Srikant Tyagi : भाजपा पालित श्रीकांत त्यागी जेल में ही मनाएगा ‘आजादी का अमृत महोत्सव’
भारत
चेतना मंच
11 Aug 2022 07:20 PM
Greater Noida : ग्रेटर नोएडा। महिला से मारपीट, दुर्व्यवहार और गाली गलौंज करने वाले तथाकथित गालीबाज भाजपा नेता को 'आजादी का अमृत महोत्सव' अब जेल में ही मनाना होगा। गुरुवार को अदालत ने उसकी जमानत अर्जी खारिज कर दी। अगली सुनवाई 16 अगस्त को होगी।
सेक्टर-93बी स्थित ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी में तथाकथित भाजपा नेता श्रीकांत त्यागी ने एक महिला के साथ बदसलूकी और गाली-गलौज की थी। सोशल मीडिया में उस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। आरोप यहां तक लगे कि स्थानीय पुलिस उसे संरक्षण दे रही है। यही कारण है कि उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। यह मामला शासन के पास भी पहुंच गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे गंभीर घटना मानते हुए श्रीकांत त्यागी के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी और डीजीपी को लगाया। उसके बाद लखनऊ से नोएडा तक हड़कंप मच गया।
एसीएस और डीजीपी की मॉनिटरिंग के बावजूद पांच दिनों तक श्रीकांत त्यागी पुलिस की पहुंच से दूर रहा। इस दौरान वह दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट से लेकर यूपी के कई जिलों में भागता और छुपता रहा। पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने अपना फोन बंद कर दिया और लगातार अपना लोकेशन बदलता रहा। आखिर, पुलिस ने उसे मेरठ से गिरफ्तार कर लिया। हालांकि यह भी कहा जा रहा था कि पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं किया, बल्कि अपने वकील के माध्यम से उसने पुलिस के सामने सरेंडर किया है।
बहरहाल, गौतमबुद्ध नगर के लुक्सर जेल में बंद श्रीकांत त्यागी की जमानत अर्जी पर गुरुवार को जिला अदालत में सुनवाई हुई। मामले की गंभीरता को देखते हुए कोर्ट ने उसकी अर्जी खारिज कर दी। उसकी जमानत पर अगली सुनवाई अब 16 अगस्त को होगी। इसके अलावा धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति की सुपुर्दगी के एक अन्य मामले की भी सुनवाई 16 अगस्त को होगी। इस मामले में श्रीकांत के अलावा छह अन्य आरोपी हैं।
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11 Aug 2022 07:20 PM
Greater Noida : ग्रेटर नोएडा। महिला से मारपीट, दुर्व्यवहार और गाली गलौंज करने वाले तथाकथित गालीबाज भाजपा नेता को 'आजादी का अमृत महोत्सव' अब जेल में ही मनाना होगा। गुरुवार को अदालत ने उसकी जमानत अर्जी खारिज कर दी। अगली सुनवाई 16 अगस्त को होगी।
सेक्टर-93बी स्थित ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी में तथाकथित भाजपा नेता श्रीकांत त्यागी ने एक महिला के साथ बदसलूकी और गाली-गलौज की थी। सोशल मीडिया में उस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। आरोप यहां तक लगे कि स्थानीय पुलिस उसे संरक्षण दे रही है। यही कारण है कि उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। यह मामला शासन के पास भी पहुंच गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे गंभीर घटना मानते हुए श्रीकांत त्यागी के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी और डीजीपी को लगाया। उसके बाद लखनऊ से नोएडा तक हड़कंप मच गया।
एसीएस और डीजीपी की मॉनिटरिंग के बावजूद पांच दिनों तक श्रीकांत त्यागी पुलिस की पहुंच से दूर रहा। इस दौरान वह दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट से लेकर यूपी के कई जिलों में भागता और छुपता रहा। पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने अपना फोन बंद कर दिया और लगातार अपना लोकेशन बदलता रहा। आखिर, पुलिस ने उसे मेरठ से गिरफ्तार कर लिया। हालांकि यह भी कहा जा रहा था कि पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं किया, बल्कि अपने वकील के माध्यम से उसने पुलिस के सामने सरेंडर किया है।
बहरहाल, गौतमबुद्ध नगर के लुक्सर जेल में बंद श्रीकांत त्यागी की जमानत अर्जी पर गुरुवार को जिला अदालत में सुनवाई हुई। मामले की गंभीरता को देखते हुए कोर्ट ने उसकी अर्जी खारिज कर दी। उसकी जमानत पर अगली सुनवाई अब 16 अगस्त को होगी। इसके अलावा धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति की सुपुर्दगी के एक अन्य मामले की भी सुनवाई 16 अगस्त को होगी। इस मामले में श्रीकांत के अलावा छह अन्य आरोपी हैं।
Vice President : देश के नए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिलाई शपथ
भारत
चेतना मंच
02 Dec 2025 03:08 AM
New Delhi : नई दिल्ली। देश के नए उपराष्ट्रपति (Vice President) जगदीप धनखड़ (Jagdeep dhankhad) को आज राष्ट्रपति (President) द्रौपदी मुर्मू (Dropadi Murmu) ने शपथ दिलाई है। राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह जगदीप धनखड़ ने पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू की जगह ली है। उपराष्ट्रपति राज्यसभा का पदेन सभापति भी होता है। पिछले 6 अगस्त को उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हुए थे। इसमें जगदीप धनखड़ ने विपक्ष की साझा उम्मीदवार मार्गेट अल्वा को हराया था। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi)] रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh), पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) सहित सत्ता और विपक्ष के कई नेता मौजूद रहे। उपराष्ट्रपति बनने से पहले जगदीप धनखड़ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे।
जगदीप धनखड़ देश के 14वें उपराष्ट्रपति हैं। शपथ ग्रहण करने से पहले उन्होंने बृहस्पतिवार की सुबह राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। धनखड़ ने ट्वीट किया कि पूज्य बापू को श्रद्धांजलि देते हुए राजघाट की शांत भव्यता में भारत की सेवा में तत्पर रहने के लिए अपने आप को धन्य एवं प्रेरित महसूस किया। एकतरफा मुकाबले में धनखड़ को कुल 528 मत मिले, जबकि अल्वा को सिर्फ 182 वोट से ही संतोष करना पड़ा। इस चुनाव में कुल 725 सांसदों ने मतदान किया, जिनमें से 710 वोट वैध पाए गए, 15 मतपत्रों को अवैध पाया गया।
जगदीप धनखड़ की 2019 में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप नियुक्ति ने सभी को चौंका दिया था और अब देश के नए उपराष्ट्रपति के रूप में उनके निर्वाचन ने भी सभी को आश्चर्यचकित कर दिया है। 71 वर्षीय धनखड़ एक प्रसिद्ध वकील थे। उन्होंने राजस्थान में जाट समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) का दर्जा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। केन्द्र में कुछ दिनों के लिए संसदीय कार्य मामलों के कनिष्ठ मंत्री रह चुके धनखड़ को उनका यह अनुभव राज्यसभा के सभापति के रूप में सदन का संचालन करने में मददगार साबित होगा। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, जब धनखड़ छठी कक्षा में थे, तब वह चार-पांच किलोमीटर पैदल चलकर एक सरकारी स्कूल जाते थे। क्रिकेट प्रेमी होने के साथ-साथ उनका झुकाव आध्यात्मिकता की ओर भी रहा है। धनखड़ के उपराष्ट्रपति चुने जाने का तात्पर्य यह है कि लोकसभा और राज्यसभा दोनों के पीठासीन अधिकारी अब राजस्थान से होंगे, जहां वर्तमान में कांग्रेस की सरकार है।
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02 Dec 2025 03:08 AM
New Delhi : नई दिल्ली। देश के नए उपराष्ट्रपति (Vice President) जगदीप धनखड़ (Jagdeep dhankhad) को आज राष्ट्रपति (President) द्रौपदी मुर्मू (Dropadi Murmu) ने शपथ दिलाई है। राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह जगदीप धनखड़ ने पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू की जगह ली है। उपराष्ट्रपति राज्यसभा का पदेन सभापति भी होता है। पिछले 6 अगस्त को उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हुए थे। इसमें जगदीप धनखड़ ने विपक्ष की साझा उम्मीदवार मार्गेट अल्वा को हराया था। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi)] रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh), पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) सहित सत्ता और विपक्ष के कई नेता मौजूद रहे। उपराष्ट्रपति बनने से पहले जगदीप धनखड़ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे।
जगदीप धनखड़ देश के 14वें उपराष्ट्रपति हैं। शपथ ग्रहण करने से पहले उन्होंने बृहस्पतिवार की सुबह राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। धनखड़ ने ट्वीट किया कि पूज्य बापू को श्रद्धांजलि देते हुए राजघाट की शांत भव्यता में भारत की सेवा में तत्पर रहने के लिए अपने आप को धन्य एवं प्रेरित महसूस किया। एकतरफा मुकाबले में धनखड़ को कुल 528 मत मिले, जबकि अल्वा को सिर्फ 182 वोट से ही संतोष करना पड़ा। इस चुनाव में कुल 725 सांसदों ने मतदान किया, जिनमें से 710 वोट वैध पाए गए, 15 मतपत्रों को अवैध पाया गया।
जगदीप धनखड़ की 2019 में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप नियुक्ति ने सभी को चौंका दिया था और अब देश के नए उपराष्ट्रपति के रूप में उनके निर्वाचन ने भी सभी को आश्चर्यचकित कर दिया है। 71 वर्षीय धनखड़ एक प्रसिद्ध वकील थे। उन्होंने राजस्थान में जाट समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) का दर्जा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। केन्द्र में कुछ दिनों के लिए संसदीय कार्य मामलों के कनिष्ठ मंत्री रह चुके धनखड़ को उनका यह अनुभव राज्यसभा के सभापति के रूप में सदन का संचालन करने में मददगार साबित होगा। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, जब धनखड़ छठी कक्षा में थे, तब वह चार-पांच किलोमीटर पैदल चलकर एक सरकारी स्कूल जाते थे। क्रिकेट प्रेमी होने के साथ-साथ उनका झुकाव आध्यात्मिकता की ओर भी रहा है। धनखड़ के उपराष्ट्रपति चुने जाने का तात्पर्य यह है कि लोकसभा और राज्यसभा दोनों के पीठासीन अधिकारी अब राजस्थान से होंगे, जहां वर्तमान में कांग्रेस की सरकार है।
Mumbai News : कारोबारी के घर व दफ्तर पर आयकर विभाग के छापे में मिला ‘कुबेर का खजाना’
भारत
चेतना मंच
11 Aug 2022 06:07 PM
Mumbai : मुंबई। आयकर विभाग(IT Department ) को छापेमारी के दौरान बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। महाराष्ट्र के जालना में एक स्टील, कपड़ा व्यापारी और रियल एस्टेट डेवलपर के परिसरों में की गई छापेमारी में करोड़ों रुपये की बेनामी संपत्ति जब्त की गई है। इसमें 56 करोड़ रुपये की नकदी, 32 किलो सोना, हीरे-मोती और संपत्ति के कागजात शामिल हैं।
इनकम टैक्स विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य के जालना जिले में स्थित कारोबारी के खिलाफ कथित टैक्स चोरी की कार्रवाई की सूचना मिलने के बाद पिछले सप्ताह छापेमारी की गई थी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अब तक 56 करोड़ रुपये की नकदी और 14 करोड़ रुपये के आभूषण जब्त किए गए हैं। अब तक की कार्रवाई के दौरान दस्तावेज और डिजिटल डाटा भी जब्त किया गया है।
जालना में इस्पात निर्माताओं के कारखानों, घरों और कार्यालयों में आयकर विभाग ने छापेमारी की गई। आयकर विभाग की इस कार्रवाई के दौरान करीब 390 करोड़ रुपये की संपत्ति बरामद हुई है। इसमें 56 करोड़ रुपये की नकदी, 32 किलो सोने के आभूषण और करोड़ों रुपये के हीरे-मोती और करीब 300 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है।
पिछले दिनों में देशभर में जांच एजेंसियों ने बड़ी कार्रवाई की है। यूपी से लेकर बंगाल और देश के अन्य राज्यों में जांच एजेंसियों ने छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपये का कैश बरामद किया है। इस कार्रवाई में सबसे बड़ी कामयाबी जांच एजेंसियों को कन्नौज के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के पास से 197 करोड़ और पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री रहे पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के यहां से 53 करोड़ रुपये की नकदी मिली थी।
भारत
चेतना मंच
11 Aug 2022 06:07 PM
Mumbai : मुंबई। आयकर विभाग(IT Department ) को छापेमारी के दौरान बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। महाराष्ट्र के जालना में एक स्टील, कपड़ा व्यापारी और रियल एस्टेट डेवलपर के परिसरों में की गई छापेमारी में करोड़ों रुपये की बेनामी संपत्ति जब्त की गई है। इसमें 56 करोड़ रुपये की नकदी, 32 किलो सोना, हीरे-मोती और संपत्ति के कागजात शामिल हैं।
इनकम टैक्स विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य के जालना जिले में स्थित कारोबारी के खिलाफ कथित टैक्स चोरी की कार्रवाई की सूचना मिलने के बाद पिछले सप्ताह छापेमारी की गई थी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अब तक 56 करोड़ रुपये की नकदी और 14 करोड़ रुपये के आभूषण जब्त किए गए हैं। अब तक की कार्रवाई के दौरान दस्तावेज और डिजिटल डाटा भी जब्त किया गया है।
जालना में इस्पात निर्माताओं के कारखानों, घरों और कार्यालयों में आयकर विभाग ने छापेमारी की गई। आयकर विभाग की इस कार्रवाई के दौरान करीब 390 करोड़ रुपये की संपत्ति बरामद हुई है। इसमें 56 करोड़ रुपये की नकदी, 32 किलो सोने के आभूषण और करोड़ों रुपये के हीरे-मोती और करीब 300 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है।
पिछले दिनों में देशभर में जांच एजेंसियों ने बड़ी कार्रवाई की है। यूपी से लेकर बंगाल और देश के अन्य राज्यों में जांच एजेंसियों ने छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपये का कैश बरामद किया है। इस कार्रवाई में सबसे बड़ी कामयाबी जांच एजेंसियों को कन्नौज के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के पास से 197 करोड़ और पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री रहे पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के यहां से 53 करोड़ रुपये की नकदी मिली थी।