NATIONAL NEWS: आईबी और रॉ की रिपोर्ट को सार्वजनिक करना गंभीर चिंता का विषय : रीजीजू

Making ib raw reports public a matter of grave concern kiren rijiju on sc collegium resolutions 2023 01 24
NATIONAL NEWS
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 05:04 PM
bookmark
NATIONAL NEWS: नई दिल्ली। केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रीजीजू ने मंगलवार को कहा कि उच्चतम न्यायालय कॉलेजियम द्वारा खुफिया ब्यूरो (आईबी) और रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) की संवेदनशील रिपोर्ट के कुछ अंशों को सार्वजनिक मंच पर रखा जाना ‘गंभीर चिंता का विषय’ है।

NATIONAL NEWS

उन्होंने कहा कि खुफिया एजेंसियों के अधिकारी देश के लिए गोपनीय तरीके से काम करते हैं और अगर उनकी रिपोर्ट सार्वजनिक की जाती है, तो वे भविष्य में काम करने से पहले ‘दो बार सोचेंगे। उन्होंने कहा, इसका प्रभाव पड़ेगा। रीजीजू उच्चतम न्यायालय कॉलेजियम के हाल ही में सार्वजनिक किए गए कुछ प्रस्तावों से जुड़े सवालों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। इन प्रस्तावों में शीर्ष अदालत द्वारा उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों के पद के लिए सुझाए गए कुछ नामों के संबंध में आईबी और रॉ की रिपोर्ट के कुछ अंश शामिल थे। सरकार ने उच्चतम न्यायालय के कॉलेजियम द्वारा सार्वजनिक किये गये इन रिपोर्ट के अंशों पर पहली बार प्रतिक्रिया दी है। कॉलेजियम ने खुफिया सूचनाओं को खारिज करते हुए इस महीने की शुरुआत में सरकार के सामने संबंधित नामों को फिर से दोहराया था। रीजीजू ने यहां एक कार्यक्रम में संवाददाताओं से कहा, रॉ और आईबी की संवेदनशील या गोपनीय रिपोर्ट को सार्वजनिक मंच पर रखना गंभीर चिंता का विषय है, जिस पर मैं उचित समय पर प्रतिक्रिया दूंगा। जब पूछा गया कि क्या वह इस बारे में प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ से बात करेंगे, तो उन्होंने कहा कि वह अक्सर प्रधान न्यायाधीश से मिलते रहते हैं। उन्होंने कहा, हम हमेशा संपर्क में हैं। वह न्यायपालिका के प्रमुख हैं और मैं सरकार तथा न्यायपालिका के बीच सेतु हूं, इसलिए हमें मिलकर काम करना है। आप अलग-अलग काम नहीं कर सकते। शीर्ष अदालत के कॉलेजियम ने वकील आर जॉन सत्यम का नाम मद्रास उच्च न्यायालय में न्यायाधीश के लिए दोहराते हुए आईबी की ‘प्रतिकूल टिप्पणियों’ का जिक्र किया था। उसने अधिवक्ता सौरभ कृपाल को दिल्ली उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त करने की अपनी सिफारिश के संदर्भ में रॉ द्वारा दी गयी जानकारी का भी हवाला दिया। कॉलेजियम ने कृपाल को न्यायाधीश बनाने की अपनी सिफारिश दोहराई है। प्रस्ताव में कहा गया, रॉ के 11 अप्रैल, 2019 और 18 मार्च, 2021 के पत्रों से ऐसा प्रतीत होता है कि इस अदालत के कॉलेजियम द्वारा 11 नवंबर, 2021 को सौरभ कृपाल के नाम को मंजूर करते हुए की गयी सिफारिश पर दो आपत्तियां हैं। इनमें पहली है कि सौरभ कृपाल का पार्टनर एक स्विस नागरिक है और दूसरी कि वह किसी के साथ अंतरंग संबंध में हैं और अपनी यौन अभिरुचियों को लेकर खुले विचार रखते हैं।

Mehrauli incident: दूसरे दोस्तों से मिलने पर श्रद्धा से नाराज था पूनावाला

News uploaded from Noida
अगली खबर पढ़ें

Wrestlers निगरानी समिति गठन से पहले सलाह न लेने से पहलवान नाराज

37 2
Wrestlers vs WFI President
locationभारत
userचेतना मंच
calendar27 Nov 2025 07:30 PM
bookmark
Wrestlers: नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न और डराने धमकाने का आरोप लगाने वाले पहलवानों ने इस पर नाराजगी जताई है कि इस खेल प्रशासक के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच के लिए निगरानी समिति गठित करने से पहले सरकार ने उनसे सलाह मशविरा नहीं किया।

Wrestlers vs WFI President

खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने सोमवार को मुक्केबाज एमसी मेरीकॉम की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय निगरानी समिति के गठन की घोषणा की। यह समिति डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच करने के अलावा भारतीय कुश्ती महासंघ के रोजमर्रा के काम भी देखेगी। डब्ल्यूएफआई को हटाने की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर तीन दिन तक धरने पर बैठने वाले पहलवानों में शामिल बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, सरिता मोर और साक्षी मलिक ने समान ट्वीट पोस्ट करके अपनी नाराजगी जताई है। इन पहलवानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और ठाकुर को टैग करके ट्वीट किया कि हमें आश्वासन दिया गया था कि निगरानी समिति का गठन करने से पहले हम से सलाह ली जाएगी। यह वास्तव में दुखद है कि हम से सलाह मशवरा नहीं किया गया। विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता और राष्ट्रमंडल खेलों की चैंपियन गीता फोगाट ने भी प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप करने और इस मामले को सुलझाने में मदद करने का आग्रह किया है। गीता ने ट्वीट किया कि मैं माननीय प्रधानमंत्री से आग्रह करती हूं कि देश की सभी बहने और बेटियां बड़ी उम्मीदों के साथ आपकी तरफ देख रही हैं। अगर हम बहनों और बेटियों को न्याय नहीं मिलता है तो यह देश के इतिहास में बड़ा दुर्भाग्य होगा। इससे पहले विनेश ने ट्वीट किया था कि सत्य को परेशान किया जा सकता है लेकिन हराया नहीं जा सकता। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि अगर उद्देश्य बड़ा हो तो हौसला बुलंद रखिए। पैनल के अन्य सदस्यों में ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त, पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी और मिशन ओलंपिक सेल की सदस्य तृप्ति मुरगुंडे, टॉप्स के पूर्व सीईओ राजगोपालन और भारतीय खेल प्राधिकरण (साईं) की पूर्व कार्यकारी निदेशक (टीम) राधिका श्रीमन शामिल हैं। पहलवानों ने शरण के खिलाफ तानाशाही रवैया अपनाने और जूनियर पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने के आरोप लगाए थे। शरण भाजपा के सांसद भी हैं। पहलवानों ने उन खिलाड़ियों के नामों को उजागर नहीं किया था जिनका कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया गया था।

Noida सड़क पर उतरी कमिश्नरी की पुलिस बड़े पैमाने पर चलाया चैकिंग अभियान

देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noida  #ChetnaManch  #चेतनामंच
अगली खबर पढ़ें

MUMBAI SAMACHAR : तत्कालीन पुलिस प्रमुख पांडे को मेरी गिरफ्तारी का टारगेट दिया था:फडणवीस

0ef6b219787986dc27cea23b7e0ea175 342 660
MUMBAI SAMACHAR
locationभारत
userचेतना मंच
calendar26 Nov 2025 07:09 PM
bookmark
MUMBAI SAMACHAR : मुंबई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को आरोप लगाया कि मुंबई पुलिस के पूर्व प्रमुख संजय पांडे को उन्हें गिरफ्तार करने का टारगेट दिया गया था, लेकिन पुलिस अधिकारी इसमें सफल नहीं हो सके, क्योंकि उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया है।

MUMBAI SAMACHAR

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता फडणवीस ने एक क्षेत्रीय समाचार चैनल द्वारा यहां आयोजित एक समारोह में कहा, महाविकास आघाडी सरकार (एमवीए) ने तत्कालीन मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडे को मुझे जेल में डालने का लक्ष्य दिया था। एमवीए सरकार ने मुझे फंसाने या किसी भी तरह (मेरे ऊपर) कुछ आपराधिक आरोप लगाने के आदेश दिए थे। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में विधायकों के बागी हो जाने के कारण पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार ढह गई थी। इसके बाद शिंदे ने मुख्यमंत्री और फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली। उन्होंने कहा, यह सच्चाई है और अब आप किसी भी पुलिस अधिकारी से पूछ सकते हैं। वे भी इसके बारे में बताएंगे। उन्होंने कहा, लेकिन मैंने ऐसा कोई काम नहीं किया है, जिससे वे मुझे जेल में बंद कर पाते और इसलिए वे नाकाम रहे। फडणवीस ने कहा कि उनकी शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के प्रमुख उद्धव ठाकरे से कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। उन्होंने कहा, उद्धव ठाकरे ने मेरे फोन कॉल का जवाब देना पूरी तरह से बंद कर दिया। अगर वह (राज्य में 2019 के चुनावों के बाद भाजपा के साथ) गठबंधन नहीं करना चाहते थे, तो उन्हें मुझसे ऐसा कहना चाहिए था। एमवीए सरकार के गिरने के तुरंत बाद पांडे को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज कर्मचारियों के फोन अवैध तरीके से टैप करने से जुड़े धन शोधन मामले में गिरफ्तार किया गया था। वह फिलहाल जमानत पर रिहा हैं।

POLITICAL NEWS : कांग्रेस का डीएनए पाकिस्तान परस्ती का है:शिवराज

News uploaded from Noida