जानें World Fisheries Day का इतिहास और साल 2023 की थीम

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calendar02 Dec 2025 05:29 AM
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World Fisheries Day 2023- हर वर्ष 21 नवंबर को वर्ल्ड फिशरीज डे (विश्व मत्स्य दिवस) के रूप में मनाया जाता है। यह दिन विश्व के सभी मछुआरे समुदाय के लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। इस दिन स्वस्थ महासागरों के पारिस्तिथिकी तंत्र के महत्व को लोगों को समझाया जाता है एवं इस दिन मत्स्य पालन के स्थायी भंडार को सुनिश्चित करने के ऊपर भी प्रकाश डाला जाता है।

विश्व मत्स्य दिवस का इतिहास (History of World Fisheries Day)-

इसको वर्ष 1997 में लांच किया गया था। नई दिल्ली में 18 देशों के प्रतिनिधियों के साथ ‘वर्ल्ड फिशरीज फोरम’ बनाया गया था और स्थायी मत्स्य पालन की जो प्रथाएं और वैश्विक जनादेश की नीतियां थीं उनके समर्थन के लिए इस घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए गए थे। तभी से हर साल विश्व के मछुआरे समुदाय एकजुट होकर विश्व मत्स्य दिवस 21 नवंबर को मनाते हैं।

विश्व मत्स्य दिवस का महत्व (Importance of World Fisheries Day)-

इसको मनाने का उद्देश्य यह है कि इस दिन अंतर्देशीय संसाधनों की स्थिरता के लिए आवास आपदा, अतिफ़िशिंग एवं अन्यगम्भीर खतरों की ओर ध्यान केंद्रित करना है। यह दिन इसलिए मनाया जाता है ताकि स्वस्थ महासागरों के पारिस्तिथिकी तंत्रों का जो महत्व है उसको लोगों के बीच उजागर किया जा सके। इसके साथ ही दुनियाभर में मत्स्य पालन के स्थायी भंडार को सुनिश्चित किया जा सके।

विश्व मत्स्यपालन दिवस 2023 थीम (World Fisheries Day 2023 Theme):

प्रति वर्ष विश्व मत्स्य पालन दिवस मनाने के लिए एक थीम निर्धारित की जाती है। साल 2023 के लिए जो थीम निर्धारित की गई है वो है -'छोटे पैमाने पर कारीगर मत्स्य पालन के लिए सक्षम नीति वातावरण बनाएं' (Build enabling policy environments for small-scale artisanal fisheries)।यह विषय टिकाऊ मत्स्य पालन प्रबंधन में छोटे पैमाने के मछुआरों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देता है। Cancer Awareness Day पर जानें कितने प्रकार के होते हैं कैंसर, क्या है कैंसर बीमारी का इतिहास
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World Television Day मनाने का मुख्य उद्देश्य था ये, जानें इस दिन की थीम

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calendar02 Dec 2025 03:13 AM
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World Television Day- टेलीविजन को रेडियो का ही एक विकसित रूप माना जाता है। ये एक ऐसा जनसंचार का माध्यम है जो राजनीति, खबर और शिक्षा से जुड़ी गतिविधियों के बारे में हमें सूचना प्रदान करता है। टेलीविजन का हम सभी के जीवन में बहुत अधिक महत्व है। यही कारण है कि हर साल 21 नवंबर को विश्व टेलीविजन दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन दुनियाभर में टेलीविजन के दैनिक मूल्यों को उजागर किया जाता है। इस दिन लोगों को टेलीविजन का महत्व बताया जाता है जो कि संचार एवं वैश्वीकरण में एक अहम भूमिका निभाता है। आज टेलीविजन दिवस के अवसर पर आइये जानते हैं कि टेलीविजन दिवस क्यों मनाया जाता है।

टेलीविजन दिवस का इतिहास :

पहली बार विश्व टेलीविजन मंच 21 नवंबर 1996 में हुआ था। इसी दिन को बाद में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा विश्व टेलीविजन दिवस के रूप में माना जाने लगा। इन दिन लोगों को टेलीविजन की संचार एवं वैश्वीकरण में भूमिका को लेकर जागरूक किया जाता है। इन दिन वैश्विक एवं स्थानीय दोनों स्तरों पर बैठकों का आयोजन किया जाता है। इस दिन को बढ़ावा देने के लिए लेखक, पत्रकार एवं ब्लॉगर सब साथ आते हैं और इसके महत्व के बारे में लोगों को जानकारी प्रदान करते हैं।

टेलीविजन दिवस क्यों मनाया जाता है?

टेलीविजन दिवस को इसलिए मनाया जाता है ताकि इसके महत्व के बारे में लोगों को बताया जा सके एवं लोगों के जीवन में इसकी अहमियत को बताया जा सके। टेलीविजन संचार एवं सूचना का एक ऐसा साधन है जहां हमें खबर, मनोरंजन खेल का पूरा हाल देखने को मिलता है। टेलीविजन है तो हमें इतिहास से लेकर देश दुनिया की तमाम जानकारी घर बैठे प्राप्त हो जाती है। यही कारण है कि लोगों को टेलीविजन की महत्त्वता को बताने के लिए हर साल 21 नवंबर को विश्व टेलीविजन दिवस (World Television Day) मनाया जाता है।

World Television Day 2023 Theme :

पिछले कई सालों से प्रतिवर्ष 'वर्ल्ड टेलीविजन डे' के मौके पर टेलीविजन से जुड़े अलग-अलग विषयों पर प्रकाश डाला गया है, जिसमें ये दिखाने का प्रयास किया गया है कि टेलीविजन ने किस तरह से समय-समय पर समाज में बदलाव किया है। ' वर्ल्ड टेलीविजन डे' के मौके पर प्रतिवर्ष एक थीम निर्धारित की जाती है, साल 2023 के लिए जो थीम निर्धारित की गई है वो है 'एक्सेसिबिलिटी '। इस थीम के साथ मनाया जा रहा World COPD Day, एक्सपर्ट से जानें बढ़ते प्रदूषण में सीओपीडी से बचाव का तरीका
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बिल्ली के मल से तैयार दुनिया की सबसे महंगी कॉफी, इतनी खास कि लोग कुछ भी कीमत देने को तैयार

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calendar02 Dec 2025 04:30 AM
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Kopi Luwak Coffee: दुनिया में कॉफी की कई वैरायटी है। कॉफी के शौकीन इसके नए-नए स्वाद को चखने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया की सबसे पॉपुलर और महंगी कॉफी कौन सी है ? जानकारी के लिए आपको बता दे दुनिया की सबसे महंगी और पॉपुलर कॉफी का नाम है -" कोपी लुवाक', आपको शायद यह जानकर हैरानी होगी कि अमेरिका जैसे देशों में इस कॉफी के एक कप के लिए लोग 6000 रुपए पे कर देते हैं, लेकिन इससे भी ज्यादा हैरानी आपको इस कॉफी को बनाने के तरीके पर होगी।

बिल्ली के मल से तैयार होती है Kopi Luwak कॉफी:

आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया की सबसे महंगी कॉफी 'कोपी लुवाक' बिल्ली की पॉटी यानी मल से तैयार की जाती है। अब आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि आखिर किसी जानवर की पॉटी से कॉफी जैसा पेय पदार्थ कैसे तैयार किया जा सकता है ? और क्या वजह है कि इस तरह से तैयार कॉफी की कीमत इतनी ज्यादा है, और लोग इसकी कीमत को चुकाने के लिए भी लोग तैयार है। इन सब सवालों का जवाब आगे इस पोस्ट में दिया गया है।

कैसे तैयार होती है Kopi Luwak कॉफी ?

'कोपी लुवाक कॉफी ' कई एशियाई देशों व दक्षिण भारत में तैयार की जाती है। ये कॉफी सिवेट बिल्ली के मल से तैयार होती है। दरअसल यह बिल्ली कॉफी बीन्स खाना बेहद पसंद करती है। कॉफ़ी की चेरी जब अधकच्ची रहती है ये तभी उसे खा जाती है। लेकिन ये बिल्ली इस चेरी को पूरी तरह से पचा नहीं पाती है। इसके मल के साथ कॉफी के अनपचे हिस्से बाहर निकल आते हैं। फिर इसके माल को एकत्रित करके उसे पूरी तरह से शुद्ध करके, कॉफी बीन्स को अच्छे से साफ कर भून जाता है और इससे कॉफी तैयार की जाती है। अब सवाल यह उठता है कि कॉफी बींस को सीधे एकत्रित करके काफी तैयार क्यों नहीं की जाती। तो इसका जवाब क्या है कि जब यह कॉफी बींस बिल्ली के शरीर के आंतो से गुजरती है, तो इसमें कई तरह के पंचक एंजाइम्स मिल जाते हैं जो इसकी पौष्टिकता को कई गुना तक बढ़ा देते हैं। एक रिपोर्ट्स के मुताबिक बिल्ली के हाथों से गुजरने वाले कॉफी बींस से तैयार कॉफी बेहद स्मूद होती है। इसकी पौष्टिकता इतनी ज्यादा होती है कि लोग इसे बेहद पसंद करते हैं। यही नहीं यह काफी अमेरिका और यूरोप जैसे कई विकसित देशों में रहने वाले रईसों की खास पसंद है। क्या है Hijra Festival जिसे मनाने के लिए पाकिस्तानी ट्रांसजेंडर उतरे सड़कों पर ?