चुनावों से पहले कांग्रेस ने किए बदलाव, चुनावी टीम में पुराने नेताओं को दी जगह

चंदन यादव को भी जिम्मेदारी
कांग्रेस ने स्क्रीनिंग कमेटी में पूर्व युवा कांग्रेस अध्यक्ष चंदन यादव और कांग्रेस ज्वाइंट सेक्रेटरी कृष्णा अल्लारु को भी जगह दी है. उन्हें सदस्य के तौर पर नियुक्त किया गया है. मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रस का प्रमुख और चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाए जाने से पुराने नेता खफा थे. इसलिए ऐसा किया गया है. सिद्धू 2017 में चुनाव से पहले कांग्रेस में आए थे. पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दो पूर्व प्रमुखों सुनील जाखड़ और प्रताप बाजवा को क्रमशः चुनावी अभियान पैनल और घोषणापत्र पैनल में जगह दी गई है. साथ ही स्क्रीनिंग पैनल पर उम्मीदवारों को चुनने में उनकी भूमिका होगी.पंजाब में कलह
बता दें कि जाखड़ की ओर से चरणजीत सिंह चन्नी और नवजोत सिंह सिद्धू पर बार-बार निशाना साधा गया. पार्टी आलाकमान को यह बताया गया कि पुराने समय के नेताओं ने संकट के दौरान उपेक्षित महसूस किया जिसके कारण कैप्टन अमरिंदर सिंह को सीएम के पद से हटा दिया गया. कैप्टन को हटाने वाले पैनल में अजय माकन भी थे. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मामले में एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि उम्मीदवारों के चयन को लेकर पीपीसीसी प्रमुख और सीएम के बीच आमने-सामने की आशंका के कारण पार्टी आलाकमान ने जाखड़ को स्क्रीनिंग कमेटी में शामिल किया है और चौधरी व अल्लारु स्क्रीनिंग कमेटी का हिस्सा बनने के लिए पंजाब के मामलों को लंबे समय से संभाल रहे हैं.अगली खबर पढ़ें
चंदन यादव को भी जिम्मेदारी
कांग्रेस ने स्क्रीनिंग कमेटी में पूर्व युवा कांग्रेस अध्यक्ष चंदन यादव और कांग्रेस ज्वाइंट सेक्रेटरी कृष्णा अल्लारु को भी जगह दी है. उन्हें सदस्य के तौर पर नियुक्त किया गया है. मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रस का प्रमुख और चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाए जाने से पुराने नेता खफा थे. इसलिए ऐसा किया गया है. सिद्धू 2017 में चुनाव से पहले कांग्रेस में आए थे. पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दो पूर्व प्रमुखों सुनील जाखड़ और प्रताप बाजवा को क्रमशः चुनावी अभियान पैनल और घोषणापत्र पैनल में जगह दी गई है. साथ ही स्क्रीनिंग पैनल पर उम्मीदवारों को चुनने में उनकी भूमिका होगी.पंजाब में कलह
बता दें कि जाखड़ की ओर से चरणजीत सिंह चन्नी और नवजोत सिंह सिद्धू पर बार-बार निशाना साधा गया. पार्टी आलाकमान को यह बताया गया कि पुराने समय के नेताओं ने संकट के दौरान उपेक्षित महसूस किया जिसके कारण कैप्टन अमरिंदर सिंह को सीएम के पद से हटा दिया गया. कैप्टन को हटाने वाले पैनल में अजय माकन भी थे. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मामले में एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि उम्मीदवारों के चयन को लेकर पीपीसीसी प्रमुख और सीएम के बीच आमने-सामने की आशंका के कारण पार्टी आलाकमान ने जाखड़ को स्क्रीनिंग कमेटी में शामिल किया है और चौधरी व अल्लारु स्क्रीनिंग कमेटी का हिस्सा बनने के लिए पंजाब के मामलों को लंबे समय से संभाल रहे हैं.संबंधित खबरें
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