प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी को दी ब्रेक लेने की सलाह,BJP को दक्षिण भारत और बंगाल में भी बताया मजबूत




Harmful Effects Of RO Water : यह खबर पढ़ कर आप अपने घर से RO फिल्टर हटा देंगे । जी हां लंबे समय से इस बात पर बहस हो रही है कि आरो का पानी कितना सेहतमंद है। अब विशेषज्ञों की स्टडी से यह सामने आया है कि RO का पानी आपको सेहतमंद बनाने की बजाय आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा रहा है।
विशेषज्ञों की राय में RO का पानी पीना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है । विशेषज्ञों की इस चेतावनी पर WHO ने भी चिंता जाहिर की है। दरअसल RO फिल्टर पानी से अशुद्धियों के साथ उन मिनरल्स को भी निकाल देता है जो शरीर के लिए जरूरी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक लंबे समय तक RO का पानी पीने से शरीर में कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे खनिजों की कमी हो जाती है जो सेहत पर बुरा असर डाल सकता है।
चेकोस्लोवाकिया और स्लोवाकिया जैसे देशों में 5 साल तक RO का पानी पीना अनिवार्य कर दिया गया था। जिसके बाद वहां के नागरिकों में स्वास्थ्य समस्याएं देखी गई । मिनरल ना मिलने से लोगों के शरीर में दर्द, मांसपेशियों में थकान, याददाश्त में कमी की शिकायतें भी होने लगी। इसके बाद WHO ने भी पीने के पानी में TDS का एक स्तर बनाए रखना बेहद जरूरी माना है। विशेषज्ञों का मानना है कि 1 लीटर पानी में 200 से 250 ग्राम तक टीडीएस होना ही चाहिए ।
आज RO का पानी पीना लोगों की मजबूरी बन चुका है। क्योंकि यदि पानी फिल्टर ना किया गया तो दूषित पानी भी कई तरह की बीमारियां दे सकता है। आज पानी काफी प्रदूषित हो चुका है जिसमें तरह-तरह के केमिकल और दूषित पदार्थ मिले होते हैं । यह पानी पीना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है इसलिए फिल्टर का पानी पीना लोगों की मजबूरी बन गया है । लेकिन RO का पानी जरूरी मिनरल्स को भी निकाल देता है जो सेहत के लिए बहुत जरूरी है। यानी पानी में टीडीएस का होना भी बहुत जरूरी है ।
TDS का मतलब होता है टोटल डिज़ोल्व सॉलिड (Total Dissolve Solid) यानी पानी में प्राकृतिक रूप से मौजूद मिनरल्स । लेकिन जरूर से ज्यादा टीडीएस नुकसान पहुंचा सकता है यानी अगर पानी का टीडीएस 900 से ज्यादा होगा तो वह खतरनाक हो सकता है। ऐसे में RO से पानी को साफ किया जाता है और RO पानी के सारे मिनरल्स निकाल देता है यानी वह मिनरल्स भी जो सेहत के लिए जरूरी है । विशेषज्ञों के मुताबिक पानी में 200 से 250 ग्राम टीडीएस होना जरूरी है ।
बढ़ सकता है ब्लड प्रेशर
विटामिन बी 12 का स्तर हो सकता है कम
कमजोरी और थकान की शिकायत
ब्लोटिंग और गैस की समस्या
दिल के लिए भी खतरनाक
पानी के पीएच लेवल को एसिडिक बनाता है
परंपरागत तरीके से भी पानी को साफ किया ज सकता है । पानी को उबालकर और छानकर भी पिया जा सकता है।
Harmful Effects Of RO Water : यह खबर पढ़ कर आप अपने घर से RO फिल्टर हटा देंगे । जी हां लंबे समय से इस बात पर बहस हो रही है कि आरो का पानी कितना सेहतमंद है। अब विशेषज्ञों की स्टडी से यह सामने आया है कि RO का पानी आपको सेहतमंद बनाने की बजाय आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा रहा है।
विशेषज्ञों की राय में RO का पानी पीना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है । विशेषज्ञों की इस चेतावनी पर WHO ने भी चिंता जाहिर की है। दरअसल RO फिल्टर पानी से अशुद्धियों के साथ उन मिनरल्स को भी निकाल देता है जो शरीर के लिए जरूरी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक लंबे समय तक RO का पानी पीने से शरीर में कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे खनिजों की कमी हो जाती है जो सेहत पर बुरा असर डाल सकता है।
चेकोस्लोवाकिया और स्लोवाकिया जैसे देशों में 5 साल तक RO का पानी पीना अनिवार्य कर दिया गया था। जिसके बाद वहां के नागरिकों में स्वास्थ्य समस्याएं देखी गई । मिनरल ना मिलने से लोगों के शरीर में दर्द, मांसपेशियों में थकान, याददाश्त में कमी की शिकायतें भी होने लगी। इसके बाद WHO ने भी पीने के पानी में TDS का एक स्तर बनाए रखना बेहद जरूरी माना है। विशेषज्ञों का मानना है कि 1 लीटर पानी में 200 से 250 ग्राम तक टीडीएस होना ही चाहिए ।
आज RO का पानी पीना लोगों की मजबूरी बन चुका है। क्योंकि यदि पानी फिल्टर ना किया गया तो दूषित पानी भी कई तरह की बीमारियां दे सकता है। आज पानी काफी प्रदूषित हो चुका है जिसमें तरह-तरह के केमिकल और दूषित पदार्थ मिले होते हैं । यह पानी पीना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है इसलिए फिल्टर का पानी पीना लोगों की मजबूरी बन गया है । लेकिन RO का पानी जरूरी मिनरल्स को भी निकाल देता है जो सेहत के लिए बहुत जरूरी है। यानी पानी में टीडीएस का होना भी बहुत जरूरी है ।
TDS का मतलब होता है टोटल डिज़ोल्व सॉलिड (Total Dissolve Solid) यानी पानी में प्राकृतिक रूप से मौजूद मिनरल्स । लेकिन जरूर से ज्यादा टीडीएस नुकसान पहुंचा सकता है यानी अगर पानी का टीडीएस 900 से ज्यादा होगा तो वह खतरनाक हो सकता है। ऐसे में RO से पानी को साफ किया जाता है और RO पानी के सारे मिनरल्स निकाल देता है यानी वह मिनरल्स भी जो सेहत के लिए जरूरी है । विशेषज्ञों के मुताबिक पानी में 200 से 250 ग्राम टीडीएस होना जरूरी है ।
बढ़ सकता है ब्लड प्रेशर
विटामिन बी 12 का स्तर हो सकता है कम
कमजोरी और थकान की शिकायत
ब्लोटिंग और गैस की समस्या
दिल के लिए भी खतरनाक
पानी के पीएच लेवल को एसिडिक बनाता है
परंपरागत तरीके से भी पानी को साफ किया ज सकता है । पानी को उबालकर और छानकर भी पिया जा सकता है।
