हरियाणा की तिगांव सीट पर चल रही है ललित नागर की लहर

Congress
Haryana Assembly Elections
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 01:43 PM
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Haryana Assembly Elections : हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान अनेक समाचार आ रहे हैं। हरियाणा की अलग-अलग विधानसभा सीट के समीकरण भी स्पष्ट होने लगे हैं। हरियाणा के फरीदाबाद जिले की तिगांव विधानसभा सीट पर मजेदार मुकाबला नजर आ रहा है। तिगांव विधानसभा सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी ललित नागर की मानो लहर चल रही है। ललित नागर हरियाणा की राजनीति में प्रमुख नेता बनकर पहले ही उभर चुके है।।

हरियाणा की तिगांव सीट का लेखा-जोखा

हरियाणा की तिगांव विधानसभा सीट का चुनावी समीकरण समझने से पहले तिगांव सीट का लेखा-जोखा समझना जरूरी है। आपको बता दें कि हरियाणा प्रदेश में तिगांव विधानसभा सीट को हमेशा ही प्रसिद्ध सीट के रूप में गिना जाता रहा है। हरियाणा की तिगांव विधानसभा सीट से साल-2019 में भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की थी। इस बार के चुनाव में एक बार फिर से मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच बताया जा रहा है। तिगांव विधानसभा सीट फरीदाबाद जिले में आती है। 2019 में तिगांव सीट पर 57.38 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। तब बीजेपी के राजेश नागर ने इंडियन नेशनल कांग्रेस के ललित नागर को 33841 वोटों के मार्जिन से हराया था। हरियाणा में हुए 2014 विधानसभा चुनाव में तिगांव सीट से कांग्रेस प्रत्याशी ललित नागर ने 55,408 वोट हासिल किए थे और वह इस सीट से विधायक बने थे। तब ललित नागर ने राजेश नागर को हराया था। तिगांव विधानसभा सीट की एक और खास बात है कि यह सीट हरियाणा का प्रसिद्घ विधानसभा क्षेत्र है। प्रसिद्घ विधानसभा क्षेत्र होने के बाद भी यह हमेशा पिछड़ा क्षेत्र रहा है। चुनाव के दौरान कई वायदे हुए लेकिन उन्हें पूरा नहीं किया गया। जलभराव को लेकर हर साल यहां जनता भडक़ती है लेकिन कुछ नहीं होता।

ललित नागर की लहर

हरियाणा की तिगांव विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी ललित नागर की इस सीट पर लहर चल रही है। पूरे विधानसभा क्षेत्र में हर कोई यही बोल रहा है कि इस बार के चुनाव में ललित नागर की ऐतिहासिक जीत होगी। विश्लेषकों का मत है कि हरियाणा में इस बार के चुनाव में कांग्रेस का पलड़ा भारी है। सभी को यकीन है कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनेगी। कांग्रेस के पक्ष में माहौल का पूरा लाभ तिगांव की सीट पर ललित नागर को मिल रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि ललित नागर पूरे हरियाणा में जाना पहचाना चेहरा है। अपने विधायक वाले कार्यकाल में ललित नागर ने क्षेत्र में विकास के कार्यों की झड़ी लगा दी थी। इसी कारण हर जाति तथा वर्ग के मतदाता ललित नागर के पक्ष में एकजुट नजर आ रहे हैं। भाजपा हर हाल में ललित नागर की घेराबंदी करने का प्रयास कर रही है।

परिवार ने संभाल रखा है मोर्चा

हरियाणा की तिगांव विधानसभा सीट पर प्रचार अभियान बड़े पैमाने पर चल रहा है। कांग्रेस के प्रत्याशी ललित नागर के पूरे परिवार ने चुनाव प्रचार का मोर्चा संभाल रखा है। ललित नागर ने चुनाव की घोषणा से पहले ही तिगांव विधानसभा क्षेत्र में बड़ा अभियान शुरू कर दिया था। ललित नागर के इस अभियान का नाम ‘तिगांव मांगे हिसाब‘ रखा गया है। ललित नागर तथा उनके समर्थक पिछले पांच साल में क्षेत्र में हुए कामों का हिसाब भाजपा से मांग रहे हैं। भाजपा के पास तिगांव के विकास के नाम पर गिनवाने के लिए कुछ भी नहीं है। भाजपा क्षेत्र में धर्म तथा जाति का कार्ड खेलकर चुनाव जीतने की योजना पर काम कर रही है। Haryana Assembly Elections 

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संघ प्रमुख मोहन भागवत को बड़ा खतरा, बढ़ाई गई सुरक्षा

RSS
Mohan Bhagwat
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:33 AM
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Mohan Bhagwat : राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत को बड़ा खतरा है। भारत की प्रमुख संस्था इंटेलिजेंस ब्यूरो ने (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत को खतरे का एल्र्ट जारी किया है। (RSS) प्रमुख मोहन भागवत को खतरे के एल्र्ट के बाद उनकी सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है। अभी तक (RSS) प्रमुख भागवत को Z प्लस सुरक्षा व्यवस्था मिली हुई थी। खतरे के एल्र्ट के बाद (RSS) प्रमुख मोहन भागवत की सुरक्षा व्यवस्था को ASL में बदल दिया गया है।

PM मोदी जैसी सुरक्षा के बीच रहेंगे मोहन भागवत

आपको बता दें कि भारत में ASL सुरक्षा व्यवस्था को सबसे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था माना जाता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा गृहमंत्री अमित शाह इसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था के बीच में रहते हैं। RSS प्रमुख मोहन भागवत को भारत सरकार ने ASL सुरक्षा व्यवस्था दे दी है। यहां यह बताना जरूरी है कि जिस किसी को भी ASL स्तर की सुरक्षा मिलती है उसकी सुरक्षा से संबंधित जानकारी जिला प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य और अन्य विभागों जैसी स्थानीय एजेंसियों की भागीदारी को अनिवार्य करता है। जानकारी के अनुसार, इसमें बहुस्तरीय सुरक्षा घेरा होता है। साथ ही चॉपर यात्रा की अनुमति केवल विशेष रूप से डिजाइन किए गए हेलीकॉप्टरों में ही दी जाती है। जिसके लिए अलग तरह का प्रोटोकॉल होता है। बता दें कि सुरक्षा कैटेगरी और सुरक्षाकर्मी खुफिया ब्यूरो की ओर से सुरक्षा संबंधी खतरों को देखते हुए देश के वीवीआईपी और अन्य क्षेत्रों के लोगों को यह सुरक्षा दी जाती है। भारत में 4 तरह की सुरक्षा कैटेगरी है जिसमें X, Y, Z और Z प्लस सुरक्षा कैटेगरी होती है और इसमें Z प्लस कैटेगरी सबसे बड़ी सुरक्षा कैटेगरी होती है। इन लोगों की सुरक्षा पर हर साल करोड़ों रुपये खर्च हो जाते हैं। भारत में वीवीआईपी, वीआईपी, राजनेताओं, हाई-प्रोफाइल हस्तियों और दिग्गज खिलाड़ियों को यह सुरक्षा पुलिस और स्थानीय सरकार के अलावा नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स (एनएसजी), इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) और सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) की ओर से दी जाती है। एनएसजी का इस्तेमाल वीवीआईपी और वीआईपी लोगों की सुरक्षा में सबसे ज्यादा किया जाता है।

अलग-अलग लेवल की सुरक्षा व्यवस्था Mohan Bhagwat

X स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था में महज 2 सुरक्षाकर्मी (कमांडो शामिल नहीं) शामिल होते हैं। यह सुरक्षा दिए जाने की बेसिक प्रोटेक्शन है। इसमें एक पीएसओ (पर्सनल सिक्यूरिटी ऑफिसर) भी होता है। वहीं Y स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था में देश के वो वीआईपी लोग आते हैं जिनको इसके तहत 11 सुरक्षाकर्मी मिले होते हैं। इनमें 1 या 2 कमांडो और 2 पीएसओ भी शामिल होते हैं। Z कैटेगरी स्तर की सुरक्षा में 22 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं जिसमें नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) के 4 या 5 कमांडर भी होते हैं. अतिरिक्त सुरक्षा दिल्ली पुलिस या सीआरपीएफ की ओर से मुहैया कराई जाती है। सुरक्षा में एक एस्कॉर्ट कार भी शामिल होती है। कमांडोज सब मशीनगन और आधुनिक संचार के साधनों से लैस रहते हैं। इसके अलावा इन्हें मार्शल ऑर्ट से प्रशिक्षित किया जाता है. इनके पास बगैर हथियार के लड़ने का भी अनुभव होता है। Z + कैटेगरी स्तरीय सुरक्षा में एक-दो नहीं बल्कि 36 सुरक्षाकर्मी लगे होते हैं जिसमें एनएसजी के भी 10 कमांडोज होते हैं। इस सुरक्षा व्यवस्था को दूसरी एसपीजी कैटेगरी भी कहा जाता है। ये कमांडोज अत्याधुनिक हथियारों से लैस होते हैं। उनके पास लेटेस्ट गैजेट्स और यंत्र होते हैं। सुरक्षा के पहले घेरे की जिम्मेदारी एनएसजी की होती है, इसके बाद दूसरे स्तर पर एसपीजी के अधिकारी होते हैं। साथ ही आईटीबीपी और सीआरपीएफ के जवान उनकी सुरक्षा में लगाए जाते हैं। प्रधानमंत्री के लिए स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप 4 स्तरीय सुरक्षा के अलावा स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) एक विशिष्ट सुरक्षा व्यवस्था है जिसके तहत देश के वर्तमान और पूर्व प्रधानमंत्रियों के अलावा उनके करीबी परिजनों की यह सुरक्षा दी जाती है। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश के शीर्ष पद पर बैठे नेता और उनके परिजनों की सुरक्षा देने के लिहाज से एसपीजी की स्थापना की गई थी। इसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था अब RSS प्रमुख मोहन भागवत को दी गई है। इस प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था को एडवांस सिक्योरिटी लाइजन यानि कि ASL कहा जाता है। Mohan Bhagwat

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दुनियाभर में बजा भारत का डंका, श्रीलंका में उतरा भारत का युद्धपोत

INS
India Warship
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 08:41 AM
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India Warship : दुनिया भर में भारत की प्रसिद्धी लगातार बढ़ती जा रही है। इस बीच श्रीलंका की धरती पर भारत का युद्धपोत उतरने से श्रीलंका समेत पूरी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। श्रीलंका की धरती पर भारत का युद्धपोत पहली बार पहुंचा है। श्रीलंका में भारत के युद्धपोत पर अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। दूसरी तरफ चीन ने भी अपने तीन बड़े युद्धपोत श्रीलंका की धरती पर उतारे हैं।

श्रीलंका पहुंचा भारत का प्रसिद्ध योद्धपोत

श्रीलंका भारत का पड़ोसी देश है। श्रीलंका के साथ भारत के रिश्ते कड़वे तथा मीठे बनते रहे हैं। श्रीलंका जब-जब किसी मुसीबत में पड़ा है तभी हमेशा भारत ने श्रीलंका की मदद की है। इसी श्रीलंका की जमीन पर भारत का प्रसिद्ध युद्धपोत INS मुंबई उतरा है। भारत का युद्धपोत सोमवार को श्रीलंका पहुंचा था। बृहस्पतिवार को देर शाम INS मुंबई श्रीलंका से वापस भारत लौटेगा। इस दौरान श्रीलंका की नौसेना ने एक प्रेस नोट जारी किया है। श्रीलंका के इस प्रेस नोट में कहा गया है कि भारतीय जहाज INS मुंबई जहाज के श्रीलंका में आगमन पर इसके कमांडर कैप्टन संदीप कुमार ने पश्चिमी नौसेना क्षेत्र के कमांडर रियर एडमिरल चिंताका कुमारसिंघे से पश्चिमी नौसेना कमान मुख्यालय में मुलाकात की। विज्ञप्ति में कहा गया कि जहाज के कोलंबो में ठहराव के दौरान, इसके चालक दल के सदस्य देश के कुछ पर्यटक केंद्रों का दौरा कर रहे हैं। श्रीलंका के प्रेस नोट में यह भी कहा गया है कि जहाज के परिचालन कार्यों के संबंध में एक सत्र आईएनएस मुंबई पर श्रीलंकाई नौसेना के कर्मियों के लिए आयोजित किया गयाा। विज्ञप्ति के अनुसार आईएनएस मुंबई श्रीलंकाई नौसेना के साथ संयुक्त गतिविधियों जैसे खेल, योग और तटीय क्षेत्र की सफाई आदि में भी शामिल होगा। आईएनएस मुंबई 29 अगस्त को कोलंबो तट पर श्रीलंका नौसेना के एक जहाज के साथ 'पैसेज एक्सरसाइज' में भी भाग लेगा। स्वदेश निर्मित आईएनएस मुंबई को 22 जनवरी, 2001 को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था। यह भारत का प्रसिद्घ युद्धपोत है। India Warship

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