Haryana News : हरियाणा में अस्पताल कर्मचारियों के लिए ड्रेस कोड लागू

Anil
Dress code applicable for hospital staff in Haryana
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:12 AM
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चंडीगढ़। हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अनिल विज ने कहा कि सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत कर्मचारियों को विशेष वर्दी सहित ड्रेस कोड का अनुपालन करना होगा। मंत्री ने कहा कि वर्दी का डिजाइन अपने अंतिम चरण में है।

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अनिल विज ने कहा कि जब आप निजी अस्पताल में जाते हैं तो एक भी कर्मचारी आपको बिना वर्दी नहीं दिखता, जबकि सरकारी अस्पताल में मरीजों और कर्मचारियों में अंतर करना मुश्किल होता है। उन्होंने कहा कि ड्रेस कोड लागू करने से अस्पतालों के काम काज में सुधार आएगा।

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स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अस्पतालों को उनके कर्मचारियों के लिए कुछ नियम और शर्तें बनाने की जरूरत है। ड्रेस कोर्ड इसका आवश्यक हिस्सा है, जो संगठन को ‘पेशेवर स्वरूप’ प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि काम के दौरान खासतौर पर अस्पतालों में 'तरह-तरह की केस सज्जा, भारी गहने, मेकअप और लंबे नाखून’ अस्वीकार्य है। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
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Health ATM : यूपी में 4600 स्वास्थ्य केंद्रों पर लगेंगे ‘हेल्थ एटीएम’

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Health ATM
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 10:33 PM
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Health ATM : लखनऊ। एक निजी कंपनी ने उत्तर प्रदेश में 4,600 से अधिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ‘हेल्थ एटीएम’ लगाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के साथ एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया है।

Health ATM

कंपनी ‘इंडिया हेल्थ लिंक’ के मुताबिक, स्थापित किए जाने वाले ‘हेल्थ एटीएम’ से व्यक्ति विभिन्न स्वास्थ्य जांच करा सकेगा।

कंपनी के सह संस्थापक एवं अध्यक्ष स्वदीप श्रीवास्तव ने कहा कि इन ‘हेल्थ एटीएम’ के जरिये लोग 20 से अधिक स्वास्थ्य संबंधी जांच जैसे रक्तचाप, वजन, शरीर का तापमान और ईसीजी 10 मिनट के भीतर करा सकेंगे और उन्हें तुरंत इसकी रिपोर्ट मिल जाएगी।

क्या होता है हेल्थ एटीएम

हेल्थ एटीएम को निजी, वॉक-इन-मेडिकल कियोस्क के रूप में परिभाषित किया जा सकता है, जिसमें चिकित्सा उपकरण लगे होते हैं, जिसकी मदद से आप बेसिक कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, पल्मोनरी टेस्टिंग, गाइनोकोलॉजी, बेसिक लैबोरेटॉरी टेस्टिंग करा सकते हैं और इसके साथ ही इसमें आपातकालीन सुविधाओं के साथ एक मेडिकल अटेनडेंट भी होता है।

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Microplastic : रोज़ निगल रहे हैं हम प्लास्टिक के महीन कण

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 09:21 PM
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प्लास्टिक के महीन कण जिन्हें Microplastic भी कहा जाता है, से जुड़ा हुआ एक अध्ययन सामने आया है जिसके बाद लोगों को माइक्रोप्लास्टिक से सचेत रहने की आवश्यकता है। अध्ययन में यह बात सामने आयी है कि हर सप्ताह एक मानव शरीर में औसतन 0.1ग्राम से लेकर 5 ग्राम तक के माइक्रोप्लास्टिक के कण जाते हैं। ये कण सांस, पेय पदार्थ और त्वचा के माध्यम से मनुष्य के शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और 5 mm से कम आकार के कण मनुष्य के पाचन, श्वसन एवं परिसंचरण तंत्र में भी प्रवेश कर जाते हैं।

कई बीमारियों को पैदा कर सकते हैं ये Microplastic के कण

Microplastic के ये कण शरीर में पहुंच कर कई गंभीर बीमारियां पैदा कर सकते हैं। ज्यादा लम्बे समय तक शरीर में बने रहने के कारण इनसे प्रजनन क्षमता पर असर पड़ सकता है। इसके अतिरिक्त कैंसर, मधुमेह, मोटापा और हार्ट से जुड़ी हुई भी कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं। प्रारम्भिक अध्ययन से यह बात भी पता चली है कि मछली खाने वाले लोगों के शरीर में इन कणों के प्रवेश की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है।

रोजाना फेफड़ों के सम्पर्क में आते हैं ये खतरनाक Microplastic के कण

Microplastic के कणों पर किये गए अध्ययन के अनुसार हर दिन मानव शरीर के फेफड़ों के सम्पर्क में कम से कम 26-130 Microplastic के कण आते हैं। प्लास्टिक की बोतलों के बढ़ते प्रयोग एवं प्लास्टिक पैकेजिंग आदि के कारण यह समस्या अधिक बढ़ रही है। हालांकि Microplastic से जुड़े हुए इस अध्ययन में अनुपचारित पानी को शामिल नहीं किया गया है क्योंकि उनमें कणों के बारे में पता लगाना काफ़ी चुनौतीपूर्ण होता है। हालांकि अध्ययन से यह बात भी स्पष्ट हुई कि अनुपचारित पानी में Microplastic के कणों की वही मात्रा होती है जो एक प्लास्टिक बॉटल में भरे द्रव्य में होती है। इसलिए अनुपचारित पानी भी मानव शरीर के लिए उतना ही खतरनाक है।

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