श्रमिकों के लिए योगी सरकार ने की बड़ी घोषणा

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CM Yogi Adityanath
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Sep 2021 11:26 AM
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विधानसभा चुनाव (Lok Sabha Election)के नजदीक आते ही सभी पार्टियां जोरों शोरों से अपनी तैयारियों में लगी हैं चाहे वह बीजेपी हो या कांग्रेस या फिर बसपा और फिर चाहे वह समाजवादी पार्टी सभी अपने-अपने गढ़ में लोगों को साधने में लगे हैं। इसी कड़ी में यूपी के योगी सरकार ने एक बड़ी घोषणा की है जिसमें उत्तर प्रदेश के मजदूरों को बड़ा लाभ मिलेगा उत्तर प्रदेश की योगी सरकार असंगठित क्षेत्र के पंजीकृत श्रमिकों और उनके परिवारों के सदस्यों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत सूचीबद्ध सरकारी और निजी अस्पतालों में 5 लाख तक के कैशलेस इलाज की मुफ्त सुविधा उपलब्ध कराने जा रही है।

जानकारी के मुताबिक यह सुविधा उत्तर प्रदेश असंगठित कर्मकार सामाजिक सुरक्षा बोर्ड के पोर्टल पर अब तक पंजीकृत हो चुके कामगारों और केंद्र सरकार के श्रम पोर्टल पर रजिस्टर्ड श्रमिकों को मिलेगी। बताया जा रहा है कि इसके लिए श्रम विभाग के प्रस्ताव को कैबिनेट से जल्द ही मंजूरी कर जारी है। वहीं केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीब परिवारों को साल में 5 लाख रुपए तक के कैशलेस इलाज की निशुल्क सुविधा है। इसी आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीबों वंचितों को 5 लाख तक का निशुल्क कैशलेस इलाज कराने के लिए राज्य सरकार मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना संचालित कर रही है।

बता दें कि उत्तर प्रदेश असंगठित कर्मकार सामाजिक सुरक्षा बोर्ड के पोर्टल पर अब तक 79, 215 श्रमिक पंजीकृत हो चुके हैं वहीं केंद्र सरकार के श्रम पोर्टल पर अब तक 24 लाख श्रमिक पंजीकृत हो चुके हैं। इस योजना को चालू करने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य समाजिक सुरक्षा बोर्ड इस योजना को एजेंसी कंप्रिहेंसिव हेल्थ एंड इंटीग्रेटेड सर्विसेज के माध्यम से कराया जाएगा। पंजीकृत श्रमिकों के लिए योजना बोर्ड की ओर से बिल्कुल निशुल्क रहेगी। अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले चुनाव को लेकर योगी सरकार और बड़े ऐलान कर सकती है। इस योजना में खास बात यह है किसके अंतर्गत उत्तर प्रदेश निवासियों को सरकारी और निजी अस्पतालों में स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं आसानी से प्राप्त हो रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को आरोग्य भारत मुहिम के तहत अस्पतालों में होने वाले खर्च के बिना ही अपना इलाज करवाने की सुविधा दी है।

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Political News: जातिगत जनगणना न कराने पर घिरी भाजपा

Dr K.Laxman
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 04:40 AM
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राष्ट्रीय ब्यूरो। जातिगत जनगणना न कराने के आरोपों से घिरती जा रही भाजपा ने अब गेंद राज्य सरकारों के पाले में डाल दिया है। पार्टी ने कहा है कि राज्यों को स्वतंत्रता है,वे चाहें तो ऐसी गणना करा सकते हैं।

भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के.लक्ष्मण ने इसकी जिम्मेदारी राज्यों पर डालते हुए कहाकि सभी राज्य अपने यहां जातिगत जनगणना कराने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र हैं और वे इन आंकड़ों का इस्तेमाल अपने राज्यों में कर सकते हैं। लक्ष्मण ने कहाकि कुछ दल जान-बूझकर इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं। जबकि राज्यों को अपना सर्वेक्षण कराने पर कोई रोक नहीं है। वे चाहें तो खुद अपने स्तर पर इस तरह का सर्वेक्षण कराकर अपनी नीतियों को लागू करने में सहायता हेतु इसका उपयोग कर सकते हैं। लेकिन अगर आप सिर्फ राजनीति करना चाहते हैं तो इसका कोई समाधान नहीं है। उन्होंने कहाकि जहां तक केंद्र सरकार का सवाल है,राष्ट्रीय स्तर पर इस तरह सर्वेक्षण कराने के लिए गहन शोध व आम सहमति की जरूरत है। राज्यों द्वारा आंकड़े उपलब्ध कराए जाने पर केंद्र भी इसे आगे बढ़ा सकता है।बतादें कि 2021 की जनगणना के माध्यम से जातिगत आंकड़े जुटाने की संभावना को लेकर केंद्र सरकार ने सर्वोच्च अदालत में कहा है कि इस तरह का आंकड़ा जुटाने के लिए जनगणना आदर्श साधन नहीं है और न ही यह व्यावहारिक है।

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Political News: कैप्टन अमरिंदर सिंह -बीजेपी के होंगे कैप्टन?

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 02:27 AM
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नई दिल्ली। पंजाब की राजनीति में नया भूचाल आने की संभावना है। कांग्रेस से मिले झटके के बाद से ही पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर सभी रास्ते खुले होने के संकेत दे दिए थे। कांग्रेस आलाकमान से खुले तौर पर नाराजगी जाहिर करने के बाद से कैप्टन के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों का बाजार गर्म चल रहा था। और इसी के बीच आज मंगलवार को अमरिंदर सिंह दिल्ली आ रहे हैं। दिल्ली में वह गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी चीफ जेपी नड्डा से मिलेंगे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कैप्टन अमरिंदर सिंह की अमित शाह और जेपी नड्डा के साथ मंगलवार को मीटिंग तय है। बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू के साथ लंबे समय से चले आ रहे विवाद के बाद इसी महीने कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस हाई कमान ने भी कैप्टन का इस्तीफा मंजूर करते हुए चरणजीत चन्नी को पंजाब की कुर्सी सौंप दी थी। कैप्टन से कांग्रेस आलाकमान ने इस्तीफा देने को कहा था। इस्तीफे के बाद कैप्टन ने कहा था कि पंजाब में जारी राजनीतिक घटनाक्रम से उन्होंने अपमानित महसूस किया। सीएम पद के बाद संभव है कि वह कांग्रेस भी छोड़ दें। इस्तीफे के बाद कैप्टन ने कई बार यह खुलकर कहा है कि वह कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को किसी भी कीमत पर मुख्यमंत्री नहीं बनने देंगे। इतना ही नहीं कैप्टन ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को अनुभवहीन करार देते हुए कहा था कि उनके सलाहकार उनको गलत दिशा में ले जा रहे हैं। उन्होंने सिद्धू के पाकिस्तानी सेना चीफ कमर जावेद बाजवा और पीएम इमरान खान के साथ दोस्ती की भी बात कह डाली थी। उन्होंने यह भी कहा कि सिद्धू के खिलाफ वह मजबूत उम्मीदवार को उतारेंगे। राजनीतिक पंडित इस बात के भी कयास लगा रहे हैं कि सिद्धू को रोकने के लिए कैप्टन भाजपा में शामिल होंगे या फिर अपनी अलग पार्टी बनाते हैं यह तो आने वाले कुछ दिनों में तस्वीर साफ हो जाएगी। लेकिन वर्तमान हालात को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि कैप्टन के अमित शाह और जेपी नड‌्डा से मिलने के पीछे कुछ तो राज छिपा है।