UP News : पीएसी जवानों को वरिष्ठ अधिकारियों के घर के सामने रुक कर सलाम ठोकने का आदेश

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सीतापुर स्थित 27वीं वाहिनी पीएसी के सहायक कमांडेंट के हस्ताक्षर से जारी हुए इस पत्र में मातहत कर्मचारियों से कहा गया है कि वे साइकिल और मोटरसाइकिल से जाते समय पीएसी परिसर में स्थित प्रशासनिक भवनों और रिहायशी तथा गैर रिहायशी इमारतों के सामने रुक कर अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सलामी दें। इस आदेश पर सोमवार 19 दिसंबर की तारीख लिखी गई है और कहा गया है कि इसका तत्काल पालन शुरू किया जाए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इस बारे में पूछे जाने पर 27वीं वाहिनी पीएसी के कमांडेंट मणिराम सिंह ने मंगलवार को कहा कि उन्हें इस पत्र में कुछ भी गलत नहीं नजर आता। यह आदेश अनुशासनहीनता को रोकने के लिए दिया गया है और आदेश देने वाले अधिकारी की इसमें कोई गलत मंशा नजर नहीं आती।उन्होंने कहा कि ऐसे आदेश समय-समय पर जारी किए जाते हैं ताकि अनुशासन बना रहे लेकिन यह पत्र सोशल मीडिया पर कैसे वायरल हो गया, इसकी जांच कराई जाएगी। गौरतलब है कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान 1940 में आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने के लिए यूपी मिलिट्री पुलिस की 13 कंपनियां बनाई गई थी। उसके बाद सितंबर 1947 में 86 और कंपनियां बनाई गई थी।अगली खबर पढ़ें
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सीतापुर स्थित 27वीं वाहिनी पीएसी के सहायक कमांडेंट के हस्ताक्षर से जारी हुए इस पत्र में मातहत कर्मचारियों से कहा गया है कि वे साइकिल और मोटरसाइकिल से जाते समय पीएसी परिसर में स्थित प्रशासनिक भवनों और रिहायशी तथा गैर रिहायशी इमारतों के सामने रुक कर अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सलामी दें। इस आदेश पर सोमवार 19 दिसंबर की तारीख लिखी गई है और कहा गया है कि इसका तत्काल पालन शुरू किया जाए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इस बारे में पूछे जाने पर 27वीं वाहिनी पीएसी के कमांडेंट मणिराम सिंह ने मंगलवार को कहा कि उन्हें इस पत्र में कुछ भी गलत नहीं नजर आता। यह आदेश अनुशासनहीनता को रोकने के लिए दिया गया है और आदेश देने वाले अधिकारी की इसमें कोई गलत मंशा नजर नहीं आती।उन्होंने कहा कि ऐसे आदेश समय-समय पर जारी किए जाते हैं ताकि अनुशासन बना रहे लेकिन यह पत्र सोशल मीडिया पर कैसे वायरल हो गया, इसकी जांच कराई जाएगी। गौरतलब है कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान 1940 में आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने के लिए यूपी मिलिट्री पुलिस की 13 कंपनियां बनाई गई थी। उसके बाद सितंबर 1947 में 86 और कंपनियां बनाई गई थी।संबंधित खबरें
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