सरकारी कर्मचारियों को तनावमुक्त रखने के लिए निकाला नया फार्मूला Y brake

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Y brake
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 09:00 PM
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Y brake / नई दिल्ली। काम के बोझ के चलते तनाव झेल रहे केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों पर सरकार ने ध्यान दिया है। कर्मचारियों को तनावमुक्त रखने के लिए सरकार द्वारा पहल की जा रही हैं सरकार चाहती है कि कर्मचारी तनावमुक्त होकर कार्य करे। केंद्र ने अपने कर्मचारियों से कहा है कि वे तनाव मुक्त और तरोताजा होने के लिए छोटी अवधि के ‘Y brake’ (योग विराम) लें, ताकि वे बेहतर तरीके से काम पर ध्यान दे सकें।

Y brake

‘वाई-ब्रेक’ से यहां तात्पर्य कार्यालय में अपने कुर्सी पर ही योग करने से है। कार्मिक मंत्रालय ने एक आदेश में केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों, विभागों से कार्यस्थल पर लोगों के लिए इस नए योग दिशानिर्देश को लागू करने और योग को बढ़ावा देने को कहा है।

आदेशानुसार कि कार्यस्थल पर ‘वाई-ब्रेक’ आयुष मंत्रालय द्वारा कर्मियों को तनाव मुक्त व तरोताजा करने के मकसद से शुरू किया जा रहा है, ताकि वे बेहतर तरीके से काम पर ध्यान दे सकें। इसे मिल रही प्रतिक्रिया बेहद ही प्रोत्साहित करने वाली है। मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान व आयुष मंत्रालय उन अधिकारियों के लिए नई सुविधाएं लाए हैं, जो अपने व्यस्त कार्यक्रम के कारण बाहर जाकर योगाभ्यास नहीं कर सकते।’’

12 जून को जारी किया गया आदेश

यह आदेश 12 जून को जारी किया गया। इस आदेश में कहा गया कि अधिकारी अब अपने कार्यालय की कुर्सी पर बैठे-बैठे छोटी अवधि के योगाभ्यास कर सकते हैं, जिसका नाम है ‘वाई-ब्रेक एट वर्कप्लेस योग’ है। इसका मकसद कर्मचारियों को तनाव मुक्त और तरोताजा महसूस कराना है, ताकि वे बेहतर तरीके से काम पर ध्यान दे सकें। Y brake

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निर्वाचन आयोग ने पांच चुनावी राज्यों में अधिकारियों के तबादले के निर्देश जारी किए Assembly Elections 2023

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Assembly Elections 2023
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 11:41 AM
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Assembly Elections 2023 : नई दिल्ली। निर्वाचन आयोग (EC) ने मिजोरम, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश और तेलंगाना के मुख्य सचिवों को उन अधिकारियों को स्थानांतरित करने का निर्देश दिया है, जो चुनाव से सीधे तौर पर जुड़े हैं और अपने गृह जिलों में तैनात हैं या पिछले तीन साल से एक ही जिले में हैं। इन पांच राज्यों में अगले कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं।

Assembly Elections 2023

आयोग ने दो जून को पांच राज्यों के मुख्य सचिवों को भेजे एक पत्र में यह निर्देश दिया है। आयोग ने कहा कि मिजोरम विधानसभा का कार्यकाल 17 दिसंबर को समाप्त हो रहा है, जबकि छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश और तेलंगाना विधानसभाओं का कार्यकाल अगले साल जनवरी में खत्म हो रहा है।

आयोग ने कहा कि वह एक समान नीति का पालन कर रहा है कि चुनावी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव से सीधे जुड़े अधिकारियों को उनके गृह जिलों या उन स्थानों पर तैनात नहीं किया जाता है, जहां उन्होंने लंबी अवधि तक सेवा की है।

इस पत्र में कहा गया है, "इसलिए, आयोग ने फैसला किया है कि चुनाव से सीधे तौर पर जुड़े किसी भी अधिकारी की मौजूदा जिले (राजस्व जिले) में तैनाती की अनुमति नहीं दी जाएगी, यदि वह अपने गृह जिले में तैनात हैं।"

आयोग ने कहा कि यह नीति उन लोगों पर भी लागू होगी, जिन्होंने पिछले चार वर्षों के दौरान उस जिले में तीन साल पूरा कर लिया है या आने वाले दिनों में पूरा करने वाले हैं।

निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया कि ये निर्देश पुलिस महानिरीक्षक (IG), डीआईजी, राज्य सशस्त्र पुलिस के कमांडेंट, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP), पुलिस अधीक्षक (SP), अतिरिक्त एसपी एवं अन्य पुलिस अधिकारियों पर भी लागू होंगे।

आयोग ने कहा कि किसी भी ऐसे अधिकारी को चुनाव संबंधी ड्यूटी के लिए तैनात नहीं किया जाना चाहिए, जिनके खिलाफ किसी भी अदालत में आपराधिक मामला लंबित है। आपको बता दें कि आयोग लोकसभा या विधानसभा चुनावों से पहले इस तरह के निर्देश जारी करता है।

Biparjoy Cyclone : चक्रवात बिपारजॉय का खौफ, गुजरात में धारा 144 लागू, स्कूल कालेज बंद

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Biparjoy Cyclone : चक्रवात बिपारजॉय का खौफ, गुजरात में धारा 144 लागू, स्कूल कालेज बंद

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Biparjoy Cyclone Update
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 08:54 AM
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Biparjoy Cyclone : अहमदाबाद/नई दिल्ली। गंभीर चक्रवाती तूफान ‘बिपारजॉय’ के गुजरात में 15 जून को पहुंचने की आशंका के बीच राज्य में एक विस्तृत निकासी योजना बनाई है और प्रशासन ने 7500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को कहा कि चक्रवात के दौरान गुजरात में 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का अंदेशा है।

Biparjoy Cyclone Update

इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि बचाव दल चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के मार्ग में संवेदनशील स्थानों में रहने वाले लोगों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने चक्रवात से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए केंद्र और गुजरात सरकार की तैयारियों की समीक्षा के लिए नई दिल्ली में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस चक्रवात का पाकिस्तान पर भी असर पड़ने की आशंका है।

आईएमडी ने कहा कि बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान बिपारजॉय के बृहस्पतिवार को गुजरात के कच्छ जिले में जखाऊ पत्तन के पास तट पर पहुंचने का अनुमान है। अधिकारियों ने बताया कि कच्छ, पोरबंदर, देवभूमि द्वारका, जामनगर, जूनागढ़ और मोरबी के तटीय जिलों में समुद्र तट के पास रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। इसके साथ ही मछुआरों को मछली पकड़ने के लिए समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है और बंदरगाहों पर चेतावनी के संकेत लगा दिए गए हैं।

150 किमी प्रति घंटा की रफ्तार

आईएमडी अहमदाबाद केंद्र की निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा कि चक्रवात के जखाऊ बंदरगाह के पास टकराने का अनुमान है। यह 15 जून को दोपहर के आसपास गुजरात के तट पर पहुंचेगा। इससे पहले 135-145 किमी प्रति घंटा से लेकर 150 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और बहुत भारी बारिश होगी।

उन्होंने कहा कि सौराष्ट्र-कच्छ सहित अन्य क्षेत्रों में 15-16 जून को भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है और मछुआरों को 16 जून तक समुद्र में नहीं जाने को कहा गया है।

अधिकारियों के अनुसार लगभग 7500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और कच्छ-सौराष्ट्र जिलों में तट से 10 किलोमीटर की दूरी तक बसे गांवों के निवासियों को वहां से हटाने का अभियान मंगलवार को शुरू होगा। पोरबंदर के 31 गांवों से करीब 3,000 लोगों को और देवभूमि द्वारका में करीब 1,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

सौराष्ट्र और कच्छ तट पर चक्रवात अलर्ट जारी

कच्छ के जिलाधिकारी अमित अरोड़ा ने कहा कि करीब 3000 लोगों, खासकर मछुआरे और एक बंदरगाह पर काम करने वाले मजदूरों को कांडला स्थानांतरित कर दिया गया है। समुद्र के पास कुछ झुग्गियों के निवासियों को भी मांडवी स्थानांतरित कर दिया गया है। तट से 10 किमी के दायरे में स्थित गांवों के करीब 23,000 लोगों को मंगलवार को (अस्थायी) आश्रय घरों में ले जाया जाएगा।

मौसम विभाग ने एक ट्वीट में कहा कि सौराष्ट्र और कच्छ तट के लिए चक्रवात अलर्ट... सुबह आज साढ़े आठ बजे चक्रवात पोरबंदर से करीब 320 किमी दक्षिण-पश्चिम, देवभूमि द्वारका से 360 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम, जखाऊ बंदरगाह से 440 किमी दक्षिण, नलिया से 450 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में स्थित था। इसके 15 जून की दोपहर तक जखाऊ बंदरगाह को पार कर जाने का अनुमान है।

पीएमओ रख रहा स्थिति पर नजर

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि मोदी ने वरिष्ठ अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव उपाय करने का निर्देश दिया कि संवेदनशील स्थानों में रहने वाले लोगों को राज्य सरकार द्वारा सुरक्षित रूप से निकाला जाए।

बयान के अनुसार मोदी ने बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य और पेयजल जैसी सभी आवश्यक सेवाओं के रखरखाव को सुनिश्चित करने और किसी भी तरह की क्षति होने की स्थिति में उन्हें तुरंत बहाल करने का भी निर्देश दिया।

प्रधानमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए और उन्होंने हफ्ते में सातों दिन 24 घंटे चलने वाले नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का आदेश दिया।

Biparjoy Cyclone  धारा 144 लागू, स्कूल और कालेज बंद

अधिकारियों ने बताया कि कच्छ जिले के तटीय इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है और सभी स्कूल एवं कॉलेज 15 जून तक बंद कर दिए गए हैं। इस बीच, दक्षिण और उत्तर गुजरात के तटीय जिलों जैसे वलसाड, गिर सोमनाथ, भावनगर और अमरेली के कुछ हिस्सों में सोमवार सुबह हल्की बारिश हुई।

अधिकारियों ने कहा कि प्रभावित जिलों में राष्ट्रीय और राज्य आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ और एसडीआरएफ) के दलों को तैयार रखा गया है और प्रशासन सेना, नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल के संपर्क में है। मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवात के 14 जून की सुबह तक लगभग उत्तर की ओर बढ़ने का अनुमान है।

केंद्र ने राज्य सरकार को कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी सहित सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय क्षेत्रों से लोगों को निकालने का निर्देश दिया है। आईएमडी ने 15 जून को कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई है।

एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि आसन्न चक्रवात के मद्देनजर, एनडीआरएफ ने एहतियात के तौर पर मुंबई में दो अतिरिक्त दलों को तैनात किया है। उन्होंने कहा कि अरब सागर में चक्रवात के संभावित प्रभावों से निपटने के लिए एनडीआरएफ ने चार दलों को गुजरात भेजा है। Biparjoy Cyclone

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