Corona Update : करोना के नये स्वरुप एक्सबीबी 1.16 से राज्य सरकार अधिक सतर्कता बरतें




Delhi News : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि बिना चर्चा के बजट को मंजूरी देना संसदीय लोकतंत्र का ‘सबसे खराब संदेश’ है।
लोकसभा द्वारा एक अप्रैल से शुरू होने वाले वित्त वर्ष के लिए लगभग 45 लाख करोड़ रुपये के खर्च की परिकल्पना वाले केंद्रीय बजट को बिना किसी चर्चा के मंजूरी देने के एक दिन बाद चिदंबरम ने यह बयान दिया है।
चिदंबरम ने ट्वीट किया कि संसदीय लोकतंत्र का सबसे खराब संदेश बिना चर्चा के बजट को मंजूरी देना है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2023-24 में 45,03,097 करोड़ रुपये जनप्रतिनिधियों द्वारा बजट पर अपने विचार पेश किए बिना लोगों के लिए जुटाए एवं खर्च किए जाएंगे।
भारत के लोकतंत्र के बारे में लंदन में दिए गए बयान पर सत्ता पक्ष के सदस्यों द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी से माफी की मांग और अडाणी समूह से जुड़े मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की विपक्ष की मांग को लेकर संसद में हंगामा जारी है।
इस हंगामे के बीच संसद के निचले सदन में अनुदान व विनियोग विधेयकों की मांगों को सदन की मंजूरी के लिए पेश किया गया था।
Delhi News : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि बिना चर्चा के बजट को मंजूरी देना संसदीय लोकतंत्र का ‘सबसे खराब संदेश’ है।
लोकसभा द्वारा एक अप्रैल से शुरू होने वाले वित्त वर्ष के लिए लगभग 45 लाख करोड़ रुपये के खर्च की परिकल्पना वाले केंद्रीय बजट को बिना किसी चर्चा के मंजूरी देने के एक दिन बाद चिदंबरम ने यह बयान दिया है।
चिदंबरम ने ट्वीट किया कि संसदीय लोकतंत्र का सबसे खराब संदेश बिना चर्चा के बजट को मंजूरी देना है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2023-24 में 45,03,097 करोड़ रुपये जनप्रतिनिधियों द्वारा बजट पर अपने विचार पेश किए बिना लोगों के लिए जुटाए एवं खर्च किए जाएंगे।
भारत के लोकतंत्र के बारे में लंदन में दिए गए बयान पर सत्ता पक्ष के सदस्यों द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी से माफी की मांग और अडाणी समूह से जुड़े मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की विपक्ष की मांग को लेकर संसद में हंगामा जारी है।
इस हंगामे के बीच संसद के निचले सदन में अनुदान व विनियोग विधेयकों की मांगों को सदन की मंजूरी के लिए पेश किया गया था।

Corona Virus Update दिल्ली/ वाशिंगटन। विश्व बैंक के अध्यक्ष पद के लिए अमेरिका की ओर से नामित अजय बंगा दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और दो दिवसीय भारत यात्रा के दौरान उनकी निर्धारित बैठकों को रद्द कर दिया गया है। वित्त मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक, बंगा की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात नहीं होगी क्योंकि वह पृथक-वास में है।
इससे पहले वाशिंगटन में अमेरिकी वित्त विभाग ने बताया था, “नियमित जांच के दौरान अजय बंगा कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं लेकिन उन्हें बीमारी के कोई लक्षण नहीं है। स्थानीय दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए वह पृथक-वास में हैं।”
बंगा का नयी दिल्ली का दौरा (23 और 24 मार्च) उनकी विश्व यात्रा का अंतिम पड़ाव है। उन्होंने अफ्रीका से अपनी यात्रा की शुरू की थी जिसके बाद वह यूरोप, लातिन अमेरिका होते हुए एशिया पहुंचे। भारत की यात्रा के दौरान 63 वर्षीय बंगा को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ-साथ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिलना था। भारत ने विश्व बैंक के अध्यक्ष पद के लिए उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया है।
विभाग ने बुधवार को एक बयान में कहा था कि भारतीय नेताओं के साथ उनकी “चर्चाएं भारत की विकास प्राथमिकताओं, विश्व बैंक और वैश्विक आर्थिक वृद्धि के लिए चुनौतियों पर केंद्रित होंगी।’’
अजय बंगा फिलहाल प्राइवेट इक्विटी फर्म जनरल अटलांटिक के वाइस चेयरमैन हैं। बंगा के पास 30 साल से ज्यादा का कारोबारी अनुभव है। मास्टर कार्ड में अलग अलग जिम्मेदारी निभाने के बाद वो लंबे समय तक इसके CEO रहे थे। इसके अलावा उन्होंने अमेरिकन रेड क्रॉस, क्राफ्ट फूड्स और Dow Inc. में काम किया है। अजय बंगा पहले भारत में जन्मे शख्स हैं जिन्हें वर्ल्ड बैंक के मुखिया के लिए नामित किया गया है।
अजय बंगा को नामित करते हुए जो बाइडन ने कहा कि इस ऐतिहासिक और नाजुक क्षण में अजय वर्ल्ड बैंक की कमान संभालने के लिए सबसे उपयुक्त शख्स हैं। उन्होंने आगे कहा कि अजय बंगा के पास निजी और सरकारी संसाधनों का इस्तेमाल करते हुए क्लाइमेट चेंज समेत मौजूद दौर की सभी चुनौतियों को संभालने की क्षमता है।
ट्रेजरी सेक्रेटरी Janet Yellen ने कहा है कि अजय बंगा का अनुभव बेहद गरीबी को घटाने के वर्ल्ड बैंक के मकसद को हासिल करने में बेहद मददगार साबित होगा। इसके साथ वो संपन्नता को साझा करने के प्रयास में भी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। इसके साथ ही वर्ल्ड बैंक की साख को सुधारने में भी बंगा महत्वपूर्ण रोल निभा सकते हैं। इसमें क्लाइमेट में हो रहे बदलावों के साथ ही प्रदूषण घटाने के महत्वकांक्षी लक्ष्य भी शामिल हैं।
Corona Virus Update दिल्ली/ वाशिंगटन। विश्व बैंक के अध्यक्ष पद के लिए अमेरिका की ओर से नामित अजय बंगा दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और दो दिवसीय भारत यात्रा के दौरान उनकी निर्धारित बैठकों को रद्द कर दिया गया है। वित्त मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक, बंगा की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात नहीं होगी क्योंकि वह पृथक-वास में है।
इससे पहले वाशिंगटन में अमेरिकी वित्त विभाग ने बताया था, “नियमित जांच के दौरान अजय बंगा कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं लेकिन उन्हें बीमारी के कोई लक्षण नहीं है। स्थानीय दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए वह पृथक-वास में हैं।”
बंगा का नयी दिल्ली का दौरा (23 और 24 मार्च) उनकी विश्व यात्रा का अंतिम पड़ाव है। उन्होंने अफ्रीका से अपनी यात्रा की शुरू की थी जिसके बाद वह यूरोप, लातिन अमेरिका होते हुए एशिया पहुंचे। भारत की यात्रा के दौरान 63 वर्षीय बंगा को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ-साथ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिलना था। भारत ने विश्व बैंक के अध्यक्ष पद के लिए उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया है।
विभाग ने बुधवार को एक बयान में कहा था कि भारतीय नेताओं के साथ उनकी “चर्चाएं भारत की विकास प्राथमिकताओं, विश्व बैंक और वैश्विक आर्थिक वृद्धि के लिए चुनौतियों पर केंद्रित होंगी।’’
अजय बंगा फिलहाल प्राइवेट इक्विटी फर्म जनरल अटलांटिक के वाइस चेयरमैन हैं। बंगा के पास 30 साल से ज्यादा का कारोबारी अनुभव है। मास्टर कार्ड में अलग अलग जिम्मेदारी निभाने के बाद वो लंबे समय तक इसके CEO रहे थे। इसके अलावा उन्होंने अमेरिकन रेड क्रॉस, क्राफ्ट फूड्स और Dow Inc. में काम किया है। अजय बंगा पहले भारत में जन्मे शख्स हैं जिन्हें वर्ल्ड बैंक के मुखिया के लिए नामित किया गया है।
अजय बंगा को नामित करते हुए जो बाइडन ने कहा कि इस ऐतिहासिक और नाजुक क्षण में अजय वर्ल्ड बैंक की कमान संभालने के लिए सबसे उपयुक्त शख्स हैं। उन्होंने आगे कहा कि अजय बंगा के पास निजी और सरकारी संसाधनों का इस्तेमाल करते हुए क्लाइमेट चेंज समेत मौजूद दौर की सभी चुनौतियों को संभालने की क्षमता है।
ट्रेजरी सेक्रेटरी Janet Yellen ने कहा है कि अजय बंगा का अनुभव बेहद गरीबी को घटाने के वर्ल्ड बैंक के मकसद को हासिल करने में बेहद मददगार साबित होगा। इसके साथ वो संपन्नता को साझा करने के प्रयास में भी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। इसके साथ ही वर्ल्ड बैंक की साख को सुधारने में भी बंगा महत्वपूर्ण रोल निभा सकते हैं। इसमें क्लाइमेट में हो रहे बदलावों के साथ ही प्रदूषण घटाने के महत्वकांक्षी लक्ष्य भी शामिल हैं।