज की है और इससे पूर्व वह 6 बार निर्दलीय विधायक निर्वाचित होते आए हैं। राजा भैया के अतिरिक्त पूर्व मंत्री फतेह बहादुर सिंह और इकबाल ने भी विधानसभा चुनावों में लगातार 7वीं जीत हासिल की है।
इन नेताओं की जीत से एक बात सामने आती है कि प्रदेश में सरकार किसी भी दल की बनें या किसी भी दल की लहर हो, जनता सभी कुछ दरकिनार करते हुए अपने इन नेताओं को जीत हासिल कराती आ रही है। भाजपा की इस लहर के बावजूद पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव, रामअचल राजभर, लालाजी वर्मा और मेहबूब अली ने सभी प्रतिद्वंदियों को करारी पटखनी देते हुए लगातार छठवीं बार विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की है। प्रतापगढ़ जिले के अंतर्गत आने वाली रामपुर विधानसभा सीट को प्रदेश में सपा और भाजपा को लहर के बावजूद कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। कांग्रेस ने 2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मात्र 2 सीटें हासिल हैं और इसमें से एक सीट है रामपुर खास। रामपुर खास विधानसभा सीट पर 1980 से लेकर लगातार कांग्रेस पार्टी का कब्ज़ा है। 1980 से 2014 तक इस सीट पर दिग्गज कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी विधायक निर्वाचित होते रहे तथा 2013 में प्रमोद तिवारी को राज्यसभा सांसद बनाए जाने के बाद से उनकी बेटी आराधना मिश्रा 'मोना' इस सीट से लगातार विधायक निर्वाचित हैं। 2022 विधानसभा चुनाव में भी आराधना मिश्रा ने कांग्रेस के टिकट पर रामपुर खास से जीत हासिल की है।